मुझे यह जिंदगी पसंद नहीं, अब मैं और नहीं जी सकती, मैं जा रही हूं...
300 सोने के सिक्के और वॉल्वो कार देने के बाद भी दहेज के लालच ने ली जान !
चेन्नई। आई एम सॉरी पापा! मुझे यह जिंदगी पसंद नहीं, अब मैं और नहीं जी सकती, मैं जा रही हूं...कहते हैं पिता के लिए बेटी उसकी जान होती है. वह उसे हिम्मत देता है, उसका आत्मसम्मान की अहमियत बताता है ताकि वह आगे चलकर पूरे विश्वास के साथ अपनी जिंदगी को जी सके. लेकिन रिधान्या के पिता को जब उनकी ही बेटी ने मरने से पहले अपनी जिंदगी का सच बताया तो वह टूट गए. तमिलनाडु के तिरुपुर में दहेज की वजह से 27 साल की रिधान्या ने आत्महत्या कर ली.
आपको बता दें कि यह वाकया तब हुआ है जब उसके पिता ने दहेज में कई ग्राम सोना और एक लग्जरी वॉल्वो कार दी थी. तमिलनाडु के तिरुपुर में दहेज को लेकर शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना का सामना करने के बाद रिधान्या ने आत्महत्या कर ली. उसके पति और ससुराल वालों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. रिधान्या के पिता एक गारमेंट मैन्युफैक्चरर अन्नादुरर्इ की बेटी थी. इस साल अप्रैल में ही उसकी शादी 28 साल के कविन कुमार से हुई थी.
इंडियन एक्सप्रेस ने पुलिस अधिकारियों के हवाले से बताया कि दहेज में रिधान्या के पिता ने 500 सोने के सिक्के और 70 लाख रुपये की एक लग्जरी वोल्वो कार देने का वादा किया तब जाकर यह रिश्ता तय हुआ. शादी के दौरान सिर्फ 300 सिक्के ही दिए गए थे और बाकी 200 के लिए लगातार दबाव बढ़ता गया. जिसकी वजह से उसे प्रताड़ित किया जा रहा था. शनिवार को रिधान्या अपने ससुराल से यह कहकर निकली कि वह मोंडिपलायम मंदिर जा रही है. कई घंटे बाद पुलिस को इलाके में खड़ी एक कार के बारे में पता चला. अंदर, उन्होंने रिधान्या को बेहोश पाया जिसके मुंह से झाग निकल रहा था.
बताया जा रहा है कि उसने कीटनाशक की गोलियां खा ली थीं. उसके शव को अविनाशी के सरकारी अस्पताल भेजा गया और रविवार को पोस्टमार्टम के बाद परिवार को सौंप दिया गया. अपनी मौत से कुछ समय पहले अपने पिता को भेजे गए सात व्हाट्सएप वॉयस मैसेजेस भेजा थे. इनमें रिधान्या ने विस्तार से बताया कि उसे क्या-क्या झेलना पड़ा है. उसने अपने पति और उसके माता-पिता पर रोजाना मानसिक रूप से प्रताड़ित करने और कविन पर उसके साथ मारपीट करने का आरोप लगाया. उसने एक मैसेज में कहा, 'मुझे यह जीवन पसंद नहीं है. मैं अब और जिंदा नहीं रह सकती हूं. आप और मां ही मेरी दुनिया हैं. मुझे माफ करना, पापा - सब कुछ खत्म हो गया है. मैं जा रही हूं.'
रिधान्या के पिता अन्नादुरई के अनुसार वह अपनी शादी के 15 दिन बाद ही घर लौट आई थी और काफी दुखी और परेशान थी. उन्होंने कहा, 'मैंने उसे एडजस्ट करने के लिए कहा. तब मुझे नहीं पता था कि यह इतना बुरा होगा.' उन्होंने बताया कि रिधान्या के बार-बार अनुरोध करने के बाद, उसकी सास ने उससे मुलाकात की और माफी मांगी लेकिन हालात नहीं बदले. अन्नादुरई ने कहा कि जब वह फिर से लौटी, तब तक 'वह पूरी तरह से टूट चुकी थी.' उन्होंने याद किया कि कैसे परिवार ने अपने दहेज की तुलना दूसरों से की.
रिधान्या के ससुराल ने 100 करोड़ रुपये की मांग की थी जैसे बाकी दूल्हों को बिजनेस शुरू करने के लिए मिले थे. अन्नादुरई ने कहा, 'उन्होंने हमें धोखा दिया.' इसके अलावा उन्होंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया है कि कोई ओर परिवार उनके परिवार की तरह पीड़ित न हो. चेयूर पुलिस ने कविन कुमार और उसके माता-पिता, ईश्वरमूर्ति और चित्रादेवी को दहेज उत्पीड़न और आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपों में गिरफ्तार किया है. मामले की जांच जारी है.
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