G News 24 : डॉक्टरों ने महिला को सुअर की किडनी ट्रांसप्लांट कर बचाई जान !

 मौत की दहलीज पर खड़ी थी महिला...

डॉक्टरों ने महिला को सुअर की किडनी ट्रांसप्लांट कर बचाई जान !

                                                                            सांकेतिक तस्वीर 

न्यूयॉर्क। मौत की दहलीज पर खड़ी एक महिला के लिए डॉक्टर उस वक्त भगवान बन गए, जब उन्होंने सारी उम्मीदें तोड़ चुकी और अपनी आखिरी सांसें गिन रही महिला को फिर से जीवनदान दे दिया। बता दें कि यह महिला किडनी रोग से ग्रस्त थी। महिला की दोनों किडनी ने काम करना बंद कर दिया था। कोई दूसरी किडनी उसके लिए उपलब्ध नहीं थी। ऐसे में महिला मरीज की सांसें उखड़ने ही वाली थीं, मगर अमेरिकी डॉक्टरों ने उसमें सुअर की किडनी ट्रांसप्लांट कर कमाल कर दिया। 

अमेरिका में डॉक्टरों ने न्यूजर्सी की एक मरणासन्न महिला के शरीर में सुअर की किडनी प्रतिरोपित कर और यांत्रिक तरीके से उसकी धड़कनें चलाकर उसकी जान बचाई है। यह चिकित्सा जगत में किसी बड़े चमत्कार से कम नहीं है। लिसा पिसानो नामक महिला के हृदय और गुर्दे ने काम करना बंद कर दिया था और वह इतनी अस्वस्थ हो गई थी कि परंपरागत अंग प्रतिरोपण संभव नहीं था। ‘एनवाईयू लैंगोन हेल्थ’ चिकित्सा संस्थान के डॉक्टरों ने एक अनोखा तरीका निकाला जिसमें महिला के दिल की धड़कन बनाए रखने के लिए एक यांत्रिक पंप लगाया और कुछ दिन बाद आनुवंशिक रूप से संवर्धित सुअर की एक किडनी प्रतिरोपित की गई।

मैसाचूसेट्स के जनरल अस्पताल में हुआ प्रत्यारोपण

महिला में किडनी का यह प्रत्यारोपण आसान नहीं था। मगर पिछले महीने मैसाचूसेट्स जनरल अस्पताल में उनकी प्रतिरोपण सर्जरी की गई। एनवाईयू की टीम ने बुधवार को घोषणा की कि पिसानो की सेहत में सुधार हो रहा है। वह दूसरी महिला हैं जिनके शरीर में सुअर की किडनी लगाई गई है। पिसानो ने कहा, ‘‘मेरी सारी उम्मीदें खत्म हो गई थीं। मैंने एक कोशिश करके देखी थी।

G News 24 : आज नजर आएगा Pink Moon गुलाबी चाँद

 पिंक मून को फसह का चांद भी कहा जाता है...

आज नजर आएगा Pink Moon गुलाबी चाँद 

हिंदू कैलेंडर के अनुसार, साल का पहला महीना चैत्र महीना होता है. चैत्र के महीने में पूर्णिमा के दिन ही पिंक मून नजर आने वाला है. इस साल चैत्र पूर्णिमा (Chaitra Purnima) 23 अप्रैल, मंगलवार के दिन पड़ रही है और इसी दिन शाम को आकाश में पिंक मून का नजारा देखने को मिलेगा. पिंक मून असल में पूरी तरह गुलाबी दिखाई नहीं देता है बल्कि यह आम चांद की तरह ही सिल्वर और गोल्डन रंग का नजर आता है. इस पिंक मून को इसका नाम पूर्व अमेरिका में पाए जाने वाले एक हर्ब मॉस पिंक के नाम पर रखा गया है.

चैत्र पूर्णिमा पर पिंक मून 

इस साल चैत्र पूर्णिमा की शुरूआत 23 अप्रैल, मंगलवार की सुबह 3 बजकर 25 मिनट से होगी और इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 24 अप्रैल, बुधवार को 5 बजकर 18 मिनट पर होगा. 23 अप्रैल के दिन ही पूर्णिमा का व्रत रखा जाएगा. 

पिंक मून के और नाम 

पिंक मून को कई अलग-अलग नामों से जाना जाता है. इसे स्प्राउटिंग ग्रास मून, एग मून, फिश मून, फसह मून, पक पोया और फेस्टिवल मून के नाम से भी जाना जाता है. वहीं, चैत्र पूर्णिमा को चैती पूनम (Chaiti Punam) भी कहते हैं. इसी दिन हनुमान जयंती मनाई जाती है. 

कब दिखता है पिंक फुल मून 

पिंक फुल मून तब दिखता है जब 2 घटनाएं एकसाथ होती हैं. जब चांद धरती के करीब हो और उसी समय पूर्णिमा हो तो पिंक फुल मून (Pink Full Moon) होता है. इस पूर्णिमा के दिन आकाश में यही नजारा दिखने वाला है. 

चांद के अलग-अलग रंग 

पिंक मून के अलावा भी चांद पूर्णिमा के दिन अलग-अलग रंगों का नजर आ सकता है. कई बार प्रदूषण के कारण चांद का रंग नारंगी या फिर पीला दिख सकता है. इसके अलावा हवा में मौजूद कण चांद का रंग बदला हुआ दिखाते हैं और चांद भूरे रंग का दिख सकता है. चांद का सबसे साफ रंग चमकीला होता है जो साफ आकाश में दिखता है.

G News 24 : संसद की सुरक्षा की खुल गई पोल,सांसदों के जूते हो गए चोरी !

 पाकिस्तान में अनोखा खौफ ! संसद में घुसे जूता चोर !

संसद की सुरक्षा की  खुल गई पोल,सांसदों के जूते हो गए चोरी ! 

पाकिस्तान की एक बार फिर बेइज्जती हो गई है.संसद से सांसदों के जूते चोरी हो गए .पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान एक अनोखे खौफ से परेशान है. दरअसल, पाकिस्तान की संसद में जूता चोर घुस गए और एक दर्जन से ज्यादा जूते चोरी हो गए. जिस संसद को पूरे पाकिस्तान में सबसे सुरक्षित जगह माना जाता है, जहां बाहरी आदमी घुस भी नहीं सकता आखिर उस पाकिस्तानी संसद में जूते कैसे चोरी हो गए. और सबसे बड़ी बात है कि जूते चोरी किसने किए. क्या है संसद में जूता चोरों के खौफ का पूरा मामला, आइए इसके बारे में जानते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में पार्लियामेंट हाउस की मस्जिद से नमाजियों के जूते चोरी हुए हैं. संसद के स्पीकर ने जूते चोरी होने पर नोटिस दिया है. संसद के सुरक्षा अधिकारियों को जूते चोरी की जांच का आदेश दिया है. स्पीकर ने हिदायत दी है कि CCTV में देखकर चोरों का पता लगाया जाए.

पाकिस्तान की संसद में जूता चोर कहां से आ गए !

इस्लामाबाद से खबर है कि जूते चोर पार्लियामेंट हाउस में भी पहुंच गए. पार्लियामेंट हाउस की मस्जिद भी जूता चोरों से महफूज नहीं है. चोर असेंबली के डायरेक्टर जनरल मीडिया और एक सहाफी के भी जूते ले उड़े. पाकिस्तानी एक्सपर्ट साजिद तारड़ ने कहा कि सांसद और लॉ मेकर्स के मस्जिद में जूते चोरी हुए हैं. उनमें कुछ जर्नलिस्ट भी हैं. कुछ मेंबर ऑफ पार्लियामेंट हैं, जिनके जूते चोरी हुए हैं. मैं तो पहले भी कहता आया हूं कि आप खुदा के घर को नहीं बख्शते, जूते तो एक चीज है. वहां एक गिलास महफूज नहीं हैं, पंखे चोरी होते हैं.

जामिया मस्जिद के बाहर से कैसे हुई चोरी !

जान लें कि पाकिस्तान की संसद के अंदर जामिया मस्जिद है, जिसमें पाकिस्तान के सांसद, सुरक्षाकर्मी और पत्रकार नमाज पढ़ने के लिए जाते हैं. शुक्रवार को जुमे की नमाज पढ़ने के दौरान सैकड़ों लोग मस्जिद के बाहर अपने कीमती जूते उतारकर नमाज अदा करने गए थे. जब वो वापस लौटे तो एक दर्जन से ज्यादा लोगों के जूते-चप्पल गायब थे. इनमें पत्रकार, संसद के बड़े अफसर और कुछ सांसदों के जूते थे.

मजाक बनी पाकिस्तान की सिक्योरिटी

पाकिस्तान के लोग अब मजाक-मजाक में जूता चोरी होने से बचाने की तरकीब भी बता रहे हैं. पाकिस्तानी एक्सपर्ट साजिद तारड़ ने कहा कि अगर आपके पास कीमती जूता है तो एक जूता बाहर छोड़ दें, एक जगह एक जूता छोड़ दें और दूसरा कहीं छिपा दें. चोर भाईजान एक जूता चोरी नहीं करता दोनों जूता चोरी करता है. या एक जूता रखकर दूसरा जूता साथ ले जाएं आप जहां जा रहे हैं.

पाकिस्तानी संसद की सुरक्षा की पोल खुली

जूता चोरी से पार्लियामेंट हाउस की सिक्योरिटी की पोल खुल गई है. नमाज-ए-जुमा के बाद मस्जिद के बाहर से नमाजियों की जूतियां चोरी हो गई. पत्रकार और सांसदों समेत 12 लोगों के जूतियां चोरी हो गईं. इससे पार्लियामेंट हाउस की सिक्योरिटी की पोल खुल गई है.

जूता चोर से परेशान पाकिस्तान

वैसे अभी तक पाकिस्तान भिखारियों से परेशान था. अब पाकिस्तान जूता चोरों से परेशान हैं. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने संसद में जूता चोरी के पीछे भिखारी माफियाओं का हाथ होने की आशंका जताई है. ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि पाकिस्तान में भिखारियों की बढ़ती संख्या चिंता का विषय है.

पाकिस्तान को लगी शहबाज की 'आदत' !

दिन-ब-दिन पाकिस्तान में भिखारियों की तादाद बढ़ती जा रही है. हमें हर चौक पर, चौराहे पर भीख मांगने वाले दिखाई देते हैं. एक नहीं, दो नहीं, 20-25 लोग खड़े होते हैं. अगर देखा जाए तो भिखारियों की तादाद पाकिस्तान के अंदर काफी हो चुकी है, उसकी वजह ये है कि यहां पर बेरोजगारी बहुत ज्यादा है. अच्छे-भले बिल्कुल कमाने लायक लोग भी मांगना शुरू हो गए हैं. पाकिस्तान की बीते कुछ सालों में अर्थव्यवस्था चौपट हो गई है. जिसकी वजह से वहां की जनता महंगाई और बेरोजगारी की मार झेल रही है. इन वजहों से पाकिस्तान की जनता ने दो चीजों पर फोकस किया है. पहला भिखारी बनना और दूसरा जूता चोरी करना. पाकिस्तान में तो भीख मांगना एक बड़ा बिजनेस बन चुका है.

जान लें कि पाकिस्तान में ढाई करोड़ से भी ज्यादा भिखारी हैं. जो वहां की आबादी का 11 फीसदी हैं. मतलब 100 में से 11 लोग भीख मांगकर अपना गुजर-बसर करते हैं. पाकिस्तान बड़ी संख्या में भिखारियों को एक्सपोर्टर भी है. सऊदी अरब, UAE और इराक में पाकिस्तानी भिखारी पकड़े जा चुके हैं. दुनियाभर में गिरफ्तार होने वाले भिखारियों में से 90% लोग पाकिस्तानी होते है .

G News 24 : दो शहरों के बीच हवाई सफर मात्र 50 मिनट में एवं मूल किराया मात्र 150 रुपये !

 इन 22 रूट्स पर टिकट इतना सस्ता...

दो शहरों के बीच हवाई सफर मात्र 50 मिनट में एवं मूल किराया मात्र 150 रुपये !

नई दिल्ली। हवाई सफर करना किसे पसंद नहीं होता, एक बार हवाई जहाज पर चढ़ने का सपना तो हर कोई देखता है. हालांकि, फ्लाइट टिकट महंगी होने की वजह से हर किसी के लिए हवाई सफर का आनंद लेना संभव नही हो पाता है. क्योंकि एक आम आदमी के लिए हजारों रुपये जोड़ना आसान बात नही है. यही वजह है कि वे फ्लाइट की जगह सफर के लिए किफायती साधन का सहारा लेते हैं. ऐसे में वो जैसे तैसे सफर तो तय कर लेते हैं लेकिन उनका हवाई जहाज पर बैठना तो ख्वाब  बनकर ही रह जाता है. अगर हम आपको कहें कि आप केवल 150 रुपये में हवाई सफर कर सकते हैं तो आपको यकीन नहीं हो रहा होगा, लेकिन यह बिल्कुल सच है.

दो शहरों के बीच हवाई सफर मात्र 150 रुपये में

दरअसल, असम में लीला बाड़ी से तेजपुर तक का हवाई सफर करने पर आपको मूल हवाई किराये के रूप में सिर्फ 150 रुपये का भुगतान करना पड़ता है. इन दोनों शहरों के बीच हवाई सफर मात्र 50 मिनट में तय कर सकते है. सिर्फ इसी मार्ग पर नहीं, ऐसी कई उड़ानें हैं जहां टिकट का मूल किराया 1,000 रुपये से भी कम है. ये सभी क्षेत्रीय हवाई संपर्क योजना के तहत परिचालित होते हैं. यह एयरलाइन परिचालकों के लिए विभिन्न प्रोत्साहन प्रदान करता है.

अधिकतर रूट पर किराया 150 रुपये से 199 रुपये 

मोटे तौर पर, इन मार्गों पर क्षेत्रीय संपर्क योजना यानी  रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम (RCS) के तहत परिचालित उड़ानों की अवधि लगभग 50 मिनट है.अधिकतर मार्ग जहां मूल हवाई किराया 150 रुपये से 199 रुपये प्रति व्यक्ति के बीच है, ये पूर्वोत्तर क्षेत्र में हैं. रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण में बेंगलुरु-सलेम, कोचीन-सलेम जैसे मार्ग भी हैं जहां मूल टिकट की कीमतें इस सीमा में हैं.

गुवाहाटी और शिलॉन्ग से आने-जाने वाली उड़ानों के लिए मूल किराया 400 रुपये है. इम्फाल-आइजोल, दीमापुर-शिलॉन्ग और शिलॉन्ग-लीलाबाड़ी उड़ानों के लिए 500 रुपये, बेंगलुरु-सलेम उड़ान के लिए किराया 525 रुपये, गुवाहाटी-पासीघाट उड़ान के लिए किराया 999 रुपये है और लीलाबाड़ी-गुवाहाटी मार्ग के लिए यह 954 रुपये है.

एक अधिकारी ने कहा कि ये उन मार्गों में से हैं जहां मांग कम है और अन्य परिवहन माध्यमों से इन जगहों पर पांच घंटे से अधिक समय में पहुंचा जा सकता है. भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के अनुसार, 31 मार्च, 2024 तक क्षेत्रीय संपर्क योजना यानी उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक) के तहत 559 मार्गों को चिन्हित किया गया है.

ट्रैवल पोर्टल ‘इक्सिगो' की एक रिपोर्ट के अनुसार, कम से कम 22 रूट हैं जहां मूल हवाई किराया 1,000 रुपये प्रति व्यक्ति से कम है. असम में लीलाबाड़ी और तेजपुर को जोड़ने वाली उड़ानों के लिए एक तरफ का किराया सबसे कम 150 रुपये है. इस मार्ग पर उड़ानों का संचालन अलायंस एयर (Alliance Air) करती है.टिकट बुक करते समय मूल किराये में सुविधा शुल्क भी जोड़ा जाता है.

केंद्र सरकार, राज्य सरकारों और हवाईअड्डा परिचालक क्षेत्रीय उड़ान सेवा के तहत उड़ानों के लिए विभिन्न प्रोत्साहन देते हैं. अन्य बातों के अलावा, इन उड़ानों के लिए कोई ‘लैंडिंग' या ‘पार्किंग' टार्ज नहीं है. नागर विमानन मंत्रालय ने क्षेत्रीय हवाई संपर्क योजना को प्रोत्साहित करने तथा हवाई यात्रा को और अधिक किफायती बनाने के उद्देश्य से 21 अक्टूबर, 2016 को उड़ान सेवा शुरू की.

G News 24 : मात्र 7 रुपए का एक अंडा,अचानक बन गया ख़ास, तो दो लाख से भी ज्यादा में हुआ नीलाम !

 एक गरीब शख्स ने मस्जिद निर्माण में सहयोग के लिए दान किया था एक अंडा ...

मात्र 7 रुपए का एक अंडा,अचानक बन गया ख़ास, तो दो लाख से भी ज्यादा में हुआ नीलाम !

जम्मू कश्मीर में सोपोर के मालपोरा गांव में एक मस्जिद के निर्माण के लिए पैसा इक्ट्ठा करने की मुहिम शुरू हुई. एक गरीब शख्स ने मस्जिद कमेटी को अपनी तरफ से एक अंडा दान के रूप में दिया. जी हां एक ऐसा अंडा जो था तो सामान्य अंडा ही था और जिसकी कीमत मात्र ७ रूपये थी लेकिन वो लाखों में बिका.  

दरअसल जम्मू कश्मीर में सोपोर के मालपोरा गांव में एक मस्जिद के निर्माण के लिए पैसा इक्ट्ठा करने की मुहिम शुरू हुई. लोगों से जो भी संभव हो सका उन्होंने अपनी तरफ मस्जिद निर्माण के लिए दान किया.एक रिपोर्ट में बताया गया कि एक गरीब शख्स ने मस्जिद कमेटी को अपनी तरफ से एक अंडा दान के रूप में दिया. मस्जिद कमेटी ने इसे दान के रूप में स्वीकार कर लिया.

कमेटी ने की अंडे की नीलामी

कमेटी ने इस अंडे की नीलामी करने का फैसला लिया. दान में दिया गया यह अंडा ग्रामीणों के लिए एक प्रमुख आकर्षण बन गया.इस अंडे की कीमत दस रुपये से ज्यादा नहीं रही होगी लेकिन नीलामी में इसके लिए बोली लगाने वालों की कमी नहीं थी.

अंडे की कई बार हुई नीलामी

रिपोर्ट की मानें तो यह अंडा कई लोगों के हाथों से होकर गुजरा. दरअसल इसकी कई बार नीलामी हुई. प्रत्येक नीलामी के बाद, खरीदार अधिक रकम जुटाने के लिए इसे दूसरी नीलामी के लिए वापस कर देते.

इतनी रकम देकर गया अंडा

रिपोर्ट के मुताबिक स्थानीय लोगों ने बताया कि अंडा आखिरकार एक आदमी ने ₹70,000 में खरीदा. बार-बार अंडे की नीलामी से जुटाई गई कुल राशि लगभग ₹ 2.2 लाख थी

G News 24 : फेफड़ों को चीरती छाती में जा घुसी रॉड, फिर भी खुद रिक्शा चलाकर पहुंचा अस्पताल !

 फेफड़ों को चीरती लोहे की रॉड छाती के आर-पार हो गई फिर भी डाक्टरों बचा ली जान ! 

फेफड़ों को चीरती छाती में जा घुसी रॉड, फिर भी खुद रिक्शा चलाकर पहुंचा अस्पताल !

लखनऊ . सुल्तानपुर के मुन्ने लाल शर्मा (54) ई-रिक्शा चलाकर गुजारा करते हैं. 27 मार्च को वह टॉयलेट की छत साफ कर रहे थे. अचानक छत ढह गई और वह करीब 10 फीट की ऊंचाई से नीचे आ गिरे. छत पर लगी एक लोहे की रॉड उनकी छाती के आर-पार हो गई. दिल और फेफड़ों को चीरती निकल गई. इतनी भयानक चोट के बावजूद शर्मा खुद ई-रिक्शा चलाकर 25 किलोमीटर दूर स्थित जिला अस्पताल पहुंचे. शुरुआती इलाज के बाद उन्‍हें लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) रेफर कर दिया गया. KGMU की ट्रॉमा सर्जरी टीम के सामने बड़ी चुनौती थी. इतनी जटिल हार्ट सर्जरी के लिए मरीज के दिल को रोकना पड़ता है और हार्ट-बाईपास मशीन की जरूरत पड़ती है. वक्त था नहीं और गरीब शर्मा परिवार बाईपास मशीन अफोर्ड नहीं कर सकता था. ऐसे हालात में KGMU के डॉक्‍टरों ने धड़कते दिल के साथ ही सर्जरी करने का फैसला किया. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, दुर्लभ सर्जरी सफल रही. मुन्ने लाल शर्मा की जिंदगी बच गई. डॉक्टर्स के मुताबिक, इस तरह के केस में ऐसी सर्जरी शायद पूरे एशिया में पहली बार हुई है.

लखनऊ में हुआ धड़कते दिल का ऑपरेशन

छाती में धंसी रॉड के साथ शर्मा KGMU पहुंचे थे. यहां की ट्रॉमा सर्जरी टीम के लिए केस चैलेंजिंग था. आमतौर पर दिल को चोट वाले ऐसे जटिल मामलों में मरीज के दिल को रोक दिया जाता है और बाईपास हार्ट-लंग मशीन का यूज होता है. इस मामले में मरीज को कार्डियोलॉजी में शिफ्ट करने का समय ही नहीं था. मरीज की माली हालत भी ऐसी नहीं थी कि वह 3 लाख रुपये की मशीन अफोर्ड कर सके. KGMU के ट्रामा सर्जरी यूनिट के डॉक्टर वैभव जायसवाल और डॉक्टर यदुवेंद्र धीर ने नया रास्ता निकाला- बीटिंग हार्ट सर्जरी. डॉ वैभव के मुताबिक, 'यह जटिल सर्जरी इस तरह के मामले में शायद पूरे एशिया में पहली बार की गई. डॉक्‍टर्स मरीज के धड़कते दिल पर ऑपरेट कर पाए.'

रॉड निकालने में जरा सी चूक ले लेती मरीज की जान

डॉ धीर ने बताया, 'रॉड दिल के दोनों चैंबर्स को छेद गई थी, यह चमत्कार ही था कि दिल अब भी धड़क रहा था. एक खतरा था कि अगर हम रॉड निकालते हैं तो भारी मात्रा में खून बहेगा. ऑक्‍सीजेनेटेड और डीऑक्‍सीजेनेटेड खून आपस में मिल जाएगा और मरीज की मौत हो जाएगी. इसलिए हमने रॉड को थोड़ा सा धकेला और पहले लेफ्ट चैंबर बंद किया, फिर दाहिने चैंबर को रिपेयर किया. सर्जरी में कुल चार घंटे लगे. डॉक्टरों ने 75 सेंटीमीटर लंबी रॉड का 45 cm हिस्सा काटा ताकि ईको एक्स-रे कर सकें. धीरे-धीरे रॉड को निकालते हुए दिल और फेफड़े को रिपेयर किया गया. इस दौरान शर्मा को सात यूनिट खून भी चढ़ा. सर्जरी सफल रही. मरीज ने अगले तीन दिन वेंटिलेटर पर गुजारे, फिर नौ दिन आईसीयू में रहा.

G News 24 : हम शक्ल भाई ने जिंदगी भर की, पुलिस की नौकरी, लेकिन ठीक रिटायर्डमेंट से पहले खुली पोल !

 मध्य प्रदेश में हमशक्ल भाई का हम शक्ल होने का उठाया फायदा...

हम शक्ल भाई ने जिंदगी भर की, पुलिस की नौकरी, लेकिन ठीक रिटायर्डमेंट से पहले खुली पोल !

इंदौर। इंदौर में फल बेचने वाले भाई के डॉक्यूमेंट की बदौलत धार में रहने वाले उसके दूसरे हमशक्ल भाई ने पुलिस डिपार्टमेंट में नौकरी हासिल कर ली। जिंदगी भर नौकरी करने के दौरान रिटायर्ड होने के कुछ समय पहले अचानक आकस्मिक मौत के चलते पुलिसकर्मी का बेटा अनुकंपा नियुक्ति के चक्कर में पड़ गया। लेकिन इस दौरान जब चाचा को खबर लग गई जिसके डाक्यूमेंट से भाई ने फर्जी तरीके से नौकरी पाई थी तो पूरा मामला खुल गया। अब इस मामले में इंदौर पुलिस कमिश्नर को शिकायत की गई है। जिसकी जांच क्राइम ब्रांच के पास भेजी गई है। 

मिली जानकारी के अनुसार, इन्दौर के पवनपुरी कालोनी के पीड़ित कैलाश ने सबूतों के साथ में इंदौर पुलिस कमिश्नर से शिकायत की है। कैलाश ने अपनी शिकायत में बताया कि वह फर्स्ट ईयर तक पढ़ा लिखा है। कई साल पहले ग्राम डही जिला धार में अपने हमशक्ल भाई हीरालाल के साथ रहता था। अपने गांव में ही कैलाश अपने डॉक्यूमेंट, सम्पत्ति छोड़कर इन्दौर रहने आ गया। यहां फलों का व्यवसाय प्रारंभ कर लिया। वहीं परिवार के साथ रहने लगा। इसी दौरान कैलाश को पता चला कि उसके भाई हीरालाल की ग्राम डही में रहने के दौरान पुलिस डिपार्टमेंट में नौकरी लग गई। इन्दौर में हीरालाल पदस्थ होकर अंतिम समय तक पुलिस रेडियो डिपार्टमेंट में हेड कांस्टेबल के पद पर रहा।

हीरालाल की 26 दिसंबर 2023 को मौत हो गई। हीरालाल की मौत सामान्य रूप से गिरने हुई। लेकिन उसके बेटे कमल जाटव और बलराज उर्फ राजू जाटव मौत के बाद शव को वर्दी पहनाकर फोटो खीचे। भाई कैलाश को शक होने पर उसने पूछा कि भाई हीरालाल नौकरी पर नहीं मरा है। तुम लोग यह सब क्यो कर रहे हो तो दोनों भतीजों ने जबाव नही दिया। फिर दोनो बेटों ने हीरालाल को खेडीघाट जैसी दूर जगह ले जाकर उसका दाह संस्कार किया। जिस पर कैलाश को दूसरी बार शंका हुई कि भतीजे कुछ छिपा रहे हैं। 

7 जनवरी 2024 को मृत्यु भोज कार्यक्रम के अगले दिन दोनों भतीजों ने पीड़ित काका कैलाश को अनुकंपा नियुक्ति के लिये दिये जाने वाले डॉक्यूमेंट में गवाह बनने के रूप में साइन करने के लिये दबाव बनाया। जिस पर पीड़ित कैलाश द्वारा मना करने पर दोनों भतीजों ने बौखलाहट में सारे राज खोलते हुए बताया कि उनके पिता हीरालाल ने सालों पूर्व पीड़ित कैलाश के डॉक्यूमेंट हथियाकर उसी के आधार पर कैलाश बनकर पुलिस की नौकरी की अब वह तो मर गये हैं। कैलाश ने यह भी कहा कि हीरालाल के मृत्यु भोज के लिए कार्यक्रम में दोनों भतीजो ने फोटो हीरालाल का लगाया और नाम उनका लिखकर रखा। जबकि बेटो ने जो शोक पत्र छपवाए उसमें हीरालाल का नाम डालकर बांटे गए। 

भतीजों के रिश्तेदार सुनिल जारेवाल और हीरालाल बिलवाल ने भी शासकीय मृत्यु रजिस्टर में हीरालाल के स्थान पर जीवित भाई कैलाश का नाम चढ़वाकर दाह संस्कार की झूठी रसीद प्राप्त कर फर्जी रूप से जीवित कैलाश का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा कर अनुकम्पा नियुक्ति पाने के लिये पुलिस विभाग में आवेदन भी किया। जिसकी जानकारी पीड़ित के पुत्र प्रकाश को लगने पर उसने जब अंजान व्यक्ति बन कमल जाटव से फोन पर बात की तो कमल जाटव ने अपने पिता का नाम हीरालाल के स्थान पर कैलाश बताया जहां पूरे मामले का राजफाश हुआ।

दोनों हमशक्ल भाइयो की आई ब्रो से पहचान होती थी। जिसमें मौत जहां मृतक हीरालाल की ऑय ब्रो ना के बराबर थी तो जीवित कैलाश की ऑय ब्रो है। वही हीरालाल चौथी तक पढ़ा है। जबकि उसका भाई कैलाश फस्ट ईयर तक पढ़ा हुआ है।

G News 24 : पहली बार कांग्रेस को वोट नहीं दे पाएंगे सोनिया, प्रियंका और राहुल गांधी !

 आजादी के बाद कांग्रेस को यह दिन देखना होगा,जब गांधी परिवार के सदस्य कांग्रेस को वोट नहीं दे पाएंगे !

 पहली बार कांग्रेस को वोट नहीं दे पाएंगे सोनिया, प्रियंका और राहुल गांधी !

कांग्रेस पार्टी ने इस बार भाजपा से मुकाबले के लिए INDIA गठबंधन बनाया है. सहयोगियों के लिए उसे कई सीटें छोड़नी पड़ी हैं. त्याग देना पड़ा है. ना, किसी भ्रम में मत आइएगा. यह किसी तरह की पाबंदी नहीं है बल्कि दिल्ली में सियासी समीकरण ही ऐसा बन गया है कि कांग्रेस को यह दिन देखना होगा. जी हां, जब INDIA गठबंधन बना था और हाल में आम आदमी पार्टी के साथ सीटों का बंटवारा हुआ तब गांधी परिवार या कांग्रेस के रणनीतिकारों ने शायद सोचा नहीं होगा कि परिवार के ही तीन वोट पार्टी को नहीं मिल पाएंगे. जी हां, कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से वोटर हैं लेकिन इस बार लोकसभा चुनाव में वे अपनी ही पार्टी को वोट नहीं दे पाएंगे. 

AAP के पास है नई दिल्ली सीट

दरअसल, सीट शेयरिंग में कांग्रेस ने गांधी परिवार वाली नई दिल्ली सीट अरविंद केजरीवाल की पार्टी को दे दी है. AAP नई दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली और पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है जबकि कांग्रेस को तीन सीटें मिली हैं. इनमें चांदनी चौक, उत्तर पूर्वी दिल्ली और उत्तर पश्चिमी दिल्ली शामिल हैं. गांधी परिवार जिस नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र का वोटर है, वह कांग्रेस का कभी गढ़ हुआ करता था लेकिन 2014 में चली मोदी लहर ने सारे समीकरण ध्वस्त कर दिए. ऐसा शायद पहली बार होगा जब आजादी के बाद गांधी परिवार के सदस्य अपनी पार्टी को वोट नहीं दे पाएंगे. दरअसल, कांग्रेस के घटते जनाधार के चलते पार्टी को यूपी, दिल्ली समेत कई राज्यों में दूसरे दलों से हाथ मिलाने के लिए मजबूर होना पड़ा है. 

पहले माकन की थी सीट

1952 से 2009 के बीच नई दिल्ली सीट से कांग्रेस 7 बार जीत हासिल कर चुकी है. दो लोकसभा चुनावों में लगातार भाजपा की मीनाक्षी लेखी जीतती रहीं. 2004 और 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता अजय माकन नई दिल्ली सीट से ही जीतकर संसद पहुंचे थे. इसी क्षेत्र में कांग्रेस के तीनों वरिष्ठ नेताओं के घर हैं और इसलिए वे यहीं के वोटर हैं. प्रियंका के पति रॉबर्ट वाड्रा और कांग्रेस पार्टी से राज्यसभा सदस्य राजीव शुक्ला भी यहां से वोटर हैं.

G News 24 : हमारा विदेशी मुद्रा भंडार 10.47 अरब डॉलर की वृद्धि के साथ 636.095 अरब डॉलर तक पहुंचा !

भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है...

हमारा  विदेशी मुद्रा भंडार 10.47 अरब डॉलर की वृद्धि के साथ 636.095  अरब डॉलर तक पहुंचा !

भारत में विदेशी निवेशकों का प्यार लगातार बढ़ता जा रहा है. जिसकी वजह से भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार तीसरे हफ्ते बढ़ोतरी देखने को मिली है. खास बात तो ये है कि भारत का फॉरेक्स रिजर्व करीब 27 महीने की ऊंचाई पर पहुंच गया है. भारत का विदेशी मुद्रा भंडार दो साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। इसमें पिछले सप्ताह 10.47 अरब डॉलर की वृद्धि हुई और यह 636.095 अरब डॉलर हो गया।

◆  निर्यात के मोर्चे पर अच्छी खबर, 11 महीने के हाई पर पहुंचा एक्सपोर्ट, आया 11.9 फीसदी का उछाल

◆  भारत का निर्यात फरवरी में 11.9 प्रतिशत बढ़कर 41.4 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया है।

◆  फरवरी में मुख्य रूप से इंजीनियरिंग सामान, इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं और दवा उत्पादों की विदेश में अच्छी मांग रही है।

◆  फरवरी के दौरान निर्यात में वृद्धि चालू वित्त वर्ष के किसी भी महीने के मुकाबले अधिक है।

◆  रूस-यूक्रेन युद्ध और कुछ देशों में मंदी जैसी कई कठिनाइयों के बावजूद फरवरी में निर्यात अनुमान से अधिक रहा।

◆  चालू वित्त वर्ष (2023-24) में कुल निर्यात पिछले साल के रिकॉर्ड निर्यात से अधिक हो जाएगा।

■  पिछले सप्ताह फॉरेन करेंसी एसेट्स (FCA) में 8.121 अरब डॉलर की वृद्धि हुई है। अब यह बढ़कर 562.352 अरब डॉलर हो गई हैं।

■  इसी प्रकार, स्वर्ण भंडार में 2.999 अरब डॉलर की वृद्धि हुई है। अब कुल स्वर्ण भंडार बढ़कर 50.176 अरब डॉलर हो गया है। 

■  अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष में जमा 1.9 करोड़ डॉलर बढ़कर 4.817 अरब डॉलर हो गया है।

■  अक्टूबर 2021 में देश का कुल विदेशी मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था। लेकिन, पिछले साल से वैश्विक घटनाक्रम से पैदा हुई चुनौतियों का सामना करने के लिए केंद्रीय बैंक ने रुपये को मजबूत रखने के लिए डॉलर खर्च किया है, जिससे कुल विदेशी मुद्रा भंडार में कुछ कमी आई है।

■  फॉरेन करेंसी एसेट्स में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी नॉन-अमेरिकी यूनिट में उतार-चढ़ाव शामिल होता है।

■  समीक्षाधीन सप्ताह में इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (IMF) के साथ भारत की रिजर्व पोजिशन भी 1.9 करोड़ डॉलर बढ़कर 4.817 अरब डॉलर हो गई।

G News 24 : एआई पीएम मोदी के भाषण बांग्ला, कन्नड़, तेलुगु, पंजाबी जैसी भाषाओं में कर रहा है पोस्ट !

 मोदी नेएक मास्टरस्ट्रोक खेला,नॉर्थ वाला मोदी मैजिक अब साउथ, ईस्ट और वेस्ट में भी...

एआई पीएम मोदी के भाषण बांग्ला, कन्नड़, तेलुगु, पंजाबी जैसी भाषाओं में कर रहा है पोस्ट !

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव से पहले एक मास्टरस्ट्रोक खेला है. नॉर्थ वाला मोदी मैजिक अब साउथ, ईस्ट और वेस्ट में भी देखने को मिल सकता है. जी हां, पीएम के आठ अलग-अलग भाषाओं में एक्स हैंडल बनाए गए हैं, जिस पर एआई की मदद से बांग्ला, कन्नड़, तेलुगु, पंजाबी जैसी भाषाओं में उनके भाषण पोस्ट हो रहे हैं.  

एआई के इस्तेमाल को लेकर,भाजपा दूसरी पार्टियों से दो कदम आगे निकली है. जी हां, लोकसभा चुनाव में AI तकनीक के इस्तेमाल की चर्चा हो रही थी, इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ताबड़तोड़ सोशल मीडिया एक्स हैंडल लॉन्च कर दिए गए हैं. शायद आपकी नजर अभी नहीं गई हो, पर अलग-अलग भाषा बोलने वाले राज्यों के लोगों से सीधे जुड़ने के लिए कुल आठ एक्स हैंडल बनाए गए हैं. भाजपा की कोशिश है कि वह उत्तर भारतीय पार्टी होने के खांचे से खुद को बाहर निकाले और पूरे देश के लोगों से सीधे कनेक्ट हो. एआई की मदद से सुनाई दे रही पीएम की आवाज आपको चकित कर देगी. 

गुजराती होते हुए हिंदी भाषी बनारस से चुनाव लड़कर चौंकाने वाले पीएम नरेंद्र मोदी पूरे देश के लोगों से भावनात्मक रूप से जुड़ना चाहते हैं. अब तक एक बड़ी बाधा लैंग्वेज की रही है. हिंदी भाषी राज्यों में तो मोदी मैजिक देखा गया है लेकिन पंजाब, ओडिशा, बंगाल और तमिलनाडु जैसे अलग-अलग भाषा बोलने वाले राज्यों में भाजपा बढ़त नहीं बना सकी. अब पीएम ने अपने नाम के साथ बांग्ला, कन्नड़, उड़िया, पंजाबी, तेलुगु, मराठी और मलयालम लिखते हुए सोशल मीडिया हैंडल बनाया है. 

वीडियो भी अनुवाद होकर आने लगे हैं. सुनने में ऐसा लगता है जैसे मोदी ही उस भाषा में बोल रहे हैं. अभी लोगों को इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है. 24 घंटे में कई वीडियो अलग-अलग भाषाओं में पोस्ट किए गए हैं. नीचे मोदी के भाषण का कन्नड़ अनुवाद ही देख और सुन लीजिए. इसी तरह नीचे टेबल में हर भाषा वाले एक्स हैंडल का लिंक कनेक्ट है. आप क्लिक करके उस भाषा में पीएम का भाषण सुन सकते हैं. बीजेपी का कहना है कि अलग-अलग भाषाओं में पीएम के भाषण की लाइव स्ट्रीमिंग भी होगी.  

पीएम मोदी के आठ नए भाषायी एक्स हैंडल

एक्स हैंडल                  भाषा वाले राज्य

  • नरेंद्र मोदी तमिल       तमिलनाडु, आंध्र
  • नरेंद्र मोदी बांग्ला      पश्चिम बंगाल, असम
  • नरेंद्र मोदी पंजाबी      पंजाब
  • नरेंद्र मोदी कन्नड़      कर्नाटक
  • नरेंद्र मोदी तेलुगु      कर्नाटक, आंध्र
  • नरेंद्र मोदी मराठी      महाराष्ट्र
  • नरेंद्र मोदी मलयालम      केरल
  • नरेंद्र मोदी उड़िया     ओडिशा, छत्तीसगढ़, झारखंड

AI से भाषण का अनुवाद

हां, भाजपा आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने बताया है कि इन आठ एक्स हैंडल के जरिए पीएम के भाषण आठ भाषाओं में ट्रांसलेट हो रहे हैं. भाषणों की डबिंग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद ली जा रही है. उनकी मानें तो ऐसा प्रयोग दुनिया में अब तक नहीं हुआ है. 

भाजपा का यह एक तरह से नया प्रयोग है. अभी इन राज्यों में विपक्ष खासतौर से क्षेत्रीय दलों का दबदबा है. भाजपा लगातार वहां मेहनत कर रही है लेकिन वो पुश नहीं मिल पा रहा है. एक उदाहरण से समझिए. मोदी लहर के बावजूद भाजपा पिछली बार तमिलनाडु की 39 में से एक भी सीट नहीं जीत पाई थी. मोदी ने उत्तर-दक्षिण कनेक्ट के लिए कई कार्यक्रम शुरू किए. बंगाल हो या दूसरे अलग भाषी राज्य वहां की हर घटना को भाजपा काफी गंभीरता से लेती है. 

G News 24 : दुनिया में एक देश ऐसा,जहां एक बोतल पानी की कीमत 170 रुपए से भी अधिक है

 एक बोतल की कीमत पानी की कीमत इतनी कि इतने रूपये में पूरी टंकी पेट्रोल से भर जाए...

दुनिया में एक देश ऐसा,जहां एक बोतल पानी की कीमत 170 रुपए से भी अधिक है

भारत में पानी बहुत ही आसानी से उपलब्ध होने वाली चीज है, लेकिन कुछ देश ऐसे भी हैं जहां पानी के लिए लोगों को इतने पैसे चुकाने पड़ते हैं कि हमारे देश में उन पैसों में पेट्रोल आ जाए. बता दें दुनिया में सबसे मंहगा पानी कोस्टा रिका में मिलता है. जहां एक बोतल पानी की कीमत 175 रुपए है. वहीं नॉर्वे में भी पानी बहुत मूल्यवान है, यहां एक बोतल पानी 173 रुपए में मिलता है.

  • विश्व महाशक्ति अमेरिका में भी पानी आसानी से उपलब्ध नहीं होता, यहां एक बोतल पानी की कीमत 156 रुपए है.
  • वहीं ऑस्ट्रेलिया में एक बोतल पानी 139 रुपए में मिलता है.
  • कनाडा में भी पानी के लिए लगभग इतना ही दाम चुकाना पड़ता है, वहां एक बोतल पानी की कीमत 138 रुपए है.
  • ऑस्ट्रेलिया में एक बोतल पानी 139 रुपए में मिलता है. 
  • फिनलैंड की बात करें तो वहां एक बोतल पानी 137 रुपए में आता है. 
  • आईलैंड में एक बोतल पानी की कीमत 135 रुपए है.
  • प्यूर्टो रिको की बात करें तो वहां 1.5 लीटर पानी 132 रुपए में मिलता है. 
  • सिंगापुर में भी पानी सस्ता नहीं मिलता. वहां एक बोतल  पानी की कीमत 130 रुपए है.
  • सबसे मंहगा पानी मिलने वाले देशों की लिस्ट में दसवें नंबर पर हांगकांग का नाम आता है. जहां एक बोतल पानी की कीमत 129 रुपए है.


G News 24 : पर्स से गायब हुए 35 रुपये तो, शिक्षिका कसम खिलाने,बच्चों को लेकर पहुंच गई मंदिर

 मामले को लेकर परिजनों ने स्कूल में बवाल काटा...

पर्स से गायब हुए 35 रुपये तो, शिक्षिका कसम खिलाने,बच्चों को लेकर पहुंच गई मंदिर

बांका। रजौन प्रखंड अंतर्गत संचालित प्राथमिक विद्यालय आसमानीचक से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. एक शिक्षिका के पर्स से 35 रुपये गायब हो गए जिसके बाद वह स्कूल के सारे बच्चों को लेकर कसम खिलाने के लिए मंदिर पहुंच गई. किसी बच्चे से कसम खिलाने लगी तो किसी को डुबकी लगाने के लिए कहने लगी. स्कूल की शिक्षिका नीतू कुमारी पर यह आरोप लगा है. पूरा मामला बीते बुधवारका है. गुरुवार को इस मामले में परिजनों ने स्कूल में बवाल काटा.

शिक्षिका ने बारी-बारी से सभी बच्चों को खिलाई कसम 

बुधवार को जब शिक्षिका नीतू कुमारी विद्यालय पहुंचीं तो पता चला कि उनके पर्स से 35 रुपये गायब हैं. शिक्षिका ने बच्चों से रुपये के बारे में पूछताछ करनी शुरू कर दी. पैसे का पता नहीं चला. स्कूल के पास ही एक दुर्गा मंदिर है. नीतू कुमार पर आरोप है कि वे सारे बच्चों को दुर्गा मंदिर ले गईं. बारी-बारी से सभी बच्चों को कसम खिलाने लगीं. हालांकि बुधवार को इसके बारे में किसी को कुछ पता नहीं चला.

अगले दिन गुरुवार को सुबह काफी संख्या में बच्चों के अभिभावक और ग्रामीण स्कूल पहुंच गए. कसम खिलाने की बात को लेकर बवाल करने लगे. विद्यालय में तनाव जैसी स्थिति हो गई. घटना की सूचना मिलते ही रजौन बीआरसी से बीआरपी संजय झा, बीपीएम गौरव कुमार और केआरपी भूपाल पूर्वे विद्यालय पहुंचे. आक्रोशित ग्रामीणों को समझाया.

हालांकि आक्रोशित ग्रामीण और बच्चों के परिजन शिक्षिका पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे थे. साथ ही विद्यालय प्रधान सुभाषिनी कुमारी और शिक्षिका नीतू कुमारी को स्कूल से हटाने की मांग करने लगे. हालांकि लोगों को समझाया गया कि हटाना उनके क्षेत्र का कार्य नहीं है. इसके लिए शिकायत की जाएगी. जांच करने पहुंची टीम को बच्चों ने बताया कि उनसे कसम खाने को कहा गया. डुबकी लगाने के लिए कहा गया है.

इस संबंध में विद्यालय प्रधान सुभाषिनी कुमारी ने बताया कि मंगलवार और बुधवार को विशेष अवकाश (एसएल) पर थीं. विद्यालय के प्रभार में सहायक शिक्षिका नीतू कुमारी ही थीं. इस घटना के संबंध में उन्हें ज्यादा कुछ पता नहीं है. वहीं बीईओ कुमार पंकज ने बताया कि घटना की सूचना मिली है. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

G News 24 : 'जिंदा लोगों' की फोटो लेने पर पाबंदी !

 तालिबान का एक और नया फरमान...

'जिंदा लोगों' की फोटो लेने पर पाबंदी ! 

अफगानिस्तान में एक बार फिर शरीयत की आहट सुनाई दे रही है। जब से तालिबानी सरकार सत्ता पर काबिज हुई है, तभी से लगातार नए नए फरमान जारी किए जा रहे हैं। इसी क्रम में तालिबान ने एक और नया फरमान जारी किया है। बताया जाता है कि यह कोई ढाई दशक पुराना कानून है, जिसे फिर लागू कर दिया है। जानकारी के अनुसार जिस कंधारसे निकलकर पूरे मुल्क में तालिबान फैला। नए फरमान के अनुसार कांधार में अधिकारी अब 'जिंदा चीजों' के फोटो या वीडियो नहीं ले पाएंगे।

तालिबानी आदेश में कहा गया है कि ऐसा करने से फायदे से कहीं ज्यादा नुकसान होता है। कांधार के लिए जारी यह आदेश उस काले दौर की याद दिलाता है, जब अफगानिस्तान में तालिबान का राज था। 1996 से 2001 के बीच, अफगानिस्तान में टेलीविजन तक बैन था। तब भी जिंदा लोगों की तस्वीरें लेने पर पाबंदी थी। कांधार गवर्नर के प्रवक्ता ने एक अंतरराष्ट्रीय न्‍यूज एजेंसी से बातचीत में फरमान की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि यह प्रतिबंध आम जनता और 'स्‍वतंत्र मीडिया' पर लागू नहीं हैं।

जीवित चीजों की तस्वीरें लेने से बचें

सिविल और मिलिट्री अधिकारियों को भेजी गई चिट्ठी में कहा गया है कि "अपनी औपचारिक और अनौपचारिक बैठकों में जीवित चीजों की तस्वीरें लेने से बचें, क्योंकि इससे फायदे की तुलना में अधिक नुकसान होता है।" फरमान के मुताबिक, टेक्‍स्‍ट और ऑडियो की इजाजत है।

इससे पहले भी कई फरमान किए जारी

अफगानिस्तान पर दोबारा कब्जा करते ही तालिबान ने महिलाओं की शिक्षा पर पाबंदी लगा दी थी। वहीं नवंबर 2022 में काबुल के पार्कों और जिमों में महिलाओं के जाने पर रोक लगा दी गई थी। दिसंबर 2022 में, तालिबान ने महिलाओं का यूनिवर्सिटी जाना भी प्रतिबंधित कर दिया। जनवरी 2023 में तालिबान ने बाल्ख प्रांत में पुरुष डॉक्टरों के महिला मरीजों का इलाज करने पर रोक लगाई थी। जुलाई 2023 में तालिबान ने महीने भर के भीतर सारे ब्‍यूटी सलून बंद करने का फरमान जारी किया था।

G News 24 : बोनस के रूप में जितना गिन सकते हो उतना कैस ले जाओ

 5000 कर्मचारियों के लिए कंपनी ने खोल दी तिजोरी ...

बोनस के रूप में जितना गिन सकते हो उतना कैस ले जाओ

कंपनियों द्वारा कर्मचारियों को समय समय पर बोनस दिया जाता  है लेकिन कुछ तय नियमों के मुताबिक ही कर्मचारियों को बोनस दिया जाता है। आमतौर पर ये सीधा कर्मचारियों के खाते में भेजा जाता है या फिर इसे चेक के जरिए दिया जाता है। लेकिन एक कंपनी ने ऐसा न करके कर्मचारियों के सामने नोटों का अंबार लगा दिया और उनके सामने कुछ शर्तें रख दी। फिर कंपनी ने एक गेम के माध्यम से इन कैश को वितरित किया। इस गेम में 5000 कर्मचारियों ने हिस्सा लिया। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने कर्मचारियों के लिए पैसे गिनने का गेम रखा। इस गेम में जो जितने पैसे गिन पाया वह उतने अपने घर ले गया। जैसे ही इस गेम की चर्चा सोशल मीडिया पर हुई वैसे ही इस कंपनी के बॉस के पास लोगों के रिज्यूम की लाइन लग गई। 

कर्मचारियों के सामने लगा दिया नोटों का अंबार

बता दें कि, चीन में नए साल के मौके पर ज्यादातर कंपनियां कर्मचारियों को बोनस देती हैं। इस सिलसिले में यहां की एक कंपनी ने अनोखे रूप से अपने कर्मचारियों को बोनस दिया। इस दौरान कंपनी की ओर से निर्धारित जगह पर एक बड़ा सा टेबल रखा गया, जिस पर 100 युआन के नोटों का अंबार लगा दिया गया। फिर यहां के कर्मचारियों को ये कहा गया कि वे आएं और अपने हाथों में जितना चाहे उतना कैश एक बार में ले जाएं। इसके बाद उन्हें कैश को गिनना था, जिसके लिए एक निर्धारित समय दिया गया था। ये समय लॉटरी सिस्टम से तय किया जाता था। किसी को नोट गिनने के लिए 1 मिनट तो किसी को 2 मिनट का समय मिलता था। अधिकतम समय 15 मिनट निर्धारित था। यानी की जिसकी 15 मिनट की लॉटरी लग गई वह सबसे ज्यादा नोट गिनकर ले जा सकता था। इस गेम में कुछ और नियम भी तय किए गए थे। उनमें ये था कि नोट की गिनती सही-सही करनी है। अगर एक भी नोट गलत गिना तो बोनस से 1000 युआन काट लिए जाएंगे।

कर्मचारियों की लगी जैकपॉट

नोट गिनने की इस प्रतियोगिता को चीन के हेनान प्रांत में मौजूद Kuangshan Crane Company की ओर से आयोजित किया गया था। इसके लिए कुल 20 मनी काउंटर लगाए गए थे, जिसमें 5 हजार कर्मचारियों ने हिस्सा लिया था। इस गेम में कंपनी ने कुल 100 मिलियन युआन का बोनस बांटा। गेम में जिस कर्मचारी का जैकपॉट लगा उसने 97,800 युआन तक के नोट गिने थे। यानि के वह अपने घर 11,27,837 रुपये कैश लेकर गया. अब इतना कैश लेजाना था इसलिए शख्स इन कैश को बोरे में डालकर घर ले गया। 

G News 24 : दुल्हन की विदाई पर हुई सोने के सिक्कों की बारिश !

 सिक्के  लूटते नजर आएं सूट-बूट पहने बाराती...

 दुल्हन की विदाई पर हुई सोने के सिक्कों की बारिश !

आज तक आपने शादियों में लोगों को सिक्के या फिर नोट उड़ाते हुए देखा होगा। विदाई के समय ये आम बात है लेकिन आज एक शादी में दुल्हन पर सोने का सिक्का लुटाते हुए एक शख्स नजर आ रहा है। शख्स ने इतने सिक्के लुटाए  मानो कोई शादी में सोने की बारिश कर रहा हो।

दुल्हन पर लुटाया गया सोना

वायरल हो रहे इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि शादी के दौरान एक शख्स और एक महिला बीच में खड़ी दुल्हन पर सोने के सिक्के लुटा रहे हैं। दोनों को सोने के सिक्के लुटाते देख ऐसा लग रहा है कि जैसे सोना लुटाने का कोई कॉम्पिटिशन चल रहा हो। एक तरफ से महिला सोना लुटाते जा रही तो दूसरी तरफ से शख्स उसे कड़ी टक्कर दे रहा है। बीच में खड़ी दुल्हन मुस्कुरा रही है। वहीं, सूट-बूट पहने कुछ बाराती सोने के सिक्कों को लुटते हुए नजर आ रहे हैं।

लोगों ने इस हरकत को गलत बताते हुए कहा कि लोग इतना दिखावा क्यों करते हैं

खबर को लेकर तमाम लोगों ने इस पर कमेंट भी किया है। कई लोगों ने इस हरकत को गलत बताते हुए कहा कि लोग इतना दिखावा क्यों करते हैं। दुनिया में और लोग भूख से मर रहे हैं और ये सोने के सिक्के उड़ा रहे हैं। वहीं, कुछ लोगों ने कहा- ये सोने के सिक्के उछालो लेकिन हमें बुलाकर उछालो। ऐसे ही कई अन्य लोगों ने वीडियो पर कमेंट किया। 

G News 24 : कर्मचारियों को बच्चा पैदा करने पर 62.23 लाख रुपये बोनस दे रही है !

 गजब ऑफर ! 2021 के बाद अभी तक इस ऑफर का लाभ 70 दंपति उठा चुके हैं...

कर्मचारियों को बच्चा पैदा करने पर 62.23 लाख रुपये बोनस दे रही है !

                                                    प्रतीकात्मक तस्वीर

दक्षिण कोरिया की एक कंपनी अपने कर्मचारियों को बच्चा पैदा करने पर बोनस दे रही है. जब भी किसी वर्कर को बच्चा होगा, उसे 100 मिलियन कोरियाई वॉन ($75,000 या लगभग 62.23 लाख रुपये) मिलेंगे. सियोल बेस्‍ड कंस्‍ट्रक्‍शन कंपनी बूयंग ग्रुप ने सोमवार को एक बयान में कहा कि यह ऑफर पुरुषों और महिलाओं, दोनों के लिए है. कंपनी उन कर्मचारियों को कुल 7 बिलियन वॉन ($5.25 मिलियन या लगभग ₹43 करोड़) का पेमेंट करने वाली है जिन्‍होंने 2021 के बाद 70 बच्चे पैदा किए हैं. यह ऑफर आपको अजीब लग सकता है, लेकिन साउथ कोरिया के लिए यह खतरे की घंटी जैसा है.

तीन बच्‍चों पर घर भी देगी कंपनी !

कंपनी के चेयरमैन ली जूंग-कियून के मुताबिक, इस रकम से कर्मचारियों को बच्चों के पालन-पोषण में मदद मिलेगी. तीन बच्‍चों वाले कर्मचारियों को यह विकल्प भी मिलेगा कि वह कैश या घर में से कोई एक चीज ले सकें. अगर सरकार कंस्‍ट्रक्‍शन के लिए जमीन देती है तो कंपनी तीन बच्‍चों वाले कर्मचारियों को रेंटल हाउसिंग देने के लिए भी तैयार है. नहीं तो उन्‍हें सवा दो लाख अमेरिकी डॉलर (लगभग 1.86 करोड़ रुपये) कैश दिया जाएगा. बूयंग ग्रुप के अलावा कई और कंपनियां भी बच्चे पैदा करने पर कई फायदे दे रही हैं. साउथ कोरियाई सरकार ने भी कुछ योजनाएं शुरू की हैं.

चीनी कंपनी भी दे चुकी ऐसा ऑफर

साउथ कोरिया की तरह चीन भी जन्‍म दर बढ़ाने की कोशिशों में लगा है. पिछले साल चीन की सबसे बड़ी ऑनलाइन ट्रेवल एजेंसी ने भी इसी तर्ज पर वर्कर्स को ऑफर दिया था. जो कर्मचारी कंपनी में तीन साल पूरे कर चुके हैं, अगर वह बच्चा पैदा करते हैं तो उसके पांच साल का होने तक, हर साल उन्‍हें 10,000 युआन (1,376 डॉलर या लगभग 1.14 लाख रुपये) मिलेंगे.

दक्षिण कोरिया समेत पूर्वी एशिया के कई देश एक टाइम बम पर बैठे हैं

दक्षिण कोरिया समेत पूर्वी एशिया के कई देश एक टाइम बम पर बैठे हैं. अगर आमूलचूल बदलाव नहीं आया तो कुछ ही दशकों में उनकी आबादी बूढ़ी हो जाएगी. दक्षिण कोरिया का फर्टिलिटी रेट (0.78) दुनिया में सबसे कम है. अगले साल तक इसके और गिरकर 0.65 हो जाने की संभावना है. यही रफ्तार रही तो 2100 तक दक्षिण कोरिया की जनसंख्या आधी होकर केवल 2.4 करोड़ रह जाएगी. 2022 में 249,000 बच्चों का जन्म हुआ जबकि साउथ कोरिया के लेबर मार्केट को चलाने के लिए हर साल कम से कम 500,000 शिशुओं की जरूरत है.

G News 24 : अयोध्या के बाद,UAE बसंत पंचमी पर पीएम मोदी करेंगे भव्य मंदिर का उद्घाटन

 दुबई के शेख करेंगे मोदी का स्वागत...

अयोध्या के बाद,UAE बसंत पंचमी पर पीएम मोदी करेंगे भव्य मंदिर का उद्घाटन

अयोध्या में रामलला विराजमान हो गए हैं। अयोध्या नगरी में करीब 500 साल बाद रामलला भव्य मंदिर में विराजित हुए हैं। अब एक और मुस्लिम देश में भी भव्य और दिव्य हिंदू मंदिर तैयार हो गया है। प्रधानमंत्री अयोध्या के बाद अब इसी महीने 14 फरवरी को इस भव्य मंदिर का उद्घाटन करेंगे। यह मंदिर यूएई यानी संयुक्त अरब अमीरात में बनकर तैयार हुआ है। इसके लिए पीएम मोदी यूएई के दौरे पर जाएंगे, जहां मंदिर का उद्घाटन और उसके बाद वे विशाल भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे। इसे लेकर भारतीय मिशन के अधिकारी तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे हैं। 

न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पीएम मोदी 13 फरवरी को अबू धाबी के शेख जायद स्टेडियम में भारतीय समुदाय के कार्यक्रम अहलान मोदी (हैलो मोदी) को संबोधित करेंगे। उसके बाद 14 फरवरी को यूएई की राजधानी में BAPS में हिंदू मंदिर में समापन समारोह में हिस्सा लेंगे। BAPS स्वामीनारायण संस्था की प्रेस रिलीज में कहा गया है, 'धार्मिक परिसर का निर्माण पूरा होने के करीब है। हालांकि प्रधानमंत्री मोदी की यूएई यात्रा की अभी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। वहीं अहलान मोदी कार्यक्रम के बारे में संयुक्त अरब अमीरात में भारत के राजदूत संजय सुधीर ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि स्वागत समारोह स्थल पर हजारों की संख्या में लोग जुटेंगे। 

भव्य कार्यक्रम के लिए रजिस्ट्रेशन पोर्टल, ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था 

UAE के कार्यक्रम को सुचारू बनाने के लिए एक रजिस्ट्रेशन पोर्टल स्थापित किया गया है और लोगों को कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने के लिए ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था की गई है। यह कार्यक्रम UAE में 150 भारतीय सामुदायिक संगठनों द्वारा मिलकर आयोजित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी UAE में जिस मंदिर का उद्घाटन करेंगे, उसे तीन साल के दौरान राजस्थान और गुजरात के दो हजार से ज्यादा कारीगरों ने तैयार किया है।

20 हजार वर्गमीटर के दायरे में बना है मंदिर

यूएई के राजदूत ने बताया कि 13 फरवरी को शेख जायद स्पोर्ट्स सिटी स्टेडियम में भव्य प्रवासी सभा होगी। 2020 की एक रिपोर्ट के मुताबिक यूएई में सबसे बड़ी भारतीय प्रवासियों की आबादी रहती है, जो 35 लाख है। 14 फरवरी को खुलने जा रहा है यह अबू धाबी का पहला हिंदू मंदिर है, जो अल वाकबा जगह पर 20,000 वर्ग मीटर की जमीन पर बना है। इस मंदिर को बेहद अत्याधुनिक शैली में तैयार किया गया है। 

2018 में पीएम मोदी ने रखी थी आधारशिला

प्राचीन और पाश्चात्य आर्किटेक्चर के मेल से बने इस मंदिर की नक्काशी बेजोड़ है। इस मंदिर को शाही, पारंपरिक हाथ से नक्काशी किए गए पत्थरों से बनाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मंदिर की आधारशिला 2018 में रखी थी। ऐसे में उद्घाटन से पहले तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

G News 24 : भिंडी का पानी इस तरह पिएंगे तो टाइप-2 डायबिटीज भी होगी कंट्रोल !

 टाइप 2 डायबिटीज में भिंडी का पानी पीना असरदार साबित होता है...

भिंडी का पानी  इस तरह पिएंगे तो टाइप-2 डायबिटीज भी होगी कंट्रोल !

अधिकतर लोग डायबिटीज से परेशान है। बिगड़ती लाइफस्टाइल की वजह से डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो तेजी से बढ़ रही है। डायबिटीज को डाइट और कई आयुर्वेदिक चीजों से कंट्रोल किया जा सकता है। ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए लोग तरह-तरह के नुस्खें भी अपनाते है, लेकिन कई बार कुछ खास असर नहीं होता है। आज हम आपको एक ऐसी सब्जी के बारे में बता रहे हैं जो डायबिटीज के मरीज के लिए दवा का काम करती है। जी हां भिंडी डायबिटीज के मरीज के लिए सबसे अच्छी मानी जाती है। भिंडी में ऐसे कई तत्त्व मौजूद होते हैं जो ब्लड शुगर को कम करते हैं। अगर आप डायबिटीज से जूझ रहे है तो भिंडी का सेवन जरूर करें। हालांकि आपको ये जानना जरूरी है कि डायबिटीज में भिंडी का सेवन कैसे करें, जिससे इसका भरपूर फायदा मिल सकते। भिंडी की सब्जी से ज्यादा भिंडी का पानी डायबिटीज में असरदार साबित होता है। इसे तेजी से ब्लड शुगर कम होता है। जानिए कैसे तैयार करें भिंडी का पानी।

डायबिटीज में किस तरह करें भिंडी का सेवन

ज्यादातर घरों में भिंडी को पकाकर खाया जाता है, लेकिन अगर आपको डायबिटीज को कंट्रोल करना है तो भिंडी को कच्चा ही खाना चाहिए। भिंडी में जो फाइबर मौजूद होता है वह डायबिटीज रोगियों के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है। ऐसे में आप भिंडी का सेवन निश्चिंत रूप से करें।

 इस तरह बनाएं भिंडी का पानी

  • भिंडी का पानी बनाने के लिए 2-4 भिंडी लें और उन्हें अच्छी तरह से धो लें।
  • भिंडी को आगे और पीछे से काट लें। भिंडी को काटने के बाद चिचिपा सा चीज निकल आता है।
  • कटी हुई भिंडी को पानी से भरे एक गिलास में रख दें और रातभर भिगोकर रख दें।
  • सुबह सुबह भिंडी को पानी के गिलास से निकाल दें और खली पेट इस पानी को पी लें।

टाइप 2 डायबिटीज में भिंडी कैसे है फायदेमंद

डायबिटीज से पीड़ित लोगों को ऐसी सब्जियों का सेवन करने का सलाह दी जाती है जिसका ग्लाइसिमिक इंडेक्स कम होता है। भिंडी में केवल 20% ग्लाइसिमिक इंडेक्स पाया जाता है। इसलिए ये टाइप 2 डायबिटीज के मरीज के लिए अच्छा माना जाता है। भिंडी का सेवन केवल डायबिटीज ही नहीं बल्कि किडनी के मरीज के लिए फायदेमंद माना जाता है।

G News 24 : मंदिर के कपाट खुलने के बाद 24 घंटे में ही भर गए मंदिर में लगे 10 दान पात्र !

 मंगलवार को जनता के लिए राम जन्मभूमि...

मंदिर के कपाट खुलने के बाद 24 घंटे में ही भर गए मंदिर में लगे 10 दान पात्र !

अयोध्या।  अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा (22 जनवरी) के दिन रामलला को तीन करोड़ से अधिक का चढ़ावा मिला. श्रद्धालुओं ने पहले दिन से ही दिल खोलकर भगवान रामलला के प्रति अपनी आस्था जाहिर की और करोड़ों रुपए दान में दिए. सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि रामलला मंदिर के परिसर में लगे सभी 10 दान काउंटर को प्राण प्रतिष्ठा के दिन खोला गया था, जिसके बाद उसकी गिनती की गई और दान की कुल रकम 3 करोड़ 17 लाख रुपए हुई. इसके अलावा, राम भक्तों ने प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर ऑनलाइन भी रामलला को दान भेजा था.

इस बीच, प्राण प्रतिष्ठा के अगले दिन 23 जनवरी को 5 लाख से ज्यादा राम भक्तों ने रामलाल के दर्शन किए, जबकि 24 जनवरी को 2 लाख से ज्यादा भक्तों ने रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई. प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद भव्य मंदिर के कपाट मंगलवार सुबह आम लोगों के लिए खोल दिए गए. 23 जनवरी को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के मद्देनजर कई बार भीड़ काबू से बाहर होती दिखी, लेकिन पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों ने स्थिति को तुरंत संभाल लिया और लोगो को कतार में खड़ा करवाकर भगवान राम के दर्शन कराए.

जनता के लिए राम जन्मभूमि मंदिर के कपाट खुलने से कुछ घंटे पहले ही लोग कतार में खड़े हो गए. प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए सुरक्षा में जो सुरक्षा बल तैनात किए गए थे, उन्हें बहाल करना पड़ा और अयोध्या शहर की ओर जाने वाली सभी सड़कों पर बैरिकेडिंग कर दी गई. मंगलवार की सुबह केवल पैदल यात्रियों को अंदर जाने की अनुमति थी, लेकिन दोपहर होते-होते पैदल यात्रियों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया.

लगभग सभी श्रद्धालु अयोध्या के आसपास के जिलों विशेषकर बस्ती, गोंडा, बाराबंकी, सुल्तानपुर और अंबेडकरनगर से हैं. प्राण प्रतिष्ठा समारोह के तुरंत बाद जैसे ही यातायात प्रतिबंधों में ढील दी गई, विभिन्न निकटवर्ती क्षेत्रों से लोग आधी रात ही अयोध्या की ओर चल पड़े. भीड़ में अयोध्या के निवासी और विभिन्न मंदिरों के साधु भी शामिल थे.

अयोध्या पुलिस और अयोध्या प्रशासन ने बहुत ही प्रबंधित और पेशेवर तरीके से भीड़ को संभाला और भक्तों के लिए राम मंदिर में दर्शन के लिए सुरक्षित मार्ग बनाए, लेकिन भीड़ मिनट दर मिनट बढ़ती देखी गई, जिससे प्रशासन और पुलिस बल में हड़कंप मच गया. पुलिस महानिरीक्षक, अयोध्या, प्रवीण कुमार ने कहा, ‘राम लला के दर्शन के लिए अयोध्या में बड़ी भीड़ उमड़ी है, हमारा पुलिस बल भक्तों को प्रबंधित करने के लिए चौबीसों घंटे व्यस्त है.


G News 24 : रामलला को उपहार में मिले करोड़ों के आभूषण,हीरे, माणिक्य, पन्ना और खास रत्न

 कीमत सुनेंगे तो उड़ जाएंगे होश...

रामलला को उपहार में मिले करोड़ों के आभूषण,हीरे, माणिक्य, पन्ना और खास रत्न

श्री राम जन्मभूमि पर सदियों बाद भव्य मंदिर में रामलला विराजमान हुए हैं. प्राण प्रतिष्ठा के दिन रामलला का जो श्रंगार किया गया उसकी चर्चा पूरे देश में हो रही है. रामलला की सुंदर प्रतिमा पर सोने, हीरे, माणिक्य और पन्नों से जड़े आभूषणों ने प्रतिमा की खूबसूरती में चार-चांद लगा दिए. प्राण-प्रतिष्ठा के दिन की रामलला की जो तस्वीरें सामने आईं, उनमें उनका रूप बेहद मनमोहक नजर आ रहा है. 

रामलला के आभूषण लखनऊ में तैयार हुए हैं. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने बताया कि लखनऊ के हरसहायमल श्यामलाल ज्वैलर्स ने आभूषण बनाए हैं. भगवान राम के भव्य आभूषणों को यतींद्र मिश्र ने श्रीमद्वाल्मीकि, श्रीरामचरितमानस और आलवन्दार स्त्रोत के अध्ययन और शोध के अनुरूप अपने निर्देशन में तैयार करवाए हैं. रामायण में भगवान राम की शास्त्रसम्मत शोभा के अनुरूप ज्वैलर्स ने आभूषणों को तराशा है. सिर के मुकुट से लेकर, गले के हार, माथे के तिलक, अंगूठी, कमर बंद, हाथों के कंगन और कानों के कुंडल हर एक आभूषण को जिस खूबसूरती से तराशा गया है, उसकी चर्चा हर तरफ है. रामलला के आभूषण कितने दिन में कैसे तैयार किए गए, कितनी कीमत है और उनमें सोने-हीरों के अलावा कौन-कौन से रत्न जड़े हैं, आइए डिटेल में जानते हैं .

रामलला को आभूषण पहनाने में लगा ढाई घंटे का समय

अंकुर अग्रवाल ने बताया कि रामलला को आभूषण पहनाने और पूरा श्रृंगार करने में ढाई घंटे का समय लगा था. उन्होंने बताया कि सात दिन रामलला का अलग-अलग श्रृंगार किया जाएगा. इसके लिए आभूषण भी सात दिन के लिए अलग-अलग बनेंगे. उन्होंने कहा कि इन आभूषणों को बनाने को लेकर ट्रस्ट के साथ उनकी बात होनी है. अंकुर अग्रवाल ने बताया कि उनकी पांच पीढियां इस बिजनेस में हैं और 130 साल से उनका परिवार ज्वैलर के तौर पर काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि रामलला के आभूषण बनाने का अवसर उन्हें मिला, इसके लिए वह खुद को बेहद भाग्यशाली मानते हैं. अंकुर अग्रवाल ने कहा कि ये प्रभु का ऐसा आशीर्वाद है, जिसके लिए उनकी सब पीढियां जीवनभर कृतज्ञ रहेंगी. यह भगवान का बड़ा  आशीर्वाद है. उन्होंने कहा कि इस बात की उम्मीद नहीं थी कि उन्हें भगवान के आभूषण बनाने के लिए चुना जाएगा. जब यह मौका आया तो आंख में आंसू आ गए. जब-जब जेवर बना रहे थे तो मन में अलग ही भाव थे कि लाखों-करोड़ों ज्वैलर्स में से उन्हें चुना गया भगवान को सजाने के लिए.  

रामलला को पहनाए गए कुल 14 जेवर

श्यामलाल ज्वैलर्स के अंकुर अग्रवाल ने बताया कि रामलला को मुकुट समेत 14 जेवर पहनाए गए हैं. इन जेवरों को 10-12 दिनों में तैयार किया गया है. 1 जनवरी को ट्रस्ट ने उन्हें फोन करके जेवर बनाने का ऑर्डर दिया और 2 जनवरी को वह रामलला का माप लेने के लिए अयोध्या गए. इतना ही नहीं उनके खेलने के लिए सोने-चांदी के हाथी घोड़े और 6 खिलौने भी बनाए गए. इन 14 आभूषणों में रामलला का मुकुट, कानों के कुंडल, गले के लिए चार हार, हाथों में कंगन, कमर बंद, उंगली में अगूंठियां, तिलक और धनुष-बाण शामिल हैं.

गले का हार

रामलला के गले में सोने की विजयमाला भी पहनाई गई है. यह विजयमाला गले से उनके पैरों तक है. इसे 22 कैरेट सोने से तैयार किया गया है. विजयमाला में वैष्णव परंपरा के सभी मंगल चिन्ह- सुदर्शन चक्र, पद्मपुष्म, शंख और मंगल-कलश को दर्शाया गया है. इसमें पांच प्रकार के देवता को प्रिय पुष्पों को भी अलंकरित किया गया है, ये फूल- कमल, चम्पा, पारिजात, कुंद और तुलसी हैं. रामलला के गले में लगभग 500 ग्राम सोने का हार भी है, जिसमें करीब 150 कैरेट माणिक्य और 380 कैरेट पन्ना लगाया गया है. हार के बीच में सूर्यवंश का चिन्ह है. चिन्ह के बीच में माणिक्य लगा है, जो सूर्य भगवान का ही रत्न है और साइड में माणिक्य के फूल, पन्ना और नैचुरल डायमंड का इस्तेमाल किया गया है. भगवान राम के गले में पंचलड़ा भी है, जिसमें पांच लड़ियां हैं. ये लड़ियां पंचतत्वों को दिखाती हैं. यह गले से नाभी तक है. इसमें पन्ने और हीरे का उपयोग किया गया है.

मुकुट

रामलला का मुकुट बेहद अद्भुत है. मुकुट 1 किलो 700 ग्राम सोने से बना है. रामलला के मुकुट में ही 75 कैरेट डायमंड, 175 कैरेट पन्ना, 262 कैरेट रूबी और माणिक्य लगा है. मुकुट में सूर्यवंशी के प्रतीक के तौर पर सूर्य का चिन्ह भी बनाया गया है और 2 हीरे लगाए हैं, जो सैकड़ों साल पुराने बताए जा रहे हैं. मुकुट में मयूर और मछली भी बनाई गई हैं. मुकुट में तीन पंखी और बीचों-बीच बड़ा सा एक पन्ना लगा है. पन्ना बुध का स्वामी है. अंकुर अग्रवाल ने बताया कि पन्ना राजघरानों की पहचान होती है इसलिए इन्हें आभूषणों में लगाया गया.   

तिलक

भगवान राम का तिलक 16 ग्राम सोने का है. इसके बीच में तीन कैरेट हीरे और दोनों तरफ लगभग 10 हीरे लगाए गए हैं. तिलक के बीच में खास माणिक्य लगाया गया है. अंकुर अग्रवाल ने बताया कि तिलक की खास बात यह है कि हर राम नवमी के दिन ठीक 12 बजे सूर्य की किरणें तिलक पर नीचे से आएंगी और अगले 5 मिनट में ऊपर की तरफ होती हुईं मुकुट की तरफ जाएंगी. इस तरीके से तिलक को तैयार किया गया है.   

रामलला के आभूषणों की खासियत

रामलला के हर आभूषण को रामायाण में किए गए वर्णन के अनुरूप तैयार किया गया है. आइए जानते हैं उनके जेवर की खासियत क्या है-

अंगूठी

रामलला के हाथ में पन्ना की अंगूठी पहनाई गई है. इस अंगूठी का वजन लगभग 65 ग्राम है. दाहिने हाथ में 26 ग्राम की सोने की अंगूठी भी है. सोने की अंगूठी में माणिक्य जड़ा है.      

कमरबंध या करधनी

रामलला की कमर को सजाने के लिए 750 ग्राम सोने का कमरबंध बना है, जिसमें 70 कैरेट हीरे और 850 कैरेट माणिक्य और पन्ना लगाया गया है. ट्रस्ट ने बताया कि पवित्रता का बोध कराने के लिए कमरबंध में छोटी-छोटी 5 घंटियां लगाई गई हैं. इन घंटियों में मोती, माणिक्य और पन्ने की लड़ियां भी लटक रही हैं.  

 कंगन

रामलला के लिए 22 कैरेट सोने के 400 ग्राम के बाजूबंध बनाए गए हैं. इनके अलावा, रामलला के हाथों में सोने के कंगन भी हैं, जिनमें माणिक्य, पन्ना और हीरे लगाए गए हैं.

धनुष-बाण

रामलला के लिए सोने के धनुष-बाण बनाए गए हैं. धनुष बाण में 1 किलो सोने का इस्तेमाल किया गया है.