भागवत सुनने से मन को शांति मिलती है : संत गोपाल शरण

गुप्त नवरात्रि एवं बसंतोत्सव के पावन उपलक्ष में...

भागवत सुनने से मन को शांति मिलती है : संत गोपाल शरण

ग्वालियर। गुप्त नवरात्रि एवं बसंतोत्सव के पावन उपलक्ष में अभिषेकात्मक रुद्र महायज्ञ व भागवत सप्ताह कथा एवं सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग निर्माण व पूजन का कार्यक्रम केंद्रीय जेल ग्वालियर में आयोजन किया जा रहा है। भागवत कथा को प्रारंभ करते हुए संत गोपाल शरण जी महाराज ने भागवत कथा का उद्देश्य बताते हुए कहा कि कलयुग में भागवत कथा के सुनने से लोगों को मन की शांति के साथ-साथ मनोवृति में भी बदलाव आता है। इस अवसर पर जेल अधीक्षक मनोज कुमार साहू ने कहा कि जेल में भागवत कथा का श्रवण कैदियों द्वारा बड़े ही शांतिपूर्ण ढंग से सुना जाता है। और मैंने पाया कि कैदियों के व्यवहार में भी कथा सुनने के बाद जो बदलाव आए हैं वह हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। जेल में बंदियों के लिए कथा के साथ-साथ प्रवचन धार्मिक कार्यों का लगातार कार्यक्रम चलते रहते हैं और हमारा उद्देश रहता है कि कैदियों के मन में कोई गलत विचार ना आए इसलिए यह धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन चलता रहता है। आज की महा आरती कथा के यजमान जेल अधीक्षक मनोज साहू रश्मि साहू द्वारा की गई। 

उनके साथ उप जेल अधीक्षक महेश प्रसाद टिकारिया उप अधीक्षक एनके प्रजापति सहायक  जेल अधीक्षक विपिन दंडोतिया प्रवीण त्रिपाठी देवेंद्र शर्मा सहित अनेकों धर्म प्रेमि उपस्थित थे। सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग निर्माण : केंद्रीय कारागार ग्वालियर में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह के दौरान सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग निर्माण व पूजन कार्य 15 फरवरी प्रातः 9:00 बजे से जेल में बंद कैदियों के द्वारा यह सवा करोड़ शिवलिंगों का निर्माण कार्य जारी है जिसमें कैदियों के द्वारा शिव जी की प्रतिमा अनेकों रूप में निर्माण कर बनाई जा रही हैं। इस कार्य में जेल के पंद्रह सौ कैदियों द्वारा यह कार्य बड़े ही हर्ष उल्लास के साथ किया जा रहा है। शिवलिंग निर्माण को लेकर संत गोपाल शरण जी महाराज ने बताया कि माघ मास के विशेष महत्व पूजा शिवलिंग मैं यह बहुत ही महत्वपूर्ण पूजन माना गया है ।इस कार्य से सुख समृद्धि एवं क्षेत्र विकास के लिए बहुत ही लाभदाई विशेष पूजन है। इस तरह के शिवलिंग निर्माण से अनेकों भयावह बीमारियों एवं संकटों से निजात मिलती है।

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