लद्दाख में पीछे हटने को राजी हुआ चीन
भारत की बड़ी कामयाबी !
लद्दाख में पीछे हटने को राजी हुआ चीन
भारत को बड़ी सफलता हासिल हुई जब चीन लद्दाख में अपनी सेना पीछे हटाने को मजबूर हुआ। भारत और चीन के बीच पिछले कुछ दिनों से चल रहे तनाव के बीच भारत को बड़ी सफलता हासिल हुई जब चीन LAC से अपनी सेना पीछे हटाने को मजबूर हो गया है। रिपोर्ट्स के अनुसार सोमवार को भारत और चीन के बीच कमांडर स्तर की लंबी बैठक हुई थी और इसके बाद दोनों देश अपनी सेना को एलएसी से पीछे हटाने पर राजी हो गए हैं। इसके चलते मंगलवार को होने वाली कोर कमांडर स्तर की बैठक टल गई है।
सोमवार को मोल्डो में भारत और चीन के कॉर्प्स कमांडरों के बीच दिनभर बैठक चली। यह बैठक सुबह 11.30 बजे शुरू हुई और रात को 11.45 बजे तक चली थी। इस बैठक में भारत ने गलवान में हुई झड़प को लेकर चीन के सामने विरोध जताया था। एएनआई ने मंगलवार को ट्वीट के जरिए बताया कि भारतीय सेना के अनुसार सोमवार को दोनों देशों के बीच हुई कमांडर स्तर की वार्ता सफल रही थी और दोनों देश 2 मई के पहले की स्थिति बनाए रखने पर जारी हो गए हैं।
इसके तहत दोनों देश एलएसी पर अपनी-अपनी सेनाओं को पीछे हटाएंगे। भारत काफी समय से यह मांग कर रहा था लेकिन चीन इसके लिए राजी नहीं हो रहा था, आखिरकार उसे भारत की बात मानने को राजी होना पड़ा।
कुछ दिनों पहले Galwan Valley में कुछ दिनों पहले भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हुए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस झड़प में चीन के 43 सैनिक हताहत हुए थे। इसके बाद भारत ने कड़ा रूख अपनाया था और चीन का दुनियाभर में विरोध हो रहा था। इसके चलते चीन झुकने पर राजी हुआ है।
पूर्वी लद्दाख की स्थिति के बारे में कमांडर स्तर की बैठक में विस्तार से बात हुई थी। वैसे सेनाओं के पीछे हटने की प्रक्रिया क्या होगी, इसके बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है।सेना प्रमुख जनरल MM Naravane मंगलवार और बुधवार को लद्दाख के दौरे पर रहेंगे। वे ग्राउंड कमांडर्स से चर्चा करेंगे। सेना प्रमुख इस दौरान फॉरवर्ड लोकेशंस पर भी जाएंगे और सैनिकों से बात करेंगे। जनरल Naravane मैदानी हालात का जायजा लेने के लिए लद्दाख का दौरा करने वाले हैं। वे दो दिनों तक वहां रहेंगे।
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