G News 24 : मैरून पासपोर्ट के द्वारा 34 देशों में बिना वीजा के मिल जाती है एंट्री !

 इस पासपोर्ट के जरिए 90 दिन का स्टे और VVIP फैसिलिटी...

मैरून पासपोर्ट के द्वारा 34 देशों में बिना वीजा के मिल जाती है एंट्री !

विदेश मंत्रालय भारतीय नागरिकों को 4 तरह के पासपोर्ट जारी करता है- ब्लू, ऑरेंज, व्हाइट और मैरून पासपोर्ट. मैरून पासपोर्ट को ही डिप्लोमेटिक पासपोर्ट कहते हैं, जो सबसे ताकतवर है. 34 देशों में बिना वीजा एंट्री, 90 दिन का स्टे और VVIP फैसिलिटी, इसी पासपोर्ट के जरिए जर्मनी भागे रेप के आरोपी प्रज्वल रेवन्ना। यौन उत्पीड़न के मामले में नाम सामने आने के बाद जनता दल सेक्यूलर (JDS) के पूर्व नेता और सांसद प्रज्वल रेवन्ना जर्मनी भाग गए हैं. गुरुवार (2 मई) को विदेश मंत्रालय ने बताया कि प्रज्वल रेवन्ना डिप्लोमेटिक पासपोर्ट के जरिए जर्मनी भागे हैं. मंत्रालय ने यह भी बताया कि रेवन्ना को वीजा नोट भी जारी नहीं किया गया था. तो बिना वीजा के रेवन्ना को जर्मनी में एंट्री कैसे मिल गई? इसकी वजह है ऑपरेशनल वीजा एग्जम्पशन एग्रीमेंट और डिप्लोमेटिक पासपोर्ट.

इस समझौते के तहत भारतीय 34 देशों में वीजा के बगैर डिप्लोमेटिक पासपोर्ट के जरिए 90 दिन तक रह सकते हैं, लेकिन डिप्लोमेटिक पासपोर्ट हर किसी को जारी नहीं किया जाता है. सांसद, राजनयिक और हाई लेवल सरकारी अधिकारियों के लिए ही यह सुविधा है. प्रज्वल रेवन्ना कर्नाटक की हसन लोकसभा सीट से सांसद हैं. उन पर कई महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं.

विदेश मंत्रालय इशू करता है इस तरह के पासपोर्ट !

भारत में नागरिकों को चार तरह के पासपोर्ट इशू किए जाते हैं, जो ब्लू पासपोर्ट, व्हाइट पासपोर्ट, ऑरेंज पासपोर्ट और मैरून पासपोर्ट है. मैरून पासपोर्ट को ही डिप्लोमेटिक पासपोर्ट कहा जाता है. पासपोर्ट्स का रंग अलग-अलग इसीलिए रखा गया है ताकि कस्टम और पासपोर्ट चेक करने वाले अधिकारी को पहचानने में आसानी रहे. ब्लू पासपोर्ट तो बहुत कॉमन है और ज्यादारतर नागरिकों को यही पासपोर्ट इशू किया जाता है. यह 10 साल के लिए वैलिड रहता है विदेश मंत्रालय लोगों को व्यक्तिगत या पेशेवर जरूरतों के लिए जारी करता है. अब जानते हैं कि व्हाइट, ऑरेंज और डिप्लोमिटिक पासपोर्ट किन लोगों को जारी किए जाते हैं और इनके तहत क्या फैसिलिटी मिलती हैं-

ऑरेंज पासपोर्ट

साल 2018 से भारत सरकार ने ऑरेंज पासपोर्ट जारी करना शुरू किया है. ये पासपोर्ट उन लोगों को इशू किए जाते हैं, जो 10वीं तक पढ़ें हों और माइग्रेंट लेबर के तौर पर विदेश में जाकर काम करना चाहते हैं. इसके लिए हीआमतौर पर ये पासपोर्ट इशू किया जाता है. दूसरे पासपोर्ट की तरह ऑरेंज पासपोर्ट में आखिरी पेज नहीं होता है, जिसमें सभी महत्पूर्ण डिटेल्स का विवरण होता है. ये लोग जो शैक्षिक रूप से योग्य नहीं हैं, ईसीआर (Immigration Check Required) कैटेगरी के अंतर्गत आते हैं.

व्हाइट पासपोर्ट

ब्लू और ऑरेंज पासपोर्ट की तुलना में व्हाइट या सफेद पासपोर्ट ज्यादा पावरफुल पासपोर्ट है. यह उन सरकारी अधिकारियों को जारी किया जाता है, जो सरकारी कामकाज से विदेश की यात्रा करते रहते हैं. व्हाइट पासपोर्ट सरकारी अधिकारियों के लिए इमीग्रेशन प्रोसेस को आसान बना देता है और कस्टम अधिकारियों को भी सरकारी अधिकारी को पहचानना आसान हो जाता है. व्हाइट पासपोर्ट के लिए आवेदक को अलग से एप्लीकेशन देकर बताना होता है कि उसको यह क्यों चाहिए और अलग से कई सुविधाएं भी मिलती हैं.

डिप्लोमेटिक या मैरून पासपोर्ट

डिप्लोमेटिक पासपोर्ट टाइप डी पासपोर्ट है, जो पांच कैटेगरी के लोगों को जारी किया जाता है. पहला देश की आधिकारिक यात्रा करने वाले लोग, जिनमें सांसद, केंद्रीय मंत्री और राजनेता आते हैं. दूसरा सरकारी कामकाज से विदेश की यात्रा करने वाले हाई लेवल अधिकारी, तीसरा आईएफएस की ए और बी कैटेगरी के तहत काम करने वाले अधिकारी, चौथा जॉइंट अधिकारी रैंक या उससे बड़े ऑफिसर और पांचवां आईएफएस अधिकारी और विदेश मंत्रालय की इमीडिएट फैमिलि को डिप्लोमेटिक पासपोर्ट की सुविधा मिलती है.

ऐसे कुछ सेलेक्टेड लोगों को भी डिप्लोमेटिक पासपोर्ट की सुविधा मिल सकती है, जो सरकार के लिए आधिकारिक विदेश यात्रा करते हैं. यह भारत सरकार की ओर से जारी किया जाने वाला सबसे ताकतवर पासपोर्ट है, जिससे कोई शख्स बिना वीजा के 34 देशों में एंट्री ले सकता है. इसके जरिए वह विदेश में गिरफ्तारी, हिरासत और कई कानूनी कार्रवाइयों से बच सकता है.

90 दिन दिन तक वैलिड रहता है डिप्लोमेटिक पासपोर्ट !

किसी सांसद के लिए डिप्लोमेटिक पासपोर्ट उसके कार्यकाल तक ही वैलिड रहता है. पिछले साल लोकसभा की सदस्यता रद्द होने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अपना डिप्लोमेटिक पासपोर्ट लौटाना पड़ा था.

इन देशों में बिना वीजा के एंट्री ले सकते हैं भारतीय !

साल 2011 में भारत सरकार ने 34 देशों के साथ ऑपरेशन  वीजा एग्जम्पशन एग्रीमेंट किया था. इसके तहत जर्मनी, फ्रांस, ऑस्ट्रिया, अफगानिस्तान, चेक रिपब्लिक, इटली, ग्रीस, ईरान और स्वीटजरलैंड में डिप्लोमेटिक पासपोर्ट होल्डर बिना वीजा के एंट्री ले सकता है, लेकिन शर्त ये है कि स्टे 90 दिन से ज्यादा का न हो. इसके अलावा, 99 देशों के साथ भारत का एग्रीमेंट है, जिसके तहत डिप्लोमेटिक पासपोर्ट के अलावा सर्विस और ऑफिशियल पासपोर्ट के साथ ऑपरेशन वीजा एग्जम्पशन की सुविधा प्राप्त कर 90 दिन के लिए स्टे कर सकते हैं. इन देशों में बहरीन, ब्राजील, मिस्त्र, हांगकांग, ओमान, सिंगापुर और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं. 

1967 एक्ट के प्रावधानों के अनुसार कोर्ट के निर्देश पर रद्द किया जा सकता है डिप्लोमेटिक पासपोर्ट !

राज्यसभा सचिवालय के बुलेटिन के अनुसार, सांसदों को डिप्लोमेटिक वीजा के तहत यात्रा करने से तीन हफ्ते पहले पॉलिटिकल क्लीयरेंस के लिए आवेदन करना चाहिए और यात्रा के वक्त सुनिश्चित करें कि उनका आवेदन स्वीकार कर लिया गया है. कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रज्वल का डिप्लोमेटिक पासपोर्ट रद्द करने की मांग की है. प्रज्वल रेवन्ना का पासपोर्ट कोर्ट के निर्देश पर रद्द किया जा सकता है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा. 'किसी का पासपोर्ट रद्द करने के लिए 1967 एक्ट के प्रावधानों के अनुसार कोर्ट के निर्देश की जरूरत होती है, लेकिन इस मामले में किसी कोर्ट से हमें कोई निर्देश नहीं मिला है.

G News 24 : 7 मई को आज तीसरे चरण में कहां-कहां मतदान

 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की कुल 93 सीटों के लिए...

7 मई को आज तीसरे चरण में कहां-कहां मतदान

लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण का मतदान 7 मई को है। इस चरण में 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की कुल 93 सीटों के लिए वोटिंग होनी है। तीसरे दौर में जिन सीटों पर मतदान होना है, उनमें सबसे ज्यादा 25 लोकसभा सीटें गुजरात की हैं। हालांकि, पहले जब निर्वाचन आयोग ने चुनाव तारीखों का एलान किया था तब तीसरे चरण में 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की 94 सीटों पर मतदान होना था।

मध्य प्रदेश की बैतूल सीट पर मतदान दूसरे चरण में होना था लेकिन यहां बसपा प्रत्याशी के निधन के चलते मतदान तीसरे चरण के लिए स्थगित कर दिया गया। ऐसे में तीसरे चरण के मतदान के लिए कुल सीटों की संख्या बढ़कर 95 हो गई। 

गुजरात की सूरत सीट पर भाजपा उम्मीदवार मुकेश दलाल के निर्विरोध चुने जाने के कारण यहां चुनाव नहीं होना है। ऐसे में तीसरे चरण के मतदान वाली सीटों की संख्या घटकर फिर 94 हो गई। वहीं तीसरे चरण के नामांकन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग-राजौरी सीट पर खराब मौसम के कारण मतदान तीसरे चरण की बजाय छठे चरण के लिए स्थगित कर दिया गया है। ऐसी में अब तीसरे चरण में जिन सीटों पर मतदान होना है उसकी संख्या 93 रह गई है। 

इस तरह से दूसरे दौर में जिन सीटों पर मतदान है, उनमें गुजरात की 25, कर्नाटक की 14, महाराष्ट्र की 11, उत्तर प्रदेश की 10, मध्य प्रदेश की नौ, छत्तीसगढ़ की सात, बिहार की पांच, असम और पश्चिम बंगाल की चार-चार और दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव और गोवा की दो-दो सीट शामिल हैं। 

G News 24 : LG ने की है मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ एनआईए जांच की सिफारिश !

 प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन से लिए गए राजनीतिक फंडिंग के मामले में ...

LG ने की है मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ एनआईए जांच की सिफारिश !

नई दिल्ली .दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन से कथित राजनीतिक फंडिंग के मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ एनआईए जांच की सिफारिश की है. एलजी ने प्रतिबंधित संगठन "सिख फॉर जस्टिस" से कथित तौर पर राजनीतिक फंड लेने को लेकर इस जांच की सिफारिश की है. 

उपराज्यपाल सक्सेना को शिकायत मिली थी कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी को देवेंद्र पाल भुल्लर की रिहाई की सुविधा देने और खालिस्तान समर्थक भावनाओं को बढ़ावा देने के लिए चरमपंथी खालिस्तानी समूहों से भारी धनराशि (तकरीबन 16 मिलियन अमेरिकी डालर) मिली थी. वीके सक्सेना ने सिफारिश की है कि चूंकि शिकायत एक मुख्यमंत्री के खिलाफ की गई है और एक प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन से लिए गए राजनीतिक फंडिंग से संबंधित है, ऐसे में शिकायतकर्ता द्वारा दिए गए इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों की फोरेंसिक जांच सहित पूरी जांच की जरूरत है.

वहीं आम आदमी पार्टी ने इसे एक और साजिश करार दिया है. NIA जांच की सिफारिश पर AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि LG साहब भाजपा के एजेंट हैं. ये CM केजरीवाल के खिलाफ एक और बड़ा षड्यंत्र है. भाजपा के इशारे पर ये साजिश रची गई है. सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा दिल्ली में सातों सीट हार रही है और हार के डर से वो बौखला गई है. उन्होंने कहा कि पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले भी भाजपा ने ये साजिश की थी.

भारद्वाज ने कहा कि हर चुनाव से पहले फंडिंग से जुड़े घिसे-पिटे आरोप लगाना भाजपा का राजनीतिक षड़यंत्र है. इसी मामले में उच्चस्तरीय जांच की मांग वाली जनहित याचिका दो साल पहले हाईकोर्ट ने खारिज कर दी थी. 2022 में पंजाब विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा ने यही आरोप लगाए थे, गृहमंत्री ने जांच भी कराई थी, पर कुछ नहीं निकला. अब एक बार फिर वही आरोप एक संगठन के अध्यक्ष, उसके महासचिव और भाजपा के एक नेता ने लगाया है.

उन्होंने कहा कि जिस मामले को तुच्छ बताकर हाईकोर्ट खारिज कर चुका है, उस आरोप की सुर्खियां बटोरने के लिए एलजी जांच करा रहे. उन्होंने कहा कि अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य, मुफ्त बिजली, पानी देने वाले सीएम केजरीवाल को अपमानित करने वाली भाजपा को हराकर जनता इसका जवाब देगी.

G News 24 : उत्तराखंड के पांडवों के समय बने देवी मंदिर तक पहुंची जंगल की आग !

 पुलिस और वन विभाग ने बचाई भक्तों की जान...

उत्तराखंड के पांडवों के समय बने देवी मंदिर तक पहुंची जंगल की आग !

उत्तराखंड के जंगलों में इन दिनों आग लगने की घटनाएं बहुत ज्यादा बढ़ गई हैं। आग की लपटों से उत्तराखंड का कुमाऊं मंडल अधिक प्रभावित है। सूत्रों की मानें तो कुमाऊं में पिछले कुछ दिनों में ही 65 से ज्यादा आग लगने की घटनाएं हुई हैं। इसके कारण 1145 हेक्टेयर से अधिक वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है। उत्तराखंड के जंगलों की इस आग ने एक प्रसिद्ध मंदिर को भी अपनी चपेट में ले लिया, अगर वन विभाग की टीम यहां समय पर नहीं पहुंचती तो श्रद्धालु गंभीर दुर्घटना का शिकार हो सकते थे। 

रविवार 5 मई को आग की लपटों ने अल्मोड़ा के दूनागिरी मंदिर को अपनी चपेट में ले लिया। ये मंदिर चारों तरफ से जंगल से घिरा है, ऐसे में आग की लपटों ने हर तरफ से मंदिर को घेर लिया था। आग की भयावहता को देखकर वहां मौजूद श्रद्धालु जान बचाने के लिए भागने लगे। इसके साथ ही सही समय पर वन विभाग की टीम भी मंदिर के पास पहुंच गई और आग की लपटों पर काबू पाया गया। इससे बड़ी घटना होने से टल गई और कोई भी श्रद्धालु आग की चपेट में नहीं आया।

उत्तराखंड के जंगलों में आग लगने की घटना कुछ दिनों में बढ़ी हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, नवंबर से अब तक जंगल में आग लगने की 910 घटनाएं सामने आई हैं। सोचनीय बात ये है कि पिछले 1-2 दिनों में 24 से ज्यादा आग लगने की घटनाओं की पुष्टि हुई है। जंगल की आग के कारण 5 लोगों की मौत और इतने ही लोगों के घायल होने की भी सूचना मिली है।  

दूनागिरी मंदिर का जिक्र हिंदू धर्म के पुराणों में भी मिलता है, माना जाता है कि अज्ञातवास के दौरान पांडवों ने यहां शरण ली थी। पांडवों के द्वारा युद्ध में विजय प्राप्त करने हेतु यहां दूनागिरी की दुर्गा माता के रूप में पूजा की गई थी। इसके साथ ही त्रेतायुग में जब संजीवनी बूटी लेने हनुमान जी हिमालय आए थे और पूरा पर्वत उठाकर लंका की तरफ जा रहे थे तो उस पहाड़ का एक हिस्सा नीचे गिर गया था।

ऐसा माना जाता है कि दूनागिरी मंदिर उसी पहाड़ पर स्थित है। माना जाता है कि अगर कोई भक्त श्रद्धापूर्वक दुनागिरी मंदिर में अखंड दीपक जलाए तो उसकी संतान प्राप्ति की कामना पूरी हो जाती है। सुख-समृद्धि और संतान प्राप्ति की कामना लिये आज भी बड़ी संख्या में भक्त माता दूनागिरी के दर्शन करने आते हैं। योग और आध्यात्म में रुचि रखने वालों के लिए भी दूनागिरी मंदिर बहुत अहमियत रखता है। 

G News 24 : लोकसभा उम्मीदवार के साथ पूरी टीम ने दिया इस्तीफा !

 अकाली दल को लगा बड़ा झटका...

लोकसभा उम्मीदवार के साथ पूरी टीम ने दिया इस्तीफा !

चंडीगढ़। चंडीगढ़ से एक बड़ी खबर सामने आ रही है, यहां शिरोमणि अकाली दल के लोकसभा उम्मीदवार ने अपना इस्तीफी दे दिया है। अकाली दल के लोकसभा उम्मीदवार हरदीप सिंह बुटरेला ने पार्टी के प्राथमिक मेंबरशिप से इस्तीफा दे दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक, हरदीप सिंह ने यह फैसला इसलिए लिया है क्योंकि पार्टी द्वारा उन्हें समर्थन नहीं मिला। साथ ही किसी तरीके की आर्थिक मदद भी नहीं दी। 

लोकसभा चुनाव लड़ रहे अकाली दल के उम्मीदवार हरदीप सिंह ने पार्टी से इस्तीफा देते हुए टिकट वापसी का भी ऐलान कर दिया है। वहीं, इसके बाद चंडीगढ़ अकाली दल की सारी टीम ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। हरदीप सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी द्वारा किसी तरीके की आर्थिक मदद नहीं दी गई, जिस कारण यह फैसला लेना पड़ा है। बुटरेला ने कहा कि सुखबीर 13 सीटों पर जोरों से प्रचार प्रसार कर रहे हैं और 14वीं यानी चंडीगढ़ सीट भूल गए हैं।

इससे पहले अकाली दल चंडीगढ़ में बीजेपी के साथ लड़ती थी, लेकिन इस बार के चुनाव में अकाली दल ने अकेले उतरने का फैसला लिया और इसी के तहत हरदीप सिंह बुटरेला को मैदान में उतारा गया था। हरदीप सिंह इस सीट पर जोर शोर से प्रचार भी कर रहे थे पर अचानक ही आज हरदीप सिंह ने अपना इस्तीफा देते हुए टिकट लौटाने की घोषणा कर दी। जानकारी दे दें कि इस सीट पर कांग्रेस ने मनीष तिवारी तो बीजेपी ने संजय टंडन को मैदान में उतारा है। अब हरदीप सिंह के मैदान छोड़ने से चुनाव कांग्रेस और बीजेपी के बीच होगा।

G News 24 : कांग्रेस खत्म करेगी आरक्षण की 50 फीसदी वाली सीमा : राहुल गांधी

  BJP करना चाहती है जीरो !

कांग्रेस खत्म करेगी आरक्षण की 50 फीसदी वाली सीमा : राहुल गांधी 

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि कारोबारियों की नजर आपके जल-जंगल-जमीन पर है. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी आपका आरक्षण खत्म करना चाहते हैं. लोकसभा चुनाव 2024 में आरक्षण का मुद्दा लगातार छाया हुआ है. संविधान बदलने का दावा कर कांग्रेस की ओर से आरक्षण को खत्म करने को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा जा रहा है. इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार (6 अप्रैल) को मध्य प्रदेश के खरगोन में एक रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा.

उन्होंने कहा कि भाजपा और नरेंद्र मोदी का अंतिम लक्ष्य वंचितों का आरक्षण छीन उसे 0% करना है, मगर हम 50% आरक्षण सीमा तोड़ कर देश में सामाजिक न्याय कर के दिखाएंगे, यह कांग्रेस की गारंटी है. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी आपका आरक्षण खत्म करना चाहते हैं. जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी के नेताओं ने साफ कहा है कि बीजेपी की सरकार बनते ही वे दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों से आरक्षण छीन लेंगे. जहां BJP आरक्षण छीनने की बात कर रही है, वहीं हम आरक्षण से 50% की लिमिट हटाकर उसे बढ़ा देंगे.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आगे कहा कि ये लड़ाई दो विचारधाराओं के बीच है. इसमें कांग्रेस संविधान की रक्षा कर रही है, जबकि, बीजेपी संविधान को खत्म करना चाहती है लेकिन, हम हर कीमत पर संविधान की रक्षा करते रहेंगे. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि मीडिया कहता है कि मनरेगा से लोगों की आदत बिगड़ती है. लेकिन जब अरबपतियों का कर्जा माफ होता है तो उसको यह विकास कहते हैं, लेकिन जैसे ही हमारी सरकार आएगी, हम मनरेगा मजदूरों को 400 रुपए दैनिक मजदूरी कर देंगे. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी आएंगे तो उनसे बोलना- खटाखट.. खटाखट.. खटाखट उनसे कहना जो आपने अरबपतियों के लिए किया, वो काम कांग्रेस पार्टी हिंदुस्तान के गरीबों के लिए करने जा रही है.

G News 24 : कुलपतियों और अन्य वरिष्ठ शिक्षाविदों ने राहुल गांधी पर की है कानूनी कार्रवाई करने की मांग !

 नियुक्ति की प्रक्रिया पारदर्शीता पर सवाल उठाने पर 200 विश्वविद्यालयों के ...

कुलपतियों और अन्य वरिष्ठ शिक्षाविदों ने राहुल गांधी पर की है कानूनी कार्रवाई करने की मांग !

नई दिल्‍ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, वाइस चांसलर्स की नियुक्ति पर दिये गए बयान पर घिरते नजर आ रहे हैं. देश के लगभग 200 विश्वविद्यालयों के वाइस चांसलर्स ने राहुल गांधी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है. इन्‍होंने साझा बयान जारी कर राहुल गांधी के आरोपों की निंदा की है. राहुल गांधी ने कहा था कि वाइस चांसलर्स की नियुक्ति योग्यता और अहर्ता को ताक पर रख कर कुछ संगठनों से संबंधों के आधार पर की जा रही है.

कुलपतियों और अन्य वरिष्ठ शिक्षाविदों ने साझा बयान में इस आरोप का खंडन किया और कहा कि कुलपतियों की नियुक्ति की प्रक्रिया पारदर्शी ढंग से योग्यता के आधार पर हो रही है. कुलपति अपने कामकाज में संस्थाओं की मर्यादा और नैतिकता का ध्यान रखते हैं. ग्लोबल रैंकिंग के हिसाब से देखें तो भारतीय विश्वविद्यालयों में महत्वपूर्ण परिवर्तन आया है.

साझा बयान में 180 वाइस चांसलर्स और शिक्षाविदों के हस्ताक्षर भी हैं. दस्तखत करने वालों में संगीत नाटक अकादमी, साहित्य अकादमी, एनसीआईआरटी, नेशनल बुक ट्रस्ट, एआईसीटीई, यूजीसी आदि के प्रमुख भी शामिल हैं.

G News 24 : मणिपुर में बारिश और ओलावृष्टि ने बरपाया कहर, 6-7 मई को बंद रहेंगे स्कूल-कॉलेज

 सरकार क्षतिग्रस्त घरों की मरम्मत कराएगी : मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह

मणिपुर में बारिश और ओलावृष्टि ने बरपाया कहर, 6-7 मई को बंद रहेंगे स्कूल-कॉलेज

इम्फाल। मणिपुर के कई हिस्सों में रविवार को भारी बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि से कई घर क्षतिग्रस्त हो गए और कई वाहनों को भी नुकसान पहुंचा है. मौसम विभाग ने मणिपुर समेत कई पूर्वोत्तर राज्यों में मंगलवार तक भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. राज्य में मौजूदा मौसम की स्थिति के चलते 6 मई और 7 मई को स्कूल और कॉलेजों बंद रहेंगे. मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा,  "राज्य में मौजूदा मौसम की स्थिति के कारण 6 मई और 7 मई, 2024 को सभी स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे. यह निर्णय मौजूदा मौसम की स्थिति से उत्पन्न खतरों के एहतियाती उपाय के रूप में लिया गया है. मैं सभी से अपडेट रहने और घर के अंदर सुरक्षित रहने का आग्रह करता हूं. राज्य सरकार जान-माल की सुरक्षा और प्रभावित लोगों की सहायता के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है".

अधिकारी ने बताया कि इम्फाल पश्चिम के कांचीपुर और तेरा सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. ओलों से टिन की छतों पर छेद हो गए हैं तो वहीं तेज हवाओं के कारण विभिन्न इलाकों में कच्ची झोपड़ियां उड़ गईं. कई इलाकों में ओले पड़ने से मोटी सफेद चादर बिछ गई. ओलावृष्टि के कारण खुले में खड़े चार पहिया वाहनों के शीशों में दरारें आ गईं. तेज हवाओं के कारण कई इलाकों में पेड़ भी उखड़ गए. एक अधिकारी ने बताया कि नुकसान का आकलन किया जा रहा है.

बारिश और ओलावृष्टि के कारण इम्फाल सहित विभिन्न स्थानों पर यातायात भी बाधित हुई है. इम्फाल पूर्व और इम्फाल पश्चिम जिलों के घाटी क्षेत्रों के कुछ हिस्से 4-5 इंच बर्फ से ढक गए है. मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने क्षतिग्रस्त घरों की मरम्मत कराने की बात भी कही है. उन्होंने फेसबुक पर पोस्ट में कहा, ''उन सभी लोगों से अनुरोध है जिनके घर आज की भारी ओलावृष्टि में क्षतिग्रस्त हो गए हैं वे तत्काल इनकी मरम्मत कराने के लिए अपने संबंधित उपायुक्त को तस्वीरें जमा करें.

G News 24 : झारखंड में मंत्री आलमगीर से जुडे मामले में ईडी के हाथ लगा नोटों का पहाड़ !

 झारखंड में टेंडर घोटाले में ED की बड़ी कार्रवाई...

झारखंड में मंत्री आलमगीर से जुडे मामले में ईडी के हाथ लगा नोटों का पहाड़ !

लोकसभा चुनाव के मद्देनजर एक तरफ जहां 7 मई को तीसरे चरण के लिए मतदान किया जाना है। वहीं दूसरी तरफ झारखंड में प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई की है। झारखंड में प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी रेड की है। इस छापेमारी में ईडी को भारी संख्या में नकदी बरामद हुआ है। बता दें कि राज्य सरकार के मंत्री आलमगीर के निजी सचिव के नौकर के ठिकानों पर छापेमारी के् दौरान भारी संख्या में कैश बरामद किया गया है। फिलहाल पैसों की गिनती की जा रही है।

दरअसल पीएमएलए (प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) के तहत ईडी ने करीब आधा दर्जन से अधिक ठिकानों पर रेड्स की। सूत्रों के मुताबिक, ईडी की ये कार्रवाई निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम और उनके करीबियों के ठिकानों पर की जा रही है। साथ ही कई राजनेताओं के ठिकानों पर पर ईडी ने रेड की है। बता दें कि झारखंड सरकार के मंत्री आलम गिर के निजी सचिव संजीव लाल के घरेलू नौकर के ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की। इस छापेमारी में भारी संख्या में कैश बरामद हुआ है। जब्त नकदी की गिनती जारी है। 

नोटों को गिनने के लिए मंगवाई गई मशीन

बता दें कि ईडी की छापेमारी में मिले नोटों का संबंध झारखंड के मंत्री आलमगीर से बताया जा रहा है। नोटों गिने के लिए मशीनों को मंगवाया गया है। बता दें कि झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम से जुड़े व्यक्ति के घर से ईडी ने भारी नकदी को बरामद किया है। अनुमान है कि जब्त नकदी करोड़ों में है। नोटों को गिनने के लिए बैंक कर्मचारियों और मशीनों को भी मंगवाया गया है। बता दें कि दो साल पहले आज ही के दिन झारखंड में आईएएस पूजा सिंघल के यहां छापेमारी की गई थी। इस छापेमारी में 17 करोड़ रुपये बरामद किए गए थे। ईडी की टीम फिलहाल रांची में एक ठिकाने पर छापेमारी कर रही है। 

वीरेंद्र के राम मामले में हुई छापेमारी

बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय ने ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र के राम से जुड़े मामले में छापेमारी की है। बता दें कि चीफ इंजीनियर वीरेंद्र के राम को फरवरी 2023 में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था। दरअसल उनपर कुछ योजनाओं में उनके क्रियान्वयन में कथित तौर पर मनी लॉन्ड्रिंग तथा अनियमितता का आरोप था। इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय की टीम वीरेंद्र के राम तक पहुंची और उन्हें गिरफ्तार किया गया। बता दें कि ईडी की छापेमारी में भारी मात्रा में मिले कैश के बाद कई लोग गिरफ्तार किए जा सकते हैं।

G News 24 : भाजपा प्रत्याशी के काफिले में हुई फायरिंग से गूंज उठा बाजार !

 फायरिंग का वीडियो हुआ वायरल ...

भाजपा प्रत्याशी के काफिले में हुई फायरिंग से गूंज उठा बाजार !

गोंडा। कैसरगंज से बहुचर्चित संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी करण भूषण सिंह के काफिले में फायरिंग का वीडियो सामने आया है। हर्ष फायरिंग में गोलियों की तड़तड़ाहट के साथ धुआं भी दिखाई पड़ा। करण, सांसद बृजभूषण सिंह के छोटे बेटे हैं। शुक्रवार को उन्होंने दलबल के साथ नामांकन किया था। शनिवार को विश्नोहरपुर से सुबह काफिला निकला और जगह-जगह स्वागत का कार्यक्रम चल रहा। काफिला निकला तो तरबगंज विधानसभा क्षेत्र में बेलसर (रगड़गंज) बाजार का इलाका गोलियों से गूंज उठा।

इस दौरान सैकड़ों समर्थकों की उमड़ी भीड़ के बीच पुलिस प्रशासन तमाशबीन बना रहा। अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। इतना ही नहीं पार्टी प्रत्याशी के फेसबुक समेत अन्य सोशल मीडिया अकाउंट पर बाकायदा इसका वीडियो भी अपलोड किया गया। जिसमें नवाबगंज पालिका परिषद के अध्यक्ष डॉ. सत्येंद्र सिंह वीडियो बनाने वाले समर्थक को रोकते नजर आ रहे हैं। इस दौरान लगातार कई राउंड फायरिंग की गई।

महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपों से घिरे भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष व कैसरगंज से भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के बेटे करण भूषण सिंह को भाजपा ने टिकट दिया है। नामांकन से पहले शुक्रवार को प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने उनके पक्ष में जनसभा की। शनिवार सुबह कैसरगंज सांसद के बेटे व भाजपा प्रत्याशी करण भूषण सिंह की गाड़ियों का काफिला निकला। इस वजह जाम लग गया। इस दौरान लोग घंटों तक परेशान रहे। इस दौरान भीड़ के बीच फायरिंग शुरू हो गई। गनीमत रही कि कोई हादसा नहीं हुआ। मामले से काफी देर तक पुलिस प्रशासन व एसटीएफ की टीम को इसकी खबर न लगी।  पुलिस अधिकारियों ने छानबीन की बात कही है।

G News 24 : अब एक और कांग्रेस की उम्मीदवार ने चुनाव लड़ने से कर दिया है इनकार !

 ओडिशा कांग्रेस के प्रभारी बोले फण्ड का इंतजाम आप खुद कीजिए : सुचारिता मोहंती

अब एक और कांग्रेस की उम्मीदवार ने चुनाव लड़ने से कर दिया है इनकार !

तीसरे चरण में 7 मई को 12 राज्यों की 94 सीटों पर मतदान किया जाएगा। इस बीच सूरत, इंदौर के बाद अब कांग्रेस को फिर से झटका लगा है। दरअसल सूत्रों से खबर निकल कर आ रही है कि ओडिशा की पुरी लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार सुचारिता मोहंती ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। मोहंती ने आरोप लगाया है कि पार्टी उन्होंने आर्थिक तौर पर चुनाव लड़ने में कोई मदद नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि पार्टी द्वारा चुनावों में मिलने वाली फंडिंग के बगैर चुनाव प्रचार करने मेरे लिए संभव नहीं है, यही कारण है कि चुनाव लड़ने से मैं मना कर रही हूं।

सुचारिता मोहंती ने चुनाव लड़ने से किया इनकार

बता दें कि सुचारिता मोहंती ने फंडिंग न मिलने को लेकर नाराजगी जताई। इस बाबत उन्होंने अपने लोकसभा के टिकट को लौटा दिया है। बता दें कि पुरी लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी ने संबित पात्रा को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल को लिखे गए पत्र में सुचारिता मोहंती ने कहा कि पुरी संसदीय क्षेत्र में हमारा चुनावी कैंपेन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। इसके पीछे का कारण है कि मुझे पार्टी की तरफ से चुनाव कैंपेन के लिए फंडिंग देने से इनकार कर दिया गया है। इसको लेकर जब ओडिशा कांग्रेस के प्रभारी डॉ. अजॉय कुमार जी को बताया तो उन्होंने कहा कि इसका इंतजाम आप खुद कीजिए।

सूरत के उम्मीदवार ने वापस लिया था नामांकन

बता दें कि इससे पूर्व सूरत और इंदौर में भी इस तरह की घटना देखने को मिली है। इससे पूर्व इंदौर में कांग्रेस को झटका लगा था। दरअसल यहां से लोकसभा उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने नामांकन वापस लेने के आखिरी दिन अपना पर्चा वापस ले लिया। इसके बाद वो भाजपा में शामिल हो गए। मध्य प्रदेश भाजपा ने सोशल मीडिया वेबसाइट एक्स पर ट्वीट करके बताया कि इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय बम ने अपना नामांकन वापस ले लिया है। इसके बाद मध्य प्रदेश के मंत्री और भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट करके बताया है कि अक्षय कांति बम भाजपा में शामिल हो गए हैं।

G News 24 : विशेष दर्जा खत्म किया जाना जम्मू-कश्मीर के लोगों को अस्वीकार्य है : महबूबा मुफ्ती

 पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती अभी भी 370 वापसी की उम्मीद लगाए बैठी है... 

विशेष दर्जा खत्म किया जाना जम्मू-कश्मीर के लोगों को अस्वीकार्य है : महबूबा मुफ्ती 

5अगस्त, 2019 को लिए गए फैसलों को वापस लेने की मांग पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने फिर दोहराई है जो अब कभी पूरी नहीं हो सकती है फिर भी वोटर्स को बरगलाने के लिए ये मांग दोहराई जा रही है.  उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जम्मू-कश्मीर के लोग अपनी विशिष्ट पहचान की रक्षा के लिए एकजुट हैं.बुधल राजौरी में कई सार्वजनिक सभाओं को संबोधित करते हुए महबूबा ने कहा कि विशेष दर्जा खत्म किया जाना जम्मू-कश्मीर के लोगों को अस्वीकार्य है, चाहे वे किसी भी धर्म, जाति या धर्म के हों.

‘हमारी पहचान छीन ली गई’

पीडीपी अध्यक्ष ने कहा, ‘हमारी पहचान छीन ली गई. हमारा विशेष दर्जा छीन लिया गया. यह हमें अस्वीकार्य है.‘ उन्होंने कहा कि लद्दाखी और डोगरी सहित विभिन्न समुदाय क्षेत्र पर थोपे गए बदलावों के कारण निराश है और बेदखल महसूस कर रहे हैं.

‘लद्दाख के लोग प्रदर्शन कर रहे हैं’

महबूबा ने कहा, ‘लद्दाख के लोग 5 अगस्त 2019 को जो कुछ हुआ, उसके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. यहां तक ​​कि वहां के व्यापारियों को भी लगता है कि उनकी जमीनें छीनी जा रही हैं और उनके पास कुछ भी नहीं बचा है. जम्मू का डोगरा समुदाय पहले उम्मीद करता था कि अनुच्छेद 370 के हटने से उसे किसी तरह से फायदा होगा, लेकिन अब वह विशेष दर्जा हटाए जाने से परेशान है, क्योंकि वहां के लोगों के संसाधन छीने जा रहे हैं.’

पीडीपी अध्यक्ष ने असहमति के दमन का हवाला देते हुए कहा कि युवा जो दिन-प्रतिदिन के मुद्दों के खिलाफ आवाज उठाने की हिम्मत करते हैं, उनके खिलाफ सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) का इस्तेमाल किया जाता है. उन्होंने कहा, ‘हमारे यहां उत्पादित बिजली अन्य राज्यों में मुफ्त दी जा रही है, जबकि यहां इसकी कीमत 10 गुना बढ़ा दी गई है. गरीब लोग इतनी बड़ी बिजली की बकाया राशि कैसे चुका पाएंगे?’

‘प्रशासन पेश कर रहा अलग तस्वीर’

पूर्व सीएम ने कहा, ‘प्रशासन एक अलग तस्वीर पेश करने की कोशिश कर रहा है, जैसे कि जम्मू-कश्मीर में हर जगह दूध की धारा बह रही हो. वास्तविकता भयावह रूप से निराशाजनक है. हर बीतते दिन के साथ लोगों का हौसला कम होता जा रहा है. महबूबा ने कहा, "डोगरा समुदाय के लोगों को अपने बच्चों को डोगरी, गुज्जरों को अपने बच्चों को गूजरी, पंजाबियों को पंजाबी और कश्मीरियों को कश्मीरी बोलना सिखाना चाहिए. भाषा हमें हमारी जड़ों से जोड़े रखती है. हमें अपनी पहचान की रक्षा के लिए वो सब कुछ करना चाहिए जो कुछ भी हमारे हाथ में है.

G.NEWS 24 : इनकम टैक्स नियमों में बदलाव की रिपोर्ट को वित्त मंत्री ने बताया अफवाह !

मैं आश्चर्यचकित हूं कि यह बातें कहां से आ रही हैं...

इनकम टैक्स नियमों में बदलाव की रिपोर्ट को वित्त मंत्री ने बताया अफवाह !

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इनकम टैक्स नियमों में बदलाव की खबरों को अफवाह करार दिया है. इन खबरों को सेंसेक्स में शुक्रवार को आई बड़ी गिरावट की एक वजह माना जा रहा था. रिपोर्ट में दावा किया गया था कि लोकसभा चुनाव के बाद नई सरकार कार्यभार संभालने के साथ ही टैक्स में कमी को रोकने, जुर्माने के प्रावधान और सभी एसेट पर यूनिफॉर्म टैक्स लागू कर सकती है. फिलहाल एसेट पर अलग-अलग टैक्स का प्रावधान है. 

निर्मला सीतारमण ने एक न्यूज चैनल की रिपोर्ट पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि मैं आश्चर्यचकित हूं कि यह बातें कहां से आ रही हैं. इन्हें चेक क्यों नहीं किया जाता. यह कोरी अफवाह के सिवाय कुछ नहीं है. चैनल ने ट्वीट कर दावा किया था कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट नए नियम लाने की तैयारी में जुटा हुआ है. फिलहाल शेयर और इक्विटी आधारित म्युचुअल फंड से होने वाले लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स (LTCG) के 1 लाख रुपये से ज्यादा होने पर 10 फीसदी के रेट से टैक्स लगता है. 

उधर, एफडी से होने वाली आय पूरी तरह टैक्स के दायरे में आती है. इनकम टैक्स नियमों के अनुसार, डेट म्यूचुअल फंड निवेशकों को 36 महीने के भीतर होल्डिंग अवधि के लिए शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्स का भुगतान करना पड़ता है. दूसरी ओर डेट फंड पर एलटीसीजी इंडेक्सेशन लाभ के साथ 20 फीसदी है. यदि इन नियमों में कोई बदलाव किया जाता है तो इक्विटी निवेशकों पर इसका बहुत बुरा असर पड़ेगा. नए नियम डेट इनवेस्टर्स के लिए ज्यादा फायदेमंद साबित होंगे. 

ऐसा माना जा रहा है कि इस रिपोर्ट के चलते निवेशकों में घबराहट पैदा हुई और सेंसेक्स 1100 अंक तक नीचे चला गया था. शाम को यह 733 प्वॉइंट नीचे जाकर बंद हुआ. निफ्टी भी 172.35 अंक लुढ़का है. साथ ही इन दिनों आ रहे तिमाही नतीजे, कंपनियों की वैल्यूएशन और चुनाव से जुड़ी खबरें भी बाजार एवं निवेशकों पर असर डाल रही हैं. अगले दो दिन बाजार बंद रहने के बाद अब शेयर मार्केट सोमवार को खुलेगा.

G.NEWS 24 : रायबरेली से नामांकन भरने पर भावुक हुए राहुल गाँधी

इस लड़ाई में आप सभी मेरे साथ खड़े हैं...

रायबरेली से नामांकन भरने पर भावुक हुए राहुल गाँधी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार (3 मई) को उत्तर प्रदेश की रायबरेली लोकसभा सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है. इस दौरान उनके साथ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी और रॉबर्ट वाड्रा भी मौजूद थे. बता दें, कि कांग्रेस ने इससे पहले रायबरेली सीट पर उम्मीदवारी को लेकर बने रहस्य से पर्दा हटाते हुए राहुल गांधी को मैदान में उतारने की घोषणा की थी. रायबरेली पिछले दो दशक से उनकी मां सोनिया गांधी का निर्वाचन क्षेत्र रहा है. 

नामांकन दाखिल करने बाद राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा, कि रायबरेली से नामांकन मेरे लिए भावुक पल था. मेरी मां ने मुझे बड़े भरोसे के साथ परिवार की कर्मभूमि सौंपी है और उसकी सेवा का मौका दिया है. अमेठी और रायबरेली मेरे लिए अलग-अलग नहीं हैं, दोनों ही मेरा परिवार हैं और मुझे खुशी है कि 40 वर्षों से क्षेत्र की सेवा कर रहे किशोरी लाल जी अमेठी से पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे. 

राहुल गांधी ने आगे लिखा कि अन्याय के खिलाफ चल रही न्याय की जंग में मैं मेरे अपनों की मोहब्बत और उनका आशीर्वाद मांगता हूं. मुझे विश्वास है कि संविधान और लोकतंत्र को बचाने की इस लड़ाई में आप सभी मेरे साथ खड़े हैं. बता दें, कि कांग्रेस ने शुक्रवार (3 मई) को रायबरेली और अमेठी के लिए पार्टी के उम्मीदवारों पर सस्पेंस को अंतिम समय में समाप्त कर दिया है. इन दोनों सीटों पर 20 मई को पांचवें चरण के दौरान मतदान होना है. 

पार्टी ने राहुल गांधी को रायबरेली से और किशोरी लाल शर्मा को अमेठी से उम्मीदवार बनाया है. बता दें, कि राहुल गांधी 2019 में अमेठी सीट से चुनाव हार गए थे, लेकिन केरल की वायनाड सीट से जीते थे. बताया जा रहा है, कि रायबरेली में राहुल गांधी का मुकाबला कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में आए दिनेश प्रताप सिंह से है. दिनेश सिंह उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भी हैं. राहुल गांधी केरल के वायनाड लोकसभा सीट से भी उम्मीदवार हैं. वहां दूसरे चरण के दौरान 26 अप्रैल को वोटिंग हुई.

G.NEWS 24 : देश में जब भी संकट आएगा तो सबसे पहले राहुल इटली भाग जाएंगे : CM योगी

संभल की एक चुनावी रैली में जमकर निशाना साधा...

देश में जब भी संकट आएगा तो सबसे पहले राहुल इटली भाग जाएंगे : CM योगी

संभल। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभल की एक चुनावी रैली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा और कहा कि देश में जब भी संकट आएगा तब राहुल गांधी सबसे पहले इटली भाग जाएंगे। उन्होंने कहा कि वह चुनाव शुरू होते ही गठबंधन करते हैं और चुनाव खत्म होने के बाद भाग जाते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभल लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी परमेश्वर लाल सैनी के पक्ष में वोट डालने की अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘देश में जब भी संकट आएगा तो सबसे पहले राहुल इटली भाग जाएंगे। उन्हें भारत और यहां की जनता की याद नहीं आएगी। लेकिन जब चुनाव आते हैं तो इन्हें रामलला याद आ जाते हैं और उत्तर प्रदेश आ धमकते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी चुनाव शुरू होते ही चुनावी गठबंधन करने लगते हैं और चुनाव खत्म होते ही भाग जाते हैं। यही इनकी फितरत है। वह पांच वर्षों तक दिखाई नहीं देंगे।’’ 

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘कांग्रेस और सपा का गठबंधन ‘इंडिया’ पिछड़ी जाति के आरक्षण में कटौती कर उसे अल्पसंख्यकों को देनी की बात कहता है जबकि बाबा साहब भीमराव आंबेडकर धर्म के आधार पर आरक्षण के खिलाफ थे क्योंकि धर्म के आधार पर आरक्षण भारत के विभाजन का आधार बनेगा।’’ सीएम योगी ने कहा, ‘‘ये (कांग्रेस और सपा) देश का फिर से विभाजन चाहते हैं। वे जातिगत जनगणना कराकर लोगों को जातीय समूह में बांटकर उन्हें लड़ाना चाहते हैं। हम आरक्षण में सेंध लगाकर किसी भी दल को ऐसा होने नहीं देंगे।’’ योगी ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में हर नागरिक और परिवारों को जाति, मजहब तथा भाषा से ऊपर उठकर योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। यही वजह है कि पूरा देश एक स्वर में ‘एक बार फिर से मोदी सरकार’ का नारा लगा रहा है।’’ मुख्यमंत्री योगी ने कहा, ‘‘देश में राहुल गांधी की कोई तारीफ नहीं करता है, लेकिन पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी कर रहे हैं। यह इनका असली चेहरा है।’’ इससे पहले लखनऊ में जारी एक बयान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पाकिस्तान से कांग्रेस के समर्थन में कथित तौर पर उठी आवाज को लेकर राहुल गांधी और इंडिया गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि अब यह स्पष्ट हो गया है कि ‘कांग्रेस का हाथ देश के दुश्मनों के साथ’ है।

बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यदि नरेन्द्र मोदी और भाजपा जीतते हैं तो देश में दीपावली मनाई जाती है वहीं कांग्रेस की जीत पर पाकिस्तान में जश्न मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि जनता को यह अंतर समझना चाहिए और देश विरोधी तत्वों को नकार देना चाहिए। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पाकिस्तान सरकार के एक पूर्व मंत्री ने पुलवामा की घटना का समर्थन किया था और वही व्यक्ति आज राहुल गांधी का समर्थन कर रहा है। उन्होंने कहा ‘‘यह दिखाता है कि मोदी जीतेंगे तो भारत में दीपावली होगी, लेकिन यदि कांग्रेस कहीं पर सफलता प्राप्त करे तो पाकिस्तान प्रफुल्लित होता है।’’ मुख्यमंत्री ने कहा ‘‘कांग्रेस ने अपने स्वार्थ के लिए पहले देश का विभाजन किया और फिर अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए तुष्टिकरण की नीतियों को आगे बढ़ाया जिसके दुष्परिणाम के चलते देश में अलगाववाद और उग्रवाद चरम पर पहुंचा।’’

G News 24 : जजों को सप्ताहिक अवकाश भी नहीं, वेकेशन तो भूल ही जाईये : जस्टिस बीआर गवई

 जो लोग आलोचना करते हैं, वे नहीं जानते कि हमारे पास शनिवार, विवार की भी छुट्टियां नहीं होतीं...

जजों को सप्ताहिक अवकाश भी नहीं, वेकेशन तो भूल ही जाईये : जस्टिस बीआर गवई

नई दिल्ली।  देश का सर्वोच्च न्यायालय सुप्रीम कोर्ट के तीसरे सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश जस्टिस बीआर गवई ने बुधवार को वकीलों से आग्रह किया है कि वह कोर्ट की गर्मियों की छुट्टियों से पहले केस में बहस पूरी कर लें ताकि उस दौरान वह अपना जजमेंट लिख सकें। उन्होंने कहा है कि जजों के पास वीकेंड की भी छुट्टी नहीं होती है। वेकेशन के बारे मे तो भूल ही जाईये।

सुप्रीम कोर्ट में 18 मई से 7 जुलाई तक रहेंगी छुट्टियां

सुप्रीम कोर्ट में 18 मई से 7 जुलाई तक गर्मी की छुट्टियां रहेंगी। एक मुकदमे को कल के लिये स्थगित करते हुए, जिसमें पश्चिम बंगाल ने आरोप लगाया है कि सामान्य सहमति के बिना सीबीआई राज्य में मामलों की जांच कर रही है। जस्टिस गवई ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से कहा है कि अगर आप 3 दिनों में बहस पूरी कर लें हम गर्मी की छुट्टियों में जजमेंट लिख सकते हैं।

‘हमारे पास शनिवार और रविवार की भी छुट्टियां नहीं’

मेहता ने कहा, ‘जो लोग हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट की लंबी छुट्टियों की आलोचना करते हैं, वे नहीं जानते कि जज कितना काम करते हैं.’ उन्हें जवाब देते हुए जस्टिस गवई ने कहा, ‘जो लोग आलोचना करते हैं, वे नहीं जानते कि हमारे पास शनिवार, रविवार की भी छुट्टियां नहीं होतीं।यहां तक कि समारोहों और सम्मेलनों के लिए भी हमें तैयारी करनी होती है. आईपैड का शुक्र है जिसकी वजह से हमें हर जगह फाइलें लेकर जाने की जरूरत नहीं पड़ती और फ्लाइट्स में भी हम पढ़ सकते हैं.।

G News 24 : प्रज्वल रेवन्ना को 15 मई को गिरफ्तार किया जा सकता है,लुकआउट नोटिस जारी !

भाजपा नेता देवराज गौड़ा को यौन शोषण वाली पैन ड्राइव देने देने वाला ड्राइवर लापता...

 प्रज्वल रेवन्ना को 15 मई को गिरफ्तार किया जा सकता है,लुकआउट नोटिस जारी !

जनता दल सेक्युलर के नेता और कर्नाटक की हासन लोकसभा सीट से सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है। कर्नाटक के गृहमंत्री डॉ.जी परमेश्वर ने गुरुवार को कहा कि महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे प्रज्वल रेवन्ना को गिरफ्तार करने के लिए लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है। प्रज्वल इस समय विदेश में हैं। इस वजह से विशेष जांच दल (एसआईटी) के सामने पेश होने के लिए सात दिन और मांगे हैं। इस पर उन्होंने कहा कि 24 घंटे से अधिक समय देने का प्रावधान नहीं है। एसआईटी मामले की जांच कर रही है।  मंत्री ने कहा "यह लुकआउट नोटिस यह पता चलने के तुरंत बाद जारी किया गया कि प्रज्वल रेवन्ना विदेश चले गए हैं। सभी बंदरगाहों और हवाई अड्डों को इस बारे में बता दिया गया है।” प्रज्वल रेवन्ना पूर्व प्रधानमंत्री और जद (एस) संरक्षक एचडी देवेगौड़ा के पोते और विधायक व पूर्व मंत्री एचडी रेवन्ना के बेटे हैं। इसके पहले हाल के दिनों में हासन में कथित तौर पर सांसद से जुड़े कुछ वीडियो क्लिप प्रसारित होने लगे थे। वे हासन लोकसभा क्षेत्र से एनडीए के उम्मीदवार हैं। इस सीट पर 26 अप्रैल को मतदान हुआ था। 

कानूनी राय ले रही एसआईटी

गृहमंत्री परमेश्वर ने कहा, “आरोपी को समय दिए जाने के बारे में एसआईटी के सदस्य कानूनी राय ले रहे हैं। एसआईटी उन्हें गिरफ्तार करने के लिए कदम उठाएगी, क्योंकि 24 घंटे से अधिक समय देने का प्रावधान नहीं है। इससे पहले एक महिला ने प्रज्वल और उनके पिता के खिलाफ यौन उत्पीड़न को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने कहा कि एक और पीड़िता ने प्रज्वल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। मंत्री ने कहा "पीड़िता के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। इस बीच एक और महिला ने शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बारे में मैं जानकारी नहीं दे सकता।

इस बीच, सूत्रों ने बताया कि मौजूदा सांसद और हासन लोकसभा क्षेत्र से एनडीए के उम्मीदवार प्रज्वल रेवन्ना के 15 मई की आधी रात बेंगलुरु पहुंचने की उम्मीद है। उसने विशेष जांच दल (SIT) के सामने पेश होने के लिए समय मांगा था। एसआईटी ने अभी तक उसके अनुरोध का जवाब नहीं दिया है। प्रज्वल रेवन्ना के शुक्रवार को फ्रैंकफर्ट (जर्मनी) से बेंगलुरु पहुंचने की उम्मीद थी।

SIT नोटिस के बाद से पूर्व ड्राइवर लापता

एक अन्य घटनाक्रम में आरोपी प्रज्वल रेवन्ना के पूर्व ड्राइवर ने कबूल किया था कि उसने जेडी-एस नेता द्वारा महिलाओं के साथ यौन शोषण के वीडियो वाली पेन ड्राइव भाजपा नेता देवराज गौड़ा को दी थी। एसआईटी नोटिस के बाद से वह लापता है। ड्राइवर कार्तिक ने प्रज्वल रेवन्ना के साथ 13 साल तक काम किया और एक साल पहले एक कथित जमीन सौदे को लेकर उनके बीच विवाद हो गया।

ड्राइवर के लापता होने के पीछे कुछ प्रभावशाली नेता : एचडी कुमारस्वामी

वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी आरोप लगा रहे हैं कि ड्राइवर के लापता होने के पीछे कुछ प्रभावशाली नेता हैं। उन्होंने डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार की ओर इशारा करते हुए सवाल उठाया है कि कार्तिक को मलेशिया किसने भेजा? शिवकुमार ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान पूछा, ''क्या भाई ऐसा कह रहे हैं? इसका मतलब है कि वह सब कुछ जानते हैं। उन्हें केंद्र सरकार से जानकारी लेने दीजिए। मैं पागल नहीं हूं कि कार्तिक को विदेश जाने दूं। मैं एक स्ट्रीट फाइटर हूं। मुझे लोगों को छिपाकर राजनीति करने की कोई जरूरत नहीं है।" उन्होंने कहा कि कार्तिक ने दावा किया था कि उसने प्रज्वल रेवन्ना के अश्लील वीडियो वाली पेन ड्राइव बीजेपी नेताओं को दी थी। पेन ड्राइव जारी करने पर चर्चा बाद में होने दीजिए। आइए असली मुद्दे से न भटकें। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर प्रज्वल रेवन्ना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने का आग्रह किया है।

सच्चाई जल्द ही सामने आएगी : प्रज्वल रेवन्ना

कर्नाटक में कांग्रेस सरकार द्वारा प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों की जांच के लिए एसआईटी गठित करने के बाद मंगलवार सुबह उसे जेडी-एस से निलंबित कर दिया। प्रज्वल रेवन्ना ने बुधवार को इस मुद्दे पर पहली बार टिप्पणी की। उसने कहा कि सच्चाई जल्द ही सामने आएगी। मैं पूछताछ में शामिल होने के लिए बेंगलुरु में नहीं हूं। मैंने अपने वकील के माध्यम से बेंगलुरु सीआईडी को सूचित कर दिया है।

रेवन्ना ने जर्मनी यात्रा के संबंध में विदेश मंत्रालय से कोई राजनीतिक मंजूरी नहीं ली :विदेश मंत्रालय

वहीं विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने प्रज्वल रेवन्ना को लेकर कहा, ''उक्त सांसद की जर्मनी यात्रा के संबंध में विदेश मंत्रालय से न तो कोई राजनीतिक मंजूरी मांगी गई थी और न ही जारी की गई थी। जाहिर है, कोई वीजा नोट भी जारी नहीं किया गया था। मंत्रालय ने उक्त सांसद के लिए किसी अन्य देश के लिए कोई वीजा नोट भी जारी नहीं किया है...हां, उन्होंने राजनयिक पासपोर्ट पर यात्रा की थी।

G News 24 : बृजभूषण के बेटे को टिकट देना बीजेपी की मजबूरी या जरूरी !

 कैसरगंज में परिवारवाद  से आगे नहीं बढ़ पाई बीजेपी !

बृजभूषण के बेटे को टिकट देना बीजेपी की मजबूरी या जरूरी !

कैसरगंज सीट को लेकर बीजेपी की तरफ से आधिकारिक पटाक्षेप हो गया है. मौजूदा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के छोटे बेटे और यूपी कुश्ती संघ के अध्यक्ष करणभूषण को टिकट दे दिया गया है. लेकिन ये समझना जरूरी है कि आखिर बीजेपी क्यों बृजभूषण के परिवार से आगे नहीं बढ़ पाई.उत्तर प्रदेश की कैसरगंज लोकसभा सीट से बृजभूषण शरण सिंह का टिकट उनके परिवार के ही सदस्य को दिया गया है. बीजेपी ने आधिकारिक ऐलान भी कर दिया है. 

हालांकि इससे पहले ही बृजभूषण के परिवार की तरफ से इसकी पुष्टि हो गई है कि कैसरगंज से करणभूषण ही प्रत्याशी होंगे. इसका मतलब यह हुआ कि बीजेपी बृजभूषण के साये से बाहर नहीं निकल पाई. इसके कारणों के तह में जाएंगे. करणभूषण इस समय यूपी कुश्ती संघ की अध्यक्ष हैं और वे यूपी कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं. 34 साल के करणभूषण डबल ट्रैप शूटिंग के नेशनल खिलाड़ी हैं और ऑस्ट्रेलिया से बिजनेस मैनेजमेंट पढ़ चुके हैं. 

असल में कैसरगंज वैसे तो कहने को बहराइच जिले की एक विधानसभा का नाम है. लेकिन कैसरगंज लोकसभा सीट का पूरा ताना-बाना गोंडा जिले में ही है. इस लोकसभा सीट  में पांच विधानसभाएं हैं. गोंडा की तीन और बहराइच की दो विधानभाएं शामिल हैं. गोंडा की तरबगंज, नवाबगंज और करनैलगंज जबकि बहराइच की कैसरगंज और पयागपुर विधानसभा इसमें शामिल है. बृजभूषण और उनका परिवार खुद नवाबगंज से आते हैं, यहीं पर उनका पैतृक निवास विश्नोहरपुर गांव में है.

दबदबा सिर्फ कैसरगंज तक ही सीमित नहीं !

बृजभूषण शरण सिंह का दबदबा सिर्फ इन पांच विधानसभाओं और कैसरगंज लोकसभा सीट तक ही सीमित नहीं है. गोंडा लोकसभा सीट से भी वे सांसद रह चुके हैं. उनके बड़े बेटे प्रतीक भूषण गोंडा सदर विधानसभा से विधायक हैं. इधर गोंडा से सटे अयोध्या में ही बृजभूषण ने राजनीति का ककहरा सीखा है. राम मंदिर आंदोलन में सबसे बड़े स्थानीय नेता के रूप में उभरे बृजभूषण ने उसी समय अपना नाम आस-पास के जिलों में चर्चा में ला दिया था. तभी से लेकर अब तक करीब तीन दशक के बाद भी क्षेत्र में उनका बोलबाला बना हुआ है.

2009 में बृजभूषण सपा से लड़े और जीत गए

पिछले कुछ समय से जब बृजभूषण गलत कारणों से चर्चा में रहे तो यही चर्चा रही कि अगर बीजेपी ने उनका टिकट काटा तो वे समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ सकते हैं. ऐसा एक बार हुआ भी है जब 2009 में बृजभूषण सपा से लड़े और जीत गए. यहां तक कि इसी आस में सपा ने इस बार टिकट का भी ऐलान कैसरगंज से नहीं किया था. अगर ऐसा होता तो बीजेपी के लिए इस सीट पर मुश्किल खड़ी हो सकती थी. सिर्फ कैसरगंज सीट पर ही नहीं बल्कि आसपास की सीट भी बीजेपी के लिए दिक्कत पैदा कर सकती थी. यह एक बड़ा कारण था कि बीजेपी को उनके बेटे को टिकट देना पड़ गया है. 

 करणभूषण सिंह इस समय यूपी कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं और बेदाग़ छवि के माने जाते हैं. 

उधर करणभूषण सिंह इस समय यूपी कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं और बेदाग़ छवि के माने जाते हैं. आसपास के इलाकों में उनके परिवार का दबदबा बरकरार है. वे खुद पिछले काफी समय से अपने पिता और भाई के साथ रैलियों और सभाओं में देखे जाते रहे हैं. ऐसे में बीजेपी ने उन पर दांव लगा दिया है. अब देखना होगा कि कैसरगंज सीट से उनके सामने इंडिया गठबंधन किसको चुनाव मैदान में उतार सकती है.

एक और बड़ा कारण यह भी है कि कैसरगंज सीट पर बड़े कद का कोई नेता ही नहीं मौजूद है

बीजेपी के लिए बृजभूषण पर ही निर्भर रहने का एक और बड़ा कारण यह भी है कि कैसरगंज सीट पर बड़े कद का कोई नेता ही नहीं मौजूद है जो बृजभूषण की टक्कर ले सकता है. जिन दो नामों की चर्चा चल रही थी उनमें तरबगंज विधानसभा के विधायक प्रेम नारायण पांडेय और दूसरे करनैलगंज विधानसभा सीट से विधायक अजय सिंह का नाम शामिल है. ये दोनों बीजेपी के विधायक हैं और बृजभूषण के ही खास माने जाते हैं. ऐसे में इन दोनों ने बहुत इच्छा नहीं जताई थी. ऐसे में बीजेपी ने बृजभूषण के बेटे को टिकट दे दिया.

G News 24 : PM मोदी 'मास रेपिस्ट' के लिए मांग रहे वोट : राहुल गांधी

  'मोदी जी को देश की महिलाओं से सिर झुकाकर माफी मांगनी चाहिए' :राहुल गांधी

PM मोदी 'मास रेपिस्ट' के लिए मांग रहे वोट : राहुल गांधी 


कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कर्नाटका के शिवमोगा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी ने 22 अरबपति बनाए है. राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के अरबपति मित्र को पैसा नहीं मिलने वाला है. उन्होंने कहा कि 30 लाख सरकारी नौकरी खाली पड़ी हैं, चुनाव जीतते ही हम आपके हवाले कर देंगें. जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मनरेगा में आज 250 मिलता है, हमारी सरकार 400 रुपया देगी. राहुल ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि नरेन्द्र मोदी अरबपति का कर्ज माफ करते हैं, हम हिन्दुस्तान के हर एक गरीब किसान का कर्ज माफ करेंगें. उन्होंने आपको बेरोजगारी दी है. नरेन्द्र मोदी जी ने सबको गरीब बना दिया है.

PM मोदी 'मास रेपिस्ट' के लिए मांग रहे वोट : राहुल गांधी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी 'मास रेपिस्ट' के लिए वोट मांग रहे हैं. प्रज्वल रेवन्ना ने सैकड़ों महिलाओं का रेप कर उनका अश्लील वीडियो बनाया और नरेंद्र मोदी भरे मंच से उस बलात्कारी का समर्थन करते हैं और कहते हैं- 'अगर आपने इस बलात्कारी को वोट दिया तो मेरी मदद होगी. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने देश की सभी महिलाओं का अपमान किया है, उन्हें देश की महिलाओं से हाथ जोड़कर, सिर झुकाकर माफी मांगनी चाहिए.

राहुल ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी जी की गांरटी है मास रेपिस्ट को देश से भागने देंगें. जो 400 रेप करता है उसे प्रधानमंत्री जी ने जर्मनी भेज दिया. उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री ने मास रेपिस्ट को जर्मनी जाने दिया. मास रेपिस्ट को बीजेपी बचा सकती है. 

हर गरीब परिवार की एक महिला को 1 लाख रुपये सालाना : राहुल गांधी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि कर्नाटका में हमने 5 गांरटी दी. जहां हर गरीब परिवार की लिस्ट बनायी जायेगी. उन्होंने कहा कि हर परिवार से एक महिला का नाम चुना जायेगा. जहां पर साल में एक लाख महिला के बैंक अकाऊंट में पैसा जाएगा.

G News 24 : सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस के मास्टरमाइंड,गोल्डी बराड़ की हुई अमरीका मेंहत्या !

 गोल्डी बराड़ की हत्या की जिम्मेदारी गैंगस्टर अर्श डल्ला और लखबीर ने ली ...

सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस के मास्टरमाइंड,गोल्डी बराड़ की हुई अमरीका में हत्या ! 

चंडीगढ़। पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मास्टरमाइंड गोल्डी बराड़ की अमेरिका में हत्या की चर्चा है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मीडिया में इसको लेकर चर्चा बनी हुई है। हालांकि, अभी तक किसी जांच एजेंसी या अंबेसी ने इसकी पुष्टि नहीं की है। गैंगस्टर गोल्डी बराड़ की हत्या की जिम्मेदारी गैंगस्टर अर्श डल्ला और लखबीर ने ली है। एक अमेरिकी न्यूज चैनल ने दावा किया कि अमेरिका के फेयरमोंट और होल्ट एवेन्यू में बीते मंगलवार को शाम 5:25 बजे गोलियां मारकर गोल्डी बराड़ की हत्या कर दी गई। गोल्डी बराड़ अपने एक साथी के साथ घर के बाहर गली में खड़ा था। इसी दौरान कुछ बदमाश आए और गोलियां मारकर भाग गए। लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, इस वजह से माना जा रहा है कि गोल्डी बराड़ की हत्या पर संशय है।

गोल्डी बराड़ पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब का रहने वाला था। गोल्डी बराड़ के चचेरे भाई गुरलाल बराड़ की चंडीगढ़ में हत्या की गई थी। गुरलाल को इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 स्थित एक क्लब के बाहर 11 अक्टूबर, 2020 की रात गोली मारी गई थी। वह पंजाब यूनिवर्सिटी का छात्र नेता था। लॉरेंस बिश्नोई भी पंजाब यूनिवर्सिटी के छात्र संघ सोपू से जुड़ा हुआ था। गुरलाल बराड़ लॉरेंस बिश्नोई का सबसे करीबी बताया जाता था। गुरलाल बराड़ और लॉरेंस स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी-सोपू से जुड़े रहे। गुरलाल बराड़ की हत्या के बाद से लॉरेंस गैंग ने अपने विरोधी गैंग से बदला लेना शुरू किया, जिसके बाद चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा में कई गैंगवॉर हुईं। इनमें 12 से अधिक नामी गैंगस्टर मारे जा चुके हैं। गुरलाल बराड़ की हत्या के बाद उसका भाई गोल्डी बराड़ लॉरेंस और जग्गू भगवानपुरिया के संपर्क में आया। गैंग को जिंदा रखने और विरोधी गैंग से बदला लेने के लिए गोल्डी कनाडा भाग गया। यहां से ही गोल्डी बराड़ और लॉरेंस ने सिद्धू मूसेवाला हत्या की साजिश रची। गोल्डी ने अपने भाई के कत्ल के आरोपी जिला यूथ कांग्रेस अध्यक्ष गुरलाल सिंह पहलवान की फरीदकोट में 8 फरवरी, 2021 को गोली मारकर हत्या कर दी। इस हत्या के बाद गोल्डी कनाडा भाग गया था।

केंद्र ने घोषित किया था आतंकी

गैंगस्टर के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी हुआ था। गैंगस्टर गोल्डी बराड़ को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आतंकी घोषित किया है। उसके खालिस्तानी आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) से कनेक्शन सामने आए थे। गोल्डी बराड़ को कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का राइट हैंड बताया जाता रहा है। वह पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला के कत्ल के बाद सुर्खियों में आया था। गोल्डी बराड़ पंजाब पुलिस के रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर का बेटा है।

पंजाब पुलिस में थे बराड़ के पिता

गोल्डी बराड़ का असली नाम सतिंदरजीत सिंह है। जन्म 1994 में पंजाब के मुक्तसर साहिब जिले में हुआ। बता दें कि गोल्डी बराड़ के पिता पंजाब पुलिस से रिटायर्ड उप निरीक्षक हैं। 

मई 2022 में हुई थी मूसेवाला की हत्या

29 मई 2022 को पंजाब के मानसा जिले के जवाहरके गांव के पास पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्या की जिम्मेदारी गोल्डी बराड़ ने ली थी। गोल्डी ने हत्या की वजह भी बताई थी। गोल्डी के मुताबिक मोहाली में मिड्डूखेड़ा की हत्या में शामिल लोगों को मूसेवाला के मैनेजर ने आश्रय दिया था। बाद में मूसेवाला ने अपने मैनेजर की मदद की। इसी रंजिश में लॉरेंस गैंग ने मूसेवाला की हत्या की। पंजाब के मुक्तसर जिले के मलौट में रणजीत सिंह उर्फ राणा सिद्धू की हत्या में भी गोल्डी बराड़ शामिल था। हत्याओं से शुरु हुआ अपराध का यह सिलसिला अभी तक जारी है।