G.NEWS 24 : एनक्रिप्शन हटाने पर मजबूर किया तो छोड़ देंगे भारत : WhatsApp

भारत में व्हाट्सऐप के 40 करोड़ से भी ज्यादा यूजर्स हैं...

एनक्रिप्शन हटाने पर मजबूर किया तो छोड़ देंगे भारत : WhatsApp

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म व्हाट्सऐप ने दिल्ली हाईकोर्ट में एनक्रिप्शन हटाने से मना कर दिया है और साफ तौर से कह दिया है कि अगर उसे एनक्रिप्शन हटाने को कहा गया तो वह भारत छोड़ देगा। व्हाट्सऐप ने दिल्ली हाईकोर्ट को बताया है कि अगर उसे मैसेज एन्क्रिप्शन तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो व्हाट्सऐप भारत में प्रभावी रूप से बंद हो जाएगा। मेटा के स्वामित्व वाली कंपनी व्हाट्सऐप ने कहा कि एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन यह सुनिश्चित करके यूजर्स की प्राइवेसी की रक्षा करता है। इसके जरिए यह सुनिश्चित किया जाता है कि केवल सेंडर (भेजने वाला) और प्राप्तकर्ता ही अंदर के कंटेट को जान सकते हैं। दरअसल, मेटा की कंपनी व्हाट्सऐप ने IT रूल्स 2021 को चुनौती दी है। खास बात यह है कि भारत में इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप व्हाट्सऐप के 400 मिलियन यानी 40 करोड़ से भी ज्यादा यूजर्स हैं। जो इसे इस प्लेटफॉर्म के लिए सबसे बड़ा बाजार बनाता है। 

रिपोर्ट के मुताबिक, व्हाट्सऐप की ओर से कोर्ट में पेश हुए वकील तेजस करिया ने डिवीजन बेंच को बताया, ‘एक प्लेटफॉर्म के तौर पर हम कह रहे हैं कि अगर हमें एन्क्रिप्शन तोड़ने के लिए कहा जाता है, तो व्हाट्सऐप चला जाएगा। करिया ने कहा कि लोग व्हाट्सऐप के प्राइवेसी फीचर की वजह से ही इसका यूज करते हैं, जो कंपनी ने उपलब्ध कराया है। एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन एक कम्युनिकेशन सिस्टम है, जिसमें मैसेज भेजने वाले और मैसेज रिसीव करने वाले के अलावा कोई अन्य शामिल नहीं होता है। यहां तक कि कंपनी भी एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन में यूजर्स के मैसेज नहीं देख सकती है। कंपनी ने कोर्ट में कहा कि नए नियमों से यूजर की प्राइवेसी खतरे में आ सकती है। सरकार ने इसके लिए प्लेटफॉर्म के साथ कंसल्ट भी नहीं किया। 

रिपोर्ट के अनुसार, व्हाट्सऐप के वकील करिया ने कहा, ''दुनिया में कहीं और ऐसा कोई नियम नहीं है। ब्राज़ील में भी नहीं। हमें पूरी चेन रखनी होगी और हमें नहीं पता कि कौन से मैसेज को डिक्रिप्ट करने के लिए कहा जाएगा।'' इसका मतलब है कि लाखों-करोड़ों संदेशों को कई वर्षों तक संग्रहीत करना होगा। व्हाट्सऐप ने तर्क दिया है कि यह नियम एन्क्रिप्शन के साथ-साथ यूजर्स की गोपनीयता भी कमजोर करते हैं। यह भारत के संविधान के अनुच्छेद 14, 19 और 21 के तहत गारंटीकृत उपयोगकर्ताओं के मौलिक अधिकारों का भी उल्लंघन करता है। हालांकि, केंद्र सरकार की ओर से पेश कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए संदेश भेजने वालों का पता लगाने की आवश्यकता पर जोर दिया। कीर्तिमान सिंह ने तर्क दिया कि आज के माहौल में ऐसी व्यवस्था जरूरी है। 

इसके बाद दिल्ली हाईकोर्ट ने व्हाट्सएप और मेटा की याचिकाओं को 14 अगस्त को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया। पीठ ने कहा कि गोपनीयता के अधिकार पूर्ण नहीं हैं और कहीं न कहीं संतुलन बनाना होगा। मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने पिछले साल मेटा के वार्षिक कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा था, ''भारत एक ऐसा देश है, जो सबसे आगे है… आप इस मामले में दुनिया का नेतृत्व कर रहे हैं कि कैसे लोगों और व्यवसायों ने मैसेजिंग को अपनाया है।'' बता दें कि व्हाट्सऐप और फेसबुक की मूल कंपनी मेटा ने सूचना प्रौद्योगिकी नियम 2021 को चुनौती दी है, जिसमें उन्हें उन्हें चैट का पता लगाने और संदेश भेजने वालों की पहचान करने को कहा गया है। व्हाट्सऐप ने अपनी दलील में कहा है कि यह कानून एन्क्रिप्शन को कमजोर करता है और भारतीय संविधान के तहत यूजर्स की प्राइवेसी यानी निजता की सुरक्षा का उल्लंघन करता है।

G News 24 : ईवीएम के हर वोट का VVPAT पर्ची से मिलान करने की मांग वाली सभी याचिकाएं खारिज : SC

 सुप्रीम कोर्ट ने किया स्पष्ट जारी रहेगी मौजूदा व्यवस्था...

ईवीएम के हर वोट का VVPAT पर्ची से मिलान करने की मांग वाली सभी याचिकाएं खारिज : S C 

सुप्रीम कोर्ट ने ईवीएम के हर वोट का वीवीपैट पर्ची से मिलान करने की मांग करने वाली सभी याचिकाएं खारिज कर दी हैं। जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की बेंच शुक्रवार को ईवीएम और वीवीपैट के 100 फीसदी म‍िलान वाली याच‍िका पर अपना फैसला सुनाया। इस बेंच ने 24 अप्रैल को सभी पक्षों की दलील सुनने के बाद फैसला सुरक्ष‍ित रख ल‍िया था। लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे फेज की वोट‍िंग जारी है। इसी बीच सुप्रीम कोर्ट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) के जरिए डाले गए वोटों के साथ वोटर-वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (VVPAT) पर्चियों का मिलान वाली याच‍िका पर फैसला सुनाते हुए पुरानी व्यवस्था को जारी रखा है।

सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से साफ हो गया है कि चार को जून जब लोकसभा चुनाव 2024 के लिए वोटों की ग‍िनती होगी तो उस दौरान ईवीएम के हर वोट का वीवीपैट की पर्च‍ियों से म‍िलान नहीं होगा। आपको बता दें क‍ि कई संगठनों ने यह याच‍िका दाख‍िल करके ईवीएम और वीवीपैट की पर्च‍ियों के म‍िलान की मांग की थी। कोर्ट ने चुनाव आयोग के समक्ष उठाए गए सवालों के जवाबों का संज्ञान लेने के बाद फैसला सुरक्षित रखा था। याचिकाकर्ताओं की तरफ से मांग की गई थी कि ईवीएम पर मतदाताओं का विश्वास बनाये रखने के लिए वीवीपैट की पर्चियों की 100 फीसदी गिनती करवाई जानी चाहिए।

कोर्ट ने पूछे पांच सवाल 

चुनाव आयोग ने ईवीएम को पूरी तरह सुरक्षित बताते हुए कहा कि वीवीपैट की पर्चियां बहुत छोटी और महीन होती हैं। कोर्ट ने भी सुनवाई के दौरान टिप्पणी की थी कि हर चीज पर अविश्वास नहीं जता सकते। न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता की पीठ ने निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी से ईवीएम की कार्य-प्रणाली के संबंध में पांच प्रश्न पूछे थे, जिनमें यह प्रश्न भी शामिल है कि क्या ईवीएम में लगे ‘माइक्रोकंट्रोलर’ को फिर से प्रोग्राम किया जा सकता है या नहीं। कोर्ट में पेश हुए वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त नीतेश कुमार व्यास ने इससे पहले ईवीएम की कार्य-प्रणाली के बारे में अदालत में प्रस्तुतिकरण दिया था। पीठ ने उन्हें दोपहर दो बजे प्रश्नों के उत्तर देने के लिए बुलाया था।

कुछ पहलुओं पर स्पष्टीकरण की जरूरत

सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने सुनवाई के दौरान कहा था कि उसे कुछ पहलुओं पर स्पष्टीकरण की जरूरत है, क्योंकि ईवीएम के बारे में ‘बार-बार पूछे जाने वाले प्रश्नों’ (एफएक्यू) पर दिए गए उत्तरों को लेकर कुछ भ्रम की स्थिति है। पीठ ने कहा कहा था क‍ि हमें कुछ संशय है और स्पष्टीकरण की जरूरत है और इसलिए हमने मामला निर्देशों के लिए सूचीबद्ध किया है। उसने कहा क‍ि हम अपने निष्कर्षों में तथ्यात्मक रूप से गलत नहीं होना चाहते, बल्कि पूरी तरह सुनिश्चित होना चाहते हैं।

G.NEWS 24 : “ड्रग्स पर युद्ध” अभियान के तहत कद्दू,पोहा की बोरियों पकड़ा ऐसा 'सामान कि उड़ गए होश !

 पुलिस ने ट्रक रुकवाकर देखा तो उड़ गए होश...

“ड्रग्स पर युद्ध” अभियान के तहत कद्दू,पोहा की बोरियों पकड़ा ऐसा 'सामान कि उड़ गए होश !

पड़ोसी से देशों से भारत के राज्यों से बड़ी मात्रा में नशे की खेप आ रही है। हालांकि पुलिस लगातार इसके खिलाफ मुहिम चला रही है और नशे की खेप लाने वाले आरोपियों को पकड़ रही है। इसी कड़ी में मणिपुर पुलिस ने गुरुवार को कद्दू के अंदर छिपाकर रखी गई 3.5 करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त की।

कद्दू में छिपाकर रखा गया ड्रग्स

असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस ने गुरुवार को कद्दू के अंदर छिपाकर रखी गई 3.5 करोड़ रुपये मूल्य की हेरोइन जब्त की, जिसके पड़ोसी देश म्यांमार से तस्करी कर लाए जाने का संदेह है। पुलिस ने कहा कि एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए, सुरक्षा बलों ने जिरीबाम में फ़िरज़ावल जिले के टिपाईमुख से दक्षिणी असम के कछार की ओर जा रहे एक पिकअप ट्रक को रोका और दो ड्रग तस्करों- अब्दुल मन्नान मजूमदार और खलील उल्ला बारभुइया को गिरफ्तार किया।

निरीक्षण करने पर, सुरक्षाकर्मियों को 30 साबुन के डिब्बों में 363.45 ग्राम हेरोइन मिली, जो अन्य सब्जियों के साथ पिकअप ट्रक में लदे कद्दू में छिपाई गई थी। आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए हिरासत में लिए गए लोगों और जब्त किए गए नशीले पदार्थों को जिरीबाम थाने के हवाले कर दिया गया है।

पोहे की आड़ में छिपाकर ले जा रहे थे 1 करोड़ का गांजा

बता दें कि पिछले महीने ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के सागर जिले से सामने आया था जहां नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने एक ट्रक से करीब 655 किलोग्राम गांजा बरामद कर दो तस्करों को गिरफ्तार किया था। गांजे को पोहे की आड़ में छिपाकर ओडिशा से सागर लाया जा रहा था। एनसीबी की टीम ने कार्रवाई करते हुए गांजा और ट्रक जब्त कर लिया था।

पोहे की 550 बोरियों में 655 किलो गांजा मिला

एनसीबी की इंदौर इकाई के क्षेत्रीय निदेशक रितेश रंजन ने बताया था कि गांजे की बरामद खेप ओडिशा के सोनपुर जिले से मध्य प्रदेश के सागर जिले भेजी जा रही थी और बाजार में इसकी कीमत करीब एक करोड़ रुपये आंकी जा रही थी। मुखबिर की सूचना पर एनसीबी के दल ने सागर जिले के बंडा थाना क्षेत्र में एक ट्रक की तलाशी ली, तो इसमें पोहे की 550 बोरियों की आड़ में करीब 655 किलोग्राम गांजा छिपा मिला था।

CM बीरेन सिंह ने सुरक्षा बलों को दी बधाई

मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर एक पोस्ट में सुरक्षा बलों को मादक पदार्थों की तस्करी के व्यापार से निपटने में उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए बधाई दी। एक अन्य पोस्ट में, सिंह ने मणिपुर में भाजपा सरकार द्वारा चलाए गए “ड्रग्स पर युद्ध” अभियान के बारे में बताया। उन्होंने कहा, ''हमने 60,000 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की हेरोइन ड्रग्स, अफीम, गोलियां आदि बरामद की हैं, 20,000 हेक्टेयर से अधिक अफीम के बागानों को नष्ट कर दिया है… केवल हमारे भारतीय युवाओं को बचाने के लिए। हम जारी रखेंगे।''

G News 24 : EVM को लेकर निर्दलीय उम्मीदवार रविंद्र भाटी का सनसनीखेज आरोप !

 बाड़मेर लोकसभा सीट से वोटिंग के बीच ...

EVM को लेकर निर्दलीय उम्मीदवार रविंद्र भाटी का सनसनीखेज आरोप

राजस्थान की बाड़मेर लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार रविंद्र सिंह भाटी ने बीजेपी का नाम लिए बिना चुनाव में गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं. उन्होंने एक्स पर लिखा कि बायतु विधानसभा के अंदर मेरे एजेंटों को बूथों से बाहर निकाला जा रहा है और वोटिंग मशीन पर मेरे नाम पर पट्टी लगाई जा रही है. यह कैसा लोकतंत्र है? आखिर प्रशासन किसके दबाव में काम कर रहा है.

उन्होंने कहा, ''प्रशासन हमारे लोगों की गाड़ियों को रोक रहा है. वोटिंग कम कराने का प्रयास किया जा रहा है.'' भाटी ने इसके साथ पुलिस से हो रही बहस का वीडियो शेयर किया है.रविंद्र भाटी के आरोपों को पुलिस ने खारिज किया है. पुलिस ने कहा, ''इस तरह की कोई घटना सामने नहीं आई है. पुलिस मोबाइल पार्टी, सुपरवाइजरी अधिकारी लगातार बूथों का भ्रमण/निरीक्षण कर रहे है. मतदान शांतिपूर्ण चल रहा है.''

बाड़मेर सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय माना जा रहा है. यहां से केंद्रीय राज्य मंत्री कैलाश चौधरी को बीजेपी ने टिकट दिया है. वहीं कांग्रेस की तरफ से उम्मेदाराम बेनीवाल मैदान में हैं. यहां सुबह 11 बजे तक 30 फीसदी वोटिंग हुई है. राजस्थान में आज लोकसभा चुनाव के लिए 13 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं.

निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी ने गांव दूधोड़ा में परिवार के साथ मतदान किया. इस दौरान उन्होंने लोगों से वोटिंग की अपील की. उन्होंने कहा कि छोटे भाई को मतदान करें, किसी बहकावे में नहीं आएं. शिक्षा, चिकित्सा और रोजगार के मुद्दे पर वोट करें. यहां की जनता बदलाव के लिए वोट कर रही है. मेरे साथ में बाड़मेर की जनता है. मैंने उनसे (कैलाश चौधरी) कहा कि हमसे बहस कर लें. 

G News 24 : एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण जानकारी,देशहित में मतदान अवश्य करें

 आवश्यक सूचना ...

एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण जानकारी,देशहित में मतदान अवश्य करें

वोट पर्चियों  के लिए,  ECI <स्पेस> (आपका वोटर आईडी नंबर) 1950 पर SMS करें, 

आपको 15 सेकंड में वोट पर्ची मिल जाएगी।

 जैसे -  ECI  SWD3456789

         1950 पर SMS कर दे 

इस बार सरकार ने बहुत ही सराहनीय प्रयास किए है सभी वोटर को जाग्रत करने के लिए। 

अब हम सभी की जिम्मेदारी है अपना कर्तव्य निभाने की।

विनम्र निवेदन:- देशहित में मतदान अवश्य करें,

जागरूक मतदाता बने। 

पहले मतदान फिर जलपान

G News 24 : अब देश में ही होगा,6 शॉट गोली बारूद झेलने में सक्षम,सबसे हल्के बुलेट प्रूफ जैकेट का निर्माण

 डीआरडीओ की बड़ी सफलता ...

अब देश में ही होगा,6 शॉट गोली बारूद झेलने में सक्षम,सबसे हल्के बुलेट प्रूफ जैकेट का निर्माण 

देश के सुरक्षा के लिए अपनी जान की बाजी लगाने वाले जवानों के लिए डीआरडीओ ने बड़ी सफलता पाई है। डीआरडीओ ने देश में सबसे हल्के बुलेट प्रूफ जैकेट को सफलतापूर्वक विकसित किया है। यह जैकेट बीआईएस गोला-बारूद के छठवें स्‍तर के उच्चतम खतरे से सुरक्षा प्रदान करता है।

बुलेट प्रूफ जैकेट किसने तैयार किया

कुछ समय पहले ही इस बुलेट प्रूफ जैकेट का चंडीगढ़ के चरम प्राक्षेपिकी अनुसंधान प्रयोगशाला (टीबीआरएल) में सफल परीक्षण किया गया। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि यह जैकेट नए डिजाइन दृष्टिकोण पर आधारित है, जहां नवीन सामग्री और प्रक्रियाओं का उपयोग किया गया है।

गोली की 6 शॉट का भी नहीं होता कोई असर

जैकेट का निर्माण डीआरडीओ के रक्षा सामग्री और भंडार अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठान, कानपुर द्वारा किया गया है। यह बुलेटप्रूफ जैकेट 7.62 X 54 आर एपीआई गोला बारूद के खिलाफ सुरक्षा मुहैया कराने में सक्षम है। डीआरडीओ की टेस्टिंग में पाया गया है कि इस जैकेट पर एक के बाद एक 6 शॉट का कोई असर नहीं होता है। खास बात ये है कि नए बुलेट प्रूफ जैकेट काफी हल्के हैं और इस तरह से डिजाइन किया गया है कि इसे पहनने में भी सुरक्षा बलों के जवानों को आसानी रहेगी।

G News 24 : भाजपा नहीं जाने देगी आरक्षण और न ही इसे हटाएगी : अमित शाह

 यह मोदी की गारंटी है...

भाजपा नहीं जाने देगी  आरक्षण और न ही इसे हटाएगी  : अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का विरोध करने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आलोचना की। श्री शाह ने अमरावती से भाजपा उम्मीदवार नवनीत राणा और वर्धा के रामदास ताड़स के समर्थन में यहां एक चुनाव प्रचार जनसभा को संबोधित करते हुए दावा किया कि सरकार ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के लिए श्री राहुल गांधी और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे को आमंत्रित किया था, लेकिन ये लोग समारोह में शामिल नहीं हुए। 

उन्होंने श्री उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए आगे दावा किया कि श्री ठाकरे को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए निमंत्रण दिया गया था, लेकिन वह सोनिया गांधी के डर से इसमें शामिल नहीं हुए। उन्होंने दावा किया कि श्री ठाकरे के बाद श्री राहुल गांधी को भी समारोह का निमंत्रण दिया गया था, लेकिन वह भी इसमें शामिल नहीं हुए। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने प्राण प्रतिष्ठा में शामिल न होकर भगवान राम का अपमान किया है। श्री शाह ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) (शरद पवार गुट) के प्रमुख शरद पवार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में श्री शरद पवार ने अमरावती के नागरिकों से सुश्री राणा को जिताने की अपील की थी लेकिन अब उन्होंने स्थानीय लोगों से माफी की पेशकश की है।

उन्होंने कहा कि अगर श्री पवार माफी मांगना चाहते हैं तो उन्हें क्षेत्र के उन किसानों की विधवाओं से माफी मांगनी चाहिए जिन्होंने कथित तौर पर आत्महत्या की है। उन्होंने श्री पवार से जानना चाहा कि राज्य में कांग्रेस-राकांपा गठबंधन शासन के दौरान कई सिंचाई परियोजनाएं अधूरी क्यों थीं।भाजपा नेता ने आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी पर अफवाह फैलाने का आरोप लगाया कि अगर भाजपा को 400 सीटें मिलेंगी तो आरक्षण खत्म हो जाएगा।श्री शाह ने कहा “लेकिन मैं आपको स्पष्ट रूप से बताता हूं कि भाजपा न तो आरक्षण जाने देगी और न ही इसे हटाएगी। यह मोदी की गारंटी है।

G News 24 : प्रयागराज से सीएम योगी को मिली बकरे की तरह काटने की धमकी !

 आरोपी शमीम उर्फ बबलू के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई ...

 प्रयागराज से सीएम योगी को मिली बकरे की तरह काटने की धमकी !

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सोशल मीडिया पर धमकी देने वाले युवक के खिलाफ प्रयागराज पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर उसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है। वायरल वीडियो के आधार पर प्रयागराज के गंगानगर जोन के नवाबगंज थाने में आरोपी शमीम उर्फ बबलू के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। सोशल एक्टिविस्ट सर्वेश कुमार ने केस दर्ज कराया है। वीडियो वायरल होने के बाद इस मामले आईपीसी की धारा 506 और आईटी एक्ट की धारा 66 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। इसकी जानकारी देते हुए डीसीपी गंगानगर ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि इस प्रकरण में थाना नवाबगंज में सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया जा चुका है और अग्रिम विधिक कार्रवाई प्रचलित है।

दरअसल, आरोपी शमीम उर्फ बबलू का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था। इस वीडियो में शमीम यह कहता हुआ नजर आ रहा था कि अगर योगी ने उसके घर पर बुलडोजर चलवाने की हिम्मत की तो वह उन्हें बकरे की तरह काट देगा। वीडियो में आरोपी युवक सीएम योगी आदित्यनाथ को चुनौती देते हुए नजर आ रहा है। सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। आरोपी शमीम प्रयागराज के लाल गोपालगंज कस्बे के इमामगंज इलाके का रहने वाला है। आरोपी युवक फिलहाल दिल्ली में रह रहा है। पुलिस की टीम उसे गिरफ्तार करने के लिए रवाना कर दी गई है।

G News 24 : सूरत में वोटिंग नहीं हुई फिर भी जीत गए भाजपा के मुकेश दलाल !

 आखिर कैसे बिना चुनाव के जीत जाते हैं उम्मीदवार जानिए-

सूरत में वोटिंग नहीं हुई फिर भी जीत गए भाजपा के मुकेश दलाल !

सूरत में वोटिंग से पहले ही भाजपा के उम्मीदवार मुकेश दलाल ने सोमवार, 22 अप्रैल को चुनाव जीत लिया और जैसे ही ये जानकारी सबके सामने आई कि मुकेश दलाल को निर्विरोध चुन लिया गया है, उन्हें बधाइयां मिलनी शुरू हो गईं। हो भी क्यों ना, मुकेश दलाल पिछले 12 साल में निर्विरोध लोकसभा चुनाव जीतने वाले पहले उम्मीदवार बन गए हैं। साल 1951 से अब तक के चुनाव में बिना किसी चुनावी जंग में उतरे संसदीय चुनाव जीतने वालों की संख्या करीब 35 हो गई है।

बता दें कि इस बार का लोकसभा चुनाव सात चरणों में हो रहा है और पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को संपन्न हो चुका है। चुनाव संपन्न होने से पहले ही बीजेपी ने इस जीत के साथ अपना खाता खोल लिया है। अब फाइनल नतीजे क्या होंगे ये तो किसी को नहीं पता लेकिन मुकेश दलाल की जीत के साथ ही भाजपा ने पहला मुकाम हासिल कर लिया है। सूरत लोकसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर नीलेश कुंभानी चुनावी मैदान में उतरे थे, लेकिन डिस्ट्रिक रिटर्निंग ऑफिसर ने प्रथम दृष्टया उनके नामांकन पत्र की जांच में पाया कि प्रस्तावकों के हस्ताक्षर में कुछ गलतियां थीं और इस कारण चुनाव आयोग ने नीलेश कुंभानी का नामांकन रद्द कर दिया था। इसके साथ ही बड़ी बात ये हुई कि सूरत लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने वाले बाकी अन्य उम्मीदवारों ने भी सोमवार, 22 अप्रैल को अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया, जिसकी वजह से बीजेपी के उम्मीदवार मुकेश दलाल को निर्विरोध रूप से विजेता घोषित कर दिया गया है। इससे पहले बीजेपी के 10 उम्मीदवारों ने अरुणाचल प्रदेश में निर्विरोध जीत दर्ज की थी।

इन उम्मीदवारों के नामांकन भी हुए निरस्त

बरेली लोकसभा सीट से बसपा प्रत्याशी छोटेलाल गंगवार का नामांकन पत्र खारिज हो गया है। 20 अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच में बसपा प्रत्याशी के नामांकन पत्रों में त्रुटि मिलने के कारण इसे खारिज कर दिया गया है। कोकराझार से लगातार तीसरी बार चुनाव लड़ने जा रहे सांसद नबा कुमार सरानिया का नामांकन पत्र भी 21 अप्रैल को रद्द कर दिया गया। रिटर्निंग ऑफिसर प्रदीप कुमार द्विवेदी ने बताया कि सरानिया का नामांकन पत्र अवैध पाया गया और इस वजह से यह कार्रवाई की गई। बता दें कि गण सुरक्षा पार्टी (जीएसपी) के प्रमुख सरानिया 2014 से कोकराझार सीट पर निर्दलीय सांसद हैं।

मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने प्रदेश की 29 में से खजुराहो सीट समाजवादी पार्टी के लिए छोड़ी थी। यहां से समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार मीरा दीपनारायण यादव ने नामांकन भरा था जिनका नामांकन रद्द हो गया है। उनके नामांकन पत्र रद्द होने की वजह ये बताई जा रही है कि नामांकन फॉर्म पर प्रत्याशी के दो जगह हस्ताक्षर होते हैं, जिसमें से एक जगह मीरा यादव ने हस्ताक्षर नहीं किए थे। मतदाता पहचान पत्र की सत्यापित प्रति की जगह पुरानी प्रति दे दी गई थी। इसके अलावा, कई निर्दलीय और गैर मान्यता प्राप्त दलों के उम्मीदारों के भी नामांकन रद्द कर दिए गए हैं।

बिना वोटिंग के 1951 से अब तक 35 उम्मीदवार जीते

ये पहली बार नहीं है कि चुनाव से पहले मुकेश दलाल ने जीत दर्ज की है, साल 2012  में समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार डिंपल यादव ने कन्नौज लोकसभा उपचुनाव निर्विरोध रूप से जीता था, यह सीट अखिलेश यादव के यूपी के सीएम बनने के बाद खाली हो गई थी। इससे पहले वाईबी चव्हाण, पी.एम. सईद, एससी जमीर, फारूख अब्दुल्ला जैसे उम्मीदवारों ने भी जीत हासिल की थी और नौ कैंडिडेट ऐसे थे जिन्होंने उपचुनाव में वोटिंग से पहले ही जीत दर्ज की थी।

भारतीय संविधान के अनुच्छेद 84-ए के अनुसार जो व्यक्ति भारत का नागरिक नहीं है, उसे चुनाव लड़ने का कोई अधिकार नहीं है। लोकसभा, विधानसभा चुनाव में चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी की न्यूनतम उम्र 25 वर्ष निर्धारित की गई है, इससे कम उम्र का शख़्स चुनाव नहीं लड़ सकता है। इसके साथ ही लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 4(डी) के अनुसार, जिस व्यक्ति का नाम संसदीय क्षेत्र की मतदाता सूची में नहीं है, वह चुनाव नहीं लड़ सकता है। साथ ही वह व्यक्ति जिसे किसी मामले में दो साल या उससे अधिक की सज़ा हुई है, वह चुनाव नहीं लड़ सकता है।

चुनाव लड़ने के लिए किसी भी उम्मीदवार को नामांकन पत्र भरना होता है। उसके प्रस्तावक नामांकन पत्र भरने के बाद रिटर्निंग ऑफिसर या चुनाव की अधिसूचना में निर्दिष्ट सहायक रिटर्निंग ऑफिसर को सौंप सकते हैं। किसी भी उम्मीदवार को अपना नामांकन पत्र निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि से पहले या उससे पहले पहुंचाना आवश्यक है।

चुनाव आयोग के मुताबिक, उम्मीदवार को नामांकन पत्र दाखिल करते समय अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिए। इसके साथ ही रिटर्निंग अधिकारी को नामांकन प्रस्तुत करते समय उसी समय प्रारंभिक जांच करनी चाहिए और यदि कोई प्रथम दृष्टया गलती उसे दिखाई देती है, तो उसे उम्मीदवार के ध्यान में लाना चाहिए। नामांकन पत्र में लिपिकीय या मुद्रण संबंधी गलतियों को नजरअंदाज किया जा सकता है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उम्मीदवार को नामांकन पत्र दाखिल करते समय सावधानी नहीं बरतनी चाहिए और रिटर्निंग ऑफिसर को ऐसी गलतियों को उम्मीदवार के ध्यान में नहीं लाना चाहिए।

नामांकन के दौरान इन गल्तियों के कारण  निरस्त हो जाते हैं  नामांकन  पत्र 

प्रत्याशी का सिक्योरिटी डिपॉजिट जमा किया होना चाहिए। प्रत्याशी के असली हस्ताक्षर होने चाहिए। प्रस्तावक के हस्ताक्षर, असली हस्ताक्षर होने चाहिए और मतदाता सूची में उसका नाम होना चाहिए। यदि यह साबित हो जाए कि प्रत्याशी के बदले किसी और ने हस्ताक्षर किए हैं तो नामांकन खारिज हो जाता है।

G News 24 : हैदराबाद में AIMIM के ओवैसी और कांग्रेस के वलीउल्लाह से भी दमदार उम्मीदवार हैं माधवी लता !

 भाजपा की उम्मीदवार के माधवी लता तेलंगाना के सबसे अमीर उम्मीदवारों में से एक है...

हैदराबाद में AIMIM के ओवैसी और कांग्रेस के वलीउल्लाह से भी दमदार उम्मीदवार हैं माधवी लता !

हैदराबाद लोकसभा सीट से भाजपा की उम्मीदवार कोम्पेला माधवी लता के पास 221.37 करोड़ रुपये की पारिवारिक संपत्ति है, जो उन्हें तेलंगाना के सबसे अमीर उम्मीदवारों में से एक बनाती है। वह, उनके पति कोम्पेला विश्वनाथ, (दोनों व्यवसायी) और उनके तीन आश्रित बच्चों के पास 165.46 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है और दंपति के पास 55.91 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है। लता के पति विश्वनाथ कोमपल्ले आईआईटी मद्रास से पढ़ाई कर चुके हैं और फिनटेक व हेल्थकेयर कंपनी के संस्थापक हैं।

3.78 करोड़ रुपये के सोने के आभूषण

माधवी लता ने बुधवार को अपना नामांकन दाखिल करते समय चुनाव आयोग को सौंपे एक हलफनामे में परिवार की संपत्ति का विवरण दिया। 49 वर्षीय भाजपा उम्मीदवार जुड़वां शहर सिकंदराबाद में रहती हैं। वह हाल ही में भाजपा में शामिल हुईं और पहली बार चुनाव मैदान में हैं। उन्होंने घोषणा की कि उनके पास सूचीबद्ध और गैर-सूचीबद्ध कंपनियों में 25.20 करोड़ रुपये के निवेश सहित 31.31 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है। विरिंची लिमिटेड में उनका 7.80 करोड़ रुपये का निवेश है। उनके पास 3.78 करोड़ रुपये के सोने के आभूषण भी हैं।

लता के परिवार पर 27 करोड़ रुपये की देनदारी

उनके पति के पास 88.31 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है, जिसमें विरिंची लिमिटेड में 52.36 करोड़ रुपये के शेयर शामिल हैं। उनके तीन आश्रित बच्चों के पास भी 45 करोड़ रुपये से अधिक की कुल चल संपत्ति है। भाजपा उम्मीदवार के पास 6.32 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति भी है, जबकि उनके पति की अचल संपत्ति का मूल्य 49.59 करोड़ रुपये है। संपत्तियों में हैदराबाद और उसके आसपास गैर-कृषि भूमि और वाणिज्यिक और आवासीय भवन शामिल हैं। वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान उनकी आय 3.76 लाख रुपये थी जबकि वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 1.22 करोड़ रुपये थी। वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान विश्वनाथ की आय 2.82 करोड़ रुपये जबकि 2021-22 के दौरान 6.86 करोड़ रुपये थी। माधवी लता पर 90 लाख रुपये की देनदारी है जबकि उनके पति पर 26.13 करोड़ रुपये की देनदारी है। 

तीर चलाने का किया था इशारा

भाजपा उम्मीदवार पर एक आपराधिक मामला दर्ज है। उनके खिलाफ पिछले सप्ताह बेगम बाजार थाने में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 295-ए के तहत मामला दर्ज किया गया था। उन पर आरोप है कि उन्होंने सिद्दी अंबर बाजार के सर्कल में स्थित मस्जिद की ओर एक काल्पनिक तीर चलाने का इशारा किया था। हैदराबाद सीट पर उनका मुकाबला ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख व मौजूदा सांसद असदुद्दीन ओवैसी और कांग्रेस के उम्मीदवार मोहम्मद वलीउल्लाह समीर से होगा।

G News 24 : इंडी गठबंधन 1 YEAR 1 PM का फॉर्म्यूला बना रहा : मोदी

 साफ-साफ है की मोदी आपका उम्मीदवार है और आपके सामने खड़ा है...

इंडी गठबंधन 1 YEAR 1 PM का फॉर्म्यूला बना रहा : मोदी 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने I.N.D.I.A गठबंधन के पीएम वाले फॉर्मूले का जिक्र करते ही विपक्ष की दुखदी रग पर हाथ रख दिया. साथ ही विपक्ष के सीक्रेट फॉर्मूले को लेकर बड़ा दावा भी कर दिया. पीएम मोदी ने I.N.D.I.A गठबंधन पर नया हमला किया है. गठबंधन का नेता तय ना होने को लेकर पीएम ने तंज कसा और हर साल नया पीएम बनाने की प्लानिंग का आरोप लगाया. मोदी ने ऐसा क्यों कहा? प्रधानमंत्री के इस बयान के मायने क्या हैं और मोदी के इस बाउंसर का सामना विरोधी कैसे करेंगे, इसे लेकर भी अब हलचल बढ़ गई है.

पीएम नरेंद्र मोदी ने इस दावे के पीछे कुछ मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला दिया है. प्रधानमंत्री मोदी ने बैतूल की रैली से ये मुद्दा उठाकर विपक्षी दलों को निशाने पर जरूर ले लिया. दूसरे चरण का चुनाव प्रचार खत्म होने से चंद घंटे पहले पीएम ने नया टॉपिक सामने रखा और विरोधियों की टेंशन बढ़ा दी. मोदी के इस दावे के पीछे की सबसे बड़ी वजह है विपक्ष की ओर से कोई चेहरा घोषित ना किया जाना. इसके अलावा एक वजह विपक्षी दलों की आपसी खींचतान भी है, क्योंकि सभी पार्टियों की अपनी हसरतें हैं और पीएम बनने की चाहत हर किसी के दिल में है.

कांग्रेस चाहती है कि राहुल गांधी देश के प्रधानमंत्री बनें. टीएमसी चाहती है पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को पीएम बनाया जाए. शरद पवार की एनसीपी अपने नेता को देश का प्रधानमंत्री बनते देखना चाहती है. ऐसे ही सपने उद्धव ठाकरे की पार्टी भी देख रही है. इस रेस में समाजवादी पार्टी भी पीछे नहीं है और उनका इरादा अखिलेश यादव को पीएम बनाने का है. वहीं, तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की पार्टी की तमन्ना भी उन्हें पीएम बनाने की है.

गठबंधन में पीएम बनने का सपना देखने वालों की कोई कमी नहीं

I.N.D.I.A गठबंधन में पीएम बनने का सपना देखने वालों की कोई कमी नहीं, मगर परेशानी ये है कि मोदी से मुकाबले के लिए आगे किसे किया जाय ये अब तक तय नहीं हो पाया है. विपक्ष पर पीएम मोदी ताबड़तोड़ हमले कर रहे हैं. सवाल विपक्ष के पीएम उम्मीदवार का हो या कांग्रेस के मेनिफेस्टो का हर मुद्दे पर प्रधानमंत्री आक्रामक हैं. इसीलिए, विरोधियों को इसमें ध्यान भटकाने वाली सियासत दिख रही है. लोकसभा के रण में हर रोज नए मुद्दे आ रहे हैं. एक दूसरे को घेरने और आरोपों की बौछार करने में कोई पीछे नहीं रहना चाहता. ऐसे में मोदी की ओर से विपक्ष के पीएम पद के दावेदार को लेकर पूछे गए सवाल पर भी सियासी संग्राम छिड़ना तय है. 

 साफ-साफ है की मोदी आपका उम्मीदवार है और आपके सामने खड़ा है

बैतूल पीएम मोदी ने अपनी स्पीच में कहा, 'बिना नाम बताए आप देश को किसी हाथ सुपुर्द करेंगे क्या? नाम तो पता होना चाहिए. वो देश किसको देना चाहिए, किसी को नाम नहीं पता. अंधेरे में तीर मारेंगे क्या? यहां तो साफ-साफ है की मोदी आपका उम्मीदवार है. आपके सामने खड़ा है. इंडी गठबंधन 1 YEAR 1 PM का फॉर्म्यूला बना रहा. एक साल कोई और पीएम और दूसरे साल कोई और. देश, आपका सपना, आपके बच्चों का भविष्य बचेगा क्या? ये तो पीएम कुर्सी का भी ऑक्शन करने लगे हैं. इनके यहां 4 लोग कुर्सी की टांग पकड़ कर कुर्सी मिलने की उम्मीद में खींचतान करते रहेंगे. ये मुंगेरीलाल के हसीं सपने कहकर सो जाने की बात नहीं. ये डरावना खेल है. ये आपके सपनो को चूर चूर करने वाला खेल है. आप जाग जाइए, चेत जाइए..देश को बचाने के लिए आगे आइए.

G News 24 : पाकिस्तान के कानून मंत्री ने संसद में बोला सच,रावी नदी पर भारत का अधिकार !

हम उसके खिलाफ इंटरनेशनल कोर्ट नहीं जा सकते...

पाकिस्तान के कानून मंत्री ने संसद में बोला सच,रावी नदी पर भारत का अधिकार !

सिंधु जल संधि को पहली बार पाकिस्तान के कानून मंत्री को देश की  पाकिस्तान संसद में सच बताना पड़ा. पाकिस्तान के कानून मंत्री आजम नजीर तरार ने कहा है कि रावी नदी पर भारत का अधिकार है और हम उसके खिलाफ इंटरनेशनल कोर्ट नहीं जा सकते. यह संधि पाकिस्तान को कानूनी रूप से बाध्य करती है कि वह पड़ोसी देश के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में न जाए. तरार ने पाकिस्तानी संसद में एक चर्चा के दौरान कहा, पाकिस्तान और भारत के बीच एक जल संधि है. रावी नदी के पानी का अधिकार भारत का है और हम इसमें हस्तक्षेप नहीं कर सकते. दरअसल, मंगलवार को पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में सिंधु जल संधि को लेकर सवाल पूछा गया था. इसमें पूछा गया कि  रावी नदी पर भारत की आक्रामकता को लेकर पाकिस्तान सरकार क्या कर रही है? इसपर पाकिस्तान के कानून मंत्री आजम नजीर तरार ने कहा कि पाकिस्तान और भारत के बीच एक जल संधि है, हम इसमें हस्तक्षेप नहीं कर सकते. इस मुद्दे पर भारत के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय अदालत का सहारा भी नहीं लिया जा सकता

कानूनी मुद्दों का न हो राजनीतिकरण

उन्होंने कहा, दोनों देशों के बीच 1960 में सिंधु जल संधि हुई थी. इसके तहत भारत रावी, सतलज और ब्यास नदियों के पानी पर दावा करता है. संसद के निचले सदन में नोटिस पेश करने वाले जरताज गुल ने तरार पर प्रहार करते हुए कहा कि आज कानून मंत्री ने रावी नदी पर भारत का अधिकार स्वीकार कर लिया है, जो खेदजनक है. इस पर कानून मंत्री ने कहा कि कानूनी मुद्दों का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए. जो सच है, वह बताया जा रहा है.

दोनों देशों ने किए थे जल संधि पर हस्ताक्षर

कानून मंत्री ने कहा, सिंधु जल संधि पर दोनों देशों ने 1960 में हस्ताक्षर किए थे. वहीं, मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत ने शाहपुर कंडी बैराज के पूरा होने के साथ रावी नदी से पाकिस्तान की ओर पानी रोक दिया है. शाहपुर कंडी बैराज पंजाब और जम्मू-कश्मीर की सीमा पर है. रावी से जम्मू और कश्मीर को अब 1,150 क्यूसेक पानी मिलेगा, जो पहले पाकिस्तान को दिया गया था. इसलिए पाकिस्तान की संसद में यह मुद्दा चर्चा का विषय बना रहा.

G News 24 : पाकिस्तानी लड़की के सीने में धड़केगा 'भारत का दिल'

 19 साल की आयशा रशन को बॉर्डर पार भारत में मिली नई जिंदगी...

पाकिस्तानी लड़की के सीने में धड़केगा 'भारत का दिल'

                                                                           सांकेतिक तस्वीर 

भारत और पाकिस्तान के रिश्तों को लेकर दोनों देशों के बीच समय-समय पर टेंशन बढ़ती रहती है जो अभी कायम है  लेकिन इन सबके बीच एक और तस्वीर है जो मानवता को दिखाती है. पाकिस्तान की आयशा रशन (19) पिछले 10 साल से हार्ट की बीमारी से पीड़ित थीं. जो कि साल 2014 में इलाज के लिए भारत आई थीं. डॉक्टरों ने पेस मेकर लगाकर उन्हें कुछ समय के लिए राहत दी, लेकिन उन्हें फिर परेशानियों का सामना करना पड़ा. इसके बाद डॉक्टरों ने उसके परिवार को हार्ट ट्रांसप्लांट की सलाह दी. पाकिस्तानी लड़की आयशा रशन की किस्मत पलटी और भारतीय डॉक्टरों ने उसकी जिंदगी बदल दी. चेन्नई स्थित एमजीएम हेल्थकेयर हॉस्पिटल में तैनात इंस्टीट्यूट ऑफ हार्टएंड लंग ट्रां सप्लांट के डायरेक्टर डॉ. केआर बालाकृष्णन और को-डायरेक्टर डॉ. सुरेश राव ने फ्री में सर्जरी करने की पेशकश की. 

भारत से इस तरह जगी उम्मीद

चेन्नई स्थित एमजीएम हेल्थकेयर हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने परिजनों को बताया कि हार्ट ट्रांसप्लांट की जरूरत है, क्योंकि आयशा के हार्ट पंप में लीकेज हो गया था, जिसके चलते उसे एक्स्ट्रा कार्पोरियल मेम्ब्रेन ऑक्सीजनेशन सिस्टम पर रखा गया था. परिवार के लोगों का कहना था कि आयशा के हार्ट प्लांट को बदलने के लिए करीब 35 लाख रुपए की जरूरत थी. मगर, उनके पास पैसों की आर्थिक तंगी थी. जिसको लेकर अस्पताल के डॉक्टरों ने परिजनों की ऐश्वर्यम ट्रस्ट से मुलाकात करवाई, जिन्होंने आयशा की आर्थिक मदद का भरोसा दिया.

हालांकि, आयशा को पिछले 6 महीने पहले हार्ट ट्रांसप्लांट के लिए एक डोनर मिला. जिसके बाद परिवार के लोगों की उम्मीद जगी. इसके बाद डोनर के हार्ट को दिल्ली से लाया गया. इसके बाद चेन्नई के एमजीएम हेल्थकेयर ने आयशा की हार्ट ट्रांसप्लांट का ऑपरेशन मुफ्त में किया था.

पाकिस्तान से बेहतर इलाज की सुविधाएं हैं भारत में

इस दौरान आय़शा के परिवार वालों का कहना है कि वो फैशन डिजायनर बनना चाहती है. उधर, आय़शा ने अपने हार्ट के ट्रांसप्लांट का ऑपरेशन होने पर कहा, "मैं दिल पाकर बहुत खुश हूं. मैं इसके लिए भारत सरकार को यहां के डॉक्टरों को शुक्रिया कहती हूं." जबकि, आयशा की मां ने बताया कि जब आयशा को भारत लाया गया तो उसके जिंदा बचने के चांस महज 10% थे. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से बेहतर इलाज की सुविधाएं भारत में हैं.  

भारत में ऑपरेशन और सहायता के लिए के लिए मां ने दिया धन्यवाद

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में डॉक्टरों ने कहा कि वहां ट्रांसप्लांट की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है तो हमने डॉ. केआर बालाकृष्णन से संपर्क किया. जिसके चलते मैं इलाज के लिए भारत सरकार और डॉक्टरों को धन्यवाद देती हूं. भारत और यहां के डॉक्टर बहुत शानदार हैं. वहीं, डॉ. केआर बालाकृष्णन ने कहा कि आयशा मेरी बेटी की तरह है. वैसे भी हमारे लिए हर जिंदगी मायने रखती है.

G News 24 : अब IRCTC (रेलवे)लेकर आया है आपके लिए सिर्फ 20 रुपये में भरपेट खाना

 रेलवे की तरफ से इकोनॉमी मील की शुरुआत की गई है...

अब IRCTC (रेलवे)लेकर आया है आपके लिए सिर्फ 20 रुपये में भरपेट खाना 

रेलवे की तरफ से यात्रियों के लिए अब IRCTC आपके लिए सिर्फ 20 रुपये में खाना लेकर आया है. इसके साथ ही आपको 3 रुपये में पानी भी मिल जाएगा. रेलवे की तरफ से इकोनॉमी मील की शुरुआत की गई है, जिससे सभी को खाना मिल सके. सस्ते खाने के स्टॉल रेलवे प्लेटफॉर्म पर लगाए गए हैं. इसमें आपको पूड़ी-सब्जी के साथ ही मसाला डोसा, छोले-भटूरे, खिचड़ी समेत कई तरह के ऑप्शन मिल जाएंगे. भारतीय रेलवे ने इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (भारतीय रेल सीटीसी) के साथ मिलकर यह सुविधा शुरू की है.

जनरल कोच के सामने लगाए गए हैं स्टॉल

आपको बता दें रेलवे ने मौजूदा समय में करीब 100 से ज्यादा रेलवे स्टेशन पर 150 स्टॉल लगाए हैं. यह स्टॉल प्लेटफॉर्म पर जनरल कोच के सामने लगाए जा रहे हैं, जिससे जनरल क्लास में सफर करने वालों को सस्ता खाना और नाश्ता मिल सके. इस स्टॉल पर यात्रियों के पास में खाने के 2 ऑप्शन होंगे. इसमें पहले ऑप्शन में आपको 20 रुपये में खाना मिलेगा और दूसरे ऑप्शन में आपको 50 रुपये में खाना मिलेगा. 

20 रुपये में मिलेगी पूड़ी-सब्जी

रेलवे की तरफ से खाने की कीमतें तय कर दी गई हैं. बता दें 20 रुपये में आपको पूड़ी-सब्जी और अचार मिल जाएगा. इसमें आपको 7 पूड़ी के साथ में 150 ग्राम सब्जी मिलेगी. 

50 रुपये में मिलेगा

इसके अलावा खाने का एक और ऑप्शन उपलब्ध है, जिसमें आपको 50 रुपये खर्च करने होंगे. 50 रुपये में आपको राजमा-चावल, खिचड़ी-पोंगल, छोले-कुल्चे, छोले-भटूरे और मासाला डोसा में से कुछ भी एक चीज आप ले सकते हैं. आपको इसमें से एक चीज खाने के लिए 50 रुपये खर्च करने होंगे. 

3 रुपये में मिलेगा पानी

इसके अलावा पानी भी काफी सस्ता हो गया है. पानी के लिए आपको सिर्फ 3 रुपये खर्च करने होंगे. आपको 3 रुपये में 200 मिलीमीटर पैकेज्ड के सीलबंद पानी के ग्लास मिल जाएंगे. 

पहले 51 स्टेशनों पर की थी टेस्टिंग

रेलवे ने पिछले साल करीब 51 स्टेशनों पर इसका टेस्ट किया था, जो काफी सफल रहा था. इसके बाद में रेलवे ने इसी आधार पर इकोनॉमी फूड वाले आइडिया को आगे बढ़ाया है. पिछले 51 स्टॉल की सफलता के बाद में रेलवे ने 100 और स्टॉल शुरू किए हैं. अब कुल 151 स्टॉल हो गए हैं, जिस पर आपको सस्ता फूड मिल जाएगा. 

G News 24 : 16 किलोमीटर तक फैल गई थीं लपटें, बिखरी पड़ी थीं 500 लाशें,9737 घर हो गए थे नष्ट

 187 साल पहले अप्रैल के महीने में सूरत हुआ था भयंकर अग्निकांड...

16 किलोमीटर तक फैल गई थीं लपटें, बिखरी पड़ी थीं 500 लाशें,9737 घर हो गए थे नष्ट 

सूरत। आधुनिकता के पथ पर बढ़ते इस शहर का इतिहास भी कम गौरवपूर्ण नहीं है. लेकिन क्या आपको पता है कि आज से 187 साल पहले यानी साल 1837 के अप्रैल महीने में गुजरात के इस शहर में भीषण आग लग गई थी. यह हादसा इतना दिल दहला देने वाला था कि कुछ ही मिनटो में आग 16 किलोमीटर के दायरे में फैल गई और इसके लपटों में लगभग 9,737 घर नष्ट हो गए थे. इतना ही नहीं इस हादसे में 500 से ज्यादा लोगों की मौत भी हो गई थी. उस वक्त देश में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी का शासन था. 

बताया जाता है कि 24 अप्रैल, 1837 की शाम पांच बजे सूरत के मछली पीठ इलाके में एक पारसी घर की सूखी लकड़ियों पर उबलता हुआ पिच यानी टार गिर गया था. जिससे वहां आग लग गई. पड़ोसियों ने आग बुझाने के लिए अपने कुओं से पानी का उपयोग करने से इनकार कर दिया. उस वक्त ज्यादातर घरों में लकड़ी के तख्ते और लकड़ी की छतें हुआ करती थी. ऐसे में उस पारसी के घर से आग की लपटे पड़ोसी घर में फैल गई और देखते ही देखते उस इलाके की ज्यादातर घरों को आग ने अपनी चपेट में ले लिया. 

उत्तर से तेज हवा के कारण कुछ ही घंटो में ये आग तीन मील के क्षेत्र में फैल गई. यह घटना इतनी भयानक थी कि अंधेरा होते होते आग की लपटें और धुएं को बीस से तीस मील की दूरी से भी देखा जा सकता था. इस घटना के अगले दिन यानी 25 अप्रैल को, दक्षिण-पश्चिम से आने वाली हवा के कारण आग का फैलाव और भी ज्यादा बढ़ गया. इस दिन दोपहर करीब दो बजे आग अपने चरम पर थी.

पूरे एक दिन तक जलने के बाद 26 अप्रैल की सुबह जैसे तैसे इसे बुझाया गया. इस घटना ने शहर के लगभग तीन-चौथाई भाग, 93⁄4 मील के दायरे में घरों को जला कर राख कर दिया था. उस भीषण आग में 500 से अधिक लोगों के मरने की आशंका जताई गई थी, हालांकि मौत का सही आंकड़ा उपलब्ध नहीं हो पाया. लेकिन इस अग्निकांड में कुल 9,373 घर नष्ट हो गये. जिसमें से 6,250 घर शहर में और 3,123 घर उपनगरों में थे.  ब्रिटिश सरकार ने उस वक्त इस घटना से पीड़ित लोगों को मुआवजे के तौर पर ₹50,000 की रकम दी थी, जबकि कई अलग अलग दानदाताओं ने बॉम्बे में 1,25,000 रुपये इकट्ठा किया था. 

आग लगने के बाद बाढ़ का प्रकोप 

ये साल सूरत के लोगों के लिए किसी डरावने सपने से कम नहीं था. एक तो आग ने लगभग आधे शहर को जलाकर राख कर दिया था. वहीं इस घटना के कुछ ही महीनों बाद यानी अगस्त 1837 में सूरत भारी बाढ़ से प्रभावित हुआ. इन आपदाओं के कारण पारसी , जैन और हिंदू व्यापारी बंबई चले गए.  बाद में, बॉम्बे सूरत को पीछे छोड़कर भारत के पश्चिमी तट का प्रमुख बंदरगाह बन गया.

2019 के मई महीने में सूरत के तक्षशिला कॉम्प्लेक्स के एक कोचिंग सेंटर में भीषण आग लग गई थी

साल 2019 के मई महीने में सूरत के तक्षशिला कॉम्प्लेक्स के एक कोचिंग सेंटर में भीषण आग लग गई थी. इस आग ने 21 जिंदगियां एक पल में खत्म कर दी. दरअसल इस हादसे में कोचिंग में पढ़ रहे 20 बच्चे और एक महिला टीचर की मौत हो गई थी. इस हादसे से सिर्फ सूरत ही नहीं बल्कि पूरा गुजरात और पूरा देश इस हादसे से दहल गया है. 

कैसे हुआ था ये हादसा 

दरअसल सूरत के जिस कॉम्प्लेक्स में आग लगी थी वहां के चौथे माले पर कोचिंग क्लास चल रही थी. ये आग दोपहर करीब 3.30 बजे लगी थी. उस वक्त कोचिंग में 40 बच्चे पढ़ाई कर रहे थे. इस पूरे मामले की जांच से पता चला की आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट थी. शॉर्ट सर्किट के कारण पहले आग बैनर में लगी फिर बिल्डिंग में फैल गई और आग ने विकराल रूप ले लिया.

आग फैली तो चौथी मंजिल से कूदे बच्चे

उस वक्त कोचिंग में पढ़ रहे 40 बच्चों ने जैसे ही आग फैलती देखी, वह घबराहट में खुद को बचाने लिए वहां से भागने की कोशिश करने लगें. लेकिन तब तक आग ने इतना विकराल रूप ले लिया था कि बच्चों को वहां से निकलने का रास्ता नहीं मिला. जिसके बाद अपनी जान बचाने के लिए कई बच्चों ने चौथी मंजिल से छलांग लगा दी थी. उस दौरान सोशल मीडिया पर भी इस भयानक हादसे का वीडियो वायरल हो रहा था. जिसमें देखा गया था कि बच्चे चौथी मंजिल के बाहर खिड़की, बालकनी से लटके हुए थे.हालांकि मौत ने यहां भी उनका पीछा नहीं छोड़ा. दरअसल चौथा मंजिल से कूदने के कारण वह नीचे सड़क पर गिर गए. बाद में अस्पताल ले जाते वक्त उनकी मौत हो गई.

फायर ब्रिगेड सर्विस पूरी तरह हो गई था फेल

उस वक्त घटनास्थल पर मौजूद तमाम चश्मदीदों और वीडियो के मुताबिक, इस हादसे के तुरंत बाद फायर ब्रिगेड को बुलाया  गया था लेकिन उनकी टीम भी बच्चों को बचा नहीं पाई. घटनास्थल पर मौजूद चश्मदीदों ने कहा कि फायर ब्रिगेड के पास ना तो जाल था और न ही बड़ी सीढ़ियां. उन्होंने बताया कि कई बच्चों ने सीढ़ियों को पकड़ने की कोशिश भी की थी, लेकिन इस कोशिश में वह ऊपर से नीचे आ गिरे. इस हादसे के बाद बदइंतजामी को देखते हुए गुजरात सरकार पर भी कई सवाल खड़े हो गए थे.    


G News 24 : चुनाव के दूसरे और तीसरे फेज की वोटिंग के दौरान भी जेल में रहेंगे केजरीवाल

 केजरीवाल और के.कविता की कस्टडी 7 मई तक बढ़ी...

 चुनाव के दूसरे और तीसरे फेज की वोटिंग के दौरान भी जेल में रहेंगे केजरीवाल 

दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट ने मंगलवार 23 अप्रैल को अरविंद केजरीवाल की न्यायिक हिरासत 7 मई तक बढ़ा दी। इसके पहले केजरीवाल और के.कविता की कस्टडी 1 अप्रैल से 15 अप्रैल, फिर उसके बाद 23 अप्रैल तक बढ़ाई गई थी। कोर्ट के इस आदेश के बाद केजरीवाल अब लोकसभा चुनाव के दूसरे (26 अप्रैल) और तीसरे (7 मई) फेज की वोटिंग के दौरान भी जेल में रहेंगे।

केजरीवाल के अलावा BRS नेता के. कविता और एक अन्य आरोपी चरनप्रीत की कस्टडी भी 7 मई तक बढ़ा दी गई है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सुनवाई के दौरान कहा कि के. कविता के केस में एजेंसी 60 दिन में चार्जशीट फाइल करेगी। ED ने शराब नीति केस में केजरीवाल को 21 मार्च को अरेस्ट किया था। 22 मार्च को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेशी हुई, जहां से उन्हें 28 मार्च तक ED की रिमांड पर भेजा गया। 1 अप्रैल से वे तिहाड़ जेल में हैं।

इस बीच, तिहाड़ प्रशासन ने बताया कि केजरीवाल को सोमवार शाम इंसुलिन दी गई। अधिकारियों ने कहा कि कम खुराक वाली इंसुलिन की 2 यूनिट दी गईं, क्योंकि सोमवार शाम 7 बजे उनका शुगर लेवल 217 हो गया था। एम्स की टीम ने कहा था कि स्तर 200 पार होने पर उन्हें कम खुराक वाली इंसुलिन दी जा सकती है।

G News 24 : 'रामनवमी पर जहां भड़की हिंसा, वहां नहीं होने देंगे लोकसभा चुनाव : HC

 दंगाइयों को प्रतिनिधि को चुनने का कोई अधिकार नहीं है,छीन लो उनसे वोटिंग का अधिकार ...

'रामनवमी पर जहां भड़की हिंसा, वहां नहीं होने देंगे लोकसभा चुनाव : HC

कोलकाता । कलकत्ता हाई कोर्ट ने चेताते हुए कहा कि इस साल जिन निर्वाचन क्षेत्रों में सांप्रदायिक हिंसा भड़की है, उन जगहों पर वह लोकसभा चुनाव 2024 की मंजूरी नहीं देगा. मंगलवार 23 अप्रैल, 2024 को अदालत की ओर से इस बारे में कहा कि अगर लोग शांति के साथ आठ घंटे भी कोई जश्न नहीं मना सकते हैं तब हमारी सिफारिश है कि चुनाव आयोग ऐसे निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव न कराए. चुनाव आचार संहिता के बाद भी उसका उल्लंघन होता है और दो समुदाय के लोग आपस में लड़ते हैं तब उन्हें प्रतिनिधि को चुनने का कोई अधिकार नहीं है. 

कलकत्ता हाई कोर्ट ने रामनवमी के दौरान हुई हिंसा से जुड़ी घटनाओं की न्यायिक संज्ञान लिया है. हाई कोर्ट की ओर से इस दौरान कहा गया कि वह चुनाव आयोग के सामने बहरामपुर संसदीय क्षेत्र में होने वाले चुनाव को टालने का प्रस्ताव रखेगा. सूत्रों से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक, मामले की सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस टीएस शिवगणनम ने कहा, "हम चुनाव आयोग से सिफारिश करेंगे कि जब लोग कुछ घंटों के लिए शांति के साथ पर्व नहीं मना सकते हैं तब उन्हें संसदीय प्रतिनिधि चुनने का अधिकार भी नहीं दिया जाना चाहिए. ऐसे में चुनाव (वहां पर) टाल दिए जाने चाहिए. हमें अब देखने दीजिए."

हाई कोर्ट की ओर से आगे कहा गया कि कुछ तुच्छ घटनाओं के चलते बड़ा धमाका हो सकता है. ऐसा नहीं होता कि ये सारी घटनाएं पहले से सुनियोजित होती हैं. त्योहार के दिन...किसी आदमी के ऊपर कोई चीज सवार हो जाती है और वह (हो सकता है बाकी लोगों को भड़काए)...लेकिन इस तरह की असिहष्णुता दोनों तरफ से है. 

रामनवमी इस बार देश में 17 अप्रैल, 2024 को मनाई गई थी. पश्चिम बंगाल में इस दौरान कुछ जगहों पर हिंसा भड़क थी. मुर्शिदाबाद में रामनवमी जुलूस के दौरान झड़पों से जुड़ी छिटपुट घटनाओं के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग (ईसी) को जिम्मेदार ठहराया था. झड़प में कथित तौर पर कुछ लोग घायल हो गए थे, जबकि पिछले साल भी हावड़ा और हुगली जिलों में रामनवमी जुलूस पर हिंसा की दो अलग-अलग घटनाएं हुई थीं.

G News 24 : आज नजर आएगा Pink Moon गुलाबी चाँद

 पिंक मून को फसह का चांद भी कहा जाता है...

आज नजर आएगा Pink Moon गुलाबी चाँद 

हिंदू कैलेंडर के अनुसार, साल का पहला महीना चैत्र महीना होता है. चैत्र के महीने में पूर्णिमा के दिन ही पिंक मून नजर आने वाला है. इस साल चैत्र पूर्णिमा (Chaitra Purnima) 23 अप्रैल, मंगलवार के दिन पड़ रही है और इसी दिन शाम को आकाश में पिंक मून का नजारा देखने को मिलेगा. पिंक मून असल में पूरी तरह गुलाबी दिखाई नहीं देता है बल्कि यह आम चांद की तरह ही सिल्वर और गोल्डन रंग का नजर आता है. इस पिंक मून को इसका नाम पूर्व अमेरिका में पाए जाने वाले एक हर्ब मॉस पिंक के नाम पर रखा गया है.

चैत्र पूर्णिमा पर पिंक मून 

इस साल चैत्र पूर्णिमा की शुरूआत 23 अप्रैल, मंगलवार की सुबह 3 बजकर 25 मिनट से होगी और इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 24 अप्रैल, बुधवार को 5 बजकर 18 मिनट पर होगा. 23 अप्रैल के दिन ही पूर्णिमा का व्रत रखा जाएगा. 

पिंक मून के और नाम 

पिंक मून को कई अलग-अलग नामों से जाना जाता है. इसे स्प्राउटिंग ग्रास मून, एग मून, फिश मून, फसह मून, पक पोया और फेस्टिवल मून के नाम से भी जाना जाता है. वहीं, चैत्र पूर्णिमा को चैती पूनम (Chaiti Punam) भी कहते हैं. इसी दिन हनुमान जयंती मनाई जाती है. 

कब दिखता है पिंक फुल मून 

पिंक फुल मून तब दिखता है जब 2 घटनाएं एकसाथ होती हैं. जब चांद धरती के करीब हो और उसी समय पूर्णिमा हो तो पिंक फुल मून (Pink Full Moon) होता है. इस पूर्णिमा के दिन आकाश में यही नजारा दिखने वाला है. 

चांद के अलग-अलग रंग 

पिंक मून के अलावा भी चांद पूर्णिमा के दिन अलग-अलग रंगों का नजर आ सकता है. कई बार प्रदूषण के कारण चांद का रंग नारंगी या फिर पीला दिख सकता है. इसके अलावा हवा में मौजूद कण चांद का रंग बदला हुआ दिखाते हैं और चांद भूरे रंग का दिख सकता है. चांद का सबसे साफ रंग चमकीला होता है जो साफ आकाश में दिखता है.

G News 24 : सोनिया और राहुल और प्रियंका गांधी बाड्रा का परिवार दवाएगा झाड़ू वाला बटन !

 पहली बार कांग्रेसी देंगे आम आदमी पार्टी को वोट...

सोनिया और राहुल और प्रियंका गांधी बाड्रा का परिवार दवाएगा झाड़ू वाला बटन !

नई दिल्ली। नई दिल्ली लोकसभा सीट पर भाजपा ने अब तक 11 बार जीत दर्ज की है। इस बार भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्‍वराज की बेटी बांसुरी स्‍वराज को अपना उम्‍मीदवार बनाया है। आम आदमी पार्टी की ओर से सोमनाथ भारती मैदान में हैं। इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि कांग्रेस लोगों का भरोसा खो चुकी है, उन्हें उम्मीदवार नहीं मिल रहे हैं, यही कारण है कि कांग्रेस का शाही परिवार पहली बार दिल्ली में अपनी ही पार्टी को वोट नहीं देगा। 

दरअसल, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा जैसे बड़े कांग्रेस नेता नई दिल्ली की जिस लोकसभा सीट के मतदाता है, वहां कांग्रेस का कोई उम्मीदवार ही नहीं है। इसलिए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस का शाही परिवार दिल्ली में अपनी ही पार्टी को वोट नहीं करेगा। नई दिल्‍ली लोकसभा सीट पर इस बार आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला है।

आज तक नई दिल्ली सीट नहीं जीती है AAP

आजादी के बाद यह पहला अवसर है जब कांग्रेस पार्टी का कोई उम्‍मीदवार यहां मैदान में नहीं है। कांग्रेस यहां मुकाबले से बाहर है। कांग्रेस के भी कई नेता मानते हैं कि आम आदमी पार्टी आज तक नई दिल्ली लोकसभा सीट नहीं जीती है, जबकि कांग्रेस 7 बार नई दिल्‍ली लोकसभा का चुनाव जीत चुकी है। बावजूद इसके कांग्रेस को यह सीट छोड़नी पड़ी है। दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच हुए सीट समझौते के कारण कांग्रेस यहां मुकाबले में नहीं है। यह वही सीट हैं जहां के मतदाताओं में कांग्रेस संसदीय दल की अध्‍यक्ष सोनिया गांधी, सांसद राहुल गांधी और उनकी बहन प्र‍ियंका वाड्रा शामिल हैं।

गठबंधन के विरोध में थे कांग्रेस नेता !

दबी जुबान में कांग्रेस के कई वरिष्ठ व स्थानीय नेता इस समझौते को लेकर अपनी आपत्ति जताते रहे हैं। शुरुआती दौर में तो दिल्ली कांग्रेस के अधिकांश नेता पूरी तरह से इस गठबंधन के विरोध में थे। इसका एक बड़ा कारण यह भी है कि कांग्रेस व 'आप' में हुए गठबंधन से पहले आम आदमी पार्टी के विधायक जरनैल सिंह व अन्य सदस्यों ने दिल्‍ली विधानसभा में राजीव गांधी से भारत रत्‍न वापस लेने का प्रस्‍ताव किया था। विधानसभा में न केवल यह प्रस्ताव रखा गया था बल्कि विधानसभा अध्‍यक्ष समेत आम आदमी पार्टी के अधिकांश सदस्‍यों ने इस प्रस्ताव का समर्थन भी किया था।

सोनिया की गिरफ्तारी की मांग कर चुके हैं केजरीवाल

यही नहीं स्वयं दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल सोनिया गांधी की गिरफ्तारी की मांग भी कर चुके हैं। कई स्थानों पर अभी भी आप व कांग्रेस के नेताओं के संबंध आपस में सहज नहीं हो सके हैं। कांग्रेस व 'आप' अभी भी पंजाब में एक-दूसरे के विरोधी हैं और अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं।

बांसुरी स्वराज Vs सोमनाथ भारती

वहीं, भाजपा ने अब तक नई दिल्ली लोकसभा सीट पर 11 बार जीत दर्ज की है। इस बार भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्‍वराज की बेटी बांसुरी स्‍वराज को अपना उम्‍मीदवार बनाया है। आम आदमी पार्टी की ओर से सोमनाथ भारती मैदान में हैं। सोमनाथ भारती आम आदमी पार्टी के विधायक हैं और दिल्‍ली सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं।

भाजपा उम्मीदवार बांसुरी स्वराज ने वारविक विश्वविद्यालय से अंग्रेजी साहित्य में ग्रेजुएशन की है। उन्होंने लंदन के बीपीपी लॉ स्कूल से कानून की पढ़ाई और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के सेंट कैथरीन कॉलेज से मास्टर्स की है। 'आप' के सोमनाथ भारती की बात की जाए तो वह भी पेशे से वकील हैं। वह दिल्ली की केजरीवाल सरकार में कानून मंत्री रह चुके हैं। वर्तमान में वह दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष हैं। सोमनाथ भारती ने 1997 में आईआईटी दिल्ली से एमएससी की थी। इसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से लॉ की और दिल्ली हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस भी की है।

G News 24 : चुनावी इंपेक्ट है या गर्मी का असर,बरेली में पिछले 24 घंटे के अंदर 4 लोगों की हत्या !

 अलग-अलग थाना क्षेत्रों में हुई हैं हत्याएं...

चुनावी इंपेक्ट है या गर्मी का असर,बरेली में पिछले 24 घंटे के अंदर 4 लोगों की हत्या !

बरेली। बरेली में पुलिस लोकसभा चुनाव में व्यस्त है तो वहीं दूसरी ओर बदमाश आपराधिक वारदातों को अंजाम देने में जुटे हुए है। जिले में पिछले 24 घंटे के अंदर चार हत्याओं ने पुलिस प्रशासन के दावों की पोल खोल कर के रख दी है। बरेली के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में गौ रक्षक, ईट भट्टा मालिक, किसान और महिला की हत्या से हर कोई हैरान है।

गौ रक्षक की गोली मारकर हत्या

बिथरी चैनपुर के महेशपुर इमामुद्दीन निवासी 23 साल के अमन पटेल घर से मोटर साइकिल से कपड़े खरीदने की बात कहकर दोपहर के वक्त निकले थे। रात तक जब अमन वापस घर नही लौटे तो घर वालों ने उसे फोन किया लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। कुछ देर बाद बिथरी चैनपुर थाने की पुलिस ने अमन के घर वालों को फोन कर बताया कि अमन को किसी ने गोली मारी है। उसे सरकारी अस्पताल ले गए हैं। अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अमन की हत्या के बाद उसके परिवार में कोहराम मच गया। अमन गौ रक्षक थे और कई बार अमन ने गौ तस्करों को जेल भिजवाने का काम किया। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। 

ईट भट्टा मालिक की मजदूर ने थप्पड़ मारने पर की हत्या

फरीदपुर थाना क्षेत्र के पदारथपुर में ईट भट्टा मालिक और पूर्व प्रधान मजहर खान उर्फ बॉबी एडवोकेट की भट्टे पर काम करने वाले मजदूरों से कहासुनी हो गई। जिस पर मजहर खान ने एक मजदूर के थप्पड़ मार दिया। जिस पर मजदूर ने उनको गोली मार दी। मजहर को अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने नामजद मुकदमा दर्ज कर आरोपी रेहान और उसके साथियों की तलाश शुरू कर दी है। 

महिला की पीट पीट कर हत्या  

शाही थाना क्षेत्र के भमोरा गांव निवासी चंपा देवी की बेटी घूरे पर कूड़ा डालने गई थी, वहां पर पड़ोस के ही लोगो से उसकी कूड़ा डालने को लेकर कहासुनी हो गई। जिस पर वो लोग चंपा देवी की बेटी को पीटने लगे। बेटी की चीख पुकार सुनकर मां चंपा देवी उसे बचाने पहुंची तो दबंगों ने लाठी डंडों से उन्हें बेरहमी से पीट पीट कर मौत के घाट उतार दिया। चंपा देवी की मौत के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है और हत्यारों की तलाश शुरू कर दी है। 

किसान की धारदार हथियार से हत्या 

मीरगंज थाना क्षेत्र के करनपुर गांव निवासी 50 साल के किसान नेपाल सिंह उर्फ विधायक अपने खेत पर लगे ट्यूबबेल पर गए थे वहां कुछ लोग आकर शराब पीने लगे। जिस पर नेपाल सिंह ने विरोध किया और शराब पीने को मना किया। तभी शराबियो ने धारदार हथियार से उनकी गर्दन पर पूरे शरीर पर कई वार किए जिससे उनकी मौत हो गई। सूचना पर सीओ दीपशिखा मौके पर पहुंची और मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन किया है। 

बरेली के एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान का कहना है कि चारों हत्याये अलग-अलग थाना क्षेत्रों में हत्याएं हुई है। उन पर पुलिस तत्काल पहुंची है और मुकदमा दर्ज कर कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। जल्द ही सभी मामलों का खुलासा कर दिया जाएगा।