G News 24 : हम तुम्हारे लिए, तुम हमारे लिए,राष्ट्र हित में मरे,राष्ट्र हित में जिएं :डॉ.मनीषा

 जैसी पुस्तक की कल्पना कर रही थी वो आज मिल ही गई...

हम तुम्हारे लिए, तुम हमारे लिए,राष्ट्र हित में मरे,राष्ट्र हित में जिएं :डॉ.मनीषा 

अखिल भारतीय साहित्य परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री आदरणीय काका श्री श्रीधर पराड़कर की पुस्तक 'तत्वमसि' का लोकार्पण सोमवार को कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर मध्यप्रदेश में हुआ। इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में आदरणीय दादा श्री अरुण कुमार जी (माननीय सह सरकार्यवाह ,राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ), अध्यक्ष  के रूप में नरेंद्र सिंह तोमर (विधानसभा अध्यक्ष मध्य प्रदेश), विशिष्ट अतिथि के रूप में  सुशील चंद्र त्रिवेदी ( अखिल भारतीय साहित्य परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष) ,विजय मनोहर तिवारी  (कुलगुरु माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय भोपाल),  डॉ अरविंद शुक्ला (कुलगुरु राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर) और आदरणीय डॉ कुमार संजीव (अध्यक्ष मध्य भारतीय हिंदी साहित्य सभा ग्वालियर)  मौजूद रहे। 

आज मन में बहुत कुछ चल रहा था जब  में डॉ मनीषा गिरी पुस्तक के बारे में सोच रही थी। कि ये पुस्तक कैसी होगी इसमें क्या है तभी पुस्तक जब मेरे हाथ में आई तो उसे सरसरे तौर जब मैने पढ़ा और देखा तो मन प्रपफुल्लित हो गया। पुस्तक के विमोचन के अवसर पर सभी विद्वानों ने  और हम सब के प्रिय आदरणीय काका जी सहित  सभी ने अपनी बात रखी तब मैं ये सोच रही थी की जैसी पुस्तक की कल्पना कर रही थी वो आज मिल ही गई, साहित्य की विद्यार्थी रही और आज भी साहित्यकार के रूप में अपनी पहचान बना रही हूँ। 

 महाविद्यालय में प्राध्यापक के रूप में कार्य भी कर रही हूँ पर आपको कुछ नया जानने व पढ़ने और लिखने की जिज्ञासा मन में लगी रहती है। उस  जिज्ञासा को आज पुस्तक के रूप में पाकर ह्रदय और मन दोनों प्रसन्न है। कार्यक्रम में प्रदेश के पूर्व शिक्षा मंत्री आदरणीय दादा जयभान सिंह पवैया जी,जिलाध्यक्ष जयप्रकाश महोदय जी साथ ही सभी साहित्यकार व संघ के सदस्य उपस्थित रहे। मैं ह्रदय तल से आदरणीय काका जी को बहुत बहुत बधाई एंव आभार प्रकट करती हूँ जी। आपसे जब भी आशीर्वाद प्राप्त होता मनोबल दुगुना हो जाता है।  

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