G NEWS 24 : NARAYANA ने लॉन्च किया स्कोलास्टिक एप्टीट्यूड टेस्ट का 20वाँ संस्करण

विज्ञान स्ट्रीम वाले वाले विद्यार्थियों को 50 करोड़ तक के पुरस्कार जीतने का सुनहरा अवसर...

NARAYANA ने लॉन्च किया स्कोलास्टिक एप्टीट्यूड टेस्ट का 20वाँ संस्करण

ग्वालियर। नारायण शैक्षणिक संस्थान ने एनएसएटी 2025 (नारायण स्कोलास्टिक एप्टीट्यूड टेस्ट) के 20वें संस्करण के शुभारंभ की घोषणा की है। यह परीक्षा देश भर के छात्रों को उनकी शैक्षणिक प्रतिभा के आधार पर पहचान, पोषण और पुरस्कृत करने का एक राष्ट्रीय मंच प्रदान करती है। इस वर्ष की एनएसएटी में 50 करोड़ से अधिक की छात्रवृत्तियाँ और 1 करोड़ से अधिक के नकद पुरस्कार दिए जाएँगे।

एनएसएटी 2025 कक्षा 5 से 11वीं तक (विज्ञान स्ट्रीम) के छात्रों के लिए खुला है। यह परीक्षा छात्रों की ज्ञान, तर्कशक्ति और समस्या-समाधान क्षमताओं का मूल्यांकन करती है। यह परीक्षा 300 से अधिक शहरों में आयोजित की जाएगी, जिससे विभिन्न पृष्ठभूमियों के छात्रों को भाग लेने का समान अवसर मिलेगा।

इस परीक्षा को छात्रों की सुविधा के अनुसार ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्रारूपों में आयोजित किया जाएगा। परीक्षा की तिथियाँ 5, 12, 19 और 26 अक्टूबर 2025 निर्धारित की गई हैं। पिछले संस्करण में 2.5 लाख से अधिक छात्रों ने भाग लिया था, और इस वर्ष इससे भी अधिक भागीदारी की उम्मीद की जा रही है।

नारायण एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस की निदेशक डॉ. पी. सिंधुरा और पी. शरणी ने कहा, एनएसएटी 2025 अब तक का सबसे प्रभावशाली संस्करण होगा। यह परीक्षा न केवल प्रतिभा की पहचान करती है, बल्कि उन्हें 100 प्रतिशत तक की छात्रवृत्ति के माध्यम से सहयोग भी प्रदान करती है।

चार दशकों की समृद्ध विरासत के साथ, नारायण संस्थान शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर नए मानक स्थापित कर रहा है। आपके सपने हमारे सपने हैं के मूलमंत्र को साकार करते हुए, संस्थान छात्रों को उनकी शैक्षणिक और व्यक्तिगत सफलता की दिशा में मार्गदर्शन देने के लिए प्रतिबद्ध है।

भारत के 23 राज्यों और 250 से अधिक शहरों में 900 से अधिक स्कूल कॉलेज कोचिंग सेंटरों और व्यावसायिक संस्थाओं के विशाल नेटवर्क के साथ नारायण शैक्षणिक संस्थान एशिया के सबसे बड़े और प्राकृतिक शिक्षा प्रतिष्ठित शिक्षा समूह में से एक है जिसके पास 50000 से अधिक अनुभव भी शिक्षकों अनुसंधान एवं विकास प्रमुखों और विषय पर शिक्षकों की एक टीम है जो हर साल 6 लाख से अधिक छात्रों को किंडर गार्डन से लेकर विश्वनाथ को उत्तर तक की शिक्षा देने में मदद करते हैं।

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