26 सितंबर को गुरुद्वारा दाता बंदी छोड़ साहिब जी किला ग्वालियर से…
ग्वालियर से श्री अमृतसर साहिब तक पैदल शब्द चौंकी यात्रा
जिन गुरमुख भाइयों और बहनों ने पैदल शब्द चौंकी में हाजरी भरनी है वह गुरुद्वारा दाता बंदी छोड़ साहिब में अपने आधार कार्ड की फोटो कॉपी और मोबाइल नंबर पूछताछ दफ्तर में जमा करवाएं ताकि संगत की गिनती का पता लग सके और हर प्रकार की सेवा का पूरा प्रबंध किया जा सके।
यह पैदल शब्द चौंकी यात्रा सुबह अमृत वेले और शाम के समय ही पैदल यात्रा आरंभ करती है दोपहर के समय विशेष तौर पर गुरु की संगत को आराम करवाया जाता है रोजाना 15 से 20 किलोमीटर सुबह अमृत वेले और 15 से 20 किलोमीटर शाम को यात्रा की जाती है गुरु की संगत का हर प्रकार की सेवा का पूरा प्रबंध है सो सभ संगतों को विनती है कि ज्यादा से ज्यादा हाजरियां भर के गुरु हरगोबिंद साहिब जी और बाबा बुड्ढा साहिब जी की खुशियां प्राप्त करें।
नानक नाम चढ़दी कला तेरे भाने सरबत दा भला l
वाहेगुरु जी का खालसा वाहेगुरु जी की फतेह l l
वाहेगुरु जी का खालसा वाहेगुरु जी की फतेह l
गुरु प्यारी साध संगत जीओ l l
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