G News 24 : धरने पर बैठीं बहनों पर पुलिस ने रात बिजली काटकर वाटर कैनन के साथ बल प्रयोग कर की बर्बरता !

पाकिस्तान आर्मी ने महिला पत्रकार को मारी आंख, वीडियो वायरल...

धरने पर बैठीं  बहनों पर पुलिस ने रात बिजली काटकर वाटर कैनन के साथ बल प्रयोग कर की बर्बरता !

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान को फील्ड मार्शल आसिम मुनीर का विरोध करना कितना महंगा पड़ रहा है, इसका एक और उदाहरण रावलपिंडी की आडियाला जेल से देखने को मिला. पहले इमरान ख़ान की बहनों को अपने भाई से साप्ताहिक मुलाक़ात नहीं करने दी गई, उसके बाद जेल के गेट से 50 मीटर दूर बैरिकेड के पास 11 घंटे तक अनिश्चितकालीन धरने पर बैठीं तीनो बहनों और समर्थकों को हटाने के लिए कड़ाके की ठंड में रावलपिंडी पुलिस ने आधी रात बिजली काटकर वाटर कैनन का प्रयोग किया. पुलिस की इस बर्बरता में पीटीआई के कुछ कार्यकर्ताओं को चोटें भी आई हैं.

इस्लामाबाद हाईकोर्ट के आदेश के तहत इमरान खान हर हफ्ते के मंगलवार को अपने परिवार के सदस्यो से मिल सकते हैं और इसी कड़ी में इमरान ख़ान की बहनें नौरीन खानम नियाज़ी, अलीमा ख़ानम नियाज़ी और डॉ उज्मा ख़ानम इमरान ख़ान से मिलने मंगलवार दोपहर साढ़े 3 बजे अदियाला जेल आई थीं, लेकिन तीनों को रावलपिंडी के गोरखपुर चौक पर बैरिकेड के पास ही रोक दिया गया. बैरिकेड के उसपार सैकड़ों की संख्या में रावलपिंडी पुलिस के जवान खड़े हुए थे और अडियाला जेल के बाहर की सड़क और जाने के पूरे रास्ते को भी छावनी में तब्दील कर दिया गया है ताकि पीटीआई के नेता और कार्यकर्ता ज़्यादा संख्या में ना पहुंच पाएं. ऐसे में विरोध करते हुये इमरान खान की बहनें अन्य कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठी रहीं. 

रात दो बजकर 20 मिनट के आसपास इमरान ख़ान की बहनों समेत अन्य पीटीआई के कार्यकर्ताओ और नेताओं को हटाने के लिए रावलपिंडी पुलिस ने 9 डिग्री सेल्सियस तापमान में आधी रात वाटर कैनन से बौछार करनी शुरू कर दी. शहबाज सरकार की इस बर्बरता के पीछे मकसद इमरान ख़ान की बहनों और कार्यकर्ताओं को तितिर बितिर करके धरना स्थल खाली कराने का था. बताते चलें इमरान ख़ान साल 2023 से ही रावलपिंडी की अडियाला जेल में बंद हैं और हर हफ़्ते उन्हें उनकी बहनों से मिलने दिया जाता था. इमरान ख़ान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (पीटीआई) बहनों से हुई बातचीत के आधार पर इमरान ख़ान का संदेश सार्वजनिक करती थी. इमरान ख़ान शहबाज़ शरीफ और उनकी सरकार पर निशाना साधते थे, लेकिन मई में आसिम मुनीर के फील्ड मार्शल बनने के बाद स्थिति बदली और इमरान ख़ान ने साप्ताहिक मुलाक़ातों में शहबाज़ शरीफ़ की जगह आसिम मुनीर पर निशाना साधना शुरू किया. उन्होंने जनता को समझाना शुरू किया कि देश असल में फील्ड मार्शल आसिम मुनीर चला रहे हैं और पाकिस्तान में हो रहे मानवाधिकार उल्लंघन और भ्रष्टाचार के असल मुखिया आसिम मुनीर हैं.

आखिर फिर से क्यों लगा दी गई इमरान खान की मुलाकातों पर पाबंदी

इसी वजह से पहले बौखलाहट में इमरान ख़ान की बहनों को 12 नवंबर से 3 दिसम्बर तक मिलने नहीं दिया गया और इस दौरान 18 नवंबर को तो इमरान ख़ान की बहनो को जबरन धरने से हटाने का प्रयास किया गया और सड़क पर खींचा गया. पूर्व प्रधानमंत्री की बहनों के साथ इस सलूक के बाद इमरान ख़ान की सेहत को लेकर कुछ अफ़वाहें वायरल हुईं. अंतर्राष्ट्रीय मीडिया ने इमरान ख़ान की सेहत और उनकी बहनों को ना मिलने देने पर ख़बरें प्रकाशित कीं, जिसके बाद आखिरकर 4 दिसंबर को इमरान ख़ान की सिर्फ़ एक बहन डॉ उज्मा ख़ानम को मिलने की इजाज़त दी गई, लेकिन जैसी ही डॉ उज्मा ख़ानम और पीटीआई ने इमरान ख़ान का संदेश सार्वजनिक किया, जिसमे इमरान ख़ान ने आसिम मुनीर पर निशाना साधा था और उसे पाकिस्तान में आतंकवाद का ज़िम्मेदार ठहराया था उसके अगले दिन 5 दिसंबर को पाकिस्तान की सरकार ने इमरान खान की बहनों के इमरान ख़ान से मिलने पर पाबंदी लगा दी. पाकिस्तानी सरकार के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार जो भारत और पीटीआई के ख़िलाफ़ फ़र्ज़ी वीडियो बनाने और प्रसारित करने वाले डिपार्टमेंट डिजिटल कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट (DCD) के मुखिया भी हैं उन्होंने कारण बताया कि इमरान ख़ान की बहनों ने जेल के नियमों का उल्लंघन किया है. जेल से सियासी बयान देना जेल नियमों के ख़िलाफ़ है.

हालांकि असल कारण उसी दिन पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता और आतंकी बसीरुद्दीन महमूद के बेटे अहमद शरीफ चौधरी की प्रेस कॉन्फ्रेंस से सामने आ गया. पूरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में इमरान ख़ान को पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताया गया और इमरान ख़ान के लिए ज़हनी मरीज जैसे शब्दों का प्रयोग किया गया. ऐसे में फ़िलहाल इमरान ख़ान बनाम आसिम मुनीर की लड़ाई में इमरान ख़ान को उनके परिवार से मिलने पर पाबंदी लगी हुई है. इलाज के लिए कल पाकिस्तान इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस (PIMS) के डॉक्टरों की टीम अडियाला जेल में गई थी, जहां इमरान ख़ान के कुछ ज़रूरी टेस्ट भी किए गए, लेकिन इन टेस्टों में क्या निकला? इमरान ख़ान की असल सेहत कैसी है ये आसिम मुनीर और शहबाज़ शरीफ़ की पाकिस्तान सरकार बताने को तैयार नहीं है. इमरान ख़ान की बहन अलीमा ख़ानम नियाज़ी ने भी इस मामले पर पाकिस्तानी सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि जब नवाज़ शरीफ जेल में थे, तब उनके साथ उनका डॉक्टर हर समय रहता था, लेकिन इमरान ख़ान को 1 साल में एक बार भी उनके अपने डॉक्टर से नहीं मिलने दिया गया.

पाकिस्तान आर्मी ने महिला पत्रकार को मारी आंख, वीडियो वायरल...

पाकिस्तान की सेना के मीडिया प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान ऐसी हरकत कर बैठे, जिसने पूरे देश में उनके प्रोफेशनलिज्म पर सवाल खड़े कर दिए. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में वह एक महिला पत्रकार की ओर देखते हुए आंख मारते दिखाई देते हैं. यह वीडियो सामने आने के बाद पाकिस्तान के भीतर और बाहर दोनों जगह आलोचना शुरू हो गई है. यह प्रेस कॉन्फ्रेंस राजनीतिक सवालों से भरी हुई थी, खासकर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान से जुड़े आरोपों को लेकर. इस बीच महिला पत्रकार ने जैसे ही इमरान खान से संबंधित देशद्रोह और सुरक्षा खतरे से जुड़े सवाल पूछे तभी कैमरे के सामने DG ISPR ने एक अजीब हरकत कर दी. कैमरा उनकी तरफ घूमते ही वे हल्की मुस्कान के साथ पत्रकार की ओर आंख मारते दिखे, जिसके कुछ पल बाद उन्होंने इमरान खान को जेहनी समस्या वाला इंंसान कहकर सार्वजनिक रूप से निशाना भी बनाया.वीडियो X (ट्विटर) पर अपलोड होते ही हजारों लोगों ने इसे शेयर किया और देखते ही देखते यह पाकिस्तान की सोशल मीडिया टाइमलाइन पर छा गया.

वहीं पत्रकारों ने इसे पेशेवर मर्यादाओं का उल्लंघन बताया. कुछ ने यह भी कहा कि पाकिस्तान में पत्रकार पहले ही दबाव और सेंसरशिप का सामना कर रहे हैं, ऐसे में सेना के अधिकारी का यह रवैया उनकी सुरक्षा और सम्मान दोनों को चोट पहुंचाता है. कई यूजर्स ने कटाक्ष करते हुए लिखा कि यह प्रेस ब्रीफिंग से ज़्यादा फ्लर्टिंग शो जैसा लग रहा था.

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