शिकारी की तरह जनता पर डोरे डाल रहे हैं कमलनाथ : शिवराज

मुख्यमंत्री ने जनसभाओं को किया संबोधित…

शिकारी की तरह जनता पर डोरे डाल रहे हैं कमलनाथ : शिवराज

ग्वालियर। प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हैं। जनता के बीच में कमलनाथ भी जा रहे हैं और वे कह रहे हैं कि अभी तो मैं जवान हूं और मंच से ही छलांग लगा देते हैं। वे प्रदेश की जनता पर उस तरह से डोरे डाल रहे हैं, जैसे एक शिकारी आता है, जाल बिछाता है, दाना डालता है और जाल में फंसाता है, लेकिन चुनाव है तो कांग्रेसी आएंगे, शराब लाएंगे और बांटेंगे, पायल लाएंगे और बांटेंगे, लेकिन इस बार उनके झांसे में फंसना नहीं है। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने झूठे वादे करके प्रदेश की भोलीभाली जनता और किसानों से वोट तो ले लिए, लेकिन उनसे किए गए वादे कभी नहीं निभाए। इस बार भी कांग्रेस झूठे वादे करके वोट लेगी, लेकिन इस बार सबको सच्चाई का साथ देना है। विकास का साथ देना है। गरीबों, किसानों की भलाई करने वाली सरकार का साथ देना है। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने शिवपुरी जिले की पोहरी विधानसभा के छर्च में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कही। मुख्यमंत्री ने मुरैना विधानसभा के खड़गपुर भर्राड़ और करैरा विधानसभा में भी सभाओं को संबोधित किया। मुख्यमंत्री श्री चैहान ने कहा कि ईश्वर तो समदर्शी है। उन्होंने धरती बनाई तो सबके लिए बनाए, हवा बनाई तो सबके लिए बनाई, पानी बनाया तो सबके लिए बनाया, जंगल बनाए तो सबके लिए बनाए। ईश्वर ने दुनिया बनाई तो सबके लिए बनाई, लेकिन समय के साथ-साथ कुछ लोग बड़े हो गए। उन्होंने अपनी बुद्धि, अपने बाहुबल के बल पर धन कमाया, दौलत कमाई तो कई लोग गरीब रह गए। उनके बीच में अमीरी-गरीबी की खाई पड़ गई और ये खाई बनाने वाले भी इंसान ही हैं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग बड़े बंगलों में रह रहे हैं तो दुनिया में कुछ लोग जंगलों में रह गए और वे विकास के नाम पर पिछड़ गए, लेकिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार और मेरा लक्ष्य अमीरी और गरीबी की खाई को पाटना है। मध्यप्रदेश में जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी, तो हमने ऐसी अनेक योजनाएं बनाई, जो गरीबों, किसानों, महिलाओं, बेटियों और भांजे-भांजियों के लिए मददगार साबित हुई। इन योजनाओं ने इनका जीवन बदलने का काम किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने गरीबों को एक रुपए प्रतिकिलो गेहूं, चावल और नमक दिया। हमने संबल जैसी योजना शुरू की, जिसके माध्यम से गरीब की मृत्यु पर अंतिम संस्कार के लिए पांच हजार रूपए और उसकी मौत पर परिवार को 4 लाख रूपए की आर्थिक मदद मिल सके। ये योजनाएं भी कांग्रेस की कमलनाथ सरकार को रास नहीं आई और उन्होंने सरकार में आते ही इन्हें बंद करवा दिया। देश में अमीरी-गरीबी के बीच खाई पाटने वाले ऐसे उद्योगपति और अमीर लोग ही हैं, जो गरीबों को गरीब ही रखना चाहते हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार और मैं चाहता हूं कि प्रदेश के आदिवासियों के बच्चे भी कलेक्टर बने, एसपी बने और इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। हमारे भांजे-भांजियां उच्च शिक्षा प्राप्त करे, इसके लिए उनकी फीस भी सरकार भर रही है। सरकार हर वर्ग के बच्चों को उच्च शिक्षा देने का काम कर रही है। चाहे सामान्य वर्ग के विद्यार्थी हो, अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थी हों या हमारे अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति वर्ग के विद्यार्थी हों, सबकी मेडिकल, इंजीनियरिंग, आईआईटी सहित अन्य कक्षाओं की फीस उनका मामा शिवराज सिंह चैहान भरवाएगा। बस बच्चे खूब पढ़े-लिखे और अपना लक्ष्य पाएं। 

ेंसाथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव रखने के लिए मास्क जरूरी है और मास्क लगाकर ही सब वोट देने भी जाना। मुख्यमंत्री ने कहा कि राम की चिरैया, राम का ही खेत। खाओ री चिरैया, भर-भर पेट। मध्यप्रदेश की धरती पर कोई गरीब भूखा नहीं सोएगा, यह हमारा संकल्प है। गरीब जनता को रहने के लिए पक्के मकान दिए जा रहे हैं और जो गरीब पक्के मकानों से अब तक वंचित हैं उन्हें भी अगले तीन साल में पक्के मकान बनाकर दिए जाएंगे। उज्जवला योजना के अंतर्गत रसोई गैस के सिलेन्डर दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरे किसान भाइयों को किसान सम्मान निधि के ६ हजार रुपए में 4 हजार रुपए प्रदेश सरकार की ओर से जोड़कर उन्हें 10 हजार रूपए देने का हमने फैसला किया है। प्रदेश के मेरे सभी किसान भाई-बहनों को अब प्रति वर्ष 10 हजार रुपए किसान सम्मान निधि के मिलेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश का जैसा विकास मेरी 15 साल की सरकार और अब इन 6 महीनों में हुआ है उसका कोई उदाहरण नहीं मिलेगा। हमने हर वर्ग के विकास को लेकर योजनाएं बनाईं हैं और उनका लाभ दिया है। उन्होंने कहा कि मैं इसीलिए मुख्यमंत्री नहीं हूं कि कुर्सी पर बैठकर इतराउं, बल्कि मैं तो इसलिए इस पद पर हूं, ताकि प्रदेश के गरीब, किसानों की सेवा कर सकूं। उनके जीवन को संवार सकूं। कांग्रेस ने तो वर्ष 2003 से पहले भी प्रदेश को तबाह करने का काम किया था तो कमलनाथ की 15 माह की सरकार में भी इन्होंने प्रदेश को कंगाल बनाने का काम किया है, लेकिन भाजपा की सरकार ने आम जनता की तकदीर और क्षेत्र की तस्वीर बदलने का काम किया है।

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