मुझे हेल्पलाइन में सुधार चाहिये : कलेक्टर

सीएम हेल्पलाइन निराक्रत नहीं हुई तो मैं...

मुझे हेल्पलाइन में सुधार चाहिये : कलेक्टर

मुरैना। कलेक्टर बी कार्तिकेयन ने सीएम हेल्पलाइन की  समीक्षा की जिसमें राजस्व विभाग की सबसे अधिक शिकायतें पाई गईं। इस पर कलेक्टर ने असंतोष व्यक्त किया और राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिये कि सीएम हेल्पलाइन निराक्रत नहीं हुई तो मैं संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्यवाही करूंगा। उन्होंने कहा कि जितनी शिकायतें आ रही हैं उससे ज्यादा निराकरण का प्रतिशत होगा तभी सीएम हेल्पलाइन में कमी आ सकती है। इस प्रकार का रवैया रहा तो सीएम हेल्पलाइन कभी भी कम नहीं हो पायेगी। ये निर्देश उन्होंने बुधवार को टीएल बैठक की समीक्षा के दौरान कलेक्ट्रेट सभाकक्ष मुरैना में दिये। 

कलेक्टर बी कार्तिकेयन ने सीएम हेल्पलाइन को चार केटेगरी में विभाजित किया है जिसमें ए केटेगरी रेवेन्यू विभाग, बी केटेगरी पंचायत एवं ग्रामीण विकास, सी केटेगरी शिक्षा उर्जा आदि बड़े बड़े विभाग तथा डी केटेगरी में ऐसे विभाग होंगे जिनकी एक दो शिकायतें ही आतीं है। उन्होंने कहा कि जौरा एसडीएम द्वारा पिछले सप्ताह राजस्व कार्य में सीएम हेल्पलाइन जितनी हल की उससे कहीं ज्यादा पोर्टल पर नई शिकायतें जुड़ी इस प्रकार की पूअर प्रोग्रेस पर कलेक्टर ने एसडीएम को नोटिस तथा जौरा के तीनों तहसीलदारों का दो दो दिवस का वेतन काटने के निर्देश दिये। इसी प्रकार सबलगढ एसडीएम के पोर्टल पर 400 शिकायतें, मुरैना एसडीएम की 193 शिकायतें समीक्षा के दौरान पाई गईं। कलेक्टर ने कहा कि जितनी शिकायतें आ रही हैं उसकी दुगनी क्षमता में सीएम हेल्पलाइन निराक्रत होंगी तभी आंकड़ा कम किया जा सकता है। 

कलेक्टर ने ग्रामीण विकास की समीक्षा की जिसमें मुरैना सीईओ की 140 शिकायतें लंबित पाई गईं इस पर कलेक्टर ने पहाड़गढ जनपद सीईओ को 60 पोरसा को 70 प्रतिशत सीएम हेल्पलाइन अगले सप्ताह कम करने के निर्देश दिये। इनके अलावा शिक्षा विभाग में 271, उर्जा विभाग की 251, पीएचई की 258, क्रषि की 230 और निर्वाचन की 12 शिकायतें सीएम हेल्पलाइन पर पाई गईं। कलेक्टर ने गु्रप डी की समीक्षा की जिसमें उन्होंने छोटे छोटे विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जितनी शिकायतें पाई जायेंगी, उतने दिन का वेतन काटा जायेगा, इसलिये अधिकारी एल 1 पर होने वाली सीएम हेल्पलाइन एल-1 पर ही निराक्रत करें।

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