MP में बारिश बनी मुसीबत !

दो की मौत, एक नाले में बहा, तो वही 76 को बचाया…

मध्यप्रदेश में बारिश बनी मुसीबत !

मध्यप्रदेश में बारिश अब मुसीबत बन रही है। ग्वालियर में धूमेश्वर महादेव पर दर्शनों के लिए गए युवक नदी में डूब गए। दोनों लापता हैं। दोनों अपने 8 दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने गए थे। होशंगाबाद में 9 साल का बालक नाले में बह गया। वहीं, विदिशा में इलाके में पानी भर जाने के बाद 76 लोगों को रेस्क्यू टीम ने बचा लिया। ग्वालियर के भितरवार में धूमेश्वर धाम पर सिंध और पार्वती नदियां मिलती हैं। इस कारण यहां भंवर भी बनता है। रविवार दोपहर नदी में नहाने उतरे 8 दोस्तों में से दो युवक बहाव की चपेट में आकर बह गए। पहले एक युवक गहरे पानी में गया और डूबने लगा, उसे बचाने दूसरा दोस्त भी कूद गया। कुछ देर में दोनों नदी में बहते हुए लापता हो गए। युवक मंदिर पर दर्शन करने और पिकनिक मनाने आए थे। तत्काल घटना की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची। साथ ही, रेस्क्यू टीम ने भी मोर्चा संभाल लिया है। घटना स्थल ग्वालियर शहर से 70 किलोमीटर दूर है।

सूचना मिलते ही दोनों युवकों के परिजन भी स्पॉट के लिए निकल गए। शाम 5.30 बजे तक दोनों युवकों का पता नहीं चला था। ग्वालियर के दाल बाजार, नई सड़क से व्यापारियों का दल दोपहर पिकनिक मनाने धूमेश्वर धाम मंदिर पहुंचे थे। मंदिर के सामने से ही सिंध नदी बहती है। इसी स्पॉट से सिर्फ 100 मीटर पहले सिंध नदी में पार्वती नदी का भी मिलन होता है। यही कारण है, यहां ढलान से नदी उतरते समय उसका बहाव तेज हो जाता है। दाल बाजार में बॉम्बे बेकरी वाले अंकित गोयल ने बताया कि सभी नहाने के लिए नदी में उतरे थे, लेकिन उसी समय किशन होटवानी निवासी नई सड़क अचानक गहरे पानी और बहाव में चला गया। उसे तैरना भी नहीं आता था। जैसे ही, वह बहने लगा, तो उसे बचाने के लिए उसका दोस्त कितांशु कैलाश भी गहरे पानी में कूद गया। इसके बाद दोनों एक दूसरे-का हाथ पकड़े हुए पानी के बहाव में बहते चले गए। 

लोगों ने कुछ दूरी तक उनको बहते देखा फिर वह नदी और पानी में लापता हो गए। घटना की सूचना मिलते ही मंदिर पर मौजूद पुलिस फोर्स मौके पर पहुंचा। फोर्स ने तत्काल वरिष्ठ अफसरों को सूचना दी। इसके बाद रेस्क्यू दल मौके पर पहुंचा और छानबीन शुरू कर दी। किशन के दोस्त अंकित गोयल ने पुलिस को बताया कि किशन और कितांशु दोनों पक्के दोस्त थे। जब किशन को बहता देखा, तो कितांशु ने बचाने का प्रयास किया। एक दूसरे को सहारा देने के चक्कर में दोनों बहते चले गए। दोनों को ही तैरना नहीं आता था। धूमेश्वर मंदिर के पास सिंध नदी में इसी स्पॉट पर हर साल हादसे होते हैं। बीते साल भी दो युवक इसी तरह बहे थे। जिनके शव आगे जाकर गांव में नदी में उतराते मिले थे। यहां इससे पहले भी हादसे होते रहे हैं। होशंगाबाद जिले के इटारसी के पास धांसई ग्राम में रविवार को 9 साल का बालक नाले में बह गया। 

करीब 10 मिनट बाद बालक को उसके पिता ने 50 मीटर दूर नाले से निकाला। बेहोश हालत में उसे पहले इटारसी अस्पताल ले गए। इसके बाद उसे होशंगाबाद नर्मदा अस्पताल में लाया गया। बालक की हालत नाजुक है। उसे आईसीयू वार्ड में रखा गया है। बालक राजेंद्र काजले पिता वीरपाल काजले (9) धांसई निवासी है। मां फूलवती ने बताया राजेंद्र व मोहल्ले के तीन-चार बालक रविवार सुबह करीब 9 बजे गांव में घर के पास बने स्टॉप डैम के पास पानी देखने गए थे। डैम के पास नाले भी है। जहां अचानक बारिश का पानी का गया। इसमें राजेंद्र बह गया। बालकों ने राजेंद्र को बचाने के लिए आवाज दी। आवाज सुन पिता वीरपाल व अन्य पड़ोसी मौके पर पहुंचे।विदिशा जिले की नटेरन तहसील के पमारिया गांव में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर 76 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। स्थानीय नदी का पानी गांव की इस बस्ती में आ जाने से सभी लोग घिर गए थे। इसके बाद पहुंची टीम ने लोगों को नाव की सहायता से निकाला।

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