G.NEWS 24 : लोकायुक्त की नियुक्ति का मसला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट

सिंघार सियासी लाभ के लिए लगा रहे आरोप...

लोकायुक्त की नियुक्ति का मसला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट

मध्य प्रदेश में लोकायुक्त की नियुक्ति का मसला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। राज्य सरकार ने अपने फैसले का सुप्रीम कोर्ट में बचाव किया। साथ ही विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार को लेकर कहा कि राजनीतिक लाभ के लिए वह झूठे और बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा था कि नियुक्ति में उनकी सलाह नहीं ली गई। राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि नेता प्रतिपक्ष से सुझाव मांगा गया था लेकिन उन्होंने हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस की ओर से सुझाए नाम पर अपनी कोई राय नहीं दी। राज्य सरकार ने कांग्रेस नेता उमंग सिंघार की याचिका पर शपथ पत्र दाखिल किया है और अपना जवाब प्रस्तुत किया है। 

सिंघार ने जस्टिस (रिटायर्ड) सत्येंद्र कुमार सिंह की लोकायुक्त पद पर नियुक्ति को लेकर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि नियुक्ति पर उनकी राय नहीं ली गई। राज्य सरकार ने शीर्ष अदालत को बताया कि सिंघार की याचिका सुनवाई योग्य नहीं है। लोकायुक्त की नियुक्ति मध्य प्रदेश लोकायुक्त एवं उप-लोकायुक्त अधिनियम 1981 और कई न्यायिक फैसलों में सुप्रीम कोर्ट की ओर से प्रतिपादित कानूनों का पालन करते हुए की गई है। कानूनन नेता प्रतिपक्ष की राय ली गई थी। हालांकि, उन्होंने न तो कोई राय दी और न ही चीफ जस्टिस की सिफारिश पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई। इसके बाद वह राजनीतिक लाभ उठाने के लिए मीडिया में बेबुनियाद और झूठे आरोप लगाने लगे।

इस वजह से याचिकाकर्ता के मौलिक अधिकार का कोई उल्लंघन नहीं हुआ है और इस याचिका को तत्काल प्रभाव से खारिज किया जाए। मध्य प्रदेश सरकार ने शपथ पत्र में दावा किया कि सिंघार न केवल शीर्ष अदालत से तथ्य छिपाने के दोषी हैं बल्कि उन्होंने यह जाहिर करने की कोशिश भी की है कि लोकायुक्त की नियुक्ति से पहले उनसे किसी भी तरह की रायशुमारी नहीं की गई। शपथ पत्र कहता है कि हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस की सिफारिश के आधार पर लोकायुक्त की नियुक्ति की फाइल नेता प्रतिपक्ष को भेजी गई थी। उन्हें संबंधित अधिकारियों ने प्रासंगिक नियमों और प्रक्रियाओं की जानकारी भी दे दी गई थी। मुख्यमंत्री ने भी उनसे फोन पर विस्तृत चर्चा की थी। यह पूरी प्रक्रिया सिंघार से प्रभावी रायशुमारी को स्पष्ट तौर पर दर्शाती है। सिंघार की ओर से एडवोकेट सुमीर सोढी ने याचिका दाखिल की थी। 

इसमें उन्होंने कहा था कि लोकायुक्त की नियुक्ति पर नेता प्रतिपक्ष और हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस की सहमति आवश्यक होती है। इस वजह से अधिनियम की धारा तीन के तहत राज्य सरकार, चीफ जस्टिस और नेता प्रतिपक्ष से उचित रायशुमारी की जाना आवश्यक है। इसके बाद ही नियुक्ति की जानी चाहिए। लोकायुक्त की नियुक्ति करने में मध्य प्रदेश सरकार ने उनसे रायशुमारी नहीं की। इस आधार पर जस्टिस (रिटायर्ड) सिंह की नियुक्ति अवैध और शून्य है। वैधानिक प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया है। सिंघार ने कहा था कि नियुक्ति मनमाने ढंग से की गई है। यह गलत है और अवैध तरीके से की गई है। नियुक्ति को रद्द किया जाना चाहिए।

G News 24 : CM केजरीवाल, अभी 23 अप्रैल तक तिहाड़ जेल में ही रहेंगे,बढ़ी न्यायिक हिरासत !

 शराब घोटाला केस में केजरीवाल को राहत नहीं  ...

CM केजरीवाल, अभी 23 अप्रैल तक तिहाड़ जेल में ही रहेंगे,बढ़ी न्यायिक हिरासत !

दिल्ली शराब घोटाला मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। सोमवार को राउज़ एवेन्यू कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल की न्याययिक हिरासत 23 अप्रैल तक बढ़ा दी है।केजरीवाल की 15 दिनों की न्यायिक हिरासत सोमवार को खत्म हो रही थी जिसके बाद आज सोमवार को तिहाड़ जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राउज एवेन्यू कोर्ट में केजरीवाल की पेशी हुई और कोर्ट में उन्हें पेश किया गया, जहां अदालत ने उन्हें अब 23 अप्रैल तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। आज ही राउज एवेन्यू कोर्ट ने दिल्ली शराब घोटाले की सह-अभियुक्त के कविता की न्यायिक हिरासत भी 23 अप्रैल तक बढ़ा दी है।

आम आदमी पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल को ईडी ने दिल्ली शराब घोटाला मामले में पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था और तिहाड़ जेल भेज दिया था। दिल्ली हाई कोर्ट से ईडी के द्वारा दंडात्मक कार्रवाई से सुरक्षा देने से इनकार करने के बाद केजरीवाल को 21 मार्च की रात को ईडी ने उनके घर से गिरफ्तार कर लिया था। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में दिन में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ दायर की गई याचिका पर सुनवाई हुई जिसमें कोर्ट ने ईडी से जवाब मांगा है। न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता की शीर्ष अदालत की पीठ ने ईडी से इस मामले में 24 अप्रैल तक जवाब देने को कहा और कहा कि मामले की सुनवाई 29 अप्रैल से शुरू होने वाले सप्ताह में की जाएगी।

बता दें कि बीते 9 अप्रैल को, दिल्ली उच्च न्यायालय ने आप संयोजक अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को बरकरार रखा था और कहा था कि केजरीवाल द्वारा नौ सम्मनों को नजरअंदाज करने और जांच में शामिल होने से इनकार करने के बाद एजेंसी के पास यही एक विकल्प बचा था। 

G News 24 : CISF बल की ड्यूटी का 'अति संवेदनशील' होती है, इसलिए इन्हे CLMS सुविधा नहीं मिलती !

 सेना और दूसरे केंद्रीय बलों को मिल रही 'मदिरा'...

CISF बल की ड्यूटी का 'अति संवेदनशील' होती है, इसलिए इन्हे CLMS सुविधा नहीं मिलती !

केंद्रीय अर्धसैनिक बल 'सीआईएसएफ' में 'शराब' को लेकर रार मची है। सेना के जवानों के लिए शराब का एक कोटा रहता है। दूसरे केंद्रीय बलों के जवानों को केंद्रीकृत लॉग प्रबंधन समाधान (सीएलएमएस) सुविधा उपलब्ध कराई गई है। सीआईएसएफ में यह सुविधा प्रदान नहीं की जा रही। इसके पीछे, बल की ड्यूटी का 'अति संवेदनशील' होना बताया गया है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अलायंस ऑफ ऑल एक्स पैरामिलिट्री फोर्सेस वेलफेयर एसोसिएशन के महासचिव रणबीर सिंह ने कहा, ये तो सीआईएसएफ जवानों के साथ सौतेला व्यवहार है। 

उनका कहना है कि संवेदनशील ड्यूटी तो सेना और दूसरे अर्धसैनिक बल भी करते हैं, लेकिन उन्हें तो 'मदिरा' सुविधा मिल रही है। एसोसिएशन के महासचिव ने कहा है, सुविधाओं को लेकर देश के सबसे बड़े औद्योगिक बल 'सीआईएसएफ' जवानों के साथ सौतेला व्यवहार करना ठीक नहीं है। इस बल को हवाईअड्डों, बंदरगाहों, परमाणु घरों, मेट्रो और दूसरे विभिन्न औधोगिक संस्थानों व महत्वपूर्ण भवनों की चाक चौबंद सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। देश के सभी केंद्रीय अर्धसैनिक बलों में केंद्रीकृत लॉग प्रबंधन समाधान (सीएलएमएस) सुविधा प्रदान की गई है।

इसका मकसद, सेवारत एवं सेवानिवृत्त जवानों को सस्ते दामों पर मदिरा सुविधा मुहैया कराना है। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवानों को उपरोक्त सीएलएमएस सुविधा से वंचित रखा गया है। बतौर रणबीर सिंह, सीआईएसएफ महानिदेशालय द्वारा इसके पीछे जो वजह बताई गई है, वह इस बल के जवानों द्वारा अति संवेदनशील जगहों पर ड्यूटी को अंजाम देना है।

एसोसिएशन को कई दूसरे प्रशासनिक कारणों का भी हवाला दिया गया है। तीनों सेनाओं के अंगों व सभी केंद्रीय अर्धसैनिक बलों में मदिरा सुविधा उपलब्ध है। केवल सीआईएसएफ जवानों को ही इस सुविधा से दूर रखा जा रहा है। एसोसिएशन के एक प्रतिनिधि मंडल ने पूर्व एडीजी एचआर सिंह के नेतृत्व में इस बाबत शीर्ष अफसरों से आग्रह किया था। तब यह मांग की गई थी कि कम से कम रिटायर्ड कर्मियों को ही सीएलएमएस सुविधा उपलब्ध करा दी जाए। जवानों को सीएलएमएस सुविधा उपलब्ध मुहैया न कराने से करोड़ों रुपये के जीएसटी की हानि हो रही है।

दूसरा महत्वपूर्ण मुद्दा, जवानों की छुट्टियों को लेकर है। रणबीर सिंह ने कहा, सीआईएसएफ देश का एकमात्र ऐसा बल है, जहां 30 दिनों का वार्षिक अवकाश दिया जाता है। ऐसे मौके भी आते हैं, जब एकसाथ 30 दिनों की छुट्टी देने की बजाए, उसे भी किश्तों में दिया जाता है। भारतीय सेनाओं व केंद्रीय सुरक्षा बलों में 60 दिनों का सालाना अवकाश मिलता है। कई वर्ष पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घोषणा की थी कि अर्धसैनिक बलों में जवानों को 100 दिन का अवकाश मिलेगा। वह आदेश अभी तक साकार नहीं हो सका है। पूर्व एडीजी एचआर सिंह ने कहा है कि इन बलों में जवानों के कल्याण से संबंधित मुद्दों व पुरानी पैंशन बहाली को लेकर लोकसभा चुनाव के बाद दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।

G News 24 : खजुराहो में BJP को टक्कर देगा गठबंधन का ये प्रत्याशी !

 भाजपा के संकल्प पत्र का विमोचन...

खजुराहो में BJP को टक्कर देगा गठबंधन का ये प्रत्याशी !

भोपाल। प्रदेश में पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को होना है। कांग्रेस और भाजपा समेत अन्य पार्टियां अपनी जीत पक्की करने में लगी हैं। भाजपा के संकल्प पत्र का आज भोपाल में विमोचन किया गया। इस दौरान सीएम मोहन यादव ने कहा कि हम सब सौभाग्यशाली है। पहले राजनीतिक दल घोषणा पत्र जारी करते थे, लेकिन मोदी जी ने संकल्प पत्र जारी किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने  4 करोड़ नए घर देने का संकल्प लिया है। सबसे ज्यादा मकान शहरी क्षेत्र में मध्यप्रदेश में दिए गए हैं, इसमें मेरा भी जिला शामिल है। टूरिज्म के क्षेत्र में मप्र में बहुत काम किया है।  महाकाल लोक बनने के बाद मप्र की प्रतिष्ठा और बढ़ी है। आने वाले दो साल में हर लोकसभा में एक मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा।

प्रजापति को कांग्रेस ने दिया समर्थन 

खजुराहो लोकसभा सीट पर एक बार फिर सियासी समीकरण बदल गए हैं। बीते दिनों इंडि गठबंधन से सपा प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन खारिज होने के बाद अब कांग्रेस ने इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक के आरबी प्रजापति को समर्थन दिया है। प्रजापति का भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से मुकाबला है। 

लोकसभा चुनाव को लेकर मध्य प्रदेश में राजनीति पार्टियां चुनाव प्रचार में जुटी हुईं है। इधर, चुनाव के तीसरे चरण के चुनावों के लिए ग्वालियर,  मुरैना, भिंड, गुना, सागर, विदिशा, भोपाल और राजगढ़ समेत आठ सीटों पर प्रत्याशियों के नामांकन दाखिल करने का सिलसिला तेज होगा। राजगढ़ से भाजपा प्रत्याशी और वर्तमान सांसद रोडमल नागर आज सीएम मोहन यादव और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ पर्चा दाखिल करेंगे।

G News 24 : कलयुगी बेटे ने मां को भाभी से मां को लाठी डंडों से पिटवाया !

शर्मसार घटना - बुजुर्ग को लाठी-डंडों और पत्थरों से पीट पीटकर मार डाला ...

कलयुगी बेटे ने मां को भाभी से मां को लाठी डंडों से पिटवाया !

ग्वालियर। आंतरी थाना क्षेत्र के पीपरीपुरा में मुन्नी देवी (65) की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। मामले में मृतका की छोटी बहू चंदा, उसके पिता अमर सिंह और बेटे अजय, विजय को आरोपी बनाया गया। वहीं पुलिस ने दतिया में दबिश देकर अमर सिंह और विजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया। घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वीडियो में मृतक मुन्नी देवी की बड़ी बहू सावित्री और छोटी बहू चंदा मिलकर बेरहमी से उसकी पिटाई करते दिख रहे हैं। दोनों बहू पहले घर के अंदर पत्थर और डंडे से सास को जमकर पीटतीं हैं। इसके बाद घसीटते हुए घर के बाहर लाती हैं। बाहर भी जमकर लात-घूंसे सास को मारे गए। 

जांच में पता चला कि सास मुन्नी और बड़ी बहू सावित्री के बीच पटती नहीं थी। दो साल पहले सावित्री ने सास से मारपीट की थी। उसके सिर में 7 टांके आए थे, इसके बाद मुन्नी देवी ने सावित्री को घर से अलग कर दिया था। कुछ दिन बाद छोटे बेटे रवि की शादी दतिया की रहने वाली चंदा कुमारी से कर दी गई थी। ससुराल आने के बाद देवरानी-जेठानी के बीच अच्छे संबंध हो गए थे। मुन्नी को दोनों की बातचीत पसंद नहीं थी, वह चंदा को परेशान करने लगी। उसके बाद चंदा ने अपने पिता अमर सिंह, भाई अजय व विजय को बुलाया। मामले में अमर सिंह पंचायत करने आया था। बातचीत के दौरान मुन्नी देवी विरोध कर रही थी, तभी बड़ी बहू सावित्री और बड़ा बेटा भी वहां आ गया, जिसके बाद यहां विवाद होने लगा। गुस्से में सावित्री ने सास को डंडों से पीटना शुरू कर दिया।

तीनो आरोपी फरार

शाम को पुलिस गांव पहुंची, तो वहां मुन्नी देवी को गंभीर हालत में देख ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल में भर्ती कराया। यहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। इसके बाद पुलिस ने चंदा और उसके पिता अमर सिंह व दो भाइयाें विजय और अजय पर हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। वीडियो सामने आने के बाद बड़ी बहू सावित्री व उसके पति धर्मेंद्र को भी आरोपी बनाया गया है। वीडियो सामने आने के बाद मामले में बड़ी बहू सावित्री, बेटे धर्मेंद्र को भी आरोपी बनाया है। अब छह आरोपी हो गए हैं। इसमें बड़ी बहू सावित्री, छोटी बहू का पिता अमर सिंह, भाई विजय को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी तीन आरोपी फरार हैं।

G News 24 : सीएम यादव और पूर्व सीएम शिवराज की मौजूदगी में नामांकन करेंगे रोड़मल नागर

 प्रतिद्वंदी के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह है चुनावी मैदान में ...

सीएम यादव और पूर्व सीएम शिवराज की मौजूदगी में नामांकन करेंगे रोड़मल नागर

राजगढ़। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज सोमवार को राजगढ़ दौरे पर रहेंगे। दोनों नेताओं की मौजूदगी में राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रोडमल नागर नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। सीएम और पूर्व सीएम सभा को भी संबोधित करेंगे, जिसकी तैयारी पूरी कर ली गई है।

बता दें कि राजगढ़ लोकसभा सीट से दो बार से सांसद रोडमल नागर को भारतीय जनता पार्टी ने तीसरी बार अपना प्रत्याशी बनाया है। वही, कांग्रेस ने उनके प्रतिद्वंदी के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है, जिसके बाद से राजगढ़ हॉट सीटों में गिनी जा रही है। भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए ही यह सीट अहम बन गई है। इसी क्रम राजगढ लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रोडमल नागर के नमांकन में शामिल होने के लिए राजगढ़ आ रहे सीएम मोहन यादव और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान एक आमसभा को भी संबोधित करेंगे।

जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री 11 बजे के बाद राजगढ़ पहुंचेंगे। शुभ मूहर्त में रोडमल नागर का नामांकन दाखिल कराया जाएगा। इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, मंत्री विश्वास सारंग, और गृह क्षेत्र के दो राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार नारायण सिंह और गौतम टेटवाल भी उपस्थित रहेंगे।

G News 24 : अस्पतालों में फिर बढ़े चमकी बुखार के मामले, बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित !

 सरकार लगातार इस खतरनाक रोग से बचाव लेकर अभियान चला रही है...

अस्पतालों में फिर बढ़े चमकी बुखार के मामले, बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित !

नई दिल्ली। चमकी बुखार के कारण हर साल बड़ी संख्या में बच्चे अस्पतालों में भर्ती होते हैं, इसके कारण मौत का खतरा भी अधिक देखा जाता रहा है। सरकार लगातार इस खतरनाक रोग से बचाव लेकर अभियान चला रही है, हालांकि अब भी ये बड़ा खतरा बना हुआ है। हालिया मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बिहार के कुछ जिलों में एक बार फिर से चमकी बुखार के मामले बढ़ रहे हैं। मुजफ्फरपुर में करीब 14 लोगों में चमकी बुखार के लक्षण दिखने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, हालांकि रोगियों के जांच की रिपोर्ट की अभी प्रतीक्षा है। 

रिपोर्टस के मुताबिक  मुजफ्फरपुर के पीआईसीयू में शनिवार-रविवार दोनों दिन 7-7 बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों की टीम लगातार बच्चों की निगरानी कर रही है। खून के सैंपल को जांच के लिए भेजा गया है, रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सभी लोगों को बुखार से बचाव के उपाय करते रहने की सलाह दी है। आइए जानते हैं कि चमकी बुखार के क्या कारण हैं और बच्चों को इससे किस प्रकार से सुरक्षित रखा जा सकता है?

उत्तर प्रदेश- बिहार में देखे जाते रहे है मामले

बिहार के कई राज्य इस गंभीर रोग के शिकार रहे हैं- मुजफ्फरपुर उनमें से एक है। पिछले कई वर्षों से उत्तर प्रदेश-बिहार सहित कई राज्यों में इंसेफेलाइटिस के मामले स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए बड़ी चिंता का कारण रहे हैं। इंसेफेलाइटिस के मामले बैक्टीरियल या वायरल दोनों प्रकार के संक्रमण के कारण हो सकते हैं। इसके कारण ब्रेन इंफ्लामेशन का खतरा बढ़ जाता है जिसके गंभीर दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। ये बीमारी वैसे तो किसी भी उम्र में हो सकती है हालांकि बच्चों को इसका सबसे ज्यादा शिकार देखा जाता रहा है।

इंसेफेलाइटिस के कारण हैं 

वायरल-बैक्टीरियल संक्रमण, ऑटोइम्यून इंफ्लामेशन, कीड़ों के काटने या कुछ प्रकार की बीमारियों के कारण इंसेफेलाइटिस की समस्या हो सकती है इसमें ब्रेन में सूजन हो जाता है। इंसेफेलाइटिस के लगभग 70% मामले वायरस के संक्रमण के कारण होते हैं, जिनमें छोटे बच्चे (एक वर्ष और उससे कम उम्र) और बुजुर्गों (65 वर्ष और उससे अधिक उम्र के) के लोगों में खतरा सबसे ज्यादा देखा जाता रहा है। 

वायरस से मुकाबले की स्थिति में मस्तिष्क में सूजन की समस्या हो सकती है। समय के साथ इस रोग के लक्षण बिगड़ते जाते हैं और कुछ स्थितियों में ये जानलेवा भी हो सकती है। इंसेफेलाइटिस आमतौर पर बुखार-सिरदर्द जैसे लक्षणों के साथ शुरू होता है। समय पर अगर इस समस्या पर ध्यान न दिया जाए या इलाज न किया जाए तो इसके कारण दौरे पड़ने, भ्रम, चेतना की हानि और यहां तक कि कोमा भी हो सकता है। इसके लक्षण समय के साथ गंभीर होते जाते हैं। 

इन स्थितियों में भयंकर सरदर्द, उल्टी-भ्रम होने, याददाश्त की समस्या, बोलने-सुनने की दिक्कत होने, बेहोशी की समस्या हो सकती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, इंसेफेलाइटिस से बचाव को लेकर सभी लोगों को सतर्कता बरतते रहने की आश्यकता होती है। विशेषतौर पर जिन शहरों में पहले से इसके मामले रिपोर्ट किए जाते रहे हैं वहां बच्चों की सेहत को लेकर सभी लोगों को विशेष सावधानी बरतते रहने की आवश्यकता है।

वायरल इंसेफेलाइटिस वायरस के संपर्क से बचना है 

इसके लिए स्वच्छता का ध्यान रखना सबसे आवश्यक है। हाथों को साबुन और पानी से बार-बार और अच्छी तरह धोएं। कपड़े-बिस्तर को एक दूसरे से शेयर न करें। कुछ संक्रमित मच्छरों के काटने से भी इस रोग के होने का खतरा रहता है इसलिए आसपास की साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखा जाना जरूरी है। अगर आपमें या बच्चे में इस रोग के लक्षण दिख रहे हैं तो तुरंत अस्पताल जाएं।

G News 24 : चुनावी जनसभा में छोटे योगी से मिले सीएम योगी आदित्यनाथ

 सीएम योगी आदित्यनाथ ने छोटे योगी को  लखनऊ आने का दिया न्यौता...

चुनावी जनसभा में छोटे योगी से मिले सीएम योगी आदित्यनाथ

लोकसभा चुनाव शुरू होने में अब ज्यादा समय नहीं बचा है। सभी पार्टियां अपनी पार्टी और प्रत्याशियों का प्रचार करने में लगी हुई हैं। 19 अप्रैल से शुरू होने वाला लोकसभा चुनाव कुल 7 चरणों में पूरा होगा और 4 जून को वोटों की गिनती की जाएगी। इस चुनाव में कोई भी कमी ना रहे इसलिए भी पार्टियां पूरा जोर लगा रही हैं। भाजपा के स्टार प्रचारक भी अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर अपने प्रत्याशियों का प्रचार कर रहे हैं। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा प्रत्याशी त्रिवेंद्र सिंह रावत की चुनावी जनसभा में शामिल हुए।

जनसभा में दिखा छोटा योगी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार यानी 14 अप्रैल 2024 को रूड़की के नेहरू स्टेडियम को एक चुनावी जनसभा में पहुंचे थे। यह चुनावी जनसभा उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा उम्मीदवार त्रिवेंद सिंह रावत की थी जो हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ मंच पर पहुंचे और सबसे पहले बाबा भीमराव अंबेडकर की चित्र पर पुष्प अर्पित किए। इसके बाद उन्होंने जनता को संबोधित करना शुरू किया।

सीएम योगी आदित्यनाथ जनत को संबोधित ही कर रहे थे कि तभी उनकी नजर भीड़ में खड़े एक बच्चे पर पड़ी। वह बच्चा उनकी ही वेशबूषा धारण किए वहां खड़ा था और उसके हाथ में एक गुलदस्था था। योगी आदित्यनाथ ने बच्चे को मंच पर बुलाया और उससे मुलाकात की। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने उस बच्चे को लखनऊ आने का न्यौता भी दिया।

शौर्य मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से काफी प्रेरित है

नेहरू स्टेडियम में आयोजित चुनावी जनसभा में पहुंचे बच्चे का नाम शौर्य है। शौर्य से जब बातचीत की गई तो उसने बताया कि वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से काफी प्रेरित है और बड़ा होकर बिल्कुल उनके जैसा ही बनना चाहता है। शौर्य के पिता ने भी सीएम योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त किया कि उन्होंने शौर्य को मंच पर बुलाकर आशीर्वाद के रूप में काफी सम्मान दिया।

G News 24 : 1200 से अधिक लोगों का अनोखा परिवार,जिनमे से 350 तो वोटर्स हैं

 ऐसा ना कभी देखा होगा ना सुना... 

1200 से अधिक लोगों का अनोखा परिवार,जिनमे से 350 तो वोटर्स हैं 

परिवार के बारे में तो आपने बहुत कुछ सुना होगा। किसी का बड़ा परिवार होता है तो किसी का छोटा, लेकिन असम में एक ऐसा परिवार है जिसके लिए चुनाव काफी अहम होते हैं। इस परिवार में 350 वोटर्स हैं। असम में रहने वाले इस अनोखे परिवार में 350 वोटर्स ही है। ये परिवार चुनाव के लिए खास है। दरअसल, असम के सोनितपुर जिले में फुलोगुरी नेपाली पाम के दिवंगत रॉन बहादुर थापा का परिवार असम में क्या पूरे देश में अनोखा परिवार है। ये इसलिए क्योंकि यह पूरा परिवार अपने मताधिकार का प्रयोग करने वाला सबसे बड़े परिवारों में से एक है।

1200 सदस्यों वाला है अनोखा परिवार

बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को है और असम जिले का यह अनोखा परिवार जिला रंगपारा विधानसभा क्षेत्र और सोनितपुर संसदीय क्षेत्र के दायरे में आता है। इस परिवार के सभी सदस्य 19 अप्रैल को सोनितपुर लोकसभा क्षेत्र में अपना वोट डालेंगे। इस परिवार के बारे में बता दें कि रॉन बहादुर थापा के 12 बेटे और 9 बेटियां हैं। उनकी पांच पत्नियां थीं। रॉन बहादुर के 150 से अधिक पोते-पोतियां भी जीवित हैं। कुल मिलाकर 1200 सदस्यों वाले इस परिवार में लगभग 350 सदस्य लोकसभा चुनावों में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।

परिवार के 350 लोग डालेंगे वोट

 नेपाली पाम गांव के ग्राम प्रधान और दिवंगत रॉन बहादुर के बेटे तिल बहादुर थापा ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि उनके पूरे परिवार में लगभग 350 लोग हैं जो वोट डालने के पात्र हैं। उन्होंने बताया कि "मेरे पिता 1964 में मेरे दादाजी के साथ यहां आए और यहीं बस गए। मेरे पिता की पांच पत्नियां थीं और हमारे 12 भाई और 9 बहनें हैं। उनके बेटों से 56 पोते-पोतियां थीं। मुझे नहीं पता कि बेटी से कितने पोते-पोतियां हैं इस चुनाव में, नेपाली पाम में थापा परिवार के लगभग 350 सदस्य वोट डालने के पात्र हैं, यदि हम सभी बच्चों की गिनती करें, तो हमारे परिवार के कुल सदस्य 1,200 से अधिक होंगे।'' 

परिवार का आरोप

हालांकि, उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि परिवार अभी तक राज्य और केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ नहीं उठा पाया है। उन्होंने कहा कि "हमारे बच्चों ने उच्च शिक्षा प्राप्त की, लेकिन उन्हें कोई सरकारी नौकरी नहीं मिली। हमारे परिवार के कुछ सदस्य बेंगलुरु चले गए और निजी नौकरी ढूंढ ली। कुछ दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम कर रहे हैं। मैं 1989 से ग्राम प्रधान के रूप में काम कर रहा हूं। मेरी 8 बेटे और 3 बेटियां हैं। बता दें कि 9 विधानसभा क्षेत्रों से बनी सोनितपुर लोकसभा सीट पर 16.25 लाख से ज्यादा मतदाता हैं। असम में 14 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए चुनाव तीन चरणों में - 19 अप्रैल, 26 अप्रैल और 7 मई को मतदान होंगे ।

G News 24 : अचानक आई तबाही से 33 की मौत 27 लोग हुए घायल !

 अफगानिस्तान में अचानक आई बाढ़ ने मचाई तबाही...

अचानक आई तबाही से 33 की मौत 27 लोग हुए घायल !

अफगानिस्तान में भारी बारिश ने रौद्र रूप दिखाया है। भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ ने भीषण तबाही मचाई है। बारिश के बाद आई बाढ़ में कम से कम 33 लोगों की मौत हो गई है साथ ही 27 अन्य घायल हो गए हैं। तालिबान के प्रवक्ता अब्दुल्ला जनान सैक ने बताया कि राजधानी काबुल और कई प्रांतों में अचानक बाढ़ आ गई जिससे भारी नुकसान हुआ है। 

बारिश ने मचाई तबाही 

अब्दुल्ला जनान ने बताया कि बाढ़ की चपेट में आने से 600 से अधिक मकान या तो नष्ट हो गए हैं या फिर उन्हें नुकसान पहुंचा है। बारिश की वजह से करीब 200 मवेशियों की मौत हो गई है। सैक ने बताया कि बाढ़ से 800 हेक्टेयर कृषि भूमि भी नष्ट हो गई है और 85 किलोमीटर से अधिक की सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। उन्होंने बताया कि बाढ़ के कारण पश्चिमी फराह, हेरात, दक्षिणी जाबुल और कंधार प्रांतों में सबसे अधिक नुकसान पहुंचा है। अफगानिस्तान में फिलहाल बारिश से राहत मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। मौसम विभाग ने अफगानिस्तान के 34 में से अधिकांश प्रांतों में आने वाले दिनों में और बारिश का अनुमान जताया है। 

बिगड़ रहा है मौसम का मिजाज 

अफगानिस्तान में इससे पहले भी प्राकृतिक आपदा में कई लोगों की जान जा चुकी है। इससे पहले फरवरी में पूर्वी अफगानिस्तान में भारी बर्फबारी के बाद हुए भूस्खलन में 25 लोगों की मौत हो गई थी। जबकि मार्च में हुई तीन हफ्ते की बारिश में लगभग 60 लोग मारे गए थे। संयुक्त राष्ट्र ने पिछले साल चेतावनी दी थी कि अफगानिस्तान चरम मौसम की स्थिति में बड़े बदलावों का अनुभव कर रहा है। वैज्ञानिकों का कहना है कि ग्लोबल वार्मिंग के कारण मौसम का मिजाज बिगड़ रहा है।

G News 24 : सरबजीत के हत्यारे को अज्ञात बाइक सवार शूटरों ने पहुंचाया 72 हूरों के पास !

 34 साल पहले गलती से बॉर्डर पार कर गए थे ...

सरबजीत के हत्यारे को अज्ञात बाइक सवार शूटरों ने पहुंचाया 72 हूरों के पास !

पाकिस्तान पड़ोसी मुल्क होते हुए भी यह भारत के साथ हमेशा छल ही करता रहा है. आज जब सरबजीत का हत्यारा मारा गया तो पाकिस्तान के पापों की फाइल फिर खुल गई. सरबजीत के हत्यारे को उसके कर्मों की सजा मिली है! जिस हत्यारे को पाकिस्तान ने निर्दोष साबित कर दिया था उसे अज्ञात हमलावरों ने मार गिराया. इस वाकये ने सरबजीत के साथ पाकिस्तान में हुई बर्बरता के जख्म को एक बार फिर ताजा कर दिया है.  

सरबजीत की उम्र महज 26 साल थी..

निर्दोष सरबजीत का नाम जुबां पर आते ही पाकिस्तान पर गुस्सा आता है. क्योंकि सरबजीत सिर्फ एक किसान था और पाकिस्तान ने उसे आतंकवादी घोषित कर दिया... तब सरबजीत की उम्र महज 26 साल थी और वे गलती से सीमा पार कर पाकिस्तान पहुंच गए थे. इसके बाद उनकी जिंदगी जहन्नुम से भी बदतर हो गई.

सरबजीत ने एक चिट्ठी लिखी थी..

1990 में पाकिस्तान में गिरफ्तारी के बाद सरबजीत ने एक चिट्ठी लिखी थी और अपनी बेगुनाही के सबूत दिए थे. उन्होंने लिखा था कि उस रात में शराब के नशे में था. इतना नशे में था कि कब बॉर्डर पार कर गया.. बिल्कुल पता नहीं चला. वहां मुझे चेन से बांधकर पीटा गया. तब भी मुझे इतनी सुध नहीं थी कि मैं मुझे मारने वालों को पहचान पाऊं.

23 साल जेल में बिता दिए..

पाकिस्तान की अदालत ने सरबजीत को आतंकवादी घोषित कर दिया. उन्हें पाकिस्तान में हुए बम ब्लास्ट का हत्यारा करार देते हुए फांसी की सजा सुना दी. मामले पर विवाद इतना गहराया कि पाकिस्तान को सरबजीत की फांसी टालते रहना पड़ा. सरबजीत ने 23 साल जेल में बिता दिए. फिर पाकिस्तान की कोट लखपत जेल में उनकी हत्या की साजिश रची गई.  

सरबजीत के हत्या की साजिश

मई 2013 में जेल में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद के करीबी सहयोगी आमिर सरफराज ताम्बा ने अपने साथियों के साथ मिलकर सरबजीत पर जानलेवा हमला किया. उनके सिर पर लोहे की रॉड से वार किया गया. 6 दिन अचेत रहने के बाद सरबजीत सिंह ने लाहौर के जिन्ना अस्पताल में दम तोड़ दिया.

पाकिस्तान की झूठी कहानी

पाकिस्तान का दिल यहां भी नहीं पसीजा. पाकिस्तान ने बयान जारी कर कहा कि सरबजीत सिंह की दिल का दौरा पड़ने से मौत हुई. आमिर पर सरबजीत सिंह की हत्या के आरोप तो लगे लेकिन कोर्ट ने उसे बरी कर दिया. सरबजीत की बहन दलबीर कौर ने पाकिस्तान से उनकी रिहाई के लिए लंबी लड़ाई लड़ी थी लेकिन असफल रहीं.

 कर्मों का फल यहीं पर मिल जाता है : सरबजीत की बेटी स्वपनदीप कौर

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सरबजीत के हत्यारे अमीर सरफराज की हत्या पर सरबजीत की बड़ी बेटी स्वपनदीप कौर ने कहा कि कर्मों का फल यहीं पर मिल जाता है. उसे (अमीर सरफराज) उसके कर्मों की सजा मिली है. पाकिस्तान ने साजिश रचकर मेरे पापा (सरबजीत सिंह) की हत्या करवाई थी.. हो सकता है अब उसी साजिश के तहत अमीर सरफराज की भी हत्या करवाई हो.

G News 24 : जिनका जन्म 15 अप्रैल 1469 में हुआ था,लेकिन उनकी जयंती दिवाली के 15 दिन बाद मनाई जाती है !

 हिंदू परिवार में जन्मे सिख धर्म के संस्थापक और पहले गुरु, गुरु नानक देव जी ...

जिनका जन्म तो 15 अप्रैल 1469 में हुआ था,लेकिन उनकी जयंती दिवाली के 15 दिन बाद मनाई जाती है !

सिख धर्म के संस्थापक और पहले गुरु गुरु नानक देव जी का जन्म 15 अप्रैल 1469 को हुआ था. अग्रंजी तारीख के मुताबिक गुरु नानक देव जी का जन्म 15 अप्रैल के दिन 1469 हुआ था. लेकिन बता दें कि गुरु नानक जी का जन्मदिन उनके अंग्रेजी कैलेंडर के मुताबित नहीं मनाया जाता. बल्कि साल के कार्तिक माह की पूर्णिमा के दिन प्रकाश पर्व के रूप में गुरु नानक जयंती के रूप में मनाई जाती है.जो कि दिवाली के 15 दिन बाद आता है. 

बता दें कि गुरु नानक देव जी का जन्म तलवंडी नामक स्थान पर हुआ था. बाद में इस जगह का नाम ननकाना साबिह पड़ गया और आजादी के बाद ये पाकिस्तान के पंजाब का हिस्सा बन गया. गुरु नानक देव जी ने सामाजिक कुरीतियों का विरोध किया और समाक को सही राह दिखाने पर काम किया है. 

हिंदू परिवार में जन्में थे गुरु नानक देव जी 

बता दें कि गुरु नानक देव जी का जन्म हिंदू परिवार में हुआ था. 16 साल की आयु में ही उनका विवाह माता सुलक्खनी से हो गया था. इनके दो पुत्र थे. 

सादगी से जीते थे जीवन 

वे अपना सारा जीवन आध्यात्मिक चिंतन और सत्संग में व्यतीत किया. इतना ही नहीं, इनके जीवन में कई चमत्कारी घटनाएं घटी थी जिन्हें देखकर गांव के लोग भी इन्हें दिव्य व्यक्तित्व मानने लगे थे. गुरु नानक देव जी अंधविश्वास और आडंबरों के विरोधी थे. गुरु नानक देव जी ने मूर्ति पूजा के निरर्थक माना था. 

दिया इक ओंकार मंत्र 

गुरु नानक देव जी ने इक ओंकार मंत्र दिया. इसका अर्थन है ईश्वर एक है औऱ सभी जगह मौजूद है. गुरु नानक जी का कहना था कि हम सभी का पिता एक ही है और सभी को प्रेमपूर्वक रहना चाहिए. उनके अनुसार ईश्वर बाहर नही बल्कि हमारे अंदर ही है. इनके विचारों का अनुसरण कर समाज में कई परिवर्तन देखने को मिले. 

अब गुरु ग्रंथ साहिब पर लगेगा क्यूआर कोड 

समरसता और प्रेम-भाव का संदेश देने वाली पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब जी की छपाई अब क्यूआर कोड लगा कर की जाएगी. दुनियाभर के धार्मिक ग्रंथों में से पहली बार ये तकनीक का इस्तेमाल गुरु ग्रंथ साहिब पर किया जाएगा. ये फैसला एसजीपीसी की अंतरिम कमेटी द्वारा लिया गया है. कमेटी का कहना है कि क्यूआर कोड लगा कर गुरु ग्रंथ साहिब जी की छपाई कराने से पावन स्वरूप की सारी जानकारी और ब्यौरा कमेटी के पास रहेगा.

G News 24 : अतीक के बेटों की अपराधी हिस्ट्री के पन्ने खोलने का योगी सरकार ने लिया फैसला !

 बाप और चाचा की  हत्या होने के एक साल बाद ...

अतीक के बेटों की अपराधी हिस्ट्री के पन्ने खोलने का योगी सरकार ने लिया फैसला !

15 अप्रैल 2023 को अतीक और अशरफ की हत्या कर दी गई थी. दोनों की हत्या के आरोपी फिलहाल जेल में बंद हैं और उनके खिलाफ कानूनी प्रक्रिया जारी है. इधर दूसरी तरफ बाप और चाचा की हत्या होने के एक साल बाद अतीक के बेटों की अपराधिक  हिस्ट्री के पन्ने खोलने का योगी सरकार ने लिया फैसला लिया है। 

माफिया अतीक अहम और उसके भाई अशरफ की बरसी पर बड़ी खबर आई है. अतीक की तरह बेटे उमर और अली भी हिस्ट्रीशीटर हो गए हैं. 14 अप्रैल 2024 को धूमनगंज पुलिस ने अली और उमर की हिस्ट्री शीट  खोली गई है. जेल में बंद उमर और अली पर निगरानी रखने के लिए हिस्ट्री शीट खोली गई. हिस्ट्री शीट खोलने के बाद अली और उमर भी अपने पिता अतीक अहमद की तरह पुलिस रिकॉर्ड में शातिर अपराधी बन गए हैं. अतीक अहमद के खिलाफ गैंगस्टर समेत कुल 101 केस दर्ज थे.

अतीक और अशरफ की गतिविधियों पर निगरानी के लिए पुलिस ने उनकी हिस्ट्री शीट खोली थी. अतीक का हिस्ट्री शीट नंबर 39 ए और अशरफ का हिस्ट्री शीट नंबर 93 ए था. जबकि उमर की हिस्ट्री शीट 57 बी और अली की हिस्ट्री शीट 48 बी खोली गई है. लखनऊ जेल में बंद उमर के खिलाफ तीन केस दर्ज हैं.

उमर को सीबीआई ने देवरिया जेल कांड में आरोयोहीपित किया है. पुलिस ने उमर को उमेश पाल शूटआउट केस में भी आरोपी बनाया है. जबकि अली अहमद नैनी सेंट्रल जेल में बंद है. अली के खिलाफ अब तक 12 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं. उसे भी उमेश पाल शूटआउट केस में आरोपी बनाया गया है. अतीक की तरह अली पर भी कई गंभीर मामलों में मुकदमे दर्ज हैं.

G News 24 : पंजाब के नांगल में VHP नेता की गोली मारकर कर दी हत्या !

कानून-व्यवस्था को लेकर आप की पंजाब सरकार की हो रही है आलोचना...

पंजाब के नांगल में VHP नेता की गोली मारकर कर दी  हत्या !

शनिवार शाम को पंजाब के रूपनगर जिले के नांगल शहर में विश्व हिंदू परिषद के एक नेता की उनकी दुकान पर आए मोटरसाइकिल सवार दो अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी. पुलिस के मुताबिक मृतक विकास बग्गा विश्व हिंदू परिषद की नांगल इकाई के अध्यक्ष थे. पुलिस ने बताया कि यह घटना शनिवार शाम को उस समय हुई जब दो हमलावर रूपनगर रेलवे स्टेशन के पास स्थित बग्गा की दुकान में घुस गए और उन पर गोलियां चलाने के बाद वहां से फरार हो गए.

आनंदपुर साहिब के पुलिस उपाधीक्षक अजय सिंह ने कहा कि पुलिस आरोपियों की तलाश के लिए आसपास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है. इस बीच, विहिप समर्थकों और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं ने रविवार को बग्गा की हत्या के विरोध में ऊना-चंडीगढ़ राजमार्ग पर विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की.

सुनील जाखड़ ने जताया दुख

बीजेपी की पंजाब इकाई के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने भी मृतक के परिजनों के साथ दुख जताया. जाखड़ ने कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की आलोचना की और आरोप लगाया कि बग्गा की हत्या एक 'लक्षित हत्या' थी. उन्होंने मांग की कि हमलावरों और साजिशकर्ताओं को जल्द से जल्द पकड़ा जाए.

मास्टरमाइंड को बख्शा नहीं जाएगा : हरजोत सिंह बैंस 

पंजाब के शिक्षा मंत्री और स्थानीय विधायक हरजोत सिंह बैंस ने हत्या को दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताया और कहा कि जो कोई भी इसके पीछे है उसे बख्शा नहीं जाएगा. बैंस ने कहा, ‘‘इस घटना का जो भी दोषी और मास्टरमाइंड होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा. उन्हें परिणाम भुगतना पड़ेगा. किसी को भी राज्य की शांति भंग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.

G News 24 : सलमान खान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर चल गईं गोलियां !

 फायरिंग करने वाले की  तलाश में जुटी सुरक्षा एजेंसियां...

सलमान खान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर चल गईं गोलियां !

बॉलीवुड एक्टर सलमान खान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर रविवार (14 अप्रैल) की सुबह हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. इस हमले के बाद हमलावर फरार हैं. घटना के बाद से लोगों के मन में एक ही सवाल कौंध रहा है कि आखिर सलमान खान के घर पर फायरिंग करने की वजह क्या हो सकती है? मामले से जुड़ी कुछ अहम जानकारी सूत्रों के हवाले से मिली है. एजेंसीज से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, सलमान के घर पर फायरिंग करने की 2 सबसे बड़ी वजहें हो सकती हैं. पहली तो ये कि सलमान खान को इस बात का एहसास दिलाना कि वो लॉरेन्स बिश्नोई गैंग की पहुंच से ज्यादा दूर नहीं है. दूसरी और सबसे बड़ी वजह ये कि मुंबई के दौलतमंदों से मोटी एक्सटॉर्शन वसूल करना भी हो सकता है.

लॉरेंस बिश्नोई और दाऊद इब्राहिम का नाम आया सामने

सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों की मानें तो यही वजह है कि सलमान खान के घर पर फायरिंग करने के बाद सोशल मीडिया पर कबूलनामे का जो फेसबुक पोस्ट डाला गया उसमें अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का भी नाम लिखा था. सुरक्षा एजेंसियों को लगता है कि दाऊद का नाम लिखने के पीछे की सबसे बड़ी वजह ये बताने की है कि अब मुंबई में दाऊद की कोई हैसियत नहीं है. सुपरस्टार सलमान के घर पर फायरिंग करवाकर लॉरेन्स बिश्नोई गैंग मुंबई को एक्सटॉर्शन की एक बड़ी मार्केट के तौर पर देख रहा है.  

छोटे-मोटे अपराधों में शामिल लड़कों को करते हैं रिक्रूट

पुलिस का ये भी मानना है कि इतनी बड़ी वारदात को अंजाम देने के बाद कबूल करने की वजह है अरोपियों के विदेशों में बैठे होना. क्योंकि ये गैंगस्टर जानते हैं कि कानून के लंबे हाथ उन तक आसानी से नहीं पहुंच सकते और वो अक्सर छोटे मोटे अपराधों में शामिल लड़कों को अपने गैंग में रिक्रूट करते हैं और अपने दुश्मनों को ठिकाने लगवाते हैं. वारदात को अंजाम देने के लालच में शूटर्स को भरोसा दिलाया जाता कि काम हो जाने के बाद उसको भी विदेश में बुला लिया जाएगा और बस इसी लालच में आज के नौजवान किसी भी बड़ी वारदात को अंजाम देने से नहीं हिचकते.

G.NEWS 24 : दंगाइयों को पता है कि वह दंगा करेंगे तो उल्टे लटका दिए जाएंगे : CM योगी

नो कर्फ्यू-नो दंगा, यूपी में है सब चंगा...

दंगाइयों को पता है कि वह दंगा करेंगे तो उल्टे लटका दिए जाएंगे : CM योगी

लोकसभा चुनावों को लेकर चुनाव प्रचार अपने चरम पर हैं. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश में भी सरगर्मियां तेज हैं. सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ सभाओं में खूब गरज रहे हैं. इसी कड़ी में उन्होंने पीलीभीत में दंगाइयों को चेतावनी देते हुए कहा कि उनको पता है कि वे दंगा करेंगे तो उल्टे लटका दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि पिछली सरकारें कर्फ्यू लगाती थी. दंगा पॉलिसी के लिए कुख्यात थी. दूसरी तरफ यूपी में पिछले सात वर्ष में कोई दंगा नहीं हुआ. नो कर्फ्यू-नो दंगा, यूपी में है सब चंगा. सी

एम ने कहा कि बरेली में पहले हर महीने दंगा होता था, आज दंगाई जान की भीख मांग रहे हैं. उन्हें पता है कि ऐसा करने पर उल्टे टंगवा दिए जाएंगे. अब यह नहीं हो पाएगा कि दंगा भी कराएंगे और किसी पार्टी में जाकर जबर्दस्ती फतवा जारी कर अव्यवस्था पैदा करेंगे. असल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को पीलीभीत से जितिन प्रसाद और बरेली से भाजपा प्रत्याशी छत्रपाल सिंह गंगवार के पक्ष में चुनावी जनसभा को संबोधित किया. 

सभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि रामलला की भूमि हो या किसी गरीब-व्यापारी और सामान्य नागरिक की जमीन, जो भी भूमाफिया सार्वजनिक जमीनों पर कब्जा करेगा, उसे लेने के देने पड़ेंगे. उससे ब्याज सहित वसूली होगी. उनकी संपत्तियों पर गरीबों के लिए वैसे ही आवास बनाएंगे, जैसे प्रयागराज में बनाया था. 

इतना ही नहीं सीएम ने कहा कि जब एक जैसी सरकारें होती हैं, अच्छे लोग चुनकर जाते हैं तो परिणाम भी अच्छा ही आता है. आपने कमल को वोट दिया तो विकास और सुरक्षा भी हो रही है. हमने सुरक्षा का बेहतर वातावरण दिया है. कांग्रेस ने लोगों को उनके अधिकारों से वंचित किया. अब भारत का कोई भी नागरिक जम्मू-कश्मीर में जाकर जमीन खरीद सकता है.

G.NEWS 24 : BJP सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ केस दर्ज

आचार संहिता व निषेधाज्ञा के उल्लंघन के आरोप में...

BJP सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ केस दर्ज

गोंडा। उत्तर प्रदेश के कैसरगंज संसदीय सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मौजूदा सांसद व भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ शनिवार को आदर्श चुनाव आचार संहिता व निषेधाज्ञा के उल्लंघन के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गयी है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस मामले की जानकारी दी। जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी नेहा शर्मा ने पत्रकारों को बताया कि सिंह ने सक्षम प्राधिकारी से अनुमति के बिना एक दर्जन से अधिक वाहनों के काफिला के साथ शुक्रवार को अपने निर्वाचन क्षेत्र में जनसंपर्क किया था। 

डीएम नेहा शर्मा ने बताया कि इस सम्बंध में कटरा बाजार के फ्लाइंग स्क्वायड टीम (एफएसटी) के प्रभारी व पशु चिकित्साधिकारी डॉ. नजमुल इस्लाम द्वारा भारतीय दंड विधान की धारा 188 व 171 एच के तहत अभियोग दर्ज कराया गया। प्राथमिकी में कहा गया है कि 12 अप्रैल 2024 को सुबह 10:30 बजे से लोकसभा क्षेत्र कैसरगंज से भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह द्वारा थाना खरगूपुर क्षेत्र में कटरा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम मल्लापुर, गोपाल बाग, भोलाजोत, गोकरन शिवाला, भटपी, भवनियापुर, देवरिया कला, पिपरा भोधर, सुसगंवा, असिधा, लहदोवा, राजाजोत, अनंतपुर, चौराभारी, नौवागांव में करीब 25-30 गाड़ियों के काफिले के साथ जनसम्पर्क किया गया। वर्तमान में आसन्न लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत धारा 144 लागू होने के कारण उनका यह कृत्य कानून का उल्लंघन है। 

जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर यह चौथी बड़ी कार्रवाई है। इससे पूर्व तीन प्राथमिकी दर्ज कराई जा चुकी हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिला प्रशासन आदर्श चुनाव आचार संहिता का प्रभावी अनुपालन कराने के लिए प्रतिबद्ध है। किसी के द्वारा इसका उल्लंघन किए जाने पर कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। वहीं थानाध्यक्ष दिनेश सिंह ने बताया कि एफएसटी प्रभारी की तहरीर पर सुसंगत धाराओं में अभियोग दर्ज कर विवेचना उपनिरीक्षक मृत्युंजय सिंह को सौंपी गई है। बृजभूषण शरण सिंह को भाजपा ने अभी तक प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। कैसरगंज में पांचवें चरण में 20 मई को मतदान होगा।

G.NEWS 24 : CBI ने दूसरी सबसे बड़ी चुनावी बॉन्ड खरीदार मेघा इंजीनियरिंग के खिलाफ दर्ज की FIR

NISP और NMDC के आठ अधिकारियों को किया नामज़द...

CBI ने दूसरी सबसे बड़ी चुनावी बॉन्ड खरीदार मेघा इंजीनियरिंग के खिलाफ दर्ज की FIR

नई दिल्ली। हैदराबाद स्थित मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के खिलाफ सीबीआई ने कथित तौर से रिश्वत देने के एक मामले में एफआईआर दर्ज की है. गौरतलब है कि कंपनी ने 966 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड खरीदे थे और वह इन बॉन्ड की दूसरी सबसे बड़ी खरीदार है. अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि जगदलपुर एकीकृत इस्पात संयंत्र से संबंधित कार्यों के लिए मेघा इंजीनियरिंग के 174 करोड़ रुपये के बिलों को मंजूरी देने में लगभग 78 लाख रुपये की कथित रिश्वत दी. प्राथमिकी में एनआईएसपी और एनएमडीसी के आठ अधिकारियों और मेकॉन के दो अधिकारियों को भी कथित तौर पर रिश्वत लेने के लिए नामित किया गया है. 

चुनाव आयोग के 21 मार्च को जारी आंकड़ों के अनुसार मेघा इंजीनियरिंग चुनावी बॉन्ड की दूसरी सबसे बड़ी खरीदार थी और उसने भाजपा को लगभग 586 करोड़ रुपये की सबसे अधिक राशि का दान दिया था. कंपनी ने बीआरएस को 195 करोड़ रुपये, डीएमके को 85 करोड़ रुपये और वाईएसआरसीपी को 37 करोड़ रुपये का दान दिया. टीडीपी को कंपनी से करीब 25 करोड़ रुपये मिले, जबकि कांग्रेस को 17 करोड़ रुपये मिले. एफआईआर के मुताबिक, सीबीआई ने 10 अगस्त, 2023 को एकीकृत इस्पात संयंत्र जगदलपुर में इंटेक वेल और पंप हाउस और क्रॉस-कंट्री पाइपलाइन के कार्यों से संबंधित 315 करोड़ रुपये की परियोजना में कथित रिश्वतखोरी के बारे में प्रारंभिक जांच दर्ज की थी. प्रारंभिक जांच के निष्कर्षों के आधार पर, 18 मार्च को कथित रिश्वतखोरी को लेकर एक नियमित मामला दर्ज करने की सिफारिश की गई थी, जो 31 मार्च को दायर किया गया था. सीबीआई ने एनआईएसपी और एनएमडीसी लिमिटेड के आठ अधिकारियों को नामजद किया है. 

इनमें रिटायर्ड एग्‍जीक्‍यूटिव डायरेक्‍टर प्रशांत दश, डायरेक्‍टर (प्रोडक्‍शन) डीके मोहंती, डीजीएम पीके भुइयां, डीएम नरेश बाबू, सीनियर मैनेजर सुब्रो बनर्जी, रिटायर्ड सीजीएम (फाइनेंस) एल कृष्ण मोहन, जीएम ( फाइनेंस) के राजशेखर, मैनेजर (फाइनेंस) सोमनाथ घोष शामिल हैं, जिन्होंने कथित तौर पर 73.85 लाख रुपये की रिश्वत ली थी. सीबीआई ने मेकॉन लिमिटेड के दो अधिकारियों - एजीएम (कॉन्ट्रैक्ट) संजीव सहाय और डीजीएम (कॉन्ट्रैक्ट) के इलावर्सू का भी नाम लिया है. जिन पर कथित तौर पर एमईआईएल के जनरल मैनेजर सुभाष चंद्र सांगरास, मेघा इंजीनियरिंग और अज्ञात लोगों से 73 चालानों के 174.41 करोड़ रुपये के भुगतान के बदले में 5.01 लाख रुपये लेने का आरोप है. इस मामले में चंद्रा और मेघा इंजीनियरिंग को भी आरोपी बनाया गया है. 

G.NEWS 24 : ईरान ने इजरायल के जहाज के साथ 17 भारतीयों को भी बनाया बंधक !

ईरान द्वारा इजराइल पर हमले की आशंका...

ईरान ने इजरायल के जहाज के साथ 17 भारतीयों को भी बनाया बंधक !

शनिवार को यूएई तट पर ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने इजरायल का एक कंटेनर जहाज जब्त कर लिया. इस जहाज पर सवार 25 चालक दल के सदस्यों में से 17 भारतीय हैं. सूत्रों ने यह जानकारी दी. देश की सरकारी स्वामित्व वाली IRNA समाचार एजेंसी ने बताया कि कंटेनर जहाज MSC Aries को होर्मुज जलडमरूमध्य के पास एक "हेलिबॉर्न ऑपरेशन" चलाकर जब्त कर लिया गया था. अब यह जहाज ईरान के क्षेत्रीय जल की ओर बढ़ रहा है. एक सूत्र ने कहा, "हमें पता है कि ईरान ने मालवाहक जहाज 'MSC Aries' को अपने नियंत्रण में ले लिया है. जहाज पर 17 भारतीय नागरिक हैं. हम ईरान से राजनयिक चैनलों के माध्यम से भारतीय नागरिकों की सुरक्षा, कल्याण और शीघ्र रिहाई सुनिश्चित करने के लिए संपर्क में हैं." 

जहाज के ऑपरेटर इतालवी-स्विस समूह एमएससी ने पुष्टि की कि इस जहाज पर ईरानी अधिकारी सवार थे. कंपनी ने एक बयान में कहा, "हमें यह पुष्टि करते हुए खेद है कि गोर्टल शिपिंग इंक के स्वामित्व वाली एमएससी एरीज (जो कि जोडिएक मैरीटाइम से संबद्ध है और एमएससी के लिए चार्टर्ड है) को ईरानी अधिकारियों ने हेलीकॉप्टर के माध्यम से जहाज पर चढ़ाया है. जहाज पर 25 चालक दल हैं और हम उनकी सुरक्षा और जहाज की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. ” मध्य पूर्व में बढ़े तनाव के बीच इस जहाज को जब्त किया गया है. 

ईरान द्वारा इजराइल पर हमले की आशंका है. ईरान ने लगभग दो सप्ताह पहले सीरिया के दमिश्क में अपने दूतावास के कांसुलर अनुभाग पर हवाई हमले के लिए जवाबी कार्रवाई की कसम खाई है. हवाई हमले में उसकी सेना के दो जनरलों समेत सात लोग मारे गये थे. ईरान ने कहा है कि यह जहाज इजरायल से संबंधित है. जहाज को जब्त करने के बाद इजरायली सेना ने क्षेत्र में संघर्ष बढ़ने की चेतावनी दी. सैन्य प्रवक्ता डैनियल हगारी ने एक बयान में कहा, "ईरान को स्थिति को और अधिक बढ़ाने का परिणाम भुगतना होगा. ईरान दुनिया में आतंक को प्रायोजित करने वाला सबसे बड़ा राज्य है. 

इसके आतंक के नेटवर्क से सिर्फ इजरायल, गाजा, लेबनान और सीरिया के लोगों को ही खतरा नहीं है; ईरान का शासन यूक्रेन और उसके बाहर भी युद्ध को बढ़ावा देता है... इजरायल हाई अलर्ट पर है. बयान में कहा गया, ''हमने ईरानी आक्रमण से इजरायल को बचाने के लिए अपनी तैयारी बढ़ा दी है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हाल ही में व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा था कि उन्हें लगता है कि ईरान एक दिन इजरायल पर हमला करेगा. सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, जब बाइडेन से शुक्रवार को पत्रकारों ने पूछा कि इजरायल पर ईरान कब हमला कर सकता है, तो उन्होंने कहा, "कोई पक्की जानकारी नहीं है, लेकिन जल्द होने की संभावना है."

G.NEWS 24 : प्रदेश में अब तक 103 करोड़ से अधिक की विभिन्न अवैध सामग्री जब्त !

आदर्श आचार संहिता प्रभावशील होने के बाद से...

प्रदेश में अब तक 103 करोड़ से अधिक की विभिन्न अवैध सामग्री जब्त !

मध्य प्रदेश में 29 लोकसभा सीटों पर चार चरणों में चुनाव होना है। इसमें प्रथम चरण के लिए 19 अप्रैल को मतदान को 6 सीटों पर मतदान होगा। प्रदेश में निष्पक्ष और शांतिपूर्वक चुनाव कराने के लिए आयोग जुटा हुआ है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया है कि लोकसभा निर्वाचन-2024 की आदर्श आचार संहिता प्रभावशील होने के बाद पुलिस एवं अन्य एन्फोर्समेंट एजेंसियों द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है।उन्होंने बताया कि 16 मार्च से 10 अप्रैल तक 13 करोड़ 77 लाख 63 हजार 629 रुपए नगद राशि समेत 103 करोड़ 33 लाख 19 हजार 639 रूपये मूल्य की विभिन्न सामग्री जब्त की गयी हैं। 

इसमें 15 लाख 74 हजार 970 लीटर शराब भी शामिल है, जिसका मूल्य 24 करोड़ 64 लाख 13 हजार 47 रूपये है। इसी तरह 19 करोड़ 41 लाख 46 हजार 215 रूपये मूल्य के 14 हजार 780 किलोग्राम से अधिक ड्रग्स और 9 करोड़ 40 लाख 40 हजार 623 रूपये मूल्य की 437 किलोग्राम से अधिक कीमती धातुएं भी जब्त की गई हैं। साथ ही 36 करोड़ 9 लाख 56 हजार 125 रूपये मूल्य की अन्य सामग्री (रेडीमेड गारमेंट्स आदि) भी जब्त की गई हैं।