भतीजा सचिन पाल ही निकला ट्रिपल मर्डर केस का Mastermind

लूटे गये माल के साथ दो गिरफ़्तार…

भतीजा सचिन पाल ही निकला ट्रिपल मर्डर केस का मास्टरमाइंड

ग्वालियर। मुरार के अल्पना टॉकीज के इलाके में हुए ट्रिपल मर्डर संबंध में आईजी अविनाश शर्मा, डीआईजी हिंगनकर, एसपी अमित सांघी, एएसपी राजेश दण्डोतिया ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और इसके बाद 2-3 घंटे में घटना की समीक्षा की जा रही थी घटना में कौन-कौनसे एंगल है। लेकिन इसी बीच एएसपी राजेश दंडोतिया के फोन पर एक मैसेज आया कि घटना करने वाले में से एक आरोपी मुरार थाने में बैठा हुआ तो उससे एएसपी तरूण से पूछताछ की सारी घटना का खुलासा हो गया, घटना शनिवार-रविवार की दरमियानी रात 2.30 बजे की बताई है। इसमें पहले 3 आरोपियों के नाम सामने आये थे लेकिन जब तीनों आरोपियों को तलाशा गया तो मास्टरमाइंड सचिन पाल और तरूण तो पुलिस की कैद में थे। 

तीसरा आरोपी मोनू जिसका नाम बताया गया वह तो जेल में बन्द है उसे इस घटना से हटा दिया गया।  इसके बाद आईजी अविनाश शर्मा ने एएसपी राजेश दंडोतिया को शबाशी देते हुए कहा कि समय रहते ट्रिपल मर्डर का खुलासा हो गया इसके लिये मैं अपनी ओर से 30 हजार रूपये का कैश रिवॉर्ड देता है यह जानकारी आईजी अविनाश शर्मा पुलिस कन्ट्रोल रूम में आयोजित पत्रकारवार्ता में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहीं। पत्रकारवार्ता में एसपी अमित सांघी, एएसपी राजेश दण्डोतिया, सीएसपी रत्नेश तोमर, टीआई शैलेन्द्र भार्गव, क्राइम ब्रांच थाना टीआई दामोदर गुप्ता उपस्थित रहें। सचिन पाल का पहले से कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है पुलिस सचिन का रिकॉर्ड तलाश किया तो पता चला सचिन पाल महिलाओं के गले से चेन लूटता था। 

पुलिस को सचिन पाल ने पूछताछ के दौरान कि कीर्ति नींद खुली तो उसने पहचान लिया सचिन पाल मृतक जगदीश पाल को मौसा कहता था तो लगा यह लड़की पुलिस को बता देगी तो उसने 4.30 बजे तकिया से गला दबा कर कीर्ति पाल की हत्या कर दी। जब सचिन पाल अपने साथी के साथ कमरे में चोरी करने के इरादे से घुसे थे तोलिया से मुंह बांधे हुए थे सरोज पाल टॉयलेट के लिये जा रही थी उसने लाईट ऑन की थी और उसी वक्त आरोपियों ने घुसना हुआ तो सरोज पाल का आमना सामना हो गया तो झूमा झटकी हुई तो उस पर चाकू से हमला कर दिया जिसमें सरोज पाल के पेट में 2 चाकू लगे थे जिसकी मौत हो गयी। 

जब आरोपी सचिन पाल और तरूण निकल रहे तो जगदीश पाल को देखा तो पहले हाथा पाई हुई और दोनों आरोपियों ने जगदीश पाल का साफी से गला घोंट दिया जिससे उसकी मौत हो गयी। मास्टरमाइंस सचिन पाल लूट करने के बाद अपनी बहन के घर पहुंचे तो उसने अपनी बहन से कहा कि यह मुझे गिफ्ट में मिले जेबर है इन्हें आप रख लो जब मैं आऊंगा तो वापिस ले जाऊंगा। साइबर से पता चला कि मास्टरमाइंड सचिन पाल और तरूण उर्फ घोड़ा एक दूसरे से मोबाइल से कनेक्ट थे जिससे यह साफ हो गया कि घटना करते समय एक दूसरे के साथ थे। मुरार पुलिस यकायक तरूण को स्थाई वारंट के मामले में मुरार थाने में लेजाकर बैठा दिया जब तरूण को पता चला कि मेरा ट्रिपल मर्डर में आ रहा है तो मुरार थाने से फरार हो गया।

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