MP में पहले ही दिन उतरी नौतपा की गर्मी, निवाड़ी-भिंड में गिरे ओले
अचानक से मौसम में बदलाव आया…
MP में पहले ही दिन उतरी नौतपा की गर्मी, निवाड़ी-भिंड में गिरे ओले
होशंगाबाद में रात को बारिश हुई। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि दो दिन तक तापमान में मामूली बढ़ोतरी हो सकती है। दिन का पारा 40 डिग्री के आसपास रह सकता है। नया सिस्टम 27-28 मई से एक्टिव हो जाएगा। इसके बाद फिर प्रदेशभर में बारिश का दौर शुरू होगा। ग्वालियर, चंबल, जबलपुर, रीवा, सागर और उसके आसपास इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। इंदौर को अभी प्री-मानसून की बारिश के लिए कम से कम एक सप्ताह का इंतजार करना होगा। ज्येष्ठ माह में सूर्य जब रोहिणी नक्षत्र में 15 दिनों के लिए भ्रमण करने लगता है, तब शुरुआती 9 दिन नौतपा रहता है। रोहिणी नक्षत्र में जाने पर सूर्य की तपन कुछ ज्यादा ही बढ़ जाती है। रोहिणी के दौरान अगर बारिश होती है तो इसे आम भाषा में रोहिणी का गलना कहा जाता है। साथ ही कहा जाता है कि अगर रोहिणी नक्षत्र में 9 दिन के अंतराल में बारिश ना हो तो उस वर्ष बारिश अधिक होती है। अभी जम्मू-कश्मीर में एक सिस्टम बना हुआ है। राजस्थान से अरब सागर तक ट्रफ लाइन बनी हुई है। झारखंड के ऊपर चक्रवाती घेरा होने के कारण ग्वालियर-चंबल, सागर, जबलपुर, रीवा और सतना में तेज हवाएं चलीं।
इसी के चलते जबलपुर में आंधी-बारिश से पेड़ उखड़ गए। सतना में मकान का छज्जा गिरने से एक राहगीर इसके चपेट में आ गया। वहीं पेड़ के नीचे दबने से 2 लड़कियों की मौत हो गई थी। कई इलाकों से पेड़ उखड़ने की सूचनाएं भी आईं। जबलपुर के भेड़ाघाट में भी बड़ा हादसा होने से टल गया। 27 से नया सिस्टम बन रहा है। इससे प्रदेश में फिर से बादल आने शुरू हो जाएंगे। इस बार बारिश छत्तीसगढ़ से सटे इलाकों में होगी। पहले शहडोल, सागर, जबलपुर, नर्मदापुरम और भोपाल के कुछ इलाकों में होगी। इस बार भी बारिश की मेहरबानी पूर्वी मध्यप्रदेश यानी जबलपुर-चंबल, बुंदेलखंड, बघेलखंड और जबलपुर में रहेगी। इंदौर को अभी करीब एक सप्ताह और राहत की बूंदों का इंतजार करना पड़ सकता है।
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