एक्टिव केस जीरो होने के 22 दिन बाद फिर से मिले 2 कोविड मरीज

लापरवाही का नतीजा, फिर कोरोना की दस्तक…

एक्टिव केस जीरो होने के 22 दिन बाद फिर से मिले 2 कोविड मरीज

ग्वालियर में दीपावली के त्योहार पर बाजारों की भीड़ के बीच एक बार फिर कोविड की दहशत पनप रही है। एक्टिव केस जीरो होने ठीक 22 दिन बाद गुरुवार को शहर में दो संदिग्ध मरीजों की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मतलब दो नए कोरोना मरीज मिलने के साथ ही अब एक्टिव केस 2 हो गए हैं। पॉजिटिव आने वाले दोनों मरीज हाल ही में बाहर से आए हैं। इनमें एक सेना का जवान और एक मेडिकल स्टूडेंट है। 22 दिन पहले 6 अक्टूबर पितृ मोक्ष अमावस्या के दिन 18 महीने 12 दिन बाद ग्वालियर में एक्टिव केस "जीरो' हुए थे। पर कोरोना मुक्त हुए सिर्फ 22 दिन ही ग्वालियर गुजार पाया और अब फिर से कोविड की दहशत हो गई है। मध्य प्रदेश में कोविड फिर से पांव पसार रहा है। बाहर से लौटने वाले लोगों की बदौलत फिर एक्टिव केस बढ़ने लगे हैं। 

प्रदेश के भोपाल, इंदौर व जबलपुर के बाद अब ग्वालियर में भी नए कोरोना पॉजिटिव मिल रहे हैं। इसी समय दीपावली के त्यौहार के चलते बाजारों में लोग बेखौफ खरीदारी करते नजर आ रहे हैं। न मास्क नजर आ रहा है न ही सोशल डिस्टेंस दिख रहा है। यहां तक की प्रशासन भी कोविड गाइडलाइन का पालन कराने में दिलचस्पी नहीं ले रहा है। कहीं एक बार फिर कोविड इन बाजारों की भीड़ के जरिए वापस न फैल जाए। गुरुवार रात को स्वास्थ्य विभाग से जारी रिपोर्ट में 2435 जांच सैंपल में से 2 लोगों की रिपोर्ट में कोरोना होने की पुष्टि हुई है। ग्वालियर में 6 अक्टूबर को एक्टिव केस 00 हो गए थे। जिसके बाद से एक भी केस नहीं मिला था। अब 22 दिन बाद फिर से कोविड के दो मरीज मिलने के बाद कोरोना ने दस्तक दे दी है। 

गुरुवार को ग्वालियर में मिले दो कोविड पैशेंट में से एक सेना का जवान है और दूसरा मेडिकल कॉलेज का स्टूडेंट। सेना का जवान अजमेर राजस्थान से 10 दिन पहले ग्वालियर लौटा है। तभी से उसे खांसी, जुकाम हो रहा था। जिस पर उसने कोविड टेस्ट कराया तो वह पॉजिटिव निकला है। जवान वैक्सीन की दोनों डोज ले चुका है। साथ ही दूसरा मरीज मेडिकल कॉलेज का छात्र है। वह 5 दिन पहले मनाली टूर करके लौटा है। स्वास्थय गड़बड़ होने पर कोविड टेस्ट कराया था। जिसमें उसे भी कोरोना होने की पुष्टि हुई है। वह भी वैक्सीन डोज ले चुका है। ग्वालियर में 24 मार्च 2020 को पहला कोविड मरीज मिला था। इसके बाद से कोविड मरीज मिलते ही गए थे। 

कभी भी एक्टिव केस जीरो नहीं हुए थे, लेकिन 18 महीने 12 दिन बाद 6 अक्टूबर को पितृ मोक्ष अमावस्या के दिन एक्टिव केस जीरो होने के बाद ग्वालियर को कोरोना मुक्त माना जा रहा था। पर 22 दिन बाद 28 अक्टूबर को फिर दो कोविड मरीज आने पर वापस कोविड की दहशत फैल सकती है। पूरे कोरोना काल में एक दिन में सबसे अधिक कोरोना संक्रमित मरीज 24 अप्रैल 2021 को मिले थे। इतना ही नहीं 24 घंटे में सबसे अधिक 38 मरीजों की मौत इसी दिन हुई थी। सबसे अधिक संक्रमित अप्रैल में मिले थे, लेकिन सबसे अधिक 520 मरीजों की मौत मई 2021 में हुई थी। -कोरोना वैक्सीन को लेकर भी लोग अभी जागरूक नहीं हैं। जबसे केस मिलना बंद हुए हैं लोग वैक्सीन नहीं लगवा रहे हैं। वैक्सीन के दूसरे डोज के लिए लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। पहले डोज और वैक्सीन के दूसरे डोज लगवाने वालों के बीच काफी अंतर है।

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