महिला बाल विकास एवं स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक सम्पन्न ...
एनआरसी केन्द्र पूरी क्षमता के साथ संचालित हों : संभाग आयुक्त
संभागीय आयुक्त दीपक सिंह ने स्वास्थ्य एवं महिला-बाल विकास के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि शासन की कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा संभाग स्तर से और जिला स्तर से नियमित की जाए। जिन अधिकारियों की प्रगति संतोषजनक नहीं हैं उन्हें कारण बताओ सूचना पत्र भी जारी किए जाएं। महिला-बाल विकास और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी नियमित भ्रमण कर योजनाओं के क्रियान्वयन को जमीनी स्तर पर भी देखें।
संभाग आयुक्त श्री सिंह ने यह भी निर्देशित किया कि आंगनबाड़ी केन्द्र में जो बच्चे नहीं आ रहे हैं उनके अभिभावकों से संपर्क करने का कार्य केवल आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पर न छोड़ें विभागीय अधिकारी भी भ्रमण के दौरान ऐसे अभिभावकों से अवश्य मिलें। इसके साथ ही बच्चों के सुपोषण के संबंध में भी अभिभावकों से चर्चा करें और यदि कोई बच्चा कम वजन का पाया जाता है तो उसकी विशेष निगरानी कर उसे बेहतर पोषण उपलब्ध कराने का कार्य किया जाए।
संभाग आयुक्त श्री सिंह ने लाड़ली लक्ष्मी योजना की भी विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली योजना है। ग्वालियर-चंबल संभाग में इस योजना के क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने संजीवनी क्लीनिक के संबंध में भी कहा है कि ग्वालियर-चंबल संभाग के प्रत्येक जिले में निर्धारित संख्या में संजीवनी क्लीनिक शीघ्र प्रारंभ हो, इसके लिये जिला कलेक्टरों के माध्यम से भी नियमित समीक्षा कराई जाए। जिन जिलों में संजीवनी क्लीनिक के लिए जमीन के आवंटन की कार्रवाई शेष है उसे भी शीघ्र पूर्ण कराया जाए।
संभागीय आयुक्त दीपक सिंह ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान कहा है कि वर्तमान में डेंगू के प्रकरण सामने आ रहे हैं। इसकी रोकथाम के लिये नगरीय निकायों के सहयोग से विशेष अभियान चलाया जाए। ग्वालियर-चंबल संभाग के प्रत्येक जिले में विशेष अभियान चले। आवश्यक दवाओं की उपलब्धता के साथ ही जन जागृति के लिये भी विशेष प्रयास किए जाएं। डेंगू से बचने के लिये नागरिकों को क्या-क्या सावधानी बरतना चाहिए इसकी जानकारी भी प्रचार के माध्यमों से आम लोगों तक पहुँचाई जाए।
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