बाढ़ से हुए नुकसान के आंकलन हेतु केंद्रीय दल MP पहुंचा

1735 करोड़ रुपए की शासकीय संपत्ति को पहुंचा नुकसान…

बाढ़ से हुए नुकसान के आंकलन हेतु केंद्रीय दल एमपी पहुंचा

भोपाल। बाढ़ से हुए नुकसान के आंकलन के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय की एक टीम दो दिवसीय दौरे पर मध्य प्रदेश आई हुई है. इस टीम का नेतृत्व केंद्रीय गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव सुनील बर्नवाल कर रहे हैं. टीम ग्वालियर चंबल संभाग में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रही है. इस टीम में बर्नवाल के अलावा डिप्टी इसीओ अभय कुमार, मध्य प्रदेश के कृषि संचालक डॉ. ए.के तिवारी, जल संसाधन विभाग के अधीक्षण यंत्री मनोज तिवारी, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय जयपुर के क्षेत्रीय अधिकारी डीके शर्मा और ग्रामीण विकास मंत्रालय के अवर सचिव आरके श्रीवास्तव शामिल हैं. केंद्रीय दल ने दो टीम में बंटकर बाढ़ प्रभावित ग्वालियर चंबल इलाके का दौरा किया. एक टीम ने ग्वालियर संभाग के डबरा-चांदपुर, दतिया जिले के कोटरा, सुनाती, अंडोरा, खरोनाघाट का दौरा किया. वहीं दूसरी टीम ने सबलगढ़ के श्यामपुर, ओछापुरा, ढोढर, मानपुर और श्योपुर का निरीक्षण किया. 

आज केंद्रीय दल की एक टीम ग्वालियर के भितरवार, सिला, पलाधा, ख्यावदा, पनघटा, पुल्हा सिहोर और शिवपुरी के रायपुर, हरई, बरखेड़ी, कूपरेटा का दौरा करेगी. दूसरी टीम श्योपुर के प्रेमसर, उतनवाड़ा, अलापुरा, मूंडला, आवदा और श्योपुर का दौरा करेगी. बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे का काम पूरा कर केंद्रीय दल आज शाम तक भोपाल पहुंचेगा. जहां दल के सदस्य शाम 7 बजे सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ मंत्रालय में बैठक करेंगे. बैठक में राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत भी शामिल होंगे. मध्य प्रदेश सरकार के जनसंपर्क पोर्टल के हवाले से अनुमान जताया जा रहा है. बता दें कि प्रदेश के 9 जिलों के 2444 गांव बाढ़ की चपेट में आए हैं. शुरुआती आंकलन के अनुसार 101669 हेक्टेयर क्षेत्र की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है. करीब 57527 मकान बाढ़ में क्षतिग्रस्त हुए हैं या पूरी तरह से बह गए हैं. इसके अलावा 1735 करोड़ रुपए की शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचा है. 

जिसमें शासकीय भवन, सड़क, बिजली प्रदाय अधोसंरचना, वन, पुल, बांध सहित अनेक सिंचाई परियोजनाएं शामिल हैं. राशन वितरण की शासकीय उचित मूल्य की दुकानों सहित लगभग 2 करोड़ 50 लाख रुपए से अधिक मूल्य का खाद्यान्न, बाढ़ के पानी में खराब हो गया है. वेयर हाउस में सुरक्षित रखा खाद्यान्न भी बड़ी मात्रा में बाढ़ से प्रभावित हुआ है. बता दें कि बीती 31 जुलाई से 6 अगस्त के दौरान ग्वालियर चंबल संभाग में बाढ़ से भारी तबाही हुई थी. संभाग के 8 जिलों समेत कुल 9 जिले इसकी चपेट में आए थे. इनमें ग्वालियर, गुना, शिवपुरी, दतिया, अशोक नगर, श्योपुर, भिंड, मुरैना और भोपाल संभाग का जिला विदिशा शामिल है. युद्ध स्तर पर चलाए गए राहत और बचाव कार्यो के दौरान इन जिलों के करीब 9334 रहवासियों, पीड़ितों को रेस्क्यू किया गया. साथ ही 32 हजार 960 लोगों को बाढ़ में घिरे उनके रहवासों से सुरक्षित निकाला गया.

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