आतंकवादियों ने लगाए हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे

सुरक्षाबलों को सामने देखते ही...
आतंकवादियों ने लगाए हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे

श्रीनगर। एक दिन पहले ही सोशल मीडिया पर हथियारों की नुमाइश करने वाले पाकिस्तानी आतंकियों की भारतीय सुरक्षाबलों को सामने देखते ही एकाएक सोच बदल गई। सुरक्षाबलों को सामने देख जैसे ही मुठभेड़ शुरू हुई तीनों आतंकी 'हिंदुस्तान जिंदाबाद और पाकिस्तान मुर्दाबाद' का नारा लगाने लगे। इन तीनों युवकों को गुरुवार सुबह उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल सुरक्षाबल उन्हें बहकाने वाले लोगों के बारे में पड़ताल कर रहे हैं।

घाटी में सक्रिय आतंकी संगठनों के ओवरग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) लगातार युवाओं को बहकाकर आतंक की राह पर धकेलने की साजिशें रचते हैं। इसी के चलते दक्षिण कश्मीर में तीन सालों में करीब 200 युवा जिहादी तत्वों के दुष्प्रचार में फंसकर आतंकी बने हैं। सुरक्षाबलों ने ऐसे युवाओं को मुख्यधारा में वापस लाने का अभियान शुरू किया तो तस्वीर बदलने लगी। अब पाक परस्त तत्वों ने दक्षिण कश्मीर को छोड़ उत्तरी कश्मीर पर ध्यान केंद्रित कर लिया है। गुरुवार को पकड़े गए तीनों आतंकी भी उत्तरी कश्मीर में फिर से जाल फैला रहे ओजीडब्ल्यू के बहकावे में आ गए थे।

पकड़े गए तीनों आतंकी कुछ दिन पूर्व ही घर से भागे थे। परिजनों ने पुलिस और निकटवर्ती सैन्य शिविर में इसकी सूचना देते हुए इनकी सुरक्षित वापसी के लिए आग्रह किया। तीनों का पता लगाने के लिए अभियान भी चलाया गयाए लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। बुधवार को इन युवकों की सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें वायरल हुई। इन तस्वीरों का संज्ञान लेते हुए पुलिस और सेना ने मिलकर इन्हें पकड़ने का एक अभियान चलाया।

इन तीनों युवकों की पहचान आबिद अहमद वानी, जाकिर अहमद बट और जावेद अहमद डार के रूप में हुई है। आबिद और जाकिर एक ही गांव लालपोरा शाहगुंड के रहने वाले हैं जबकि जावेद कुपवाड़ा के थायीन कलारुस का रहने वाला है। एसएसपी कुपवाड़ा अंबराकर श्रीराम दिनकर ने बताया कि तीनों युवक लश्कर में शामिल हुए थे। गुरुवार सुबह गुनबुग गुज्जरपट्टी इलाके में पुलिस और सेना के एक संयुक्त कार्यदल को इनके ठिकाने का पता चला। जवानों ने उसी समय इनके ठिकाने की घेराबंदी की। तीनों युवकों के कब्जे से तीन असॉल्ट राइफलें, 6 मैगजीन व अन्य साजो-सामान पकड़ा गया है।

इन तीनों युवकों को पकड़ने के अभियान में शामिल एक सैन्याधिकारी ने बताया कि जब हमने घेराबंदी की तो इन्होंने एक फायर भी किया। हमने भी जवाब में दो-चार राउंड दागे और इन्हें घेर लिया। हमारा मकसद था कि किसी तरह से इन्हें जिंदा पकड़ा जाए। इन्हें समझ आ गया कि जिंदा बचना मुश्किल है और हिंदुस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने लगे। पाकिस्तान मुर्दाबाद का नारा भी लगाया और आत्मसमर्पण कर दिया। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि इनको देखकर लगता है कि इन्हें हकीकत समझ आ चुकी है कि वे जिस रास्ते पर हैं, वह सिर्फ मौत की तरफ लेकर जाएगा।

Comments