विधायक डाॅ.सिकरवार ने कुशवाह समाज की 101 महिलाओं का किया सम्मान

काॅग्रेस ने सावित्री बाई फुले की जयंती मनाई…

विधायक डाॅ.सिकरवार ने कुशवाह समाज की 101 महिलाओं का किया सम्मान

 

ग्वालियर। माता सावित्री बाई फुले की जयंती आज लष्कर पूर्व विधानसभा क्षेत्र से काॅग्रेस विधायक डाॅ. सतीष सिकरवार के मुख्यआतिथ्य में ललितपुर काॅलोनी कार्यालय पर मनाई गई। इस अवसर पर सावित्री बाई फुले के चित्र पर डाॅ. सिकरवार एवं मौजूद अन्य काॅग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुष्पांजली अर्पित की। इसके साथ ही विधायक डाॅ. सिकरवार ने कुषवाह समाज की 101 बुजुर्ग महिलाओं का शाॅल, श्रीफल भेंट कर सम्मान किया और मिष्ठान वितरण किया गया। कार्यक्रम का संचालन काॅग्रेस नेता अबधेष कौरव ने किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुये विधायक डाॅ. सिकरवार ने कहा कि सावित्रीबाई फुले भारत के पहली बालिका विद्यालय की पहली प्रिंसिपल और पहले किसान स्कूल की संस्थापक थीं।

महात्मा ज्योतिबा को महाराष्ट्र और भारत में सामाजिक सुधार आंदोलन में एक सबसे महत्त्वपूर्ण व्यक्ति के रूप में माना जाता है। उनको महिलाओं और दलित जातियों को शिक्षित करने के प्रयासों के लिए जाना जाता है। ज्योतिराव, जो बाद में ज्योतिबा के नाम से जाने गए सावित्रीबाई के संरक्षक, गुरु और समर्थक थे। सावित्रीबाई ने अपने जीवन को एक मिशन की तरह से जीया जिसका उद्देश्य था विधवा विवाह करवाना, छुआछूत मिटाना, महिलाओं की मुक्ति और दलित महिलाओं को शिक्षित बनाना।

वे एक कवियत्री भी थीं उन्हें मराठी की आदिकवियत्री के रूप में भी जाना जाता था। वे स्कूल जाती थीं, तो विरोधी लोग उनपर पत्थर मारते थे। उन पर गंदगी फेंक देते थे। आज से 171 साल पहले बालिकाओं के लिये जब स्कूल खोलना पाप का काम माना जाता था तब ऐसा होता था। सावित्रीबाई पूरे देश की महानायिका हैं। हर बिरादरी और धर्म के लिये उन्होंने काम किया। जब सावित्रीबाई कन्याओं को पढ़ाने के लिए जाती थीं तो रास्ते में लोग उन पर गंदगी, कीचड़, गोबर, विष्ठा तक फेंका करते थे।

सावित्रीबाई एक साड़ी अपने थैले में लेकर चलती थीं और स्कूल पहुँच कर गंदी कर दी गई साड़ी बदल लेती थीं। अपने पथ पर चलते रहने की प्रेरणा बहुत अच्छे से देती हैं। कार्यक्रम में सुरेन्द्र यादव, देवेन्द्र सिंह चैहान, विजय बहादुर त्यागी, अनूप शिवहरे, मनीष अग्रवाल, विनोद साहू, भुवनेश सारास्वत, बालकिशन कुशवाह, नरेन्द्र कुशवाह, अनिल कुशवाह, दीनू कुशवाह, जीतू कुशवाह, राजेन्द्र राठी, शुभम मधुरिया, महेन्द्र शुक्ला, टिंकु परिहार, अर्जुन कुशवाह आदि कार्यकर्तागण मौजूद रहे।

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