पूर्व महापौर ने 500 से अधिक बच्चों के साथ मनाया मकर संक्रांति का पर्व

झुग्गियों-झोपडियों के बीच जाकर...

पूर्व महापौर ने 500 से अधिक बच्चों के साथ मनाया मकर संक्रांति का पर्व

ग्वालियर। भारत पर्व व त्यौहारों का देश है, यहां हर वर्ग के लोगों को प्रत्येक त्यौहार पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाने का अधिकारी है और केवल आर्थिक अभावों के कारण यदि कोई बच्चा कोई त्यौहार नहीं मना पाता है तो समाज के सभी संपन्न लोगों की जिम्मेदारी है कि हम उनके बीच जाकर वह त्यौहार मनाएं और उन्हें समाज की मुख्यधारा में साथ जोडें। उक्त विचार पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता ने आज शहर की विभिन्न झुग्गी झोपडियों के लगभग 500 से अधिक बच्चों के साथ मकर संक्रांन्ति का महापर्व मनाते हुए व्यक्त किए। इस अवसर पर शहर की सभी प्रमुख समाजसेवी संस्थाओं व समाजसेवियों का सहयोग रहा। 

विवेकानंद नीडम में आयोजित कार्यक्रम में बच्चों के मध्य विभिन्न प्रकार की खेल एवं ज्ञानवर्धक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया तथा प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले बच्चों को पतंग एवं अन्य उपहार भेंट स्वरुप प्रदान किए गए। उपहार पाकर गरीब बच्चों के चेहरों पर मुस्कान तैर गई तथा त्यौहार मनाकर बच्चों में भी जोश व उत्साह भर गया।  साथ ही कार्यक्रम के दौरान बच्चों के बीच डांस प्रतियोगिताएं भी कराई गई तथा बच्चों ने समूह बनाकर भी डांस किए जिसमें बच्चों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।  

कार्यक्रम के दौरान बच्चों के लिए मंगौडी, गजक व मिष्ठान एवं अन्य प्रकार के व्यंजनों की व्यवस्था भी की गई थी जिसका बच्चों ने खूब लुत्फ उठाया और उत्साह से पर्व मनाया। वहीं संस्थाओं द्वारा अन्य क्षेत्रों में भी बच्चों को जहां जहां कोरोना काल में समाजसेवियों द्वारा निशुल्क शिक्षा दी जा रही थी वहां भी कार्यक्रम आयोजित कर बच्चों को अध्ययन सामाग्री एवं गजक व मिष्ठान का वितरण किया गया। 

पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता के संयोजन में आयेाजित विभिन्न कार्यक्रमों के दौरान भाजपा के जिलाध्यक्ष कमल माखीजानी, सभी मंडल अध्यक्ष, समाजसेवी संस्थाओं के पदाधिकारी आर के खेतान, रेखा श्रीवास्तव, नीलम जगदीश गुप्ता, अंजली बत्रा, ओपी त्यागी, माधवी जी, अशोक जैन, अमित गुप्ता, विनोद साहू सहित बडी संख्या में समाजसेवियों ने बच्चों के बीच उपस्थित रहकर उनका उत्सह बढाया। इसके साथ ही भारत विकास परिषद, संस्कार भारती, जेसीआई, रोटरी क्लब एवं लायंस क्लब सहित अन्य समाजसेवी संस्थाओं के पदाधिकारियों का भी सहयोग रहा।

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