G News 24 : प्राइवेट एवं सरकारी स्कूलों के संचालन नियमों में विभाग की दोहरी नीति !

 स्कूल शिक्षा विभाग मध्य प्रदेश शासन की ...

प्राइवेट एवं सरकारी स्कूलों के संचालन नियमों में विभाग की दोहरी नीति !


ग्वालियर। स्कूल शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत रहती हैं लेकिन उसका ये प्रयास भेदभाव पूर्ण दिखाई देता है। सरकार पहले से चल रहे सरकारी स्कूलों में सुविधाएं उपलब्ध करवाने के बजाय नए नए प्रयोग करती रहती है। कभी उत्कृष्ट ,कभी  मॉडल स्कूल खोले गए थे जिनकी स्थिति भी आज किसी से छिपी नहीं है।  शासन उन विद्यालयों की स्थिति सुधारने की बजाय नए सर्व सुविधा युक्त विद्यालय खोलने पर ज्यादा ध्यान दे रही है। वही सी एम राइस विद्यालयों में जो शिक्षक अध्यापन कार्य कर रहे हैं वह शिक्षक अन्य शासकीय विद्यालय में पहले से ही अध्यापन कार्य कर रहे थे उन्हें शिक्षकों में से परीक्षा उत्तीर्ण कराकर उन्हें शिक्षकों की नियुक्ति सी एम राइस विद्यालयों में की गई है। और अब सी एम राइस विद्यालय का पूरे मध्य प्रदेश में निर्माण कर रही है। ये अच्छी बात है। 

लेकिन सरकार जो स्कूल  पहले से चल रहे हैं उन पर भी ध्यान देना चाहिए क्योंकि प्रदेश में तमाम स्कूल ऐसे हैं जिनमे न तो पर्याप्त स्टाफ है और ना ही फर्नीचर ! कहीं अगर स्टाफ और फर्नीचर भी है तो बिल्डिंग नहीं है पीने का पानी तक भी ब-मुश्किल उपलक्ध हो पाता है। इसके उलट प्राइवेट स्कूलों के संचालन और अनुमति दिए जाने के दौरान जितनी फ़ॉर्मेल्टीज पूरी करवाई जाती है उसकी एक चौथाई भी अगर सरकारी स्कूल खोलते समय पूरी करवा दी जाएं तो बहुत है। फिर सीएम/पीएम राइस स्कूल खोलने की जरूरत शायद ही पड़ेगी। 

प्रदेश में कई शासकीय विद्यालय दो कमरों में संचालित हो रहे हैं बुनियादी सुविधाओ के नाम पर पीने का पानी तो छोड़ो हाथ धोने के लिए पानी की व्यवस्था तो कहीं पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था नहीं है। प्रयोगशाला,पुस्तकालय,खेलकूद का सामान रखने की न इनके पास जगह है और ना ही इस प्रकार की कोई व्यवस्था देखने को मिल रही है।  इनमें अध्यापन कार्य के लिए भी पर्याप्त शिक्षक नहीं है यहां तक की  पदस्थ प्राचार्य तक नहीं है प्रभारी प्राचार्य से विद्यालय संचालित हो रहे हैं। शासन को इस ओर भी ध्यान देना चाहिए। दो कमरे के विद्यालय व बुनियादी सुविधा व शिक्षकों की कमी वाले कुछ विद्यालय हमारी नजरों में आए जो कि आपके सामने हैं आगे भी इस तरह की खबरें शासन की वह आम जनता की आंखें खोलने के लिए आपके सामने आती रहेगी किस तरह जनता के पैसों की बर्बादी हो रही है।



G.NEWS 24 : अयोध्या में रामनवमी के मौके पर हुआ रामलला का सूर्य तिलक

अद्भुत क्षण के साक्षी बने करोड़ों रामभक्त...

अयोध्या में रामनवमी के मौके पर हुआ रामलला का सूर्य तिलक

500 वर्षों तक चले संघर्ष के बाद निर्मित भव्य महल में मना रामलला का पहला जन्मोत्सव अद्भुत, अकल्पनीय और अविस्मरणीय रहा। रत्न जड़ित पीतांबरी यानी पीला वस्त्र व सोने का मुकुट धारण कर रामलला ने भक्तों को दर्शन दिए। अध्यात्म व विज्ञान का अद्भुत संगम भी उस समय नजर आया, जब सूर्य की किरणों ने पांच मिनट तक सूर्यवंश के सूर्य का ''सूर्य तिलक'' किया। इस अद्भुत क्षण को हर कोई अपनी आंखों में बसाने को लालायित नजर आया। वहीं, कार्यक्रम का प्रसारण न्यूज चैनलों के माध्यम से किया गया, जिससे घर बैठे करोड़ों लोग इस अद्भुत क्षण के साक्षी बने। इस दौरान 5 मिनट तक रामलला के ललाट पर सूर्य की किरण दिखाई दी.

भजन-कीर्तन, स्तुति-वंदना के बीच सबकी निगाहें घड़ी की सुइयों पर थीं। जैसे-जैसे घड़ी की सुइयां 12 की ओर बढ़ रही थीं, आतुरता भी बढ़ती रही। बालक राम सहित उत्सव मूर्ति की मनमोहक छवि के दर्शनकर भक्त मंत्रमुग्ध होते रहे। ...नवमी तिथि मधुमास पुनीता, सुकुलपछ अभिजित हरिप्रीता। मध्य दिवस अति सीत न धामा, पावन काल लोक विश्रामा। स्तुति तक पहुंचते-पहुंचते पूरे 12 बज चुके थे। मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने मंदिर के कपाट खोले तो घंटा घड़ियाल बजने के साथ ही भक्तों ने भए प्रकट कृपाला दीनदयाला, कौशल्या हितकारी... का भजन गायन शुरू कर दिया। जैसे ही जन्मोत्सव का कर्मकांड हुआ पूरा परिसर जय श्रीराम के उद्घोष से गूंज उठा।

 भक्त उत्साह की सीमाओं का उल्लंघन करने से भी नहीं चूके। मंदिर परिसर में मौजूद हर शख्स भावविभोर दिखा। संत एमबीदास व अन्य कलाकारों ने बधाइयां गाईं तो भक्त झूमने-नाचने लगे। पुजारी प्रेमचंद्र त्रिपाठी ने बताया कि सुबह 3:30 बजे ही मंदिर के कपाट खोल दिए गए थे। रामलला का श्रृंगार, राग-भोग, आरती व दर्शन साथ-साथ चलता रहा। सुबह से ही मंदिर में अनुष्ठानों का दौर शुरू हो गया था। चारों वेदों का पाठ, वाल्मीकि रामायण का पाठ सहित अन्य अनुष्ठान हुए। रामलला के सूर्य तिलक के समय श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास, महासचिव चंपत राय, ट्रस्टी डॉ़ अनिल मिश्र, ट्रस्टी महंत दिनेंद्र दास, सीबीआरआई रुड़की के निदेशक प्रो़ प्रदीप कुमार सहित अन्य विज्ञानी व साधु-संत मौजूद रहे।

इस तरह हुआ रामलला का पूजन-श्रृंगार -

  • सुबह 3:00 बजे- मधुपर्क, पंचामृत, दिव्य औषधियों से रामलला को स्नान कराया गया।
  • सुबह 3:30 बजे- श्रृंगार व मंगलाआरती के साथ मंदिर खोला गया।
  • सुबह 11:08 बजे- जन्मोत्सव को लेकर पूजन की प्रक्रिया शुरू हुई।
  • 11:40 से 11:55- श्रीरामलला को 56 भोग अर्पित किया गया।
  • 12:00 बजे- जन्म की आरती शुरू हुई, गर्भगृह का पर्दा खोला गया।
  • 12:00 बजे- सूर्य की किरणों ने रामलला का सूर्य तिलक किया।
  • 12:08 बजे- जन्म की स्तुति का गायन शुरू हुआ।
  • 12:16 बजे- वेदमंत्रों से रामलला की पुन: स्तुति की गई।
  • 12:30 बजे- दर्शनार्थियों को निकास मार्ग पर जन्म का प्रसाद बांटा गया

पांच चरणों में हुआ रामलला का सूर्य तिलक -

  • मंदिर के ऊपरी हिस्से पर लगे दर्पण पर सूर्य की किरणें गिरीं। यहां से परावर्तित होकर पीतल के पाइप में पहुंचीं।
  • पाइप में एक और दर्पण लगाया गया था। इससे किरणें टकराकर 90 डिग्री कोण में बदल गईं।
  • लंबवत पीतल के पाइप में लगे तीन लेंसों से किरणें आगे बढ़ीं।
  • किरणें तीन लेंस से गुजरने के बाद गर्भगृह में लगे दर्पण से टकराईं।
  • यहां से 90 डिग्री का कोण बनाकर 75 मिलीमीटर टीके के रूप में रामलला के ललाट पर पहुंचीं।

G.NEWS 24 : चुनाव के दो दिन पहले नक्सलियों पर हुई सर्जिकल स्ट्राइक !

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके में...

चुनाव के दो दिन पहले नक्सलियों पर हुई सर्जिकल स्ट्राइक !

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके में लोकसभा चुनाव के दो दिन पहले हुए सबसे बड़े सर्जिकल स्ट्राइक की. जिस तरह आतंकियों के घर में घुसकर सेना और सुरक्षाबल के जवान आतंकियों का सफाया कर चुके हैं. वैसे ही नक्सलियों के गढ़ में घुसकर एक बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया गया. कांकेर में हुए इस एनकाउंटर की खास बात ये थी कि इसे कश्मीर के ऑपरेशन ऑलआउट के तर्ज पर अंजाम दिया गया. जिसमें सेना और सुरक्षाबलों के लिए सबसे बड़े मददगार साबित हुए लोकल लड़ाके. कश्मीर की थ्योरी से छत्तीसगढ़ के आतंकी यानी नक्सली मारे गए. मंगलवार को लाल आतंक के गढ़ छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली. अलग राज्य बनने के करीब 24 साल बाद छत्तीसगढ़ में ये पहला मौका है, जब यहां एक साथ 29 नक्सलियों को मार गिराया गया है.

 सबसे खास बात ये है कि इस ऑपरेशन में सभी कट्टर नक्सली मारे गए हैं. जिसमें टॉप नक्सली कमांडर और 25 लाख का इनामी शंकर राव भी शामिल है. यही नहीं नक्सलियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया गया है. यानी लोकसभा चुनाव की शुरूआत से ठीक पहले एक झटके में नक्सलियों के बड़े कुनबे का सफाया कर दिया गया. कांकेर में नक्सलियों के खिलाफ़ इस ऑपरेशन को कुछ उसी अंदाज़ में अंजाम दिया गया, जैसे जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खात्मा किया जा रहा है. दरअसल केंद्र सरकार के निर्देश पर सुरक्षा एजेंसियां लम्बे वक्त से नक्सलियों के खिलाफ़ ऑल आउट ऑपरेशन की रणनीति बना रही थी. कांकेर के ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए पिछले हफ्ते ही 10 राज्यों के DGP के साथ गृह सचिव और IB चीफ की बैठक हुई, जिसमें इस मिशन पर आखिरी मुहर लगी. 

बैठक के दौरान छत्तीसगढ़ में कश्मीर की तरह टारगेट बेस्ड ऑपरेशन लॉन्च करने की बात हुई और फिर खुफिया इनपुट के आधार पर पूरी प्लानिंग की गई. जिसे BSF के साथ DRG ने मिलकर अंजाम दिया. जंगलों में आमने-सामने हुई मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने नक्सलियों की मांद में घुसकर उनको मार गिराया. नक्सल मोर्चे पर पहली बार ऐसा हुआ, जब आमने-सामने की लड़ाई में नक्सलियों पर फोर्स पूरी तरह से हावी रही और बिना किसी कैजुअल्टी के ऑपरेशन कम्प्लीट हुआ. नक्सलियों के खिलाफ़ इस ऑपरेशन को सक्सेसफुल बनाने में सुरक्षा एजेंसियों की कश्मीर वाली थ्योरी अपनाई. 

जिसके तहत जंगलों में रहने वाले स्थानीय लोग और नक्सल की राह छोड़ चुके पुराने लड़ाकों की मदद ली गई.. जो बेहद कारगर साबित हुई. करीब पांच दिन की प्लानिंग के दौरान सैटेलाइट तस्वीरों के अलावा ड्रोन का इस्तेमाल कर नक्सलियों के मूवमेंट को लगातार ट्रैक किया गया. साथ ही पूरे इलाके में तलाशी अभियान चलाया गया और फिर साढ़े पांच घंटे तक चली आमने-सामने की भिड़ंत में 29 नक्सलियों को ढेर कर दिया गया. आपको बता दें कि कांकेर में नक्सलियों को ढेर करने में BSF और स्पेशल फोर्स के अलावा DRG यानी डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड की बेहद खास भूमिका रही. कहा जाता है कि नक्सलियों के बीच DRG का इतना खौफ है कि इनके डर से नक्सली अपनी मांद से बाहर तक नहीं निकलते. 

आखिर ये DRG होते क्या हैं.. अब ये समझिए. दरअसल छत्तीसगढ़ में नक्सलियों पर लगाम कसने के लिए DRG का गठन हुआ था. DRG में ज़्यादातर छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके के आदिवासी हैं. DRG की टीम में स्थानीय लड़के और आत्मसमर्पित नक्सली होते हैं. इन्हें मुख्य धारा में जोड़ने और रोजगार के लिए DRG में रखा जाता है. लोकल होने के कारण इन्हें जंगलों के बारे में काफी जानकारी होती है. पूर्व नक्सली होने की वजह से इंटेलिजेंस नेटवर्क काफी मजबूत होता है. DRG के जवान बिना बुलेटप्रूफ जैकेट और हेलमेट के भी रह सकते हैं. ये 3 से 4 दिन लगातार जंगलों में नक्सलियों की तलाश कर सकते हैं. इनके पास केवल खाने पीने के सामान और हाथ में हथियार ही होते हैं. दरअसल नक्सल प्रभावित इलाके पहाड़ और घने जंगलों से घिरे हुए होते हैं. यहां की भगौलिक स्थिति को अर्धसैनिक बल और सीआरपीएफ के जवान अच्छी तरह समझ नहीं पाते. 

ऐसे में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन में DRG के जवान बेहद खास रोल निभाते हैं. यही वजह है कि नक्सल प्रभावित इलाकों में 16 साल पहले वजूद में आए DRG की संख्या और हिस्सेदारी लगातार बढ़ती जा रही है. DRG का गठन सबसे पहले 2008 में छत्तीसगढ़ के कांकेर और नारायणपुर में हुआ. बीजापुर और बस्तर में DRG का गठन साल 2013 के दौरान किया गया. वहीं सुकमा और कोंडागांव में ये 2014 के दौरान अस्तित्व में आया. इसके बाद 2015 में दंतेवाड़ा, राजनांदगांव और कवर्धा जिले में DRG की शुरुआत की गई. कई बार सुरक्षा एजेंसियों को नक्सलियों और आतंकवादियों के गठजोड़ की खबरें मिलती रही हैं. यही वजह है कि केंद्र सरकार और सुरक्षा एजेंसियां कश्मीर के आतंकियों के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के नक्सलियों को भी चुन-चुन कर खत्म कर रही है. 

G.NEWS 24 : PM मोदी ने पहले चरण में चुनाव लड़ रहे सभी BJP उम्मीदवारों को लिखा पत्र

मेरा आपके माध्यम से सभी कार्यकर्ता साथियों से अनुरोध है कि वे...

PM मोदी ने पहले चरण में चुनाव लड़ रहे सभी BJP उम्मीदवारों को लिखा पत्र

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव की शुरुआत में कुछ ही समय बाकी है। ऐसे में रामनवमी की सुबह पीएम मोदी ने पहले चरण में चुनाव लड़ रहे सभी बीजेपी और एनडीए उम्मीदवारों को लेटर लिखा है। पीएम मोदी का फोकस इस पत्र को क्षेत्रीय भाषाओं में भी पहुंचाने पर है। यह पत्र पाकर प्रत्याशियों में उत्साह है। उन्होंने इस पत्र को अपने क्षेत्र के प्रत्येक मतदाता तक पहुंचाने का संकल्प लिया है। यहां हम अनिल बलूनी को लिखे गए पत्र के बारे में बता रहे हैं। 

पीएम मोदी ने लिखा, 'मेरे साथी कार्यकर्ता अनिल बलूनी जी, भारतीय जनता पार्टी। राम नवमी की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। आपको यह पत्र लिखते हुए आशा करता हूं कि आप कुशल मंगल से होंगे।  भारतीय जनता पार्टी के एक समर्पित कार्यकर्ता के रूप में मैंने आपको हमेशा कड़ा परिश्रम करते हुए देखा है। राज्यसभा सांसद के रूप में आपने उत्तराखण्ड के विकास से जुड़े मुद्दों को मुखरता से उठाया है और मीडिया में पार्टी के पक्ष को सहजता व कुशलता से रखा है। गढ़वाल संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के विकास व यहां के लोगों के लिए सेवाभाव से किये जाने वाले आपके प्रयास क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर लेकर जाएंगे।' पीएम ने लिखा, 'मुझे विश्वास है कि संसद में आप जनता जनार्दन का भरपूर आशीर्वाद लेकर आएंगे और नई सरकार में हम सब एक साथ मिलकर देशवासियों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने का हरसंभव प्रयास करेंगे। आप जैसे ऊर्जावान साथी मुझे संसद में मजबूती प्रदान करेंगे।' 

पीएम ने लिखा, 'आपके लोकसभा क्षेत्र के मतदाताओं व कार्यकर्ताओं से मैं विनम्र भाव से कहना चाहता हूं कि यह चुनाव साधारण चुनाव नहीं है। यह चुनाव हमारे वर्तमान और उज्ज्वल भविष्य के निर्माण का एक सुनहरा अवसर है। यह चुनाव पांच-छह दशकों के कांग्रेस के शासन काल में हमारे परिवार और परिवार के बुजुर्गों ने जो कष्ट सहे हैं, उनसे मुक्ति पाने का अहम क्षण है। पिछले एक दशक के दौरान समाज के हर वर्ग के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाते हुए देशवासियों की अनेक कठिनाइयों को दूर किया गया है। इस बार हमें मिलने वाला आपका हर वोट एक मजबूत सरकार बनाने और वर्ष 2047 तक भारत को विकसित बनाने के प्रयासों को गति देने वाला मत है।' 

पीएम ने कहा, 'चुनाव से पहले के अंतिम घंटे बहुत महत्वपूर्ण होते हैं इसलिए मेरा आपके माध्यम से सभी कार्यकर्ता साथियों से अनुरोध है कि वे अपने स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखें। सभी मतदाताओं से मेरी नम्र विनती है कि गर्मी और दूसरी असुविधाओं को बर्दाश्त करते हुए भी राष्ट्र निर्माण का यह मौका न गवाएं, संभव हो तो सुबह-सुबह ही मतदान करें। मेरी ओर से सभी मतदाताओं को आप गारंटी देना कि मोदी का पल-पल देशवासियों के नाम है। आपको चुनाव में विजयी होने की शुभकामनाएं। मोदी की गारंटी है कि 24x7 for 20471, आपका नरेंद्र मोदी

G.NEWS 24 : भारत में Tesla की फैक्ट्री लगाएंगे एलन मस्क

शोरूम के लिए लोकेशन की तलाश शुरू...

भारत में Tesla की फैक्ट्री लगाएंगे एलन मस्क

नई दिल्ली। इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी टेस्ला के मालिक एलन मस्क अगले हफ्ते अपने पहले भारत दौरे पर आ रहे हैं. मस्क प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे. इस दौरान वह भारत में टेस्ला की फैक्ट्री लगाने के लिए 2 से 3 अरब डॉलर के निवेश का ऐलान भी करने वाले हैं. न्यूज एजेंसी 'रॉयटर्स' ने मामले से जुड़े दो सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है. रिपोर्ट के मुताबिक, एलन मस्क सोमवार (22 अप्रैल ) को पीएम मोदी से मिलेंगे. उम्मीद है कि इसी दौरान वे दुनिया के तीसरे सबसे बड़े ऑटो मार्केट में टेस्ला की एंट्री की घोषणा करेंगे. न्यूज एजेंसी 'रॉयटर्स' की रिपोर्ट के मुताबिक, टेस्ला ने पहले ही नई दिल्ली और मुंबई में शोरूम के लिए लोकेशन की तलाश शुरू कर दी है. उसकी बर्लिन फैक्ट्री राइट-हैंड ड्राइव कारों का प्रोडक्शन कर रही है. 

कंपनी ने इन्हें इस साल के आखिर में भारत में निर्यात करने का टारगेट रखा है. सूत्रों ने बताया कि एलन मस्क स्पेस स्टार्टअप के साथ नई दिल्ली में भारत सरकार द्वारा आयोजित एक प्रोग्राम में भी शामिल हो सकते हैं. बता दें कि मस्क अमेरिकी स्पेस कंपनी SpaceX और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) के भी मालिक हैं. कई सालों से मस्क इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर भारत के हाई इंपोर्ट टैक्स का विरोध करते रहे हैं. वो इसे बदलने की पैरवी कर रहे थे. एक महीने पहले भारत सरकार ने EV पॉलिसी में बदलाव किया था. नई पॉलिसी के अनुसार, कुछ मॉडल्स के इंपोर्ट पर इंपोर्ट ड्यूटी 100% से घटाकर 15% कर दिया गया था. इसके लिए निवेशकों को कम से कम 50 मिलियन डॉलर (करीब 4,172 करोड़ रुपये) निवेश करना होगा. सरकार के इस नई पॉलिसी से लंबे समय से भारत में आने का रास्ता तलाश रही अमेरिकी बिजनेसमैन एलन मस्क की EV कंपनी टेस्ला के लिए भारत में एंट्री आसान हो गई. 

मस्क ने इस हफ्ते X पर कहा था कि भारत में इलेक्ट्रिक कारें होनी चाहिए जैसे कि हर दूसरे देश में हैं. भारत में टेस्ला इलेक्ट्रिक व्हीकल उपलब्ध कराना जरूरी हो गया है. मस्क ऐसे समय भारत आ रहे हैं, जब यहां चुनाव होने हैं. वहीं, इस समय अमेरिकी और चीनी बाजारों में EV की मांग धीमी हुई है. चीनी व्हीकल्स से भी टेस्ला को कॉम्पिटिशन मिल रहा है. भारत का  EV मार्केट अभी छोटा है, लेकिन ये तेजी से बढ़ रहा है. यहां अभी स्थानीय कार निर्माता टाटा मोटर्स का दबदबा है. 2023 में कुल कार बिक्री में EV की हिस्सेदारी सिर्फ 2% थी. सरकार का इसे 2030 तक 30% तक पहुंचाने का लक्ष्य है. पीएम मोदी और एलन मस्क अब तक 2 बार मिल चुके हैं. दोनों कि 2015 में कैलिफोर्निया में टेस्ला फैक्ट्री में मुलाकात हुई थी. इसके बाद जून 2023 में दोनों न्यूयॉर्क में मिले थे.

G.NEWS 24 : आचार संहिता के बीच हथियारबंद बदमाशों ने की फायरिंग

पैसों के लेन-देन को लेकर चल रहा था झगड़ा...

आचार संहिता के बीच हथियारबंद बदमाशों ने की फायरिंग

मुरैना। जौरा में लेन-देन के मामले में हवाई फायरिंग करने का मामला सामने आया है। एक मोटर साइकिल पर सवार तीन बदमाश रात में किराने की दुकान के सामने आए। दुकान के बाहर ताबड़तोड़ फायरिंग की। बता दें कि जौरा कस्बे में हनुमान जी के मंदिर के पास कमलेश गुप्ता की परचून की दुकान है। रात को वह दुकान पर बैठे हुए थे। इसी समय बदमाश उनकी दुकान के बाहर पहुंचे और पांच फायर किए। इसके बाद भाग गए। 

देर रात में ही दुकानदार जौरा थाने में पहुंचे और आरोपियों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई। वहीं, पुलिस का कहना है कि दुकानदार का आरोपियों के साथ पैसों के लेन-देन को लेकर झगड़ा चल रहा था। जब दुकानदार ने उधार के रुपये वापस नहीं लौटाए तो आरोपियों ने उसकी दुकान के बाहर जाकर फायरिंग कर दी। दुकानदार आरोपियों को पहचानता है। पुलिस को आरोपियों के नाम बताए हैं। दुकानदार का कहना है कि तीनों आरोपियों के मुंह बंधे हुए थे। मोटरसाइकिल को कपिल सिकरवार निवासी सिकरौदा चला रहा था। 

बीच में मुंह बांधे बैठे हुए व्यक्ति को वह नहीं पहचान सका है। सबसे पीछे आकाश सिकरवार निवासी खिढौरा गांव मुंह बांधे बैठा था। उसने कमर से कट्टा निकाल कर दुकान पर फायरिंग की। दुकान के शटर में गोलियों के निशान बने हुए हैं। घटना को अंजाम देने से पहले तीनों आरोपियों ने पहले शराब पी थी। पुलिस ने रात में ही तीनों के घरों पर दबिश दी, लेकिन वे नहीं मिले। जौरा थाना प्रभारी जयभान सिंह यादव का कहना है कि आरोपियों की तलाश की जा रही है।

G.NEWS 24 : IPL की तर्ज पर होने जा रही है MPL की शुरुआत !

युवा भारतीय क्रिकेट प्रतिभाओं को बढ़ावा देने मध्य प्रदेश में...

IPL की तर्ज पर होने जा रही है MPL की शुरुआत !

ग्वालियर। युवा भारतीय क्रिकेट प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए आईपीएल की ही तर्ज पर अब मध्य प्रदेश में भी मध्य प्रदेश लीग (MPL) सिंधिया कप की शुरुआत होने जा रही है। मध्य प्रदेश के क्रिकेटरों को घरेलू टी-20 मंच पर चमकने का मौका देगा। इस टूर्नामेंट के जरिए ऐसे छिपे हुए खिलाड़ी जिन्हें आगे बढ़ने का का मौका नहीं मिल पाता, उन खिलाड़ियों के विकास में तेजी लाने और उन्हें टी-20 के फॉर्मेट के लिए तैयार करना है, जिससे कि वह भी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की क्रिकेट में भाग ले सकें। 

इस टूर्नामेंट के पीछे ग्वालियर डिविजनल क्रिकेट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष और गवर्निंग काउंसिल के अध्यक्ष महानआर्यमन सिंधिया की बड़ी भूमिका है। जिन्होंने मध्यप्रदेश क्रिकेट में रोचकता लाने और मध्यप्रदेश की छोटी-छोटी जगहों, शहर कूचों से उभरते क्रिकेट टैलेंट को आगे लाने के उद्देश्य से इस टूर्नामेंट को स्वरूप दिलाया है। एमपीएल सिंधिया कप टीम रिवीलिंग इवेंट के दौरान जीडीसीए के उपाध्यक्ष महान आर्यमन सिंधिया ने कहा कि यह एक बड़ा दिन है। हम युवाओं खिलाड़ियों के लिए एक बड़ा दिन है, क्योंकि यह एक अवसर पैदा करता है, एक मंच पैदा करता है हमारे खिलाड़ियों के लिए। 

भारत में एक टेलिवाइज प्लेटफॉर्म तैयार हो रहा है जिससे कि वे भारतीय स्काउट के साथ खेल सकें, एक संबंध बना सकें। मध्य प्रदेश के स्काउट के साथ संबंध बना सकें। टूर्नामेंट के जरिए हम ग्रामीण स्तर से अच्छे खिलाड़ियों को आगे ला सकें। आईपीएल जैसा अंतरराष्ट्रीय मंच मिल सके, क्योंकि ठीक वैसे ही स्तर का मंच बना है जिससे इन खिलाड़ियों को बेहतर प्रदर्शन करने और खेलने का मौका मिल सके। वहीं मध्य प्रदेश लीग के लिए बनाई गई पांच टीमों में खिलाड़ियों के चयन प्रक्रिया के बारे में जब उनसे जानना चाहा तो महान आर्यमन सिंधिया ने बताया कि इस टूर्नामेंट में टीम प्लेयर सिलेक्शन के लिए तीन कैटिगरी रखी गई हैं, जिनमें 14 खिलाड़ी शामिल होंगे। कैटिगरी-ए में मध्य प्रदेश के ऐसे खिलाड़ी रखे जाएंगे, जो राष्ट्रीय या प्रदेश स्तरीय खिलाड़ी होंगे। जो घरेलू क्रिकेट जैसे रणजी खेलते हों। 

वहीं कैटेगरी-बी में 6 खिलाड़ी शामिल रहेंगे, जो संभागीय खिलाड़ी होंगे जिन्होंने प्रदेश स्तरीय क्रिकेट में भाग लिया हो। वहीं कैटिगरी-सी में तीन ग्रामीण स्तर के खिलाड़ी होंगे, इन तीनो कैटेगरी को मिलाकर खिलाड़ियों का सिलेक्शन किया जाएगा। इनके अलावा हर टीम में एक आईकॉनिक प्लेयर को भी शामिल किया जाएगा जो आईपीएल या अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का हिस्सा होगा। उन्होंने कहा कि मैं भी एक खिलाड़ी हूं तो मेरे अनुभव से यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम सिर्फ ग्रामीण स्तर पर खिलाड़ी न लाएं, यह जरूरी है कि ग्रामीण लेवल प्लेयर्स के साथ अनुभवी खिलाड़ी भी हों इससे अन्य खिलाड़ियों को अपने सीनियर खिलाड़ी से सीखने का अवसर मिलता है।

 इसलिए यह खिलाड़ियों का एक अच्छा मिक्स होगा। खास बात यह भी रहेगी कि टीम में शामिल खिलाड़ियों के लिए कोई बोली नहीं लगाई जाएगी, बल्कि उन्हें फिक्स सैलरी पर शामिल किया जाएगा। इस टूर्नामेंट में शामिल टीमों को मध्य प्रदेश के वन्यजीवों को समर्पित किया गया है। सिंधिया ने बताया कि टूर्नामेंट की शुरुआत में पांच टीमें भाग लेंगी, जिनमें भोपाल लेपर्ड, ग्वालियर चीता, जबलपुर लॉयन, मालवा पैंथर और रीवा जैगुआर शामिल होंगी। महाआर्यमन सिंधिया का कहना है कि यह सभी जानते हैं कि मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा नेशनल पार्क हैं। हम जानते हैं कि जानवर की संख्या सबसे ज्यादा है और हम जानते हैं कि जो आदिवासियों का जो संबंध है, मध्य प्रदेश से वह बहुत गहरा है। 

यह सोच और विचारधारा के साथ हमने यह नाम खड़े करें और यह टीम खड़ी की हैं। यह टूर्नामेंट ग्वालियर के शंकरपुर स्थित नवनिर्मित ग्वालियर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा, वहीं एक अच्छी बात यह रहेगी कि इस टूर्नामेंट को देखने के लिए किसी दर्शक को कोई टिकट नहीं खरीदना होगा। यह पूरी तरह निशुल्क रहेगा। जैसे क्रिकेट प्रशंसकों को एक रोमांचक प्रदर्शन देखने की उम्मीद की जा सकती है, वही इस टूर्नामेंट का सीधा प्रसारण द्वारा राष्ट्रीय टेलीविजन चैनल और ओटीटी प्लेटफार्म पर शाम 7:00 के प्राइम टाइम पर किया जाएगा। सिंधिया ने इस टूर्नामेंट को लेकर इसकी सफलता मिलने की उम्मीद पर खुशी जाहिर की है। 

G.NEWS 24 : मध्य भारत, दक्षिण भारत और उत्तर पूर्व के अधिकतर राज्यों में बारिश के आसार

तटीय इलाकों में हीटवेव की चेतावनी...

मध्य भारत, दक्षिण भारत और उत्तर पूर्व के अधिकतर राज्यों में बारिश के आसार

मौसम विभाग ने उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में ओलावृष्टि की चेतावनी दी है। इसके साथ ही उत्तर पश्चिम भारत में 18 से 21 अप्रैल के बीच बिजली और तेज हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना जताई गई है। आईएमडी के अनुसार जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 18 से 21 अप्रैल के बीच तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है। हिमाचल और उत्तराखंड में बारिश के साथ ओले भी गिर सकते हैं। उत्तर पूर्वी राज्य असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, नागालैंड और सिक्किम में भी 21 अप्रैल तक हल्की बारिश होने के आसार हैं। 

मौसम विभाग के अनुसार सौराष्ट्र, कच्छ, तेलंगाना, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में गर्म हवाएं पारा बढ़ा सकती हैं। समुद्र के किनारे बसे राज्यों में गर्मी के साथ नमी परेशानी की वजह बन सकती है। पश्चिम बंगाल के तटीय इलाके, तमिलनाडु और कर्नाटक में गर्मी के साथ नमी रहने की संभावना है। गोवा में भी गर्मी के साथ नमी लोगों की परेशानी बढ़ा सकती है। उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानों में पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश हो सकती है। राजस्थान में भी इसी वजह से बारिश होने के आसार हैं। 

हालांकि, 20 अप्रैल तक पश्चिमी विक्षोभ का असर कम होने के आसार हैं। मध्य भारत, दक्षिण भारत और उत्तर पूर्व के अधिकतर राज्यों में बारिश के आसार हैं। हालांकि, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और बिहार के अधिकतर राज्यों में मौसम सामान्य रहने की उम्मीद है। झारखंड के डालटनगंज शहर में 16 अप्रैल को पारा सबसे कम रहा। मंगलवार के दिन यहां का तापमान 41.2 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग ने लू लगने पर उससे बचने के उपाय भी बताए हैं। पहले मौसम विभाग ने यह जानकारी दी थी कि 2024 में सामान्य से ज्यादा बारिश होने की संभावना है।

G.NEWS 24 : वैज्ञानिकों ने खोजा अब तक का सबसे बड़ा ब्लैक होल

जिसका द्रव्यमान सूर्य से 33 गुना अधिक है...

वैज्ञानिकों ने खोजा अब तक का सबसे बड़ा ब्लैक होल

मंगलवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, खगोलविदों ने आकाशगंगा में अब तक खोजे गए सबसे बड़े तारकीय ब्लैक होल की पहचान कर ली है, जिसका द्रव्यमान सूर्य से 33 गुना अधिक है। इसका नाम Gaia BH3 रखा गया है। इस नाम के ब्लैक होल की खोज यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के Gaia मिशन द्वारा एकत्र किए गए डेटा से अचानक "संयोग से" की गई थी, ऑब्जर्वेटोएरे डी पेरिस में नेशनल सेंटर फॉर साइंटिफिक रिसर्च (सीएनआरएस) के एक खगोलशास्त्री पास्क्वेले पैनुज़ो ने एएफपी न्यूज एजेंसी को बताया। Gaia, जो मिल्की वे आकाशगंगा का सबसे बड़ा ब्लैक होल है, वह एक्विला तारामंडल में पृथ्वी से BH3 2,000 प्रकाश वर्ष दूर स्थित है।

चूंकि Gaia की दूरबीन आकाश में तारों की सटीक स्थिति दे सकती है, खगोलविद उनकी कक्षाओं को चिह्नित करने और तारों के अदृश्य द्रव्यमान को मापने में सक्षम थे, उन्होंने पता लगाया कि ऐसा बड़ा ब्लैकहोल है जो सूर्य के द्रव्यमान का 33 गुना ज्यादा बड़ा है। उन्होंने बताया कि ज़मीन पर मौजूद दूरबीनों से देखे जाने के बाद यह पुष्टि हुई कि यह एक ब्लैक होल था जिसका द्रव्यमान आकाशगंगा में पहले से मौजूद तारकीय ब्लैक होल से कहीं अधिक था। पनुज़ो ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, "किसी को भी आस-पास छुपे हुए उच्च द्रव्यमान वाले ब्लैक होल को खोजने की उम्मीद नहीं थी, जिसका अब तक पता नहीं चला है। 

इस तरह की खोज आप अपने शोध जीवन में एक ही बार करते हैं।" तारकीय ब्लैक होल की खोज तब हुई जब वैज्ञानिकों ने इसकी परिक्रमा कर रहे एक साथी तारे पर एक "डगमगाती" गति देखी।  पनुज़ो ने कहा, "हम सूर्य से थोड़ा छोटा (अपने द्रव्यमान का लगभग 75 प्रतिशत) और अधिक चमकीला तारा देख रहे थे, जो एक अदृश्य तारे के चारों ओर घूम रहा था।" पानुज़ो ने कहा, तारकीय ब्लैक होल अपने जीवन के अंत में विशाल तारों के ढहने से बनते हैं और सुपरमैसिव ब्लैक होल से छोटे होते हैं जिनकी रचना अभी भी अज्ञात है। 

गुरुत्वाकर्षण तरंगों के माध्यम से दूर की आकाशगंगाओं में ऐसे दिग्गजों का पहले ही पता लगाया जा चुका है लेकिन यह अब भी कम ही है। उन्होंने बताया कि दरअसल, BH3 एक "निष्क्रिय" ब्लैक होल है और यह अपने साथी तारे से इतना दूर है कि इसका पदार्थ उससे अलग नहीं हो पाता है और इसलिए कोई एक्स-रे उत्सर्जित नहीं करता है - जिससे इसका पता लगाना मुश्किल हो जाता है। Gaia की दूरबीन ने आकाशगंगा में पहले दो निष्क्रिय ब्लैक होल (गैया BH1 और गैया BH2) की पहचान की है। Gaia पिछले 10 वर्षों से पृथ्वी से 1.5 मिलियन किलोमीटर दूर संचालित हो रहा है और 2022 में 1.8 बिलियन से अधिक सितारों की स्थिति और गति का 3डी मानचित्र भेज चुका है।

G.NEWS 24 : प्रदेश की इन सीटों पर आज थम जाएगा पहले चरण का प्रचार !

नहीं होंगे रैली और जुलूस...

प्रदेश की इन सीटों पर आज थम जाएगा पहले चरण का प्रचार !

भोपाल। मध्य प्रदेश की 6 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए चुनाव प्रचार आज शाम 6 बजे थम जाएगा, लिहाजा इन क्षेत्रों में रोड शो और रैलियां नहीं की जाएगी। जबकि बालाघाट लोकसभा क्षेत्र के बैहर, लांजी और परसवाड़ा विधानसभा क्षेत्रों में यह प्रतिबंध चार बजे से लागू होगा। ऐसे में उन सभी लोगों को निर्वाचन क्षेत्र छोड़ना होगा, जो वहां के मतदाता नहीं हैं। इसके लिए होटल, लाज और धर्मशालाओं की जांच होगी। गौरतलब है कि 19 अप्रैल को सीधी, शहडोल, मंडला, जबलपुर, बालाघाट और छिंदवाड़ा लोकसभा क्षेत्रों में मतदान होगा। जिसके चलते बुधवार को शाम पांज बजे के बाद रोड शो, रैली और सभाओं पर प्रतिबंध लग जाएगा। 

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया है कि प्रचार-प्रसार समाप्त होने की समय-सीमा के बाद बाहरी क्षेत्र के व्यक्तियों को जो उस निर्वाचन क्षेत्र में मतदाता नहीं हैं, उन्हें वह क्षेत्र छोड़ना होता है। इसके लिए सघन अभियान चलाया जाएगा। पुलिस प्रशासन द्वारा होटल, लाज, धर्मशालाओं की जांच कर ऐसे लोगों को चिन्हित कर बाहर भेजा जाएगा, जो वहां के मतदाता नहीं हैं। संवेदनशील केंद्रों पर केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल तैनात किया गया है तो अन्य केंद्रों पर जिला पुलिस बल रहेगा। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारियों का कहना है कि पहले चरण का मतदान संपन्न कराने के लिए मतदान दल गुरुवार को रवाना होंगे। 

रात में ही मतदान को लेकर सभी व्यवस्थाएं कर ली जाएंगी। अभ्यर्थियों की उपस्थिति में स्ट्रांग रूम से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन मतदान केंद्रों में पहुंचाई जाएंगी। यहां मतदान से एक घंटे पहले अभ्यर्थी या उसके अधिकृत प्रतिनिधि की उपस्थिति में माकपोल होगा। 50-50 वोट डलवाए जाएंगे। बालाघाट लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत तीन विधानसभा क्षेत्र ऐसे आते हैं, जो नक्सल प्रभावित हैं। इनमें बैहर, लांजी और परसवाड़ा शामिल हैं। तीनों में सुबह सात से चार बजे तक मतदान होगा। बाकी निर्वाचन क्षेत्रों में शाम छह बजे तक मतदान कराया जाएगा।

G.NEWS 24 : फॉरेस्ट बैरियर के पास हुआ हादसा, चलती बस में लगी आग !

बीच सड़क में बस जलकर राख हो गयी...

फॉरेस्ट बैरियर के पास हुआ हादसा, चलती बस में लगी आग !

शहडोल में गोहपारु थाना क्षेत्र अंतर्गत फॉरेस्ट बैरियर के समीप चलती बस में आग लग गयी। किसी तरह उसमें सवार यात्रियों को तो उतार लिया गया। लेकिन बीच सड़क में बस जलकर राख हो गयी। यह घटना बुधवार तड़के साढ़े तीन बजे के आसपास हुई। जानकारी के अनुसार, मनीष ट्रैवल्स की बस क्रमांक सीजी-07 ई-4588 रायपुर से इलाहबाद जा रही थी। बस में करीब 50 यात्री बैठे हुए थे। इस दौरान जब बस गोहपारु बैरियर के पास से गुजरी, तभी अचानक बस का पिछला एक टायर फुट गया। टायर फूटते ही बस में आग लग गई, लेकिन बस चालक को इसकी जानकारी नहीं लग पाई और वह आगे बढ़ गया। 

जब घटनास्थल पर वन विभाग के बैरियर पर तैनात रमेश कुशवाहा ने देखा कि बस चालक को आग लगने की भनक नहीं लग पाई है तो उसने जोर-जोर से आवाज लगाई। लेकिन चालक तक उसकी आवाज नहीं पहुंच सकी। वनकर्मी को बस में सवार यात्रियों की चिंता हुई और वह तुरंत अपनी अपनी मोटर साइकिल लेकर बस का पीछा किया। उसने बस के साइड गलॉस में अपनी टार्च की रौशनी दिखाते हुए चालक को बस रोकने इशारा किया, जिसके बाद चालक ने बस रोकी। वन विभाग के कर्मचारी ने बस चालक को आग लगने की जानकारी दी, जिसके बाद बस में सवार सभी यात्रियों को तुरंत नीचे उतारा गया। इस बीच बस में लगी आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। देखते ही देखते बीच सड़क में बस जलकर राख हो गई। 

वनकर्मी रमेश द्वारा तत्परता दिखाते हुए बस का पीछा किया गया और इसकी जानकारी बस चालक को दी गयी। उसकी जागरुकता के कारण दर्जनों यात्रियों की जान बच गई। नहीं तो कोई बड़ी जनहानि हो सकती थी। वह उन यात्रियों के लिए मसीहा बनकर वहां पहुंचा। बस में आग लगने के बाद लोगों ने मामले की जानकारी दमकल कर्मियों को दी। लेकिन दमकल वाहन घटना के दो घंटे बाद मौके पर पहुंचा। जब तक बस में लगी आग को स्थानीय लोगों ने बुझा लिया था और बस जलकर राख हो गई थी। सवाल यह खड़ा होने लगा है कि बस में यात्री सवार थे और दमकल कर्मियों को मामले की जानकारी तत्काल लोगों के द्वारा दी गई। लेकिन दमकल वाहन पहुंचने में दो घंटे का वक्त लग गया।

G News 24 : यूपीएससी के फाइनल रिजल्ट में आदित्य श्रीवास्तव ने किया टॉप

 यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा का अंतिम परिणाम जारी...

यूपीएससी के फाइनल रिजल्ट में आदित्य श्रीवास्तव ने किया टॉप

संघ लोक सेवा आयोग ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा (यूपीएससी सीएसई) 2023 के लिए अंतिम परिणाम आज, यानी 16 अप्रैल, 2024 को घोषित कर दिया है। लिस्ट में कुल 1016 उम्मीदवारों ने जगह बनाई है। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2023 में शामिल हुए उम्मीदवार आयोग की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर जाकर रिजल्ट पीडीएफ डाउनलोड कर सकते हैं। इस साल यूपीएससी फाइनल रिजल्ट में आदित्य श्रीवास्तव ने टॉप किया है।

यूपीएससी ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर एक सार्वजनिक सूचना के माध्यम से परिणामों की घोषणा की। नोटिस में लिखा है, "संघ लोक सेवा आयोग द्वारा सितंबर, 2023 में आयोजित सिविल सेवा परीक्षा, 2023 के लिखित भाग और जनवरी-अप्रैल 2024 में आयोजित व्यक्तित्व परीक्षण के लिए साक्षात्कार के परिणाम के आधार पर, नियुक्ति के लिए अनुशंसित अभ्यर्थियों की योग्यता सूची जारी की गई है।"

किस वर्ग के कितने उम्मीदवार 

यूपीएसी में सफलता पाने वाले 1016 उम्मीदवारों में 347 सामान्य वर्ग, 115 ईडब्ल्यूएस, 303 अन्य पिछड़ा वर्ग, 165 अनुसूचित जाति और 86 अनुसूचित जनजाति वर्ग से हैं।

आईएएस के लिए 80 उम्मीदवारों का चयन

इस बार आईएएस सेवा के लिए 180 उम्मीदवारों का चयन हुआ है, जिसमें 73 सामान्य वर्ग, 17 ईडब्ल्यूएस, 49 अन्य पिछड़ा वर्ग, 27 अनुसूचित जाति और 14 अनुसूचित जनजाति वर्ग से हैं।

37 उम्मीदवार बनेंगे आईएफएस अफसर

ऐसे ही आईएफएस सेवा के लिए 37 उम्मीदवारों का चयन हुआ है, जिसमें 16 सामान्य वर्ग, 4 ईडब्ल्यूएस, 10 अन्य पिछड़ा वर्ग, 5 अनुसूचित जाति और 2 अनुसूचित जनजाति वर्ग से हैं।

आईपीएस सेवा के लिए 200 उम्मीदवारों का चयन

इसके साथ आईपीएस सेवा के लिए 200 उम्मीदवारों का चयन हुआ है, जिसमें 80 सामान्य वर्ग, 20 ईडब्ल्यूएस, 55 अन्य पिछड़ा वर्ग, 32 अनुसूचित जाति और 13 अनुसूचित जनजाति वर्ग से हैं।

सेंट्रल सर्विस ग्रुप 'A' और 'B' के लिए इतनों का चयन

यूपीएससी की ओर से जारी परिणामों में सेंट्रल सर्विस ग्रुप 'A' के लिए कुल 613 और ग्रुप 'B' सर्विसेस के लिए 113 उम्मीदवार चयनित हुए हैं।

15 दिनों के भीतर जारी होंगे अंक

जो भी उम्मीदवार यूपीएससी की परीक्षा में शामिल हुए थे, उनके अंक परिणाम घोषित होने की तारीख से 15 दिनों के भीतर वेबसाइट पर उपलब्ध होंगे। कुल 1016 उम्मीदवारों का चयन हुआ है। 355 अनुशंसित उम्मीदवारों की उम्मीदवारी को अनंतिम रखा गया है।

आधिकारिक वेबसाइट पर लिखा है, "उम्मीदवार अपनी परीक्षाओं/भर्ती के संबंध में कोई भी जानकारी/स्पष्टीकरण कार्य दिवसों पर सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे के बीच व्यक्तिगत रूप से या टेलीफोन नंबर 23385271/23381125/23098543 पर प्राप्त कर सकते हैं। जो उम्मीदवार साक्षात्कार दौर के लिए उपस्थित हुए थे, वे यूपीएससी की वेबसाइट यानी http://www.upsc.gov.in से परिणाम डाउनलोड कर सकते हैं।"

ऐसे डाउनलोड करें रिजल्ट

  • संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in और upsconline.nic.in पर जाएं।
  • मुखपृष्ठ पर, "सिविल सेवा परीक्षा, 2023 का अंतिम परिणाम" पर क्लिक करें। 
  • अगले चरण में रिजल्ट लिंक पर क्लिक करें।
  • यूपीएससी परिणाम पीडीएफ दस्तावेज स्क्रीन पर दिखाई देगा।
  • अपना नाम, रोल नंबर, एआईआर जांचें और उसे डाउनलोड करें।
  • आप अपना नाम ढूंढने के लिए शॉर्टकट Ctrl+F' का भी उपयोग कर सकते हैं।
  • भविष्य के संदर्भ के लिए यूपीएससी सीएसई फाइनल रिजल्ट पीडीएफ डाउनलोड करें।

G News 24 : छत्तीसगढ़ के कांकेर में नक्सल कमांडर शंकर राव समेत 18 नक्सली ढेर !

 एनकाउंटर में  3 जवान जख्मी...

छत्तीसगढ़ के कांकेर में नक्सल कमांडर शंकर राव समेत 18 नक्सली ढेर !

छत्तीसगढ़ के कांकेर में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 18 नक्सली ढेर हो गए. इस कार्रवाई में 3 जवान घायल हो गए. कांकेर के छोटे बेठिया थाना के कलपर के जंगल में मुठभेड़ जारी है. नक्सलियों के साथ इस बड़ी मुठभेड़ में 25 लाख रुपये के इनामी नक्सली शंकर राव समेत 18 नक्सली ढेर हुए हैं. मुठभेड़ में 18 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि घटनास्थल से 5एके 47 एवम LMG हथियार के बरामदगी की जानकारी मिली है. मुठभेड़ में इंस्पेक्टर समेत 3 जवान भी घायल हुए हैं. इंस्पेक्टर के पैर में गोली लगी वहीं कांस्टेबल को हल्की चोट लगी है.आईजी बस्तर पी सुंदरराज ने कहा कि छोटेबेठिया थाना क्षेत्र के जंगली इलाकों मुठभेड़ चल रही है.

 दंतेवाड़ा जिले में कल 26 नक्सलियों ने एक साथ सरेंडर किया था

दंतेवाड़ा जिले में सोमवार को 26 नक्सलियों ने एक साथ सरेंडर किया है. इसमें 1 लाख रुपये के इनामी नक्सली भी शामिल रहे. इन नक्सलियों ने जिले में बढ़ते नक्सल विरोधी अभियान और सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर दंतेवाड़ा पुलिस द्वारा चलाए जा रहे लोन वर्रा टू अभियान से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया.

 19 अप्रैल को मतदान, बस्तर सीट पर शांतिपूर्ण चुनाव कराना बनी चुनौती 

छत्तीसगढ़ के बस्तर लोकसभा सीट में प्रथम चरण में 19 अप्रैल को मतदान होना है. यह सीट नक्सल प्रभावित होने की वजह से यहां शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव संपन्न कराना पुलिस के लिए काफी चुनौतीपूर्ण है, लेकिन नक्सलियों के खिलाफ पिछले साढ़े 3 महीनों से चलाए जा रहे नयी रणनीति के तहत एंटी नक्सल ऑपरेशन से माओवादी संगठन  की कमर टूटी है और अब लगातार स्थानीय नक्सली संगठन छोड़ पुलिस के समक्ष सरेंडर कर रहे हैं.

नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में मतदान को लेकर क्या है तैयारी !

बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि हेलीकॉप्टर के माध्यम से मतदान दलों को नक्सल प्रभावित क्षेत्र के अंदरूनी इलाकों में बनाए गए मतदान केंद्रों तक पहुंचाया जाएगा. साथ ही पहुंचविहीन इलाके में जवानों को पहुंचाने का काम हेलीकॉप्टर के माध्यम से किया जाएगा. हालांकि सुरक्षागत कारणों से आईजी ने यह नहीं बताया कि बस्तर लोकसभा के किन इलाकों में हेलीकॉप्टर की मदद ली जाएगी. उन्होंने कहा कि मतदान दल की सुरक्षा और जवानों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए इस बार घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्रो में बने मतदान केंद्रों और इलाक़ो में हेलीकॉप्टर की मदद ली जाएगी.

G News 24 : मात्र 7 रुपए का एक अंडा,अचानक बन गया ख़ास, तो दो लाख से भी ज्यादा में हुआ नीलाम !

 एक गरीब शख्स ने मस्जिद निर्माण में सहयोग के लिए दान किया था एक अंडा ...

मात्र 7 रुपए का एक अंडा,अचानक बन गया ख़ास, तो दो लाख से भी ज्यादा में हुआ नीलाम !

जम्मू कश्मीर में सोपोर के मालपोरा गांव में एक मस्जिद के निर्माण के लिए पैसा इक्ट्ठा करने की मुहिम शुरू हुई. एक गरीब शख्स ने मस्जिद कमेटी को अपनी तरफ से एक अंडा दान के रूप में दिया. जी हां एक ऐसा अंडा जो था तो सामान्य अंडा ही था और जिसकी कीमत मात्र ७ रूपये थी लेकिन वो लाखों में बिका.  

दरअसल जम्मू कश्मीर में सोपोर के मालपोरा गांव में एक मस्जिद के निर्माण के लिए पैसा इक्ट्ठा करने की मुहिम शुरू हुई. लोगों से जो भी संभव हो सका उन्होंने अपनी तरफ मस्जिद निर्माण के लिए दान किया.एक रिपोर्ट में बताया गया कि एक गरीब शख्स ने मस्जिद कमेटी को अपनी तरफ से एक अंडा दान के रूप में दिया. मस्जिद कमेटी ने इसे दान के रूप में स्वीकार कर लिया.

कमेटी ने की अंडे की नीलामी

कमेटी ने इस अंडे की नीलामी करने का फैसला लिया. दान में दिया गया यह अंडा ग्रामीणों के लिए एक प्रमुख आकर्षण बन गया.इस अंडे की कीमत दस रुपये से ज्यादा नहीं रही होगी लेकिन नीलामी में इसके लिए बोली लगाने वालों की कमी नहीं थी.

अंडे की कई बार हुई नीलामी

रिपोर्ट की मानें तो यह अंडा कई लोगों के हाथों से होकर गुजरा. दरअसल इसकी कई बार नीलामी हुई. प्रत्येक नीलामी के बाद, खरीदार अधिक रकम जुटाने के लिए इसे दूसरी नीलामी के लिए वापस कर देते.

इतनी रकम देकर गया अंडा

रिपोर्ट के मुताबिक स्थानीय लोगों ने बताया कि अंडा आखिरकार एक आदमी ने ₹70,000 में खरीदा. बार-बार अंडे की नीलामी से जुटाई गई कुल राशि लगभग ₹ 2.2 लाख थी

G News 24 : मौजूदा पॉलिसी बनाम लोकलुभावन वादों के बीच है मुकाबला : यूबीएस

 बीजेपी-कांग्रेस के घोषणा पत्र में ...

मौजूदा पॉलिसी बनाम लोकलुभावन वादों के बीच है मुकाबला :  यूबीएस

देश की दोनों ही प्रमुख राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस और बीजेपी ने लोकसभा चुनावों को लेकर अपना अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है. आर्थिक क्षेत्र से जुड़े दिग्गज और विशेषज्ञों ने दोनों ही दलों के घोषणापत्र का पोस्टमार्टम करना भी शुरू कर दिया है. दुनिया की दिग्गज फाइनेंशियल फर्म यूबीएस ने राजनीतिक दलों के घोषणा पत्र की समीक्षा करते हुए रिसर्च नोट जारी किया है. 

यूबीएस ने की घोषणा पत्रों की समीक्षा 

यूबीएस (UBS) ने अपने नोट में भारत की आर्थिक तस्वीर को ध्यान में रखते हुए, क्या मोदी जीतेंगे? चुनावी घोषणा पत्र: नीति निरंतरता बनाम लोकलुभावनवाद शीर्षक के नाम से राजनीतिक दलों के घोषणा पत्र को लेकर रिसर्च पेपर जारी किया है. यूबीएस ने अपने रिसर्च पेपर में बताया कि चुनावी घोषणापत्रों में राजनीतिक दलों ने युवा, महिला, किसानों, गरीब और अल्पसंख्यकों पर अपना ध्यान केंद्रित किया है. यूबीएस ने बताया कि उसने 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए बीजेपी, कांग्रेस जैसी राष्ट्रीय पार्टी समेत क्षेत्रीय दलों के घोषणा पत्र की समीक्षा की है. राजनीतिक दल कानूनी रूप से घोषणा पत्र में किए गए वादों को पूरा करने के लिए बाध्य नहीं हैं लेकिन मध्यम अवधि में ग्रोथ और मैक्रो स्टैबिलिटी के लिए पॉलिसी का चुनाव और रिफॉर्म नैरेटिव सेट करने के लिए बहुत मायने रखते हैं. 

लोकलुभावन घोषणाएं बढ़ाएगी वित्तीय बोझ!

यूबीएस के मुताबिक बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में कहा कि कैसे उसने पिछले दशक में कम महंगाई दर के साथ हाई ग्रोथ और फिस्कल प्रूडेंस का प्रदर्शन किया है और आगे भी वो इसी पथ पर चलती रहेगी. पार्टी ने ये गारंटी दिया है कि अगले पांच वर्षों में भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था होगी. यूबीएस ने कहा कि पॉलिसी में निरंतरता पर ध्यान केंद्रित करना बिजनेस सेंटीमेंट के लिए फायदेमंद रहेगा और इससे प्राइवेट कॉरपोरेट कैपिटल एक्सपेंडिचर को बढ़ावा मिलेगा. यूबीएस के मुताबिक कांग्रेस ने भी अपने घोषणा पत्र में कुछ सही बातें कही है लेकिन ये लोकलुभावन ज्यादा है. नोट में कहा गया कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में किए गए लोकलुभावन वादों को पूरा करने से राजकोषीय घाटा बढ़कर जीडीपी का 7 से 8.5 फीसदी तक हो जाएगा जबकि बीजेपी सरकार ने अंतरिम बजट में जीडीपी का 5.1 फीसदी राजकोषीय घाटा रखने का लक्ष्य रखा है. यूबीएस के मुताबिक राजकोषीय घाटा के बढ़ने से मैक्रो स्टैबिलिटी को झटका लगेगा और इसके चलते निजी कॉरपोरेट कैपेक्स रिकवरी में और देरी होगी.    

मैन्युफैक्चरिंग पर कांग्रेस बीजेपी का जोर

यूबीएस ने बीजेपी कांग्रेस और क्षेत्रीय दलों के घोषणा पत्र में अलग अलग एजेंडे को लेकर कही गई बातों की तुलना भी की है. इकोनॉमी को लेकर बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में कहा कि वो भारत को पांचवीं से तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएगी और भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाएगी. कांग्रेस ने नई आर्थिक नीति को लागू करने के साथ रोजगार के सृजण, वेल्थ क्रिएशन और सामाजिक सुरक्षा पर जोर देने का वादा किया है. साथ ही पार्टी ने जीडीपी में मैन्युफैक्चरिंग की हिस्सेदारी को मौजूदा 14 फीसदी से बढ़ाकर 20 फीसदी करने का वादा किया है. 

MSP की कानूनी गारंटी

कृषि क्षेत्र को लेकर बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को लागू करने के लिए इंटीग्रेटेड प्लानिंग और समन्वय के साथ लागू करने के लिए कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन बनाने का वादा किया है. कृषि आधारित एक्टिविटीज के लिए भारत कृषि सैटेलाइट बनाने के साथ दालों और खाने के तेल के मामले में भारत को आत्मनिर्भर बनाने का वादा किया गया है. जबकि कांग्रेस ने स्वामीनाथन कमीशन की सिफारिशों को लागू करते हुए न्यूनतम समर्थन मुल्य (MSP) को कानूनी गारंटी देने का वादा किया है. डीएमके ने किसानों के कर्ज माफी का वादा किया है. 

कांग्रेस देगी 1 लाख रुपये सालाना, बीजेपी मुफ्त अनाज

बीजेपी ने ग्रामीण भारत और गरीबों के लिए अपने घोषणा पत्र में पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत अगले पांच वर्ष तक मुफ्त राशन देने का वादा किया है. पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत मुफ्त बिजली देने, पीएम मुद्रा योजना के तहत लोन की रकम की सीमा को 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख करने और गरीबों के लिए 3 करोड़ नए घरों के निर्माण का वादा किया है. जबकि कांग्रेस ने महालक्ष्मी स्कीम के तहत हर गरीब परिवार की महिला को सालाना 1 लाख रुपये देने का वादा किया है. मनरेगा के तहत 400 रुपये प्रति दिन न्यूनतम वेतन देने के अलावा पूरे देश में स्वच्छ पीने का पानी देने का भी वादा किया गया है. इसके अलावा पीडीएस के तहत दाल और खाने के तेल देने कांग्रेस ने अपने मैनिफेस्टो में जिक्र किया है.    

30 लाख सरकारी नौकरी का वादा!

रोजगार का मुद्दा इस चुनाव में छाया हुआ है. तो बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में मैन्युफैक्चरिंग में पीएलआई स्कीम और मेक इन इंडिया के जरिए रोजगार के अवसर बढ़ाने, खिलौना मैन्युफैक्चरिंग के मामले में भारत को प्रमुख केंद्र के तौर पर विकसित करने, पर्यटन में रोजगार के अवसर बढ़ाने के साथ ज्यादा से ज्यादा ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स, ग्लोबल टेक सेंटर्स और ग्लोबल इंजीनियरिंग सेंटर्स बनाने का वादा किया है. रोजगार के मुद्दे पर कांग्रेस के घोषणा पत्र में किए गए वादों पर नजर डालें तो पार्टी ने हर डिप्लोमा होल्डर और ग्रेजुएट को अप्रेंटिसशिप के अधिकार के तहत एक साल के लिए अप्रेंटिसशिप देने का वादा किया है. मनरेगा के जैसे शहरी इलाकों के लिए रोजगार गारंटी योजना शुरू की जाएगी. कांग्रेस ने केंद्र सरकार में खाली पड़े 30 लाख पदों को भरने का वादा किया है. साथ ही आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए नौकरी और शैक्षणिक संस्थानों में 10 फीसदी कोटा देने का वादा किया है. साथ ही 15 मार्च 2024 तक सभी एजुकेशन लोन के बकाये ब्याज को माफ किया जाएगा.

  बीजेपी देगी बुजुर्गों को स्वास्थ्य बीमा, कांग्रेस लाएगी GST 2.0

स्वास्थ्य के मुद्दे पर बीजेपी ने 70 साल से ज्यादा उम्र के वरिष्ठ नागरिक और ट्रांसजेंडर को आयुष्मान भारत योजना का लाभ देने का वादा किया है जिसमें इलाज पर होने वाले 5 लाख रुपये तक के खर्च पर सरकार बीमा कवर प्रदान करती है. कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में गरीबों को 25 लाख रुपये तक का कैशलेस इंश्योरेंस का लाभ देने का वादा किया है. इंफ्रास्ट्रक्चर के मुद्दे पर भी बीजेपी और कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में बड़े-बड़े वादे किए हैं. टैक्स और जीएसटी के मोर्चे पर बीजेपी ने जीएसटी के पोर्टल को और सरल बनाने का वादा किया है तो कांग्रेस ने नए सिरे से एक रेट वाले जीएसटी 2.0 लाने का वादा किया है. कांग्रेस ने डायरेक्ट टैक्स कोड लाने के साथ स्टेबल पर्सनल इनकम टैक्स रेट का भरोसा दिया है. और यूनियन सेस और सरचार्ज को ग्रॉस टैक्स रेवेन्यू  का 5 फीसदी रखने का भरोसा दिया है. 

कांग्रेस से वादों से बढ़ेगा वित्तीय बोझ 

यूपीएस ने अपने नोट में कहा कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में कई लोकलुभावन वादे किए गए हैं पर इसमें ये नहीं बताया गया है कि खजाने पर इसका कितना बोझ आएगा. यूबीएस ने कहा कि कांग्रेस के सभी घोषणाओं को लागू किया गया तो जीडीपी का 2 से 3 फीसदी तक का अतिरिक्त वित्तीय बोझ सरकार के खजाने पर आएगा. नोट में कहा गया कि ये भी स्पष्ट नहीं किया गया है कि क्या पुरानी कल्याणकारी योजनाओं को वापस लिया जाएगा. यूबीएस ने कहा कि जबतक इकोनॉमिक रिकवरी और तेज ना हो जाए और ज्यादा टैक्स नहीं लगाया जाएगा इसे लागू करना संभव नजर नहीं आ रहा जबकि कांग्रेस पूरे कार्यकाल के दौरान इनकम टैक्स रेट्स को स्टेबल रखने, केंद्र सरकार के सेस और सरचार्ज को ग्रॉस टैक्स रेवेन्यू का 5 फीसदी पर स्टेबल रखने की बात कर रही है. 

ओपिनियन पोल में बीजेपी  का बेहतर प्रदर्शन !

यूबीएस ने अपने रिसर्च नोट में कहा, हम चुनावों के नतीजों की भविष्यवाणी नहीं कर रहे क्योंकि पूर्व में भी ओपिनियन पोल और एग्जिट पोल गलत साबित हुए हैं हालांकि हाल में किए गए ओपिनियन पोल में चुनावों में बीजेपी के बेहतर प्रदर्शन की बात की जा रही है. इन रूझानों के आधार पर कहा जा सकता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के सबसे लोकप्रिय नेता हैं. हालिया विधानसभा चुनाव के नतीजे बता रहे कि मोदी फैक्टर, उनके सरकार के काम और सरकार द्वारा लागू किए गए कल्याणकारी योजनाओं का बीजेपी को बड़ा लाभ हुआ है. लोकसभा चुनावों के बावजूद सरकार लोकलुभावन एलान करने से बचती आई है. यूबीएस के मुताबिक राजनीतिक स्थिरता से पॉलिसी निरंतरता बनी रहेगी जिसका मार्केट सेंटीमेंट पर अच्छा असर देखने को मिलेगा. 

G.NEWS 24 : इजरायल पर ईरान के हमले से बदला मिडिल ईस्ट का गणित !

नई मुसीबत नहीं चाहते मुस्लिम देश...

इजरायल पर ईरान के हमले से बदला मिडिल ईस्ट का गणित !

इजरायल पर शनिवार रात के अंधेरे में हुए हमले को अब कई घंटे से भी ज्यादा का वक्त बीत गया है. पूरी दुनिया में अब इसकी खुल कर चर्चा हो रही है. इजरायल के पीएम गुस्से की आग में जल रहे हैं तो ईरान अपनी इस हरकत पर जश्न मना रहा है. इजरायल की सेना करीब 7 महीने से गाजा के मैदान में भी युद्ध लड़ रही है. मुस्लिम देशों की आंख की किरकिरी बन चुके इजरायल को शायद ही कोई मुस्लिम देश साथ देने की सोचता हो. लेकिन जिस तरह का हमला ईरान ने इजरायल पर बोला है, उसके बाद अब मुस्लिम देश दो फाड़ दिखाई दे रहे हैं. ईरान के हमले का मुस्लिम देश समर्थन कर रहे हैं तो कुछ मुस्लिम देश ऐसे भी हैं जिन्होंने ईरान के हमले की निंदा भी की. इनमें सबसे बड़ा और पहला नाम जॉर्डन है और दूसरा सऊदी अरब. 

खबरों के मुताबिक, जॉर्डन ने तो इजरायल के हमले के वक्त मिसाइलें ना केवल तैनात की, बल्कि ईरान के हमले को नाकाम करने के लिए अपनी अहम भूमिका निभाई. आसमान में उड़ती हुई मिसाइलें दिख रही हैं. लोग घबराये हुए हैं. जॉर्डन ने कबूल किया है कि उसने ईरान के कई ड्रोन हमलों को नाकाम किया है. जॉर्डन के विदेश मंत्री अयमान अल-सफ़ादी ने कहा, हम जॉर्डन के हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने वाले हर ड्रोन या मिसाइल का मुकाबला करते हैं ताकि जॉर्डन को कोई नुकसान न पहुंचे या जॉर्डनवासियों को खतरा न हो. ऐसा पहले भी हुआ था और जॉर्डन पर मिसाइलें गिरी थीं और जॉर्डन पर ड्रोन गिरे थे, यह एक निश्चित नीति है, वह सब कुछ जो जॉर्डन के लिए खतरा पैदा करता है. हम इसका मुकाबला कर रहे हैं. 

माना जा रहा है कि ईरान के हमलों की जहां सऊदी अरब ने निंदा की, वहीं अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए इजरायल की मदद भी की है. यही वजह है कि इजरायली दावों के मुताबिक, 300 हवाई हमलों में से ज्यादातर को आसमान में ही तबाह कर दिया था. करीब 99 % हमले नाकाम किये गए. 170 ड्रोन को घुसने से पहले ही मार गिराया गया. 120 बैलिस्टिक मिसाइलें में से ज्यादातर को आसमान में ही तबाह कर दी गईं. 30 क्रूज मिसाइलों में से कोई भी इजरायल की जमीन को भेद नहीं पाया. इजरायल की मीडिया के मुताबिक, जॉर्डन के जेट विमानों ने उत्तरी और मध्य जॉर्डन से होकर इजरायल की ओर आने वाले दर्जनों ड्रोन को मार गिराया. 

जबकि इससे पहले गाजा युद्ध के दौरान जॉर्डन इजरायल के खिलाफ खड़ा रहा. जानकार मानते हैं कि अब स्थिति बदली हुई है.  सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने क्षेत्र में 'युद्ध के खतरों' को रोकने के लिए सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील की है. वैसे साल 2023 में सऊदी अरब और ईरान के बीच संबंध सुधरने की खबर आई थी पर हकीकत में दोनों देश एक-दूसरे के धुर विरोधी रहे हैं. गाजा युद्ध के बाद भी कुछ इसी तरह की स्थिति बनी जब मुस्लिम देशों की दुनिया में दूरी बढ़ रही थी. अरब देश जहां पहले इजरायल के सख्त खिलाफ होकर फिलिस्तीन का समर्थन करते थे, अब उनके रुख में बदलाव आया है. हालत ये है कि हाल ही में इस्लामिक-अरब शिखर सम्मेलन में पेश किए गए एक प्रस्ताव को पास होने से रोक देने की खबर थी.  

सऊदी अरब के साथ-साथ संयुक्त अरब अमीरात समेत 7 मुस्लिम देश इस प्रस्ताव के विरोध में खड़े हो गए. इनमें सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (UAE), जॉर्डन, मिस्र, बहरीन, सूडान, मोरक्को, मॉरिटानिया और जिबूती ने प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया था. साफ है मुस्लिम देश भी कोई नई मुसीबत मोल नहीं लेना चाहते. दूसरी ओर कई ऐसी वजह हैं जो ईरान हमले पर मुस्लिम देशों को बांट रही है. इनमें तीसरे विश्व युद्ध का खतरा, दुनिया में एक दूसरे पर बढ़ती निर्भरता, इजरायल की सैन्य क्षमता और आधुनिक हथियार और अमेरिका का दबाव शामिल है. खास बात ये भी है कि मुस्लिम देशों से घिरा इजरायल अकेला नहीं है. उसके पक्ष में अमेरिका समेत कई यूरोपिय देश भी हैं जो समय-समय पर उस पर मंडराते संकट से निपटने के लिए तैयार रहते हैं.

G.NEWS 24 : प्राण जाए पर वचन ना जाए : पीएम मोदी

ईमानदार आदमी को कोई डर नहीं होता...

प्राण जाए पर वचन ना जाए : पीएम मोदी

नई दिल्ली। पीएम मोदी ने लोकसभा चुनावों से पहले न्यूज एजेंसी ANI को इंटरव्यू दिया है। इस दौरान पीएम ने बताया कि उनकी सबसे बड़ी ताकत क्या है। पीएम मोदी ने जनता को अपनी सबसे बड़ी ताकत बताया और कहा कि हम देश को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। पीएम मोदी ने बताया कि उनकी सबसे बड़ी ताकत जनता है। उन्होंने कहा कि जनता मुझे मां भारती का बेटा मानती है। हम जो कहते हैं, जनता को उस पर भरोसा है। जनता का भरोसा ही मेरी सबसे बड़ी ताकत है। 

पीएम ने ईडी के काम की तारीफ करते हुए कहा कि ईडी ने ज्यादातर जो केस रजिस्टर किए हैं, वह उन लोगों के खिलाफ हैं, जिनका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि ईमानदार आदमी को कोई डर नहीं होता है। लेकिन जो लोग भ्रष्टाचार में शामिल हैं, उन्हें पाप का डर है। पीएम ने कहा कि कोई मुझे नहीं बताता कि कितने विपक्ष के नेता जेल में हैं। जब मैं सीएम था तो उन लोगों ने मेरे होम मिनिस्टर को जेल में डाल दिया था। देश को समझना चाहिए कि राजनीतिक दलों के नेता ईडी केसों में महज 3 फीसदी ही शामिल हैं। 97 फीसदी केस ऐसे लोगों के खिलाफ हैं, जो राजनीति से वास्ता नहीं रखते। 

पीएम ने कहा कि मुझे लगता है कि राजनीतिक नेतृत्व संदिग्ध होता जा रहा है। ऐसी स्थिति में, हमें याद रखना चाहिए कि हमारे पास 'प्राण जाए पर वचन न जाए' की परंपरा है। मेरा मानना ​​है कि राजनेताओं को ऐसा करना चाहिए कि वह खुद स्वामित्व लें, उन्हें जिम्मेदारी लेनी चाहिए। मैं जो कहता हूं, वह मेरी जिम्मेदारी है और मैंने इसकी गारंटी भी दी है और मैं अनुच्छेद 370 का मामला लेता हूं, यह हमारी पार्टी की प्रतिबद्धता रही है। मैंने साहस दिखाया और 370 को हटा दिया। और आज जम्मू-कश्मीर का भाग्य बदल गया है।

G.NEWS 24 : लोकायुक्त पुलिस ने महिला कर्मचारी को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा

आदिवासी विकास विभाग में छापा मारकर...

लोकायुक्त पुलिस ने महिला कर्मचारी को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा

इंदौर के आदिवासी विकास विभाग में छापा मारकर लोकायुक्त पुलिस ने एक महिला कर्मचारी व क्षेत्रीय संयोजक को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। महिला ने बिना डरे नोटों की गड्डी ली और अलमारी में रख दी थी। जब लोकायुक्त पुलिस ने दफ्तर में आकर अपना परिचय दिया तो उसके चेहरे का रंग उड़ गया और वह कहने लगी कि रिश्वत मैंने नहीं ली। 

बता दें कि छात्रावास के भवन की बकाया राशि व एरियर देने के एवज में महिला कर्मचारी उमा मर्सकोले ने 15 प्रतिशत राशि रिश्वत के रूप में मांगी थी। उमा को रिश्वत देने के लिए फरियादी विक्रम गेहलोत पर क्षेत्रीय संयोजक विजय जायसवाल ने दबाव बनाया था। पुलिस ने दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। 

फरियाद ने श्रीकृष्ण एवेन्यू में वर्ष 2015 में अपना मकान होस्टल के लिए विभाग को किराए पर दिया था। वहां जूनियर छात्रावास संचालित किया जा रहा था। फरियादी ने उस मकान को पिछले साल खाली करा लिया था, लेकिन विभाग ने बकाया 11 लाख रुपये नहीं दिए थे। इस राशि के भुगतान के लिए जायसवाल और मर्सकोले 15 प्रतिशत राशि की रिश्वत देने का दबाव बना रहे थे। सोमवार को 50 हजार रुपये की राशि देना तय हुआ। 

फरियादी ने लोकायुक्त पुलिस को भी शिकायत की। तय रणनीति के तहत जैसे ही दोनों घूसखोर कर्मचारियों ने रिश्वत के रूप में पचास हजार रुपये लिए, तो लोकायुक्त विभाग की टीम ने दोनों को रंगे हाथों पकड़ लिया। गड्डी में केमिकल लगा हुआ था। दोनों घूसखोर कर्मचारियों के हाथ धुलवाए गए तो नोटों में लगा पीला रंग उनके हाथों से निकला। उमा ने रुपये लेकर अलमारी में रख लिए थे। लोकायुक्त पुलिस ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज कर लिया। 

G.NEWS 24 : फर्जी नर्सिंग कॉलेजों के खिलाफ CBI ऑफिस पहुंची एनएसयूआई !

क्षेत्रीय निदेशक को ज्ञापन सौंपा...

फर्जी नर्सिंग कॉलेजों के खिलाफ CBI ऑफिस पहुंची एनएसयूआई !

मध्यप्रदेश में हुए नर्सिंग कॉलेज में फर्जीवाड़ा थमने का नाम नहीं ले रहा है। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के निर्देश पर सीबीआई ने 308 नर्सिंग कॉलेज की जांच की थी, जिसमें 169 नर्सिंग कॉलेजों को सूटेबल और 66 को अनसूटेबल बताया गया था। 73 नर्सिंग कॉलेज में कमियां बताई थीं, लेकिन अब सीबीआई की जांच पर ही सवाल खड़े हो रहे हैं। एनएसयूआई मेडिकल विंग ने एनएसयूआई नेता रवि परमार के नेतृत्व में सोमवार को सीबीआई के क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचकर क्षेत्रीय निदेशक को ज्ञापन सौंपा गया। 

इसमें फर्जी नर्सिंग कॉलेजों की जांच रिपोर्ट में सूटेबल बताए गए नर्सिंग कॉलेजों की रिपोर्ट सार्वजनिक कर पुनः जांच करने की मांग की गई। साथ ही मांग की है कि सीबीआई भी अगर जांच के नाम पर सिर्फ लीपापोती करेगी तो फिर आम नागरिक किसके ऊपर भरोसा करेगा ? परमार ने ज्ञापन में कहा कि सीबीआई द्वारा नर्सिंग कॉलेजों की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत की गई, लेकिन भोपाल के कई कॉलेज ऐसे हैं जिनको सीबीआई की रिपोर्ट में सूटेबल बताया गया है। जबकि हकीकत कुछ और ही है। 

रवि ने भोपाल के एपीएस नर्सिंग एकेडमी, मेहको नर्सिंग कॉलेज, अरविंदों नर्सिंग कॉलेज, मलय नर्सिंग कॉलेज की जांच में लीपापोती का आरोप लगाते हुए कहा कि सीबीआई द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट में इन सभी कॉलेज को सूटेबल बताया गया है जबकि यह सभी कॉलेज नियम विरुद्ध संचालित हो रहे हैं। परमार ने कहा कि एनएसयूआई आपसे मांग करती है कि इन नर्सिंग कॉलेजों की निरीक्षण रिपोर्ट सार्वजनिक कर पुनः निरीक्षण करवाया जाए और फर्जी निरीक्षण रिपोर्ट तैयार कर जमा करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करने के निर्देश दें, जिससे स्वतंत्र जांच एजेंसी की कार्रवाई पर आम जनमानस का विश्वास बना रहे।

G.NEWS 24 : देश के साथ प्रदेश के विकास को भी गति देने वाला है भाजपा का संकल्प पत्र : CM डॉ. यादव

पहले घोषणा पत्र आते थे, लेकिन अब मोदी जी ने इसे संकल्प पत्र नाम दिया है...

देश के साथ प्रदेश के विकास को भी गति देने वाला है भाजपा का संकल्प पत्र : CM डॉ. यादव

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने सोमवार को बंसल वन स्थित प्रदेश मीडिया सेंटर में  भाजपा के संकल्प पत्र 'मोदी की गारंटी' का विमोचन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा का यह संकल्प पत्र देश के साथ-साथ मध्य प्रदेश के विकास को भी गति देगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी हर गारंटी के पूरे होने की गारंटी है और यह संकल्प पत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी का दस्तावेज है, जिसमें देश के साथ मध्य प्रदेश के विकास को भी गति देने के प्रावधान हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि भाजपा का संकल्प पत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी की भी गारंटी है। पहले घोषणा पत्र आते थे, लेकिन अब मोदी जी ने इसे संकल्प पत्र नाम दिया है। घोषणा कभी-कभी पूरी नहीं होती थी, लेकिन जिस चीज का संकल्प ले लिया उसे हर हाल में पूरा करना ही है। 

भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव में भी संकल्प पत्र जारी किया था और उन संकल्पों को पूरा करने का काम प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में प्रदेश की सरकार ने किया है। अब लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने संकल्प पत्र जारी किया है और इन संकल्पों को भी पूरा किया जाएगा। डॉ. यादव ने कहा कि मोदी जी बोलते हैं, 'यही समय है, सही समय है।' निश्चित रूप से यह भाजपा के संकल्प पत्र को लेकर आगे बढ़ने का सही समय है और हम इस समय का सदुपयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश और देशवासियों का विश्वास जीता है, अपनी साख बनाई है। इस संकल्प पत्र से मध्य प्रदेश में भी टूरिज्म, मेडिकल, शिक्षा सहित कई क्षेत्रों में अपार संभावनाएं बढ़ेंगी। 

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री ने जो भी कहा उसे हर हाल में पूरा किया। उन्होंने कहा था कि देश-प्रदेश के प्रत्येक गरीब को मकान दिया जाएगा। उनके कार्यकाल में चार करोड़ से अधिक लोगों को पक्के मकान दिए गए हैं। शहरी क्षेत्र, ग्रामीण क्षेत्र हर जगह प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों को पक्की छत उपलब्ध करवाई गई है। मध्य प्रदेश में भी सबसे ज्यादा शहरी क्षेत्र के मकान उज्जैन जिले को दिए हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी के संकल्प पत्र ने यह बता दिया है कि हमारे लिए प्राचीन ज्ञान, आधुनिक विज्ञान और रोजगार का भी महत्व है और विकास का संकल्प भी पूरा है। हमने देश में चंद्रयान की सफलता भी देखी है और अब गगनयान का गौरव भी हासिल करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि संकल्प पत्र में पर्यटन के विस्तार के लिए कई कदम उठाए गए हैं। वर्तमान में देश सहित मध्य प्रदेश में भी पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। पर्यटन को लेकर मध्य प्रदेश की सरकार चीता प्रोजेक्ट और हेरिटेज पर काम कर रही है। 

प्रदेश के उज्जैन महाकाल लोक, देवी लोक के निर्माण के बाद यहां पर धार्मिक पर्यटन ने भी बहुत बड़ी छलांग लगाई है। हमारे यहां सभी प्रकार के टूरिज्म में खूब संभावनाएं हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया के 60 से अधिक देशों की वित्त व्यवस्था टूरिज्म के माध्यम से ही चलती है। हमारे देश के भी कई राज्य हैं, जहां का अर्थतंत्र टूरिज्म पर निर्भर है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि संकल्प पत्र में गरीबों की झुग्गी-झोपड़ियों का भी निदान खोजा गया है। अब सैटेलाइट टाउन का संकल्प लिया गया है। आमतौर पर शहरीकरण तेजी से बढ़ रहा है। शहरों के लिए बनने वाले मास्टर प्लान भी 25 साल को ध्यान में रखकर बनाए जाते हैं, लेकिन अब सैटेलाइट टाउन के जरिए शहर के साथ ही उसके आसपास वाले शहर का भी विकास होगा। 

जैसे भोपाल के विकास के साथ सीहोर का विकास होगा, इंदौर के साथ देवास, उज्जैन का विकास होगा। प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने संकल्प पत्र के लिए लोगों से सुझाव लिए थे। इसके लिए सुझाव पेटियां लगाई गई थीं और नमो एप के माध्यम से ऑनलाइन भी सुझाव लिए गए थे। देशभर से 15 लाख सुझाव मिले और चार लाख सुझाव ऑनलाइन भी मिले। मध्य प्रदेश में इसके लिए 1100 स्थानों पर पेटियां लगाई गई थीं। मध्य प्रदेश में भी पार्टी के संकल्प पत्र के लिए 26000 नागरिकों ने अपने मूल्यवान सुझाव दिए थे, जिससे यह स्पष्ट होता है कि प्रदेश की जनता मोदी की गारंटी पर कितना विश्वास करती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश से मिले अनेक उपयोग सुझावों को भी पार्टी के संकल्प पत्र में शामिल किया गया है। इसके लिए मैं संकल्प-पत्र समिति के सदस्य मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को धन्यवाद देता हूं।