पॉजीटिव प्रकरण की वजह को ही समाप्त करें : शिवराज

प्रदेश की कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा…
पॉजीटिव प्रकरण की वजह को ही समाप्त करें : शिवराज

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोविड-19 के नियंत्रण के लिए अच्छे प्रयास हुए हैं। सामाजिक स्तर पर विवाह समारोहों और पार्टी आयोजित करने जैसे कारणों से पॉजीटिव प्रकरण सामने आ रहे हैं, जिनके नियंत्रण के लिए शासकीय और सामाजिक दोनों स्तर पर सजग रहकर कार्रवाई की जाए। सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क के उपयोग की सावधानी निरंतर बरतना है। पॉजीटिव प्रकरण आने की वजह समाप्त की जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मंत्रालय से प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा के दौरान यह निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने खण्डवा और दतिया जिलों की पृथक समीक्षा भी की।

बैठक में गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, चिकित्सा शिक्षा, भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के ग्वालियर, चंबल क्षेत्र में कोरोना के पॉजीटिव प्रकरण निकटवर्ती अन्य प्रांतों राजस्थान और उत्तरप्रदेश से सम्पर्क के तहत देखने को मिल रहे हैं। किल कोरोना अभियान के कारण घर-घर हुए सर्वे से भी नागरिकों में रोग के लक्षण देखने को मिले हैं। रोगियों के सेम्पल लेकर उपचार और आयसोलेशन में रखने की सभी व्यवस्थाओं से रोगियों को स्वस्थ करने का कार्य सुनिश्चित किया जाए। 

अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग और अन्य व्यवस्थाओं के बेहतर होने से नियंत्रण में सफलता मिली है। कुल 13 हजार 908 केस रिकवर हुए हैं। प्रदेश का रिकवरी रेट इस समय देश के 63.2 प्रतिशत से अधिक 70.8 प्रतिशत है। बड़े राज्यों में सिर्फ राजस्थान का रिकवरी रेट ही मध्यप्रदेश से अधिक है। प्रदेश का पॉजीटिविटी रेट 3.63 है, जो देश के पॉजीटिविटी रेट 7.54 से काफी कम है। प्रदेश में किल कोरोना अभियान में मंगलवार तक 11 हजार 703 सर्वे दल ने प्रदेश की 75 प्रतिशत आबादी का स्वास्थ्य सर्वे कर लिया है। करीब 93 हजार सेम्पल लिए गए हैं, जिनमें से 1611 पॉजीटिव मिले, जो कुल लिए गए सेम्पल का 1.72 प्रतिशत है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान के निर्देश
  • जिलों में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के परामर्श से बाजार खोलने और बंद करने के समय का निर्धारण किया जाए।
  • पॉजीटिव रोगियों को स्वस्थ करके घर भेजने पर निरंतर ध्यान दिया जाए।
  • किल कोरोना अभियान की गतिविधियों की समीक्षा कर इस अनुभव से लाभ लेकर सर्वे और टेस्टिंग की कार्रवाई जारी रखी जाए।
  • जिन जिलों में नए स्टाफ को दायित्व दिया जा रहा है उन्हें भी आवश्यक प्रशिक्षण दिया जाए।
  • मृत्यु दर निरंतर कम हुई है, इस पर गंभीर रहकर, मृत्यु बिल्कुल न हो ऐसे प्रयास हों।
  • जिन जिलों में पॉजीटिव प्रकरण की संख्या ज्यादा आ रही है, वहाँ के प्रभारी अधिकारी नियमित समीक्षा करें।

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