मै ख़ुद को ना मामा कहता हूँ, ना किसान का बेटा, मै तो बस सेवक हूँ : कमलनाथ

उपचुनावों के परिणाम प्रदेश ही नही पूरे  देश को संदेश देंगे…

मै ख़ुद को ना मामा कहता हूँ, ना किसान का बेटा, मै तो बस सेवक हूँ : कमलनाथ 

खंडवा लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी राजनारायण सिंह के समर्थन में खंडवा में आयोजित जनसभा में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने सम्बोधन में कहा कि स्व.सुभाष यादव मेरे मित्र थे, मेरे भाई थे उनका मैं काफ़ी सम्मान करता हूँ। वर्ष 80 में वो और मै साथ-साथ लोकसभा में बैठते थे, हम दिल्ली में साथ में घूमते थे। आज इतनी बड़ी संख्या में आप लोग यहाँ कोई ठेका या कमीशन लेने के लिए नहीं आए हैं, आपकी निष्ठा आपको आज यहाँ लेकर आई है। मुझे पूरी उम्मीद है कि आपकी यही निष्ठा खंडवा का नया इतिहास 30 तारीख को रचेगी। हमारी संस्कृति लोगों को जोड़ने की, हम दिल जोड़ते हैं, संबंध जोड़ते हैं, रिश्ता जोड़ते हैं और यही भारत की भी संस्कृति है और यही कांग्रेस की भी संस्कृति है। 

कोई ऐसा देश है विश्व में, जहां इतने धर्म, इतनी सारी जातियां है, इतनी भाषा, इतनी रस्में, इतने देवी देवता हो, ऐसा कोई देश विश्व में नहीं है।आज हमारा देश यदि एक झंडे के नीचे खड़ा है तो यह भारत की संस्कृति के कारण ही है। आज इसी संस्कृति पर आक्रमण हो रहा है, इसकी रक्षा हम सबको मिलकर करना है। बाबा साहेब अंबेडकर, पंडित जवाहरलाल नेहरू ने हमें संविधान दिया था। हमे एक ऐसा संविधान दिया था, जिससे हमारा कमजोर वर्ग सुरक्षित रहे। संविधान में लोकसभा, विधानसभा, जिला परिषद, पंचायत नगर निगम के चुनाव का प्रावधान है।हर चुनाव प्रजातंत्र का उत्सव होता है।इस उपचुनाव से ना तो सरकार बनती है ना और ना बिगड़ती है। यह चुनाव तो एक संदेश देंगे।यह चुनाव भी प्रजातंत्र का त्यौहार है।

आपको इसके माध्यम से संदेश देना है कि खंडवा लोक सभा के लोगों को मूर्ख नहीं बनाया जा सकता है, वो बहुत समझदार है, अपने भविष्य की रक्षा का वो संदेश इस चुनाव के परिणामों से देंगे।इसका संदेश मध्यप्रदेश में ही नहीं पूरे देश में गूंजेगा। वर्ष 2018 में 15 साल बाद प्रदेश में हमारी सरकार बनी।हमारे सामने कौन सी चुनौती नहीं थी।हमे जो प्रदेश भाजपा ने सौंपा वो किसानों की आत्महत्या में, बेरोजगारी में, भ्रष्टाचार में, महिलाओं से अपराध में नंबर वन था। जितने उद्योग लगते नहीं तो उससे ज़्यादा तो बंद हो जाते थे। -हमें काम करने के लिए मात्र साढ़े 11 माह मिले। -इस दौरान हमने प्रयास किया कि कैसे कृषि क्षेत्र में मजबूती और क्रांति आए।हमने कर्ज माफी की योजना बनाई क्योंकि आज हमारे प्रदेश की 70% अर्थव्यवस्था कृषि क्षेत्र पर आधारित है।हमने कर्ज माफी की शुरुआत की। हमने खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, देवास के भी किसानो के कर्ज माफ किये, इसके प्रमाण भी है। 

हमने डिफाल्टर के ही नही बल्कि चालू खाते के किसानों के भी क़र्ज़ माफ किये।कर्ज माफ़ी का दूसरा चरण भी हम शुरू करने जा रहे थे। आज मध्यप्रदेश के सामने सबसे बड़ी चुनौती युवाओं की, बेरोजगारी की है।यही युवा प्रदेश का निर्माण करेंगे।आज का युवा इंटरनेट से जुड़ा हुआ है, वह ठेका कमीशन नहीं चाहता, वह तो व्यवसाय का मौका चाहता है, अपने हाथों को काम चाहता है। प्रदेश में निवेश आता है तो रोजगार के मौके बनते हैं, जब प्रदेश में भ्रष्टाचार ना हो तो निवेश आता है।निवेश से आर्थिक गतिविधि बढ़ती है लेकिन निवेश तब आता है जब प्रदेश पर विश्वास का माहौल हो। आज हमारे प्रदेश 5 प्रदेशों से घिरा हुआ है।कोई निवेश लगाने को तैयार नहीं, मालनपुर की औद्योगिक क्षेत्र की हालत देखे, खंडवा के औद्योगिक क्षेत्र की हालत किसी से छुपी नहीं है। 

हमने  मध्यप्रदेश की एक नई पहचान बनाने का काम शुरू किया था।हमने शुद्ध को लेकर युद्ध किया, माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाया।मैंने कहा भी था कमलनाथ को कोई दबा और पटा नहीं सकता है। हमने 100 रुपये में 100 यूनिट बिजली दी।कन्या विवाह की राशि बढ़ायी, सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि बढ़ायी। मैं घोषणा नहीं करता क्योंकि मैं शिवराज नहीं।मैं अपने आपको मामा नहीं कहता, मैं अपने आपको किसान का बेटा नहीं कहता, मैं तो कहता हूं मैं आपका भाई हूं, मैं आपका सेवक हूं। मैंने प्रचार की राजनीति कभी नहीं की, कलाकारी की राजनीति कभी नहीं की। मुझे आज सड़कों की हालत देखकर दुख होता है।खंडवा से इंदौर जाना हो तो कितना समय लगता है। हम छिंदवाड़ा मॉडल की तरह खंडवा का विकास करना चाहते हैं, विकास का नया रोडमैप बनाना चाहते हैं।

जब मैं केंद्र में शहरी विकास मंत्री था मैंने खंडवा में विकास परियोजनाओं के लिए राशि का आवंटन किया था। आज 16 वर्ष में शिवराज जी ने 22 हजार के करीब झूठी घोषणाए की है।वे नारियल जेब में लेकर चलते है, जहां मौका मिलता है फोड देते हैं। झूठ इतना बोलते हैं कि झूठ भी शर्मा जाता है।आप इनकी झूठ की राजनीति को पहचान लीजिए। शिवराज जी अच्छे कलाकार है, मैं तो कहता हूं कि मुंबई चले जाइये, कलाकारी करिए, फिल्मी कलाकारों को भी आप पीछे छोड़ देंगे, मध्य प्रदेश का नाम रोशन करेंगे।आप तो प्रदेश की जनता को मूर्ख बनाना छोड़िए।इनसे कुछ भी घोषणा करवा लो। इनके आँख-नाक-कान नही चलते है, इनका तो सिर्फ मुंह चलता है।मै तो कहता हूँ कि मुंह चलाने और प्रदेश चलाने में बड़ा अंतर है।कोरना काल के आंकड़े आज तक छुपा रहे है।

लाखों लोगों की मौत हुई, आज भी छुपा रहे है।मैं पूछना चाहता हूं कितने लोगों को आक तक मुआवजा मिला ? मोदी जी क्या कहते थे 15 लाख हर खाते में आएँगे, दो करोड़ रोजगार देंगे, किसानों की आय दोगुनी करेंगे।आज ये किसान, नौजवान, रोजगार पर बात नहीं करते हैं।आज यह बात सिर्फ़ राष्ट्रवाद की करते हैं। जबकि इनकी पार्टी में एक भी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नहीं। आज ये कांग्रेस को राष्ट्रवाद का पाठ पढ़ाने चलें है। जीएसटी, नोटबंदी, महंगाई सब इनकी देन है।आज डीजल-पेट्रोल-रसोई गैस का क्या भाव है, यह किसी से छुपा नहीं है। आप बताये मेने कौन सा गुनाह, कौन सा पाप, कौन सी गलती की? मैंने किसानों का कर्जा माफ किया, रोजगार के नए मौके बनाने का प्रयास किया। 

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने जब नेकर पहनना भी नही सिखा था, तब से मैं सांसद हूँ और ये आज मुझे पाठ पढ़ा रहे है। यह मुझसे आज 15 महीने का हिसाब पूछ रहे हैं, अरे आप तो अपने 17 वर्ष का हिसाब दीजिए।झूठे आश्वासन, झूठी घोषणाएँ, झूठ बोलना बंद कीजिये। मोदी जी ने क्या कहा था कि 20 लाख करोड़ दूंगा, किसी को 20 रुपये भी मिले क्या ? रुपए तो मिले नही लेकिन लाखों लोगों की मौत ज़रूर कोरोना काल में हुई। आप 30 तारीख को सिर्फ कांग्रेस व राज नारायण सिंह को नहीं जिताएंगे, आप मध्य प्रदेश के भविष्य का बटन दबायेंगे। आप कमलनाथ का साथ मत देना, कांग्रेस का साथ मत देना, आप तो सच्चाई का साथ देना। सभा को अरुण यादव, कुलदीप इंदौरा, जयवर्धन सिंह, मुकेश नायक, सुरेंद्र सिंह शेरा, चौधरी राकेश सिंह, सचिन यादव ठाकुर राज नारायण सिंह, जीतू पटवारी, राजकुमार पटेल आदि ने भी संबोधित किया।

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