एक बार फिर अपने पिटारे से लोगों को राहतों के तोहफे देने की तैयारी !

तेरा तुझको अर्पण क्या लागे मेरा की तर्ज पर काम करने वाले CM की…

एक बार फिर अपने पिटारे से लोगों को राहतों के तोहफे देने की तैयारी !

भोपाल। तेरा तुझको अर्पण क्या लागे मेरा की तर्ज पर काम करने वाले सूबे के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर अपने पिटारे से लोगों को राहतों के तोहफे देने का काम शुरू कर दिया है। यह तोहफे ऐसे समय दिए जा रहे हैं, जब प्रदेश में अगले साल विधानसभा के आम चुनाव होने हैं। उनके द्वारा बीते रोज की गई घोषणाओं से प्रदेश के करीब सवा करोड़ लोगों को सीधा फायदा होना तय है। इनमें 88 लाख विद्युत उपभोक्ता तो 30 लाख आवासहीन लोग शामिल हैं। अगर इनमें किसानों व अन्य योजनाओं के लाभार्थियों की संख्या को शामिल कर लिया जाए तो यह आंकड़ा करीब दो करोड़ के आसपास पहुंच जाता है। प्रदेश में इतने लोगों को एक साथ राहत मिलना राजनैतिक रुप से बड़े फायदे के रुप में देखा जा रहा है। इसका असर डेढ़ साल बाद होने वाले विधानसभा चुनावों के परिणामों पर पड़ना तय है। खास बात यह है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस तरह की घोषणाएं ऐसे समय की गई हैं जब प्रदेश के सरकारी खजाने की हालत अच्छी नहीं है। सरकार को लगभग हर साल करीब 50 हजार करोड़ रुपए का नया कर्ज लेना पड़ रहा है। फिलहाल इन घोषणाओं को शिव के चुनावी मास्टर स्ट्रोक के रुप में देखा जा रहा है।

हालांकि इसका कितना फायदा होगा या नुकसान इसका पता तो अगले साल चुनाव परिणाम आने पर ही चल सकेगा। शिवराज द्वारा की गई किसान कर्ज माफी की योजना को मास्टर स्ट्रोक के रुप में देखे जाने की अपनी वजह है। दरअसल कमलनाथ सरकार ने अपने चुनावी घोषणापत्र में किसानों से कर्ज माफी की थी जिसकी वजह से किसानों ने कर्ज का भुगतान नहीं किया और उनका कर्ज भी माफ नहीं किया। इसकी वजह से उन पर ब्याज का भार बढ़ गया और वे डिफाल्टर की श्रेणी में आ गए। अब उनके कर्ज के ब्याज की राशि का भुगतान सरकार करेगी। राज्यपाल के अभिभाषण पर हुई चर्चा का उत्तर देते हुए मुख्यमंत्री ने घोषणाओं की झड़ी लगा दी। सीएम ने कांग्रेस सरकार की कर्ज माफी योजना को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पहले दो लाख का कर्ज माफ करने की बात कही पर बाद में उसमें कई किन्तु-परन्तु लगा दिए। कर्ज माफ होने के चक्कर में कई किसानों ने व्याज ही नहीं भरा और वे डिफाल्टर हो गए। उन्होंने कहा कि ऐसे किसानों का ब्याज का बोझ उतारने का काम भाजपा की सरकार करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने कोरोना काल में बिजली के बिल की वसूली स्थगित कर दी थी। इसके बाद समाधान योजना लाकर इन्हें किश्तों में जमा करने की सुविधा दी थी। अब विधानसभा के सदस्यों की राय पर कोरोनाकाल के बिजली बिल माफ किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि जिन 48 लाख उपभोक्ताओं ने 189 करोड़ बिजली के बिल के रूप में भरे थे, उन सभी की राशि का समायोजन आगामी बिजली बिलों में किया जाएगा। 

सीएम शिवराज ने कई अन्य तरह की सौंगातें देने की भी घोषणाएं की हैं। इनमें मुख्यमंत्री कन्यादान योजना फिर से धूमधाम से प्रारंभ करने के साथ ही लाड़ली लक्ष्मी योजना को री-डिजाइन कर योजना में जिनके नाम काटे गए नामों को फिर से जोड़ना तक शमिल हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने रामनवमी पर्व पूरे प्रदेश में धूमधाम से मनाने, इंदौर-भोपाल में महिला इंडस्ट्रियल पार्क बनाने , मप्र में सरकारी नौकरियां दने का लक्ष्य एक लाख करने , माफिआओं से मुक्त कराई गई जमीन पर गरीबों के मकान बनेंगे। इसके लिए उन्हें पट्टे देने की घोषणाएं भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने इस दौरान कहा कि उनकी सरकार में कोई भी व्यक्ति कच्ची झोपड़ी में न रहे इसके लिए सरकार द्वारा नए बजट में दस हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। योजना के तहत न केवल ऐसे लोगों को मकान बनाने के लिए राशि दी जाएगी बल्कि उन्हें जमीन के पट्टे भी दिए जाएंगे। उनका कहना है कि इस साल 30 लाख मकान बनाने का लक्ष्य रखा गया है , जबकि 23 लाख मकान बनकर तैयार हैं। 28 मार्च को एक साथ प्रदेश में करीब सवा पांच लाख मकानों में लोगों को प्रवेश कराने की भी योजना है।

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