G News 24 : प्रज्वल रेवन्ना को 15 मई को गिरफ्तार किया जा सकता है,लुकआउट नोटिस जारी !

भाजपा नेता देवराज गौड़ा को यौन शोषण वाली पैन ड्राइव देने देने वाला ड्राइवर लापता...

 प्रज्वल रेवन्ना को 15 मई को गिरफ्तार किया जा सकता है,लुकआउट नोटिस जारी !

जनता दल सेक्युलर के नेता और कर्नाटक की हासन लोकसभा सीट से सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है। कर्नाटक के गृहमंत्री डॉ.जी परमेश्वर ने गुरुवार को कहा कि महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे प्रज्वल रेवन्ना को गिरफ्तार करने के लिए लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है। प्रज्वल इस समय विदेश में हैं। इस वजह से विशेष जांच दल (एसआईटी) के सामने पेश होने के लिए सात दिन और मांगे हैं। इस पर उन्होंने कहा कि 24 घंटे से अधिक समय देने का प्रावधान नहीं है। एसआईटी मामले की जांच कर रही है।  मंत्री ने कहा "यह लुकआउट नोटिस यह पता चलने के तुरंत बाद जारी किया गया कि प्रज्वल रेवन्ना विदेश चले गए हैं। सभी बंदरगाहों और हवाई अड्डों को इस बारे में बता दिया गया है।” प्रज्वल रेवन्ना पूर्व प्रधानमंत्री और जद (एस) संरक्षक एचडी देवेगौड़ा के पोते और विधायक व पूर्व मंत्री एचडी रेवन्ना के बेटे हैं। इसके पहले हाल के दिनों में हासन में कथित तौर पर सांसद से जुड़े कुछ वीडियो क्लिप प्रसारित होने लगे थे। वे हासन लोकसभा क्षेत्र से एनडीए के उम्मीदवार हैं। इस सीट पर 26 अप्रैल को मतदान हुआ था। 

कानूनी राय ले रही एसआईटी

गृहमंत्री परमेश्वर ने कहा, “आरोपी को समय दिए जाने के बारे में एसआईटी के सदस्य कानूनी राय ले रहे हैं। एसआईटी उन्हें गिरफ्तार करने के लिए कदम उठाएगी, क्योंकि 24 घंटे से अधिक समय देने का प्रावधान नहीं है। इससे पहले एक महिला ने प्रज्वल और उनके पिता के खिलाफ यौन उत्पीड़न को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने कहा कि एक और पीड़िता ने प्रज्वल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। मंत्री ने कहा "पीड़िता के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। इस बीच एक और महिला ने शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बारे में मैं जानकारी नहीं दे सकता।

इस बीच, सूत्रों ने बताया कि मौजूदा सांसद और हासन लोकसभा क्षेत्र से एनडीए के उम्मीदवार प्रज्वल रेवन्ना के 15 मई की आधी रात बेंगलुरु पहुंचने की उम्मीद है। उसने विशेष जांच दल (SIT) के सामने पेश होने के लिए समय मांगा था। एसआईटी ने अभी तक उसके अनुरोध का जवाब नहीं दिया है। प्रज्वल रेवन्ना के शुक्रवार को फ्रैंकफर्ट (जर्मनी) से बेंगलुरु पहुंचने की उम्मीद थी।

SIT नोटिस के बाद से पूर्व ड्राइवर लापता

एक अन्य घटनाक्रम में आरोपी प्रज्वल रेवन्ना के पूर्व ड्राइवर ने कबूल किया था कि उसने जेडी-एस नेता द्वारा महिलाओं के साथ यौन शोषण के वीडियो वाली पेन ड्राइव भाजपा नेता देवराज गौड़ा को दी थी। एसआईटी नोटिस के बाद से वह लापता है। ड्राइवर कार्तिक ने प्रज्वल रेवन्ना के साथ 13 साल तक काम किया और एक साल पहले एक कथित जमीन सौदे को लेकर उनके बीच विवाद हो गया।

ड्राइवर के लापता होने के पीछे कुछ प्रभावशाली नेता : एचडी कुमारस्वामी

वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी आरोप लगा रहे हैं कि ड्राइवर के लापता होने के पीछे कुछ प्रभावशाली नेता हैं। उन्होंने डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार की ओर इशारा करते हुए सवाल उठाया है कि कार्तिक को मलेशिया किसने भेजा? शिवकुमार ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान पूछा, ''क्या भाई ऐसा कह रहे हैं? इसका मतलब है कि वह सब कुछ जानते हैं। उन्हें केंद्र सरकार से जानकारी लेने दीजिए। मैं पागल नहीं हूं कि कार्तिक को विदेश जाने दूं। मैं एक स्ट्रीट फाइटर हूं। मुझे लोगों को छिपाकर राजनीति करने की कोई जरूरत नहीं है।" उन्होंने कहा कि कार्तिक ने दावा किया था कि उसने प्रज्वल रेवन्ना के अश्लील वीडियो वाली पेन ड्राइव बीजेपी नेताओं को दी थी। पेन ड्राइव जारी करने पर चर्चा बाद में होने दीजिए। आइए असली मुद्दे से न भटकें। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर प्रज्वल रेवन्ना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने का आग्रह किया है।

सच्चाई जल्द ही सामने आएगी : प्रज्वल रेवन्ना

कर्नाटक में कांग्रेस सरकार द्वारा प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों की जांच के लिए एसआईटी गठित करने के बाद मंगलवार सुबह उसे जेडी-एस से निलंबित कर दिया। प्रज्वल रेवन्ना ने बुधवार को इस मुद्दे पर पहली बार टिप्पणी की। उसने कहा कि सच्चाई जल्द ही सामने आएगी। मैं पूछताछ में शामिल होने के लिए बेंगलुरु में नहीं हूं। मैंने अपने वकील के माध्यम से बेंगलुरु सीआईडी को सूचित कर दिया है।

रेवन्ना ने जर्मनी यात्रा के संबंध में विदेश मंत्रालय से कोई राजनीतिक मंजूरी नहीं ली :विदेश मंत्रालय

वहीं विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने प्रज्वल रेवन्ना को लेकर कहा, ''उक्त सांसद की जर्मनी यात्रा के संबंध में विदेश मंत्रालय से न तो कोई राजनीतिक मंजूरी मांगी गई थी और न ही जारी की गई थी। जाहिर है, कोई वीजा नोट भी जारी नहीं किया गया था। मंत्रालय ने उक्त सांसद के लिए किसी अन्य देश के लिए कोई वीजा नोट भी जारी नहीं किया है...हां, उन्होंने राजनयिक पासपोर्ट पर यात्रा की थी।

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