नदारद है अधिकारी और कर्मचारी, सूना पड़ा मुरार बीआरसी केंद्र

भगवान भरोसे है सब कुछ !

नदारद है अधिकारी और कर्मचारी, सूना पड़ा मुरार बीआरसी केंद्र

दिन-शुक्रवार 

समय-दोपहर 03:30 बजे

कही आपको तो नही मिल रहा 500 रुपया का नकली नोट !

जानें कुछ अतिरिक्त सिक्योरिटी फीचर्स…

कही आपको तो नही मिल रहा 500 रुपया का नकली नोट !

दिल्ली। कई बार आपको नकली नोट मिल जाते हैं, इसके बाद आपको बड़ी समस्या झेलनी पड़ती है। इससे बचने के लिए आपको थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने नए नोटों को लेकर कुछ दिन पहले अतिरिक्त सिक्योरिटी फीचर्स जारी किया था। इसमें 500 रुपये के नोट को लेकर रंग, आकार, थीम, सिक्योरिटी फीचर्स और डिजाइन बताया था। जो पुराने नोट से थोड़ा अलग है। अतिरिक्त सिक्योरिटी फीचर्स के बावजूद आरबीआई ने कहा था कि बाजार में नकली नोट काफी प्रचलन में आ गए हैं। अपनी वेबसाइट पर आरबीआई ने नकली और असली नोट के पहचान के लिए कुछ चीजें बताई थीं जो नकली नोटों को पहचानने में मदद कर सकती हैं। आरबीआई की निम्नलिखित विशेषताएं –

  • आरबीआई ने बताया था कि नए नोट का आकार 63 मिमी x 150 मिमी है। 
  • इसका रंग स्टोन ग्रे है तथा इसमें नई थीम भारतीय हैरिटेज स्थल लाल किला है। 
  • नए 500 के नोट के बाईं तरफ '500' लिखा हुआ है। 
  • इसमें देवनागिरी लिपि का इस्तेमाल किया गया है।
  • इस 500 के नोट में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चित्र का ओरिएंटेशन और स्थिति बदल गई है। 
  • इसमें राष्ट्रपिता का चित्र अब केंद्र में है। 
  • महात्मा गांधी की छवि के ठीक बगल में छोटे अक्षरों में 'भारत इंडिया' लिखा हुआ है। 
  • महात्मा गांधी की छवि के दाईं ओर नोट का धागा झुकाने पर ब्लू से ग्रीन में बदल जाता है। 
  • नए नोट में वर्तमान RBI गवर्नर शक्तिकांत दास के हस्ताक्षर गारंटी क्लॉज के नीचे नोट पर मुद्रित होंगे।
  • राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की छवि मुद्रा नोट के दाईं ओर वाटरमार्क सेक्शन में उभरेगी।

अब एक चैट करने के बदले लेती हैं 20 हजार

धोखेबाज प्रेमी ने मांगा दूसरा मौका…

अब एक चैट करने के बदले लेती हैं 20 हजार

प्यार एक ऐसा रिश्ता है जो विश्वास पर टिका रहता है। इसमें धोखा देना यानी रिश्ते की कब्र खोदना हैं। अगर आपस में विश्वास ही ना हो, तो रिश्ता टिक नहीं पाता हैं। इसके बाद भी कई लोग प्यार के रिश्ते को दागदार कर धोखा देने से बाज नहीं आते हैं। लेकिन सोशल मीडिया पर एक लड़की ने अपने प्रेमी को धोखे के बाद दूसरा मौका देने की बात शेयर की लेकिन एक ट्विस्ट के साथ। मिसौरी के Kansas City में रहने वाली Haley Pierce ने लोगों के साथ शेयर किया कि कैसे अब वो अपने धोखबाज प्रेमी को दूसरा मौका दे पैसे कमा रही है ?

20 साल की हाले ने बताया कि दो साल के रिलेशन के आबाद उसे पता चला कि उसका प्रेमी उसे धोखा दे रहा था। वो अन्य लड़कियों से डेटिंग एप पर बातें करता था। हाले को अपने बर्थडे पर प्रेमी के धोखे का पता चला, इसके बाद उसने ब्रेकअप कर लिया। ब्रेकअप के कुछ समय के बाद हाले का प्रेमी वापस लौटा। उसने हाले से माफ़ी मांगी, उसने खुद को बेवक़ूफ़ कहा और उससे दुबारा मौका माँगा। हाले ने ऑनलाइन अपने प्रेमी के कई मेसेज पढ़े थे। वो कई महिलाओं से फ़्लर्ट करता था। 

जब उसने हाले से माफ़ी मांगते हुए दूसरा मौका मांगा तो एक शर्त पर प्रेमिका ने उससे पैचअप किया। हाले अपने प्रेमी को दूसरा मौका देने के बदले उससे जमकर पैसे कमा रही है। वो अपने प्रेमी से अब मिलने से लेकर बातें करने तक के पैसे चार्ज करती है। एक बार चैट करने के लिए हाले 20 हजार रुपए लेती है। इसके अलावा मिलने का अलग से रेट तय है। हाले ने बताया कि इन पैसों से वो अपने कॉलेज का खर्च उठा रही है। साथ ही अपने परिवार की भी मदद करती है।

MP में बिजली संकट को लेकर सरकार में मतभेद !

तकनीकी दिक्कत के कारण बिजली का उत्पादन प्रभावित...

MP में बिजली संकट को लेकर सरकार में मतभेद !

मध्यप्रदेश में बिजली संकट को लेकर सरकार में मतभेद सामने आया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बांध खाली होने के कारण बिजली बनना बंद हो गया है, जबकि प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने प्रदेश में बिजली कटौती होने से साफ इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा है कि कोई विधायक भी विधायक सबूत दे कि 18 से 20 घंटे बिजली बंद हो रही है, तो में खुद जाकर देखूंगा। यदि ऐसा होता है तो तत्काल कार्रवाई होगी। सरकार के प्रवक्ता एवं गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि कोयले की कमी और प्लांट में तकनीकी दिक्कत के कारण बिजली का उत्पादन प्रभावित हुआ है। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को भोपाल में अपने निवास पर आयोजित विमुक्त घुमक्कड़ एवं अर्द्धघुमक्कड़ जनजाति पंचायत में अपने संबोधन के दौरान कहा- मैं परेशान था, क्योंकि प्रदेश में बिजली संकट पैदा हो गया है। इसका बड़ा कारण नर्मदा नदी में पानी नहीं होना है। बांध खाली पड़े हैं, जिससे पानी से बिजली बनना बंद हो गई है। सीएम के बयान के विपरीत ऊर्जा मंत्री तोमर का कहना है कि प्रदेश में बिजली का कोई संकट नहीं है, जितनी मांग है, उतनी बिजली की सप्लाई हो रही है। 

प्रदेश में कहीं भी बिजली कटौती नहीं हो रही है। हालांकि उन्होंने यह स्वीकार किया कि कोयला खदानों में बारिश का पानी भरने और मेंटेनेंस के चलते कहीं-कहीं 1 से 2 घंटे के लिए कटौती की गई थी। उन्होंने कहा कि बिजली कंपनियों द्वारा कोयले का भुगतान नहीं करने के कारण बिजली का संकट नहीं है। मध्य प्रदेश की स्थिति राजस्थान और महाराष्ट्र से बेहतर है। बिजली संकट को लेकर कांग्रेस सरकार पर हमलावर है। इसको लेकर तोमर ने कहा कि कांग्रेस मैदान में दिखाई नहीं देती है। प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर-चंबल बाढ़ के दौरान सड़कों पर घूमें। कांग्रेस की सरकार के दौरान भी जब कोई हादसा हुआ, केवल सिंधिया ही मौके पर गए। विपक्ष में रहते हुए शिवराज सिंह चौहान सक्रिय रहे, लेकिन तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ मंत्रालय से बाहर नहीं निकले। तोमर का बयान आने से पहले सरकार के प्रवक्ता व प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने स्वीकार किया कि प्रदेश में बिजली संकट है। 

उन्होंने इसकी वजह बताई कि बिजली का संकट की वजह बारिश कम होने से बांधों में पर्याप्त पानी नहीं है। इसके साथ ही कोयले की कमी और प्लांट में तकनीकी दिक्कत के कारण बिजली का उत्पादन प्रभावित हुआ है। इससे पहले टीकमगढ़ से भाजपा विधायक ने अघोषित बिजली कटौती को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा था। इसमें कहा था कि ग्रामीण इलाकों में बिजली कटौती होने से किसान परेशान हैं। मैहर से बीजेपी विधायक नरेंद्र त्रिपाठी ने तो 4 सितंबर से विंध्य क्षेत्र में बिजली कटौती को लेकर आंदोलन करने का ऐलान किया है। प्रदेश में अघोषित बिजली कटौती को लेकर कांग्रेस बड़े आंदोलन की तैयारी कर रही है। इसकी वजह यह है कि ग्रामीण इलाकों में 10 से 15 घंटे तक बिजली बंद होने से सबसे ज्यादा किसान परेशान है। दरअसल, प्रदेश में रबी का सीजन आने वाला है। इसके चलते अक्टूबर से बिजली की डिमांड बढ़ जाएगी। प्रदेश में रबी सीजन में यह डिमांड बढ़ कर 16 से 17 हजार मेगावाट हो जाएगी। ऐसे में बिजली का उत्पादन कम हुआ तो बिजली संकट गहराने के पूरे आसार हैं।

कैदियों को उनकी सजा में मिलेगा 30 दिन का क्षमादान

गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जन्माष्टमी के मौके पर किया एलान…

कैदियों को उनकी सजा में मिलेगा 30 दिन का क्षमादान

श्री कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर मध्यप्रदेश सरकार ने प्रदेश की जेलों में बंद कैदियों को सजा में 30 दिन के क्षमादान का एलान किया है। यह क्षमादान उन बंदियों को नहीं मिलेगा, जो दुष्कर्म जैसे गंभीर अपराधों के दोषी हैं। भोपाल सेंट्रल जेल में आयोजित जन्माष्टमी कार्यक्रम में शामिल होने के बाद राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने यह घोषणा की। पत्रकारों से चर्चा में मिश्रा ने बताया कि यह राहत उन बंदियों को नहीं मिलेगी, जो बलात्कार जैसे जघन्य मामलों के दोषी हैं।  

मिश्रा ने बताया कि हर साल प्रदेश की जेलों में उपवास रखने वाले बंदियों को फलाहार और अन्य बंदियों को पकवान दिया जाएगा। भोपाल सेंट्रल जेल में कैंटीन को जल्द फिर शुरू किया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान जेल के बंदियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। कार्यक्रम में मप्र के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग व भोपाल की सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर भी मौजूद थीं। गृह मंत्री मिश्रा ने यह भी कहा कि 10,000 कैदियों की जमानत के लिए प्रस्ताव सरकार को भेजा है। इसके अलावा 5000 कैदियों को पैरोल भी दिया जाएगा। 

नरोत्तम मिश्रा जेल में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, 'मैं राजनीतिक कारण से किसी न किसी रूप में जेल में रहा हूं, इसलिए मैं जेलों के बारे में थोड़ा बहुत जानता हूं। जो जेल में आ जाता है जिसे सजा हो जाती है, उसमें काफी छटपटाहट रहती है। वह अज्ञात आशंकाओं में झूलता रहता है और किसी भी तरह बाहर जाना चाहता है। भोपाल की सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने कार्यक्रम में कहा कि सांसद निधि से सेंट्रल जेल में वाटर कूलर लगाए जाएंगे। वार्ड में जितने कैदी होंगे, उनकी संख्या के अनुसार वाटर कूलर लगाए जाएंगे।

सुंदरकांड में जूते पहनकर शामिल होने पर हुई BJP नेता की किरकिरी

भाजपा जिला अध्यक्ष विपक्ष के निशाने पर…

सुंदरकांड में जूते पहनकर शामिल होने पर हुई BJP नेता की किरकिरी

सुंदरकांड पाठ में जूते पहनकर शामिल होने पर ग्वालियर BJP अध्यक्ष कमल माखीजानी विपक्ष के निशाने पर हैं। पाठ खत्म होने के बाद जब आहूति की बारी आई, तब भी उन्होंने जूता नहीं उतारा। इस पूरे मामले का वीडियो सामने आने के बाद कमल माखीजानी और भाजपा की किरकिरी हो रही है। कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने कहा है कि देख लो हिंदुत्व के ठेकेदार का कारनामा। कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने ट्वीट कर भाजपा और जिला शहर अध्यक्ष कमल माखीजानी पर तंज कसा है। 

केके मिश्रा ने ट्वीट कर लिखा कि आज स्व. कुशाभाऊ ठाकरे जी का जन्म शताब्दी पर ग्वालियर में उन्हें आदरांजलि, करने के लिए सुंदरकांड का पाठ भी हुआ, तदपश्चात मंत्र पुष्पांजलि भी हुई। हिंदुत्व के ठेकेदार जिला भाजपा के अध्यक्ष कमल माखीजानी जूते पहनकर सुंदरकांड और ठाकरे जी को नमन करते हुए? यह है भगवान और दिवंगत आत्मा का का सम्मान?' दरअसल, सोमवार को ग्वालियर के एक होटल में भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष कुशाभाऊ ठाकरे की जयंती पर समारोह आयोजित किया गया था। 

कुशाभाऊ ठाकरे को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के साथ-साथ उनके लिए BJP ने एक सुंदरकांड पाठ का आयोजन भी किया था। कार्यक्रम में शहर के सभी बड़े नेता विशेषकर हिंदुत्व छवि वाले नेता उसमें शामिल हुए। कार्यक्रम में पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया, BJP के जिला शहर अध्यक्ष कमल माखीजानी भी विशेष रूप से मौजूद थे। 

बताया जा रहा है कि सुंदरकांड समाप्त होने के बाद जब पुष्पांजलि और पूर्णाहुति के लिए सभी को बुलाया गया तो जयभान सिंह पवैया ने तो जूते उतार दिए और उनके साथ वहां खड़े करीब 20 से 25 लोगों में किसी के भी पैर में जूते नहीं थे। सिर्फ भाजपा के महानगर अध्यक्ष कमल माखीजानी जूते पहने हुए ही पुष्पांजलि अर्पित करते दिखे। किसी ने इसका वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर डाल दिया। जूते पहने सुंदरकांड में शामिल हुए भाजपा शहर अध्यक्ष का वीडियो सोशल मीडिया पर आने के बाद BJP की किरकिरी हो रही है।

Facebook Live एवं LED के माध्यम से भक्तगण कर सकेंगे श्री राधाकृष्ण के मनोहरी दर्शन

बेशकीमती दुर्लभ आभूषणों से होगा राधाकृष्ण का श्रृंगार...

फेसबुक लाइव एवं एलईडी के माध्यम से भक्तगण कर सकेंगे श्री राधाकृष्ण के मनोहरी दर्शन

ग्वालियर। नगर निगम ग्वालियर द्वारा श्रीकृष्ण जन्माष्ठमी महोत्सव फूलबाग स्थित गोपाल मंदिर पर 30 अगस्त 2021 को कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए हर्षोल्लास से मनाया जाएगा। इस महोत्सव की तैयारियों को लेकर सभी तैयारियां पूर्ण कर लीं गई हैं तथा जन्माष्ठमी के अवसर पर भगवान राधाकृष्ण को बेशकीमती गहनों से सजाया जाएगा तथा पूजा अर्चना के उपरांत दोपहर 12 बजे बाद नगर निगम ग्वालियर के फेसबुक पेज पर ऑनलाइन अपने घर से ही एवं मंदिर के बाहर एलईडी के माध्यम से आमजन भगवान राधाकृष्ण के मनोहारी रूप के दर्शन कर सकेंगे। निगमायुक्त आशीष तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि विगत कई वर्षों से जन्माष्टमी महोत्सव में फूलबाग स्थित गोपाल मंदिर स्थित कृष्ण एवं राधा को उनके प्राचीन आभूषणों से सुसज्जित किया जाता रहा है। 

जन्माष्टमी के अवसर पर गठित समिति एवं पुलिस बल के साथ बैंक लॉकर से भगवान के आभूषण तथा श्रृंगार सामग्री एवं पात्र निकालकर लाये जायेंगे तथा इनकी सफाई इत्यादि कर संभाग आयुक्त एवं प्रशासक आशीष सक्सेना की उपस्थिति में भगवान का श्रृंगार किया जायेगा।  उन्होंने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से सम्पूर्ण मंदिर में पुलिस बल तथा क्लॉज सर्किट कैमरे लगाकर पल-पल की वीडियोग्राफी की जावेगी। वहीं इस अवसर पर नगर निगम के इस प्रतिष्ठापूर्ण आयोजन के लिये गोपाल मंदिर पर विशेष साज-सज्जा व आर्कषक विद्युत व्यवस्था की गई है। राधाकृष्ण के श्रृंगार में नगर निगम द्वारा बैंक लॉकर में संचित करोड़ों रू. कीमत के गहने उपयोग किये जायेंगे जिसमें सफेद मोती वाला पंचगढ़ी हार लगभग आठ लाख कीमत का, सात लढ़ी हार जिसमें 62 असली मोती और 55 पन्ने होंगे सन् 2007 मंे इनकी अनुमानित कीमत लगभग 12 से 14 लाख रू. आंकी गई थी, इसके अलावा सोने के तोड़े तथा सोने का मुकुट कृष्ण पहनेंगे जिनकी कीमत भी लगभग 60 लाख रूपये है। 

गोपाल मंदिर की राधाजी का ऐतिहासिक मुकुट जिसमें पुखराज और माणिक जणित के पंख है तथा बीच में पन्ना लगा है, तीन किलो वजन के इस मुकुट की कीमत आज की दरों पर लगभग तीन करोड़ आंकी गई है तथा इसमे लगे 16 ग्राम पन्ने की कीमत लगभग 18 लाख आंकी गई। राधाकृष्ण के नकसिक श्रृंगार के लिये लगभग साढ़े 18 लाख रूपये के जेबर उपलब्ध हैं जिनमें श्रीजी तथा राधा के झुमके, सोने की नथ, कण्ठी, चूड़ियां, कड़े इत्यादि से भगवान को सजाया जायेगा। भगवान के भोजन इत्यादि के लिये भी प्राचीन बर्तनों की सफाई कर इस दिन भगवान का भोग लगाया जावेगा। लगभग 60 लाख रू. कीमत के चांदी के विभिन्न बर्तनों से भगवान की भोग आराधना होगी। जिनमें भगवान की समई, इत्र दान, पिचकारी, धूपदान, चलनी, सांकड़ी, छत्र, मुकुट, गिलास, कटोरी, कुंभकरिणी, निरंजनी आदि सामग्रियों का भी प्रदर्शन किया जावेगा।

कोरोना प्रोटोकॉल के तहत मनेगी जन्माष्टमी, मथुरा में CM योगी करेंगे पूजन

कान्हा का दिख रहा 'ओलंपिक' अवतार…

कोरोना प्रोटोकॉल के तहत मनेगी जन्माष्टमी, मथुरा में CM योगी करेंगे पूजन

उत्तर प्रदेश के DGP मुकुल गोयल की ओर से जन्माष्टमी को लेकर विशेष निर्देश जारी किए गए. DGP के निर्देशों के मुताबिक सभी पुलिस अधिकारी अपने अपने इलाकों में भ्रमण करेंगे. निर्देशों में स्पष्ट किया गया है कि गृह मंत्रालय और यूपी शासन की ओर से जो SOP और गाइडलाइन जारी की गई है. उसी के मुताबिक त्यौहार और पर्व का आयोजन किया जाएगा. निर्देशों में भी साफ किया गया है कि त्यौहार के दौरान पुलिस वाहनों से लाउडस्पीकर के जरिए सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा. वहीं, सोशल मीडिया जैसे व्हाट्सएप, फेसबुक, टि्वटर, इंस्टाग्राम पर पुलिस को कड़ी निगरानी के निर्देश दिए हैं. किसी भी अफवाह पर उसका खंडन कर सख्त कार्रवाई के निर्देश भी डीजीपी की ओर से जारी किए गए हैं. 

सांप्रदायिक तौर से संवेदनशील इलाकों में शरारती तत्वों के खिलाफ निरोधात्मक कार्यवाही करते हुए छोटी सी छोटी घटना को भी गंभीरता से लेकर तुरंत रिस्पांस के निर्देश दिए हैं. हैं ओलंपिक में इस बार भारत की शानदार जीत का असर मुरली मनोहर कान्हा के जन्मोत्सव पर भी देखने को मिल रहा है. भारत की जीत की खुशी में कान्हा तिरंगे की ड्रेस में कहीं हॉकी खेलते नजर आ रहे हैं तो कहीं भाला फेंकते, कहीं बैडमिंटन खेलते. लोगों में इसे देखने-खरीदने का चाव भी दिख रहा है. कान्हा का ओलंपिक अवतार सबका मन मोह रहा है. 

इसी क्रम में मथुरा के रामलीला मैदान में रविवार से 3 दिवसीय कृष्णोत्सव कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है और कल सोमवार को जन्माष्टमी के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसमें शामिल होंगे. उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के सीईओ नागेंद्र प्रताप ने यह जानकारी दी. यह आयोजन परिषद, राज्य के पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है. परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्रा ने बताया, सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोपहर साढ़े 3 बजे मथुरा आएंगे. वह कृष्णोत्सव का उद्घाटन करने के लिए रामलीला मैदान जाएंगे. मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री का मथुरा में करीब 90 मिनट ठहरने का कार्यक्रम है. इस दौरान वह श्रीकृष्ण जन्मस्थान मंदिरों में दर्शन भी करेंगे.

मथुरा में 30 को मनेगी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी

सजाई जा रही है कृष्ण जन्मस्थली, मंदिर में गूंजेगा भव्य संगीत…

मथुरा में 30 को मनेगी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी

मथुरा। उत्तर प्रदेश के मथुरा में 30 अगस्त को जन्माष्टमी मनाई जायेगी और श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान ने इसकी सभी तैयारी पूरी कर ली हैं।सेवा संस्थान ने जन्माष्टमी पर जन्मस्थान में प्रवेश न कर पाने वाले भक्तों को ठाकुर जी के अभिषेक के दिव्य दर्शन के लिए वहां बड़े आकार की एलईडी लगाई जा रही है। जन्माष्टमी की व्यवस्थाओं के संबंध में श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने आज यहां बताया के श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर इस बार ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि जन्मस्थान के बाहर रहने वाले श्रद्धालुओं को भी ठाकुर के अभिषेक के दर्शन उसी प्रकार से हों सकें, जिस प्रकार जन्मस्थान के अन्दर रहने पर होती है। 

उन्होंने बताया कि इस बार मथुरा में 30 अगस्त को जन्माष्टमी मनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि वैसे तो मथुरा, वृन्दावन गोवर्धन, नन्दगांव, महाबन आदि के मन्दिरों में अलग-अलग तरीके से जन्माष्टमी मनाई जाती है। राधारानी की नगरी वृन्दावन के तीन मन्दिरों में तो दिन में जन्माष्टमी मनाई जाती है लेकिन श्रीकृष्ण जन्मस्थान की जन्माष्टमी का प्रत्येक भक्त के लिए विशेष आकर्षण इसलिए होता है कि वह उस दिव्यस्थान पर प्रभु के दर्शन कर स्वयं को धन्य समझता है।श्री शर्मा ने बताया कि यही कारण है कि जन्माष्टमी पर मथुरा आने वाला हर भक्त श्रीकृष्ण जन्मस्थान के अन्दर प्रवेश कर जन्म की झांकी स्वयं देखना चाहता है। श्रद्धालुओं की इस जिज्ञासा को समझते हुए ही श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान ने जन्मस्थान के बाहर रहने वालों के लिए बड़े आकार की एलईडी जन्मस्थान के बाहर लगवा रहा है।

मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली, जन्माष्टमी के लिए पूरी तरह से सज चुकी है. इस बार की जन्माष्टमी को यादगार बनाने के लिए मथुरा नगरी को सजाया जा रहा है. जन्माष्टमी के पर्व पर मथुरा नगरी जगमग होगी. कोरोना काल के बाद यह पहली बार होगा जब मथुरा नगरी  की सजावट इतनी भव्य होगी. जन्मस्थली के बाहर शहनाई, नगाड़े और अन्य वाद्य यंत्रों से मंदिर का माहौल भक्तिमय बनाया जाएगा. भक्त भगवान की मंगल आरती का दर्शन भी कर सकेंगे. यही वजह है कि पूरे मंदिर को भव्य तरीके से सजाया जा रहा है. मंदिर में उत्सव का मुख्य कार्यक्रम रात 11 बजे से शुरू होगा, फिर 12 बजे जन्माभिषेक होगा.

ग्वालियर में 100 करोड़ के गहनों से सजेंगे राधा-कृष्ण

सुरक्षा में 100 से ज्यादा जवान लगेंगे…

ग्वालियर में 100 करोड़ के गहनों से सजेंगे राधा-कृष्ण

मध्यप्रदेश के ग्वालियर में एक मंदिर ऐसा भी है, जहां जन्माष्टमी पर भगवान राधा-कृष्ण के विग्रह को बेशकीमती गहने पहनाए जाते हैं। ये सिंधिया रियासत के सैकड़ों साल पुराने कीमती गहने हैं। इन पर मोतियों की जगह हीरे, पन्ना, माणिक, पुखराज, नीलम लगे हैं। कीमत वर्तमान में 100 करोड़ रुपए (एक अरब) के लगभग बताई जाती है। इनमें सोने का मुकुट, हीरे का हार, पन्ना जड़ित गहने की सुरक्षा भी किसी किले की सुरक्षा की तरह होती है। इन बेशकीमती जेवरातों को बैंक लॉकर से मंदिर लाने और अगले दिन पूरी गणना कर बैंक तक वापस पहुंचाने के दौरान करीब 100 जवानों की सुरक्षा रहती है। सिंधिया राजवंश ने फूलबाग में गोपाल मंदिर का निर्माण कराया था। 1921 में सिंधिया रियासत के तत्कालीन महाराज माधौराव ने इस मंदिर का जीर्णोद्धार कराया। भगवान राधा कृष्ण के लिए सिंधिया राजाओं ने गहने बनवाएं थे। आजादी के पहले तक इस मंदिर की देख-रेख सिंधिया रियासत के लोग करते थे। 

आजादी के बाद सिंधिया राजवंश ने ये गहने भारत सरकार को सौंप दिए थे। नगर निगम ने इन गहनों को बैंक लॉकर में रखवा दिया था। मंदिर से जुड़े गोपाल कुमार बताते हैं कि सिंधिया राज घराना ही मंदिर की देख-रेख करवाते थे। आजादी के समय यह बेशकीमती गहने भारत सरकार के सुपुर्द कर मंदिर को उन्हें सौंप दिया गया था। उसके बाद इन इन गहनों, मुकुट पर किसी का ध्यान ही नहीं गया, लेकिन साल 2007 में नगर निगम आयुक्त पवन शर्मा को निगम की इस संपत्ति के बारे में पता लगा। जिस पर उन्होंने गोपाल मंदिर में जन्माष्टमी के दिन भगवान राधा-कृष्ण की प्रतिमाओं का इन गहनों से शृंगार कराने की परंपरा शुरू कराई। राधा-कृष्ण 100 करोड़ से ज्यादा के गहने पहनते हैं। लिहाजा यहां कड़ी सुरक्षा रहती है। सोने का मुकुट जिसमें (पंख) पुखराज, माणिक जड़ाऊ व बीच में पन्ना लगा है। मुकुट के पीछे कलंगी में बेशकीमत मोती, नग लगे हैं। दोनों कानों में पन्ना लगे झुमके हैं। 

सोने तोड़े के कड़े, इनको पतने सोने के तारों से बांधा जाता है। सोने के तारों में पिरोए हुआ 7 लड़ी का हार, जिसमें 62 मोती, 55 पन्ना और हीरा लगे हैं। सोने की छड़ी जिसमें एक नग लगा है और बांसूरी पन्ना जड़ी हुई। 23 कैरेट सोने का राधा रानी का मुकुट है, जिसमें बेशकीमती नग लगा है। दो नगर झुमके जीरे लगे हुए हैं। सोने की नथ, 249 सफेद मोतियों से जड़ित पांच लड़ी का हार। दो नग सोने के कड़े, पन्ना और हीरे जड़ित, एक नग कंठी, चार सोने की चूडियां, जिन पर आकर्षक नग लगे हैं। 4 सोने के तोड़े नक्काशीदार हैं। इन गहनों को सेन्ट्रल बैंक के लॉकर से गोपाल मंदिर परिसर तक कड़ी सुरक्षा में लाया जाता है। बैंक से मंदिर तक एक सैकड़ा जवान और अफसर की तीन स्तरीय सुरक्षा रहती है। दो दिन बाद सोमवार को जन्माष्टमी है। कलेक्टर ग्वालियर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने मंदिर प्रबंधन को गहनों को निकालने की इजाजत दे दी है। 

साथ ही एसपी ने सुरक्षा के इंतजार के लिए निर्देश दे दिए हैं। मंदिर से जुड़े हरेकृष्ण बताते हैं कि प्राचीन गोपाल मंदिर में जन्माष्टमी के दिन 24 घंटे में शहर के अलावा दूसरे शहरों से करीब 20 से 25 हजार भक्त दर्शन करने आते हैं। यहां पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच भक्तों की दो लाइन रहती हैं। एक लाइन में पुरुष होते हैं और दूसरी लाइन में महिलाएं और बच्चे। मूर्ति के पास तक किसी को नहीं जाने दिया जाता है। दूर से ही दर्शन होते हैं। इतना ही नहीं मंदिर के बाहर चौराहा पर नगर निगम की ओर से LED स्क्रीन लगाकर दर्शन कराया जाता है। मंदिर में जवानों और अफसरों की सुरक्षा के अलावा CCTV कैमरे की कड़ी सुरक्षा रहती है। करीब आधा सैकड़ा CCTV कैमरे विशेष जन्माष्टमी के लिए लगाए जाते हैं, जिनका एक कन्ट्रोल रूम बनाया जाता है। जहां से पुलिस अफसर पूरे मंदिर परिसर पर निगरानी रखते हैं। कुछ कैमरे का फोकस सिर्फ गहनों पर ही रहता है, जिससे सीधी निगरानी की जा सके।

दबंगों ने आदिवासी युवक को ट्रक से बांधकर घसीटा

तालिबानियों जैसी हैवानियत का मामला सामने आया…

दबंगों ने आदिवासी युवक को ट्रक से बांधकर घसीटा

नीमच । नीमच में तालिबानियों जैसी हैवानियत का मामला सामने आया है। यहां कुछ दबंगों ने एक भील आदिवासी को मामूली सी बात पर बेदम पीटा। इसके बाद उसे पिकअप से बांधकर 100 मीटर तक घसीटा। गंभीर हालत में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां मौत हो गई। 

इस क्रूरता का वीडियो भी सामने आया है। नीमच के SP सूरज कुमार वर्मा ने बताया कि 26 अगस्त को सुबह करीब 6 बजे आरोपी छीतरमल गुर्जर ने कान्हा को बाइक से टक्कर मार दी थी। इस दौरान छीतरमल की बाइक पर लदा दूध नीचे गिर गया था। 

टक्कर लगने पर कान्हा ने पत्थर उठा लिया। इस पर छीतरमल ने अपने रिश्तेदारों को बुला लिया और कान्हा के साथ मारपीट की। इसी दौरान सड़क से एक पिकअप गाड़ी निकली, इसमें रस्सी भी बंधी थी। आरोपियों ने कान्हा के पैर बांधकर पिकअप से उसे 100 मीटर से ज्यादा दूर तक घसीटा।

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पान की एक पीक ने करा दिया Highway जाम !

बीच रोड हुआ हाई वोल्टेज ड्रामा…

पान की एक पीक ने करा दिया हाइवे जाम !

रायसेन। अगर आप भी पान खाकर बस में सफर करते हैं, तो यह खबर आपको जरूर पड़नी चाहिए. क्योंकि पान खाकर बस में सफर करने से आपको मुश्किलों का सामना भी करना पड़ सकता है. क्योंकि ऐसा ही एक मामला रायसेन जिले से सामने आया है. जहां एक युवक पान खाकर बस में बैठा था. इस शख्स की एक गलती से हाईवे जाम हो गया. दरअसल, मामला रायसेन विदिशा स्टेट हाईवे से जुड़ा हुआ है, रायसेन से विदिशा जा रही यात्री बस में एक यात्री पान खाकर बैठा था. बेरखेड़ी चौराहे के पास इस यात्री ने चलती बस से पान थूक दिया. यात्री के पान की पीक सड़क पर बाइक से जा रहे युवकों के ऊपर पड़ी.

जिसके बाद बाइक सवारों ने बाइक खड़ीकर बस को रोक लिया. बाइक सवार युवकों ने बस को रोक के पान थूकने वाले युवक से माफी मांगने की बात कही. हालांकि बस में यह किसी को पता नहीं था कि किसने पान थूका है. ऐसे में बस का स्टाफ किससे माफी मंगवाता. ऐसे में हंगामा बढ़ने लगा तो बाइक सवार बस के आगे बैठ गया और पान खाकर थूकने वाले शख्स से माफी मंगवाने की जिद पर अड़ गए. बड़ा सवाल यह था कि यह किसी को भी पता नहीं था सवारियों में से किसने थूका है, जबकि पान थूकने वाले यात्री खुद आगे आकर अपनी गलती स्वीकार कर नहीं रहा था. 

युवकों के हंगामे की वजह से स्टेट हाईवे पर जाम लग गया. तकरीबन एक घंटे तक हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा. जिससे वाहनों की लंबी कतार लग गई. बस के ड्राइवर, कंडक्टर और स्थानीय लोगों द्वारा युवक को समझाया गया, इस दौरान ड्राइवर ने युवक के कपड़े भी साफ कर दिए. लेकिन युवक अपनी जिद पर अड़े थे. हालांकि बाद में काफी मान मनोव्वल के बाद और स्थानीय लोगों द्वारा समझाने के बाद युवक ने बस के सामने से अपनी बाइक हटाई तब जाकर हाईवे पर लगा जाम खुला. तब जाकर बस में बैठी सवारी और ड्राइवर कंडक्टर ने चैन की सांस ली.

एक भाई का आग्रह

एक भाई का आग्रह

नहीं रही माँ! 

तो मत संशय में आ जाना तुम

माँ सा लाड़ करूँगा 

बहना मैके आना तुम

-000-

स्वागत करती तख्ती जैसा जड़ा मिलूंगा मैं

फूलों जैसा तुम्हें राह में पड़ा मिलूंगा मैं

मुख्य द्वार पर बैठी माँ ज्यूं रस्ता तकती थी

लगा टकटकी उसी द्वार पर खड़ा मिलूंगा मैं

-000-

जैसे माँ से मिली,

मुझे यूं गले लगाना तुम

माँ सा लाड़ करूँगा 

बहना मैके आना तुम

-000-

सिर्फ अकेली! या फिर बच्चों को लाओगी तुम

राखी के कितने दिन पहले आ जाओगी तुम

कितने दिन अब और बचे हैं हर दिन पूछूंगा

माँ के जैसा ही बैचेन मुझे पाओगी तुम

-000-

कौन गाँव तक पहुँची 

करके फोन बताना तुम

माँ सा लाड़ करूँगा 

बहना मैके आना तुम

-000-

तुम्हें लगाने को बिटिया ने मेहंदी घोली है

बेटे ने कुछ उम्मीदों की सूची खोली है

साड़ी मनपसंद खरीदूंगी खुद बहनों की

मुझे तुम्हारी भाभी कल ही ऐसा बोली है

-000-

दुनिया की बातों में मन को 

मत उलझाना तुम

माँ सा लाड़ करूँगा 

बहना मैके आना तुम

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एक इमारत है, ईंटें हैं, केवल गारा है

इसको घर कर देता पावन प्यार हमारा है

दौलत के झूठे चिथड़ों में नहीं लपेटा है

मात-पिता ने सदा प्रेम से हमें सँवारा है

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नेह तिलक जीवन भर 

मेरे भाल लगाना तुम

माँ सा लाड़ करूँगा 

बहना मैके आना तुम

चल-अचल संपत्ति जप्त कर, भारतीय नागरिकता हो समाप्त !

राज्य सरकार देशद्रोहियों के खिलाफ उठाये सख्त कदम…

चल-अचल संपत्ति जप्त कर, भारतीय नागरिकता हो समाप्त !

मोहर्रम के पर्व पर उज्जैन में देश विरोधी नारे लगाये जाने का वीडियो वायरल हुआ। इस घटना को लेकर राज्य सरकार के मुखिया ने सख्त चेतावनी देते हुए संबंधित लोगों के खिलाफ जांच कर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश प्रशासनिक अधिकारियों को दिये हैं। जिनके खिलाफ प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही की जा रही हैं और घटना के साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में ही अक्सर साम्प्रदायिक ताकते अमन, शांति भंग करने पर आमादा रहती हैं। पूर्व में भी धार्मिक जुलूस पर पथराव की घटना हुईं थीं। 

आये दिन लव जिहाद के मामले भी अखबारों की सुर्खियों में रहते है। जब भी धार्मिक त्यौहार आते हैं तो उज्जैन में भय का वातावरण, एवं तनाव की स्थिति निर्मित होने लगती हैं और जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, खुफिया तंत्र सारे फैल हो जाते हैं। इन सब घटनाओं को लेकर राज्य सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए। अन्यथा आने वाले समय में साम्प्रदायिक ताकते के हौसले औऱ भी बुलन्द हो जायेगे। जिस प्रकार राज्य सरकार ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म की घटनाओं को लेकर सख्त कदम उठाते हुए फ़ास्ट ट्रेक न्यायालय का गठन कर दोषियों के खिलाफ फांसी की सजा का प्रावधान किया गया। ठीक इसी प्रकार देश विरोधी ताकतों के खिलाफ भी सरकार को कठोर निर्णय लेना होगा। 

देशद्रोही के खिलाफ उसकी समस्त चल-अचल संपत्ति कुर्क कर उसकी भारतीय नागरिकता को समाप्त कर देना चाहिए! देशद्रोही के खिलाफ कठोर कानूनी कार्यवाही होना चाहिए अन्यथा ऐसी घटनाएं निरन्तर बढ़ती जा रही हैं और आये दिन साम्प्रदायिक ताकते अपनी हरकतों से बाज नहीं आते हैं। प्रशासन द्वारा अनुमति नहीं देने के बाद भी धार्मिक जुलूस निकाल दिए जाते हैं और देश विरोधी नारेबाजी की जाती हैं जो लोग ऐसी हरकते कर रहे हैं उन्हें इस देश में रहने का कोई अधिकार नहीं होना चाहिए।

जबलपुर-अमरकंटक State Highway पर मची पेट्रोल की लूट

पेट्रोल भरा टैंकर अचानक अनियंत्रित होकर पलटा…

जबलपुर-अमरकंटक स्टेट हाइवे पर मची पेट्रोल की लूट

डिंडोरी। डिंडोरी में जबलपुर-अमरकंटक स्टेट हाइवे पर सरवाही गांव के पास पेट्रोल की लूट मच गई. जिसे जो मिला वो उसी में तेल भरने लगा. लूट इतने मची की हाइवे पर भीड़ जमा हो गई. इससे जाम लग गया और इस जाम में एक एम्बुलेंस भी फंस गई. लोगों में लूट यह पेट्रोल के लिए मची थी. दरअसल, जबलपुर-अमरकंटक स्टेट हाइवे पर सरवाही गांव के पास पेट्रोल भरा टैंकर अचानक अनियंत्रित होकर बीच सड़क पर पलट गया. इससे पेट्रोल जमीन पर बहने लगा. इस दौरान सड़क के दोनों ओर जाम लग गया. एक एम्बुलेंस भी जाम में फंस गई. 

गांव के नजदीक हुए हादसे की भनक जैसे ही ग्रामीणों को लगी तो उनमें पेट्रोल लूटने होड़ मच गई. बेख़ौफ़ होकर लोग बाल्टियां और घर के बर्तन लेकर पेट्रोल लेने के लिए दौड़ पड़े. ज्वलनशील पदार्थ से भरे टैंकर के पलटने और फिर इस तरह बहते पेट्रोल के बीच मची इस लूटपाट के दौरान कोई गंभीर घटना घट सकती थी. लेकिन शहपुरा पुलिस मौके पर पहुंची और मोर्चा संभालते हुए ग्रामीणों को हटाया. हालांकि तब तक हजारों लीटर पेट्रोल पानी बह चुका था और सैकड़ों लीटर लूट की भेड़ चढ़ गया था.

इतिहास के आक्रांताओं का गुणगान करते वालों को एक पाकिस्तानी Mayor का जवाब

Rakshabandhan सिर्फ भाई-बहन का त्योहार नहीं, जानिए इसकी interesting कहानियां

आप यकीन नहीं करेंगे-जब एक पत्नी ने अपने पति को बांधी थी राखी…

रक्षाबंधन सिर्फ भाई-बहन का त्योहार नहीं, जानिए इसकी रोचक कहानियां

हम त्योहारों के देश भारत में हैं. यहां हर दिन एक नई उमंग, एक नया उत्साह लेकर आता है. और जब बात त्योहार के साथ-साथ रिश्तों की भी हो तो भाई-बहन के रिश्ते से प्यारा रिश्ता कोई नहीं है. इसी रिश्ते को सदियों से मजबूती दे रहा है रक्षाबंधन का त्योहार. रक्षाबंधन का त्योहार सावन महीने की पूर्णिमा को मनाया जाता है. 

इस बार ये त्योहार 22 अगस्त यानी रविवार को है. वैदिक काल में सावन पूर्णिमा को रक्ष पूर्णिमा भी कहा गया है. रक्ष पूर्णिमा, यानी कि रक्षा करने वाली पूर्णिमा. बताते हैं कि दैत्यगुरु शुक्राचार्य ने देव-दानवों के युद्ध से पहले राक्षसों की कलाई में मंत्र फूंका हुआ धागा बांधा था. शुक्राचार्य तंत्र-मंत्र और जादुई विद्या के भी ज्ञानी ऋषि थे. धागे को रक्षा कवच बना देने का तरीका उन्होंने ही विकसित किया था. यह त्योहार सिर्फ भाई-बहनों का ही नहीं रहा है. 

आप यकीन नहीं करेंगे, एक पत्नी ने अपने पति के हाथ में भी राखी बांधी थी. आज के सिनेरियो में अगर ऐसा कहीं हो तो आप भरोसा ही नहीं करेंगे. लेकिन देवराज इंद्र की पत्नी देवी शची ने इंद्र की कलाई में रक्षा का धागा बांधा था. इस कथा का जिक्र भविष्य पुराण में है.

  • रक्षाबंधन का भाई-बहन वाला कॉन्सेप्ट पहली बार वामन-पुराण में दिखाई देता है. जब भगवान विष्णु वामन अवतार लेकर राजा बलि के पास पहुंचते हैं. वहां वे तीन पग भूमि की बात कहकर सारी धरती, सारा आकाश नाप लेते हैं. इसके बाद तीसरा पग वो राजा बलि के सिर पर रखकर उसे पाताल पहुंचा देते हैं. इस दान से खुश होकर श्रहरि बलि से वरदान मांगने को कहते हैं तो वह उन्हें ही मांग लेता है. इधर, वैकुंठ में निराश देवी लक्ष्मी जब, अपने पति विष्णु को वापस पाने का उपाय पूछती हैं तो नारद मुनि बताते हैं कि, आप राजा बलि को राखी बांधकर भाई बना लीजिए और उपहार में उनसे पति मांग लीजिए. देवी लक्ष्मी ऐसा ही करती हैं. माना जाता है कि तब से ही सावन पूर्णिमा को बहनें-भाई की कलाई में राखी बांधती हैं और भाई उनके रक्षा का वचन देते हैं.
  • ठीक इसी समय केरल में ओणम का त्योहार मनाया जा रहा है. मान्यता है कि सावन में बलि अपने राज्य में आते हैं तो प्रजा उनके लिए तरह-तरह के व्यंजन बनाती है. लेकिन इस पूरे सीन में कहीं भी रक्षाबंधन का नाम नहीं है. यानी भारत के ही दक्षिणी हिस्से में राखी को लेकर खास मान्यता नहीं है.
  • हालांकि कर्नाटक में एक त्योहार है जिसमें भाई-बहन का प्यार झलकता है. सावन में शुक्ल पक्ष की पंचमी को कन्नड़ बहनें सांप की बॉबी के पास जाती हैं. वो यहां दूध की धारा चढ़ाती हैं. इसके बाद दूध से भीगी मिट्टी घर लाकर भाई की पीठ पर लगाती हैं. माना जाता है कि इससे भाई के जीवन के सारे कष्ट नाग देवता दूर कर देते हैं. ये सुनकर आपको उत्तर भारत की नागपंचमी याद आई होगी. बिल्कुल ठीक समझा आपने, दोनों एक जैसे ही त्योहार हैं और थोड़े मिलते-जुलते भी हैं.
  • द्वापरयुग में कृष्ण और द्रौपदी से जुड़ी भी की एक कहानी है. कहते हैं कि शिशुपाल वध के समय जब श्रीकृष्ण की उंगली कट गई तो द्रौपदी ने अपनी साड़ी का आंचल फाड़कर उनकी उंगली में बांध दिया था. तब कृष्ण ने भी उन्हें रक्षा का वचन दिया था. इसके कुछ दिन बाद हस्तिनापुर में जुआ खेला गया. पांडव द्रौपदी को जुए में हार गए. जब दुर्योधन-दुशासन ने द्रौपदी के चीर हरण की कोशिश की तब श्रीकृष्ण ने उनकी रक्षा की थी. कहते हैं कि कृष्ण ने द्रौपदी के लिए द्वारिका से एक अनोखी साड़ी भेजी थी. इस साड़ी के कपड़े की खासियत थी कि हाथी के जितना ऊंचा कपड़े का ढेर, अंगूठी के छल्ले से पार किया जा सकता था. दुशासन ने जब इसे खींचा तो ये खिंचता ही चला गया और द्रौपदी की लाज बच गई.
  • रक्षाबंधन के भाई-बहन वाले कॉन्स्पेट का जिक्र सिकंदर और पोरस के इतिहास में भी मिलता है. कहीं-कहीं लिखा मिलता है कि सिकंदर की पत्नी ने पोरस की कलाई में राखी बांध दी थी. यह वजह है कि जब युद्ध में एक समय सिकंदर की छाती पोरस के भाले के नींचे थी, ठीक उसी समय पोरस की नजर अपने हाथ में बंधे कलावे पर गई और सिकंदर की जान बच गई.
  • कहते हैं कि मुगल पीरियड में राजपूत रानी कर्णावती ने हुमायूं के पास भी राखी भेजकर रक्षा की अपील की थी, लेकिन हुमायूं के पहुंचने से पहले कर्णावती सती हो गई थी.

खैर, कहानियों का क्या है, जितने लोग उतनी कहानियां और उतनी परंपराएं. ये तो तय रहा कि रक्षाबंधन सिर्फ भाई-बहनों के रिश्ते का त्योहार नहीं है. लेकिन आज के दौर में जहां मानवता का भरोसा मानवता से ही उठ रहा है, इस दौर में ये त्योहार है प्यार का, उम्मीद का, विश्वास का. और दुनिया तो विश्वास पर ही कायम है. रक्षाबंधन की शुभकामनाएं.

Congress भूली अपने नेता का जन्मदिन…

यह सन्नाटा कहीं रायता बनकर न फैल जाये !

कांग्रेस भूली अपने नेता का जन्मदिन…

कांग्रेस जो पिछले 20 साल से केवल दो ही दिवस मनाती आई है , अपने अपने नेताओं के जनम दिन और मरण दिन । उसी मध्यप्रदेश कांग्रेस ने आज अपनी रसमें और परिपाटी तोड़ कर भंग कर दी । आज भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न स्व राजीव गांधी का जन्मदिवस है , भारत देश में इसे राजीव गांधी की याद में सद्भावना दिवस के रूप में सरकारी तौर पर मनाया जाता है । सरकार को तो याद रहा राजीव गांधी का जन्मदिवस और सरकार ने इसे सदभावना दिवस के रूप में मनाया भी , प्रेस नोट भी आ गया है सरकार का , जो आज न्यूज पोर्टलों पर और कल अखबारों में प्रकाशित होगा । 

मगर आश्चर्यजनक रूप से कांग्रेसी अपने ही नेता का जन्मदिन भूल गये , अकेले मुरैना जिला मे कांग्रेस के चार विधायक हैं , मगर भोपाल से चंबल तक कांग्रेस में हर ओर मरघटिया सन्नाटा पसरा है , कभी किसी का जनम दिन तो कभी किसी का मरण दिन मनाने वाली कांग्रेस की यह खामोशी , यह चुप्पी यह सन्नाटा कहीं रायता बनकर न फैल जाये । शेरों के शेर , महावीर वीरों के वीर , सपूतों के सपूत , लाड़लों के लाड़ले महा पराक्रमी भी आज कुछ नहीं  बोले ... कमाल है यार ।

कौन कहता है आसमां में छेद होगा नहीं , एक पत्थर तो दिल से उछालो यारो -

भाजपा और सपा का उत्तरप्रदेश में जंगिया जंग , ठंडे तरीके से बाकायदा रणनीति के तहत छिड़ चुकी है , हथियार है सपा का हिन्दूत्व का लेबल चिपकाकर उसमे सनातन धर्म का अचार बनाकर परोस कर जनता को बेवकूफ बनाना और हथियार है भाजपा का सनातन धर्म का लेवल चिपकाकर उसमें हिंदूत्व की पुराना मुरब्बा भरकर जनता को बरगलाना। दोनों पार्टियों के आई टी सेल लगे हैं अचार और मुरब्बा बनाने और उसमे जनता की भावनाओं का मसाला मिलाने में। जनता को फोकट में मिले तो अचार भी पसन्द है और मुरब्बा भी ।

सबसे ज्यादा व्याकुल और बैचैन छोटी जाति के लोग रहते हैं , क्योंकि पैसा और पद के बावजूद भूखों मरते ऊंची जाति के लोग आज तक न तो उन्हें सम्मान देते हैं और न रोटी बेटी का ही संबंध रखते हैं , हालात और हाल सब बदल गये और न ही ऊंची जाति की और न ही नीची जाति की मानसिकता बदली और न मिजाज बदले सो जाहिर है कि यह छत्तीस व्यंजनों वाली दोनों पार्टियों की थाली अपने अपने समाज से , धर्म से , कुटुंब से और बीवीयों से पीड़ित लोगों को लिये है । पहले मानसिक भोजन पाओ , अचार मुरब्बा पचाओ खाओ , हां में हां मिलाओ , हमारी भीड़ में शामिल हो जाओ , उसके बाद शरीर की भूख भी मिटा दी जायेगी । 

नरेन्द्र सिंह तोमर "आनंद"

बिजली विभाग के सारे नोटिस Notice फाड़कर फेंक दो : प्रभारी मंत्री

महाराज सिंधिया का नाम खराब नहीं होने दूंगा…

बिजली विभाग के सारे नोटिस फाड़कर फेंक दो : प्रभारी मंत्री

दतिया। मध्यप्रदेश में चल रही केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और शिवराज सरकार की जुगलबंदी की भक्ति का उदाहरण प्रदेश के गृह मंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा के गढ़ में खुलकर सामने आने लगा है, जहां प्रभारी मंत्री ने बिजली विभाग को सीधे चुनौती दे डाली है, मंत्री ने कहा कि दतिया में महाराज सिंधिया का नाम खराब नहीं होने दूंगा, बिजली विभाग के सारे नोटिस फाड़कर फेंक दो. बिजली विभाग ने बकायेदारों से वसूली के लिए नोटिस चस्पा किया था। इन दिनों दतिया जिले के प्रभारी मंत्री सुरेश धाकड़ राठखेड़ा सिंधिया की भक्ति के लिए खासा चर्चा में हैं।

जो अपनी दो टूक बात से भांडेरवासियों की शक्ति बन गए हैं. प्रभारी मंत्री सुरेश राठखेड़ा 15 अगस्त को दतिया जिले के प्रवास पर थे, जहां सर्किट हाउस में भांडेर के लोग बिजली विभाग की मनमानी की शिकायत लेकर पहुंचे थे. वहीं मंत्री ने व्यापारियों से कहा कि सिंधिया मेरे आका हैं और मैं उनका सेवक और चपरासी हूं. मै यहां सिंधिया को नीचा नहीं देखना चाहता हूं. इसलिए बिजली विभाग द्वारा दिये गए सभी नोटिस फाड़कर फेंक दो. कलेक्टर-एसपी से डरने की जरूरत नहीं है. ये हमारे नौकर हैं, हम इनके नौकर नहीं हैं। 

भांडेर में कुछ दिनों पूर्व घर में घुसकर महिलाओं से बिजली बिल वसूली को लेकर बदसलूकी की गई थी, जिसके चलते भांडेर के स्थानीय लोगों एवं व्यापारियों ने बाजार बंद कर प्रदर्शन किया था, तथा ज्ञापन भी सौंपा था, उसके बाबजूद भांडेर बिजली विभाग व्यापारियों को मनमानी नोटिस थमाता गया. जिसके विरोध में व्यापारियों ने प्रभारी मंत्री सुरेश धाकड़ से मुकालत कर अपनी समस्या बताई. जिस पर प्रभारी मंत्री ने अपने आपको सिंधिया का सेवक-चपरासी बताया तथा सिंधिया को अपना आका।