भारी भीड़ के कारण अचानक टूट कर नदी में जा गिरा केबल पुल

छठ पूजा पर पहले भी हो चुके हैं ये बड़े हादसे...

भारी भीड़ के कारण अचानक टूट कर नदी में जा गिरा केबल पुल 

गुजरात के मोरबी में रविवार (30 अक्टूबर) को झूलता पुल टूटने से बड़ा हादसा हो गया. इस हादसे में अब तक 80 लोगों की मौत हो गई है. मृतकों में ज्यादातर बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग हैं. माच्छू नदी पर नवनिर्मित ये केबल पुल पांच दिन पहले खोला गया था. ये हादसा शाम 7 बजे हुआ है, उस वक्त पुल पर 500 लोग मौजूद थे. ये सभी छठ (Chhath) का त्योहार मना रहे थे. इस हादसे में करीब 400 लोगों के नदी में डूबने की आशंका है. 170 से अधिक लोगों को अभी तक बचाया गया है. वायुसेना के गरुड़ कमांडो रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए भेजे गए हैं. इसके साथ-साथ गुजरात सरकार ने हेल्पलाइन नंबर 02822-243300 भी जारी किया है. 

मोरबी पहुंचने के बाद स्थानीय विधायक व गुजरात सरकार में मंत्री बृजेश मेरजा ने कहा कि अब तक 80 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. मृतकों में 25 से ज्यादा बच्चे हैं. गुजरात सीएमओ ने बताया कि भारतीय नौसेना के 50 कर्मियों के साथ NDRF के 3 दस्तें, भारतीय वायुसेना के 30 जवानों के साथ बचाव और राहत अभियान के लिए सेना के 2 कॉलम और फायर ब्रिगेड की 7 टीमें राजकोट, जामनगर, दीव और सुरेंद्रनगर से उन्नत उपकरणों के साथ मोरबी के लिए रवाना हुई. SDRF की 3 और राज्य रिजर्व पुलिस के 2 दस्तें भी बचाव और राहत कार्यों के लिए मोरबी पहुंच रही हैं. 

इलाज के लिए राजकोट सिविल अस्पताल में एक आइसोलेशन वार्ड भी बनाया गया है. एनडीआरएफ के डीआईजी मोहसेन शाहिदी ने कहा कि एनडीआरएफ की दो और टीमों को वडोदरा हवाई अड्डे से राजकोट हवाई अड्डे के लिए रवाना किया जा रहा है. गांधीनगर और वड़ोदरा से तीन टीमें पहले ही रवाना की गई हैं. बताया जा रहा है कि मोरबी के इस झूलते पुल को नगरपालिका से फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं मिला था, लेकिन फिर भी पुल चालू कर दिया गया. संचालक कंपनी ओरेवा ग्रुप पर आरोप है कि उन्होंने ज्यादा पैसे कमाने के चक्कर में ज्यादा टिकट बेचे हैं. एडल्ट के लिए 17 रुपये और बच्चों के लिए 12 रुपये के टिकट बेचे गए हैं. वहीं मोरबी के कलेक्टर ने कहा कि जिला प्रशासन ने कुल 170 लोगों को रेस्क्यू किया है. 

आसपास के जिलों राजकोट, सुरेंद्रनगर की रेस्क्यू टीम घटनास्थल पर पहुंच गई हैं. लोगों का अच्छा सहयोग मिल रहा है. इस हादसे पर गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने ट्वीट करके दुख जताया है. उन्होंने लिखा कि, "मोरबी में केबल पुल गिरने के हादसे से मुझे गहरा दुख हुआ है. प्रशासन की ओर से राहत और बचाव कार्य जारी है. प्रशासन को घायलों के तत्काल इलाज की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है. मैं इस संबंध में जिला प्रशासन से लगातार संपर्क में हूं." मुख्यमंत्री ने कहा कि, "मैं पीएम के साथ आगे के कार्यक्रमों को छोटा करके गांधीनगर पहुंच रहा हूं. गृह राज्यमंत्री को मौके पर पहुंचने और बचाव कार्यों का मार्गदर्शन करने के लिए कहा गया है. एसडीआरएफ समेत जवानों को बचाव कार्य में लगाया गया है." गुजरात के मुख्यमंत्री और गृह राज्यमंत्री रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा होने तक मोरबी में ही रहेंगे.   

पीएम नरेंद्र मोदी ने गुजरात के सीएम और अन्य अधिकारियों ने मोरबी में हुई दुर्घटना के संबंध में बात की है. उन्होंने बचाव अभियान के लिए टीमों को तत्काल जुटाने के निर्देश दिए. उन्होंने स्थिति की बारीकी से और लगातार निगरानी करने और प्रभावित लोगों को हर संभव मदद देने को कहा है. हादसे के बाद प्रधानमंत्री की वर्चुअल उपस्थिति में होने वाला सभी 182 सीटों का पेज कमेटी स्नेह मिलन कार्यक्रम स्थगित किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे में जान गंवाने वालों में से प्रत्येक के परिजनों के लिए पीएमएनआरएफ (PMNRF) से 2 लाख रुपये और घायलों के लिए 50 हजार रुपये अनुग्रह राशि की घोषणा की है. गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने भी राज्य सरकार की ओर से प्रत्येक मृतक के परिवार को 4 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये देने का एलान किया है.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हादसे पर दुख जताते हुए ट्वीट किया कि, "मोरबी में हुए हादसे से अत्यंत दुखी हूं. इस विषय में मैंने गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी व अन्य अधिकारियों से बात की है. स्थानीय प्रशासन पूरी तत्परता से राहत कार्य में लगा है, NDRF भी शीघ्र घटनास्थल पर पहुंच रही है. प्रशासन को घायलों को तुरंत उपचार देने के निर्देश दिए हैं."

दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने भी इस हादसे पर दुख व्यक्त किया है. उन्होंने ट्वीट किया कि, "गुजरात से बेहद दुःखद खबर मिल रही है. मोरबी में ब्रिज टूट जाने से कई लोगों के नदी में गिर जाने की खबर है. भगवान से उनकी जान और स्वास्थ्य की प्रार्थना करता हूं." 

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