ग्रामीण क्षेत्र में कचरा कलेक्शन कर सेग्रीगेशन हेतु कलेक्टर ने किया निरीक्षण

स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अंतर्गत...

ग्रामीण क्षेत्र में कचरा कलेक्शन कर सेग्रीगेशन हेतु कलेक्टर ने किया निरीक्षण

ग्वालियर। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अंतर्गत जनपद पंचायत डबरा की ग्राम पंचायत जौरासी में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन कार्य हेतु चयन किया गया है। इसमें तीन ग्राम पंचायतों के पाँच ग्रामों को जोड़ा गया है। जिसमें पंचायत जौरासी, मकोड़ा एवं टेकनपुर शामिल है। यहाँ पर प्रत्येक गाँव से डोर टू डोर कचरा संग्रहण कर ई-रिक्शा एवं अन्य लोडिंग वाहनों से सेग्रीगेशन शेड जौरासी पर लाया जायेगा। कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने ग्रामीण क्षेत्र में डोर टू डोर कचरा संग्रहण कर सेग्रीगेशन किए जाने के लिये जिला पंचायत द्वारा जौरासी में बनाए गए शेड का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने उक्त योजना को शीघ्र प्रारंभ करने के साथ ही अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में भी इस प्रकार का कार्य करने के निर्देश दिए हैं। 

निरीक्षण के दौरान सीईओ जिला पंचायत किशोर कान्याल, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. विजय दुबे, परियोजना अधिकारी जयसिंह नरवरिया एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने कहा कि जिला पंचायत द्वारा जौरासी में स्वच्छ भारत मिशन के तहत किया जा रहा कार्य सराहनीय है। इस कार्य को सफल मॉडल के रूप में विकसित कर अन्य जनपद एवं ग्राम पंचायतों में भी इस प्रकार के मॉडल पर कार्य किया जाए। उन्होंने निर्देशित किया कि यह भी प्रयास किया जाए कि घरों से कचरा संग्रहण करते समय ही गीला एवं सूखा कचरा अलग-अलग संग्रहीत किया जा सके। परियोजना अधिकारी जयसिंह नरवरिया ने योजना के संबंध में बताया कि डोर टू डोर सूखा एवं गीला कचरा संग्रहीत कर सेग्रीगेशन शेड में लाया जायेगा। यह कार्य शीघ्र ही प्रारंभ किया जायेगा। सेग्रीगेशन शेड पर ही कचरे को अलग-अलग करने का कार्य एलयूएलएम समूह की महिलाओं के माध्यम से किया जायेगा। वैज्ञानिक तरीके से कम्पोस्ट पिट से लगभग 65 दिनों में जैविक खाद तैयार किया जायेगा। 

अगली कड़ी में जैविक खाद को पैकिंग कर समूह की महिलाओं के माध्यम से नर्सरी, मनरेगा, वृक्षारोपण एवं फूलों की खेती के लिये विक्रय भी किया जायेगा। इससे महिलाओं को रोजगार भी उपलब्ध होगा। परियोजना अधिकारी श्री नरवरिया ने यह भी बताया कि रीसाइकलेबल प्लास्टिक, धातुएँ, काँच आदि को कबाड़ी के माध्यम से बेचा जायेगा। इसके साथ ही नॉन रीसाइकलेबल कचरे को डम्पिंग साइट पर निगम के सहयोग से निष्पादित किया जायेगा। कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने जौरासी में गौशाला का भी निरीक्षण किया। गौशाला में लगभग 85 गायों को रखा गया है। स्व-सहायता समूह के माध्यम से संचालित इस गौशाला की व्यवस्थाओं का अवलोकन कर की गई व्यवस्थाओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा गौशालाओं का जो संचालन किया जा रहा है, यह अनुकरणीय पहल है।

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