बैंक ऑफ इंडिया के बाहर बैंक कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन

 बैंकों की हड़ताल के दूसरे दिन…

बैंक ऑफ इंडिया के बाहर बैंक कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन



ग्वालियर। राष्ट्रीयकृत बैंकों के निजीकरण के विरोध में बैंक कर्मचारी दो दिवसीय हड़ताल पर है। मंगलवार को सप्ताह का दूसरे दिन था दो दिन के बैंक को लोड़ बढ़ गया है। हड़ताल की वजह से 12 बैंक की दो सौ से अधिक बैंकों की शाखाओं में काम नहीं हो पाया है। न तो चैक जमा और नहीं क्लियर हो पाये और नहीं डीडी बन पाये जिस वजह से हड़ताल के दूसरे दिन करोड़ों रूपये का बैंकिंग व्यापार प्रभावित हुआ है। इतना ही नहीं फूलबाग चौराहा स्थित बैंक ऑफ इंडिया के बाहर बैंक कर्मचारियों ने प्रदर्शन कर केन्द्र सरकार के बैंकों के निजीकरण का विरोध किया। 15 मार्च की हड़ताल के मौके किये गये जंगी प्रदर्शन में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस ग्वालियर ईकाई के संयोजक अवधेश अग्रवाल द्वारा बताया गया है कि राष्ट्रीयकृत बैंकों के निजीकरण देशहित में नहीं है और हमारे द्वारा इस जन विरोधी अध्यादेश का हर स्तर पर विरोध किया जायेगा। 

इसके अलावा यूएफबीयू के सभी घटक दलों के नेताओं रहीम खान, आरसी धनगर, हेमंत गोस्वामी, हर्ष अरोरा, वीरेन्द्र श्रीवास्तव, अनूप राणा, अजय देवले, भरतशर्मा, अतुल प्रधान, गोर्वधन शर्मा, हिमांशु सारस्वत, रितिका बघेल, आरके सिंह, रंजना कुशवाह, मंजू भगत, संजय खण्डेलवाल, शैलेषकुमार, निर्मला कुशवाह और आरके शुक्ला आदि ने जंगी प्रदर्शन में शामिल बैंक कर्मियों को संबोधित किया। आमजनों के लिये काफी परेशानी भरा रहेगा। क्योंकि 13 और 14 मार्च को भी बैंक बन्द रहें। 

हालांकि प्रायवेट सेक्टर के बैंक खुले रहेंगे। जिनमें एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिन्द्रा बैंक औरा इंडसइंड बैंक भी शामिल हे। लेकिन देश के कुल बैंक खातों में इनकी हिस्सेदारी लगभग एक तिहाई है। हड़ताल का नेतृत्व करने वाली UFBU संस्था 9 यूनियनों का नेतृत्व करती है। सदस्यों में ऑल इंडिया बैंक एम्प्लाइज एसोसिएशन (AIBEA), ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन (AIBOC), नेशनल कन्फेडरेशन ऑफ बैंक इम्प्लॉइज (NCBE), ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन (AIBOA), बैंक एंप्लॉइज ऑफ इंडिया (BEFI), भारतीय राष्ट्रीय बैंक कर्मचारी महासंघ (INBEF), भारतीय राष्ट्रीय बैंक अधिकारी कांग्रेस (INBOC), नेशनल बैंक ऑफ बैंक वर्कर्स (NOBW) और नेशनल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ बैंक ऑफिसर्स (NOBO) शामिल हैं।

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