फार्मा कंपनियों ने प्रदेश में 3500 करोड़ रुपए के निवेश का मिला है भरोसा !

 

टाटा-रिलायंस मध्यप्रदेश आएंगे...

फार्मा कंपनियों ने प्रदेश में 3500 करोड़ रुपए के निवेश का मिला  है भरोसा !


भोपाल l ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट से पहले ही मप्र में फार्मा सेक्टर में निवेश के लिए इंडस्ट्री तैयार हो गई हैं। मुंबई में एक दिन की चर्चा में ही फार्मा कंपनियों ने 3500 करोड़ रुपए के निवेश का भरोसा दिला दिया है। इसके साथ ही टाटा और रिलायंस जैसे समूह भी मप्र आने को राजी हो गए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा भी कर दी कि मप्र में 600-600 एकड़ के चार फार्मा पार्क तैयार किए जाएंगे, जिसमें 30-30 कंपनियां अपना कारोबार कर सकेंगी। सीएम की रिलायंस इंडस्ट्रीज के डायरेक्टर अनंत अंबानी से भी मुलाकात प्रस्तावित थी, लेकिन उनके विदेश में होने के कारण समूह के धनराज नाथवानी ने मुलाकात की। इस दौरान मप्र में 5जी सेवा पर बात हुई। चर्चा के बाद सीएम ने बताया कि उज्जैन के श्री महाकाल लोक से इसी माह 5जी सेवा शुरू हो जाएगी। इंदौर-भोपाल के अलावा बाकी धर्मस्थलों व आध्यात्मिक महत्व की जगहों पर भी यह सेवा जल्द मिलेगी। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को मुंबई में निवेशकों से बात की।

जनवरी में इंदौर में हो रही ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के लिए निवेशकों को न्यौता दिया। सीएम के मुताबिक खजुराहो और भेड़ाघाट में भी 5जी सर्विस के फ्री वाय-फाय जोन स्थापित किए जाएंगे। मप्र में रिलायंस समूह कई सेक्टर में काम कर रहा है। कंपनी के व्यापार का काफी विस्तार भी हुआ है। मप्र में 1 लाख 22 हजार एकड़ का लैंड बैंक है। सरप्लस बिजली है। तीस दिन में अपना व्यवसाय शुरू करने की उदार नीति, कुशल मानव संसाधन, औद्योगिक शांति और अच्छी कानून-व्यवस्था उपलब्ध है। मप्र में सिंगल विंडो सिस्टम है। यहां 11 से 12 क्लाईमेटिक जोन हैं। कोई भी बिजनेस किया जा सकता है। सीएम ने निवेशकों से वन-टू-वन भी किया। इनमें महेंद्र एंड महेंद्रा, हिंदुस्तान यूनिलीवर, बीपीसीएल, केमेरिक्स बायोटेक, सिमबायोटेक फार्मा लेब, गुफिक बायोसाइंसेस और पीरामल ग्रुप शामिल हैं। प्रारंभ में मुख्यमंत्री ने ताज प्रेसीडेंट में “इंवेस्टमेंट अपॉर्च्युनिटीज इन मध्यप्रदेश’ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव मौजूद रहे। सीएम ने इस मौके पर इंदौर की इंफोबींस आईटी कंपनी को घंटी बजा कर बीएसई में लिस्ट कराया।

निवेशकों से सीएम ने कहा, अगर आपके बीच आया हूं तो कोई कर्मकांड करने नहीं आया कि मुख्यमंत्री हूं तो एक बार इंवेस्टर समिट तो करना ही पड़ता है। ठोस रणनीति बना कर आया हूं। कोविड काल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था, आपदा को अवसर में बदलो। हमने आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोडमैप बना लिया है। इंफ्रास्ट्रक्चर, हेल्थ, एजुकेशन, गुड गवर्नेंस, अर्थव्यवस्था और रोजगार इसके सेक्टर हैं। देश की अर्थव्यवस्था में मप्र 2026 तक 550 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनकर सहयोग करेगा।

देर शाम मुख्यमंत्री ने टाटा समूह के मालिक रतन टाटा से भी मुलाकात की। उन्होंने इंदौर में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आने का न्योता दिया। सीएम ने मप्र में निवेश की अच्छी व अनुकूल संभावनाओं के बारे में उन्हें बताया। रतन टाटा ने मप्र की तारीफ भी की।

इन उद्योगों के प्रतिनिधि पहुंचे

साउथ कोरिया, सिंगापुर, मलेशिया, थाइलैंड, नीदरलैंड एवं बांग्लादेश के कॉन्सुलेट जरनल पहुंचे। जापान, कनाडा, ताइवान के प्रतिनिधि शामिल हुए। महिंद्रा एंड महिंद्रा, हिंदुस्तान यूनिलीवर, रिलायंस इंडस्ट्रीज, यूएस फार्मा, केमेरिक्स लाइफ साइंसेज, एनक्यूब ऐथिकल फार्मा, ग्यूफिक बायोसाइंसेज और पीरामल ग्रुप के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

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