G News 24 :मठ और मंदिरों का अधिग्रहण किया तो अन्य धर्मों के धार्मिक स्थलों का भी अधिग्रहण करना होगा : शंकराचार्य

 किसी भी धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र में सरकार मठ और मंदिरों का अधिग्रहण नहीं कर सकती…

मठ और मंदिरों का अधिग्रहण किया तो अन्य धर्मों के धार्मिक स्थलों का भी अधिग्रहण करना होगा : शंकराचार्य

भोपाल। ब्राह्मण महाकुंभ में उद्बोधन देते हुए शंकराचार्य स्वामी सहजानंद सरस्वती ने कहा,कि किसी भी धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र में सरकार मठ और मंदिरों का अधिग्रहण नहीं कर सकती है। मठ और मंदिरों का अधिग्रहण सरकार करेगी, तो उसे अन्य धर्मों के धार्मिक स्थलों का भी अधिग्रहण करना होगा। 

शंकराचार्य स्वामी सदानंद जी ने कहा ब्राह्मण समाज एकजुट हों। सभी नेता बन जाते हैं। उससे समाज का उत्थान नहीं होता है। हिंदू संस्कृति में रक्षा करने का काम ब्राह्मण समुदाय पर है। ब्राह्मण समाज एकजुट होकर मठ और मंदिरों के अधिग्रहण का विरोध करें।


G News 24 :ग्वालियर में पूरे 36 साल बाद एक और शाही जलसा !

अनेक बार शहर में देश को उमड़ते देखा है…

ग्वालियर में पूरे 36 साल बाद एक और शाही जलसा !

मै ग्वालियर में 50 साल से हूं ,इन पांच दशकों में अनेक बार शहर में देश को उमड़ते देखा है। पहले माधवराव सिंधिया की बेटी और बेटे की शादी में फिर राजमाता विजया राजे सिंधिया और माधवराव सिंधिया की अंत्येष्टि में। शाही शादियों का विरोध भी हुआ था।अब 36 साल बाद एक बार फिर शहर में देश उमड़ रहा है। इस बार मौका है केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की बेटी की शादी का। बात 1987 की है। माधवराव सिंधिया की बेटी सुश्री चित्रांगदा की शादी डॉ कर्ण सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह के साथ जयविलास पैलेस से हुई तो पूरा शहर आल्हादित था। प्रशासन से लेकर मप्र चेंबर ऑफ कॉमर्स तक बारात के स्वागत में  पलक पांवड़े बिछाए था। इस शाही शादी में देश की तमाम नाम चीन हस्तियां शामिल हुईं थीं। छोटे से हवाई अड्डे पर अनेक विमान उतरे थे।

शहर की इस शाही शादी का वामपंथी, समाजवादी और प्रगतिशील लोग जमकर विरोध कर रहे थे। लेकिन शादी होना थी सो हुई। इस विरोध की वजह से ज्योतिरादित्य सिंधिया की शादी में तामझाम कुछ कम रहा।इस शादी में शहर की बाबस्तगी कम रही। प्रीत भोज भी सादगी से हुआ।सब महल की परिधि में हुआ।bशोक प्रसंगों में तो तामझाम होता नहीं, लेकिन प्रशासन को हल्कान होना ही पड़ता है। वीआईपी जब थोक में हो तो समस्या और बड़ी हो जाती है। राजमाता विजया राजे सिंधिया और माधवराव सिंधिया की अंत्येष्टि में तो आधी संसद मौजूद थी। प्रधानमंत्री से लेकर आम सांसद तक के लिए वाहन बाहर से मंगाए गए।

ग्वालियर में पांचवां जलसा केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की बेटी के विवाह का है। निजी समारोह में वीआईपी का आना स्वाभाविक है। फलस्वरूप प्रशासन हलकान हैं।शहर को हरारत है। संयोग से प्रशासन नया है। नरेंद्र सिंह तोमर आम आदमी के नेता हैं।9 साल से मोदी मंत्रिमंडल में हैं। पूर्व मे मप्र भाजपा के प्रधान रह चुके हैं। तोमर के पास महल नहीं है, लेकिन वे महलपरस्त हैं। 1983 से अब तक महल का नमक खा रहे हैं राजमाता से लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया तक महल से उनकी बाबस्तगी जग जाहिर है। नरेंद्र सिंह तोमर सादगी पसंद हैं। इसलिए बेटी की शादी मेला मैदान से कर रहे हैं। उन्होंने अपने पिता की त्रयोदशी भी बड़ी सादगी से की थी। लेकिन बेटी की शादी में वे मजमा लगाने से नहीं बच सके। एक तो इकलौती बेटी, ऊपर से चुनाव का साल। किसे बुलाएं, किसे न बुलाएं ये समस्या है ।

लोक-संपर्क के मामले में नरेन्द्र सिंह तोमर बेहद गंभीर है। खुद नहीं जा पाते तो अपने बेटों को भेजते हैं। शादी हो या शोक प्रसंग उनकी हाजरी होती ही है। सार्वजनिक जीवन में प्रदर्शन से बचना बहुत आसान काम नहीं है। अब वीआईपी के यहां वीआईपी तो आएंगे। उनके लिए प्रशासन और पुलिस को प्रबंध तो करना होगा, भले ही इससे आम आदमी और रोजमर्रा के इंतजाम पर असर पड़ता हो। बेहतर होता कि महल का अनुसरण न किया जाए। अतिथि नियंत्रण को किसी कानून से नहीं अपितु विवेक से नियंत्रित किया जाए। 

मैंने सिंधिया, दिग्विजय सिंह से लेकर विधायकों, मंत्रियों, सांसदों, यहां तक कि पार्षदों के यहां शादी समारोह देखे हैं। एक होड़ सी लगी है प्रदर्शन की। कांग्रेस की नेता सोनिया गांधी की इकलौती बेटी प्रियंका की शादी में जब कुल 350 लोगों को न्योता गया था ,तब भी टिप्पणियां हुईं थीं।आज तोमर की बेटी की शादी में वीआईपी कल्चर को लेकर टिप्पणियां हो रही है। बीते दिनों महापौर की सासू मां की त्रयोदशी में अतिथि संख्या देखकर भी लोगों ने दांतों तले उंगली दबाई थीं। गनीमत है कि तोमर के घर हो रहे मंगलकार्य को लेकर 36 साल पहले की तरह कोई धरना प्रदर्शन नजर नहीं आ रहा।‌

अब खलिहानों में जनवासे और आंगन में मंडप के दिन नहीं रहे।अब नौबत डेस्टीनेशन शादियों तक आ पहुंची है। पैसा है तो विदेश में शादी कीजिए। अतिथियों को बोइंग के बोइंग विमान भरकर ले जाए जाते हैं । ये मामला संस्कार और नैतिकता का है।इसे इसी दृष्टि से देखा जाना चाहिए। कहावत है कि जितना बड़ा जूता होगा,पालिस भी उतनी ही ज्यादा लगती है।हाथी के पांव में सबका पांच समा जाता है।

G News 24 :व्हीव्हीआईपी शादी में ग्वालियर आएंगे अमित शाह-राजनाथ समेत 6 राज्यों के सीएम

 वायुसेना, एयरपोर्ट अथॉरिटी एवं सुरक्षा व्यवस्था से जुड़े अधिकारियों ने की बैठक…

व्हीव्हीआईपी शादी में ग्वालियर आएंगे अमित शाह-राजनाथ समेत 6 राज्यों के सीएम

ग्वालियर। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विभिन्न राज्यों के राज्यपाल व प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित अन्य केन्द्रीय मंत्रिगण, देश के अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री व मंत्रिगणों का 6 जून को ग्वालियर दौरा प्रस्तावित है। ये सभी अतिविशिष्ट व विशिष्ट जन 6 जून को ग्वालियर में केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर की सुपुत्री के विवाह समारोह में सम्मिलित होने आ रहे हैं। 

अतिविशिष्ट एवं विशिष्ट व्यक्तियों की यात्रा के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था एवं अन्य व्यवस्थाओं को लेकर संभाग आयुक्त दीपक सिंह, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक डी श्रीनिवास वर्मा, कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल सहित जिला प्रशासन व पुलिस के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने सोमवार को अहम बैठक की। राजमाता विजयाराजे सिंधिया विमानतल महाराजपुरा परिसर में आयोजित हुई इस बैठक में वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी, केन्द्रीय गृह मंत्री व रक्षा मंत्री की सुरक्षा व्यवस्था से जुड़े अधिकारी एवं एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। बैठक के बाद सभी अधिकारियों ने एयरबेस महाराजपुरा पहुँचकर गृह मंत्री एवं रक्षा मंत्री की यात्रा को ध्यान में रखकर व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया। 

इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक कुमार व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ऋषिकेश मीणा सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे। प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह एवं केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का विशेष विमानों से वायुसेना की एयर स्ट्रिप पर आगमन होगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री व अन्य विशिष्टजन वायुमार्ग द्वारा राजमाता विजयारो सिंधिया विमानतल महाराजपुरा पहुँचेंगे। इसके अलावा रेलमार्ग व सड़क मार्ग द्वारा भी विशिष्ट जन ग्वालियर आयेंगे।


G News 24 :विश्व पर्यावरण दिवस पर सिटी फॉरेस्ट में हुआ वृहद वृक्षारोपण

 बच्चों ने आकर्षक कलाकृतियाँ बनाकर दिया पर्यावरण बचाने का संदेश…

विश्व पर्यावरण दिवस पर सिटी फॉरेस्ट में हुआ वृहद वृक्षारोपण 

ग्वालियर। शहर के भीतर सिरोल पहाड़ी पर विकसित किए जा रहे सिटी फॉरेस्ट परिसर में विश्व पर्यावरण दिवस पर स्कूली विद्यार्थियों एवं पर्यावरण प्रेमियों ने बड़े पैमाने पर विभिन्न प्रजातियों के पौधे रोपे। कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह की पहल पर जिला प्रशासन, वन व स्कूल शिक्षा विभाग, स्वयंसेवी संस्थाओं एवं शहर के पर्यावरण प्रेमियों की भागीदारी से यह सिटी फॉरेस्ट विकसित किया जा रहा है। 

विश्व पर्यावरण दिवस पर सिरोल पहाड़ी पर आयोजित हुए सामूहिक वृक्षारोपण कार्यक्रम में शहर के विद्यालयों के 200 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। इस अवसर पर स्कूली बच्चों ने पर्यावरण पर केन्द्रित आकर्षक सुंदर व आकर्षक कलाकृतियाँ व चित्र उकेरकर मिशन लाईफ और पर्यावरण को बचाने का संदेश दिया। इस अवसर पर स्वयं सेवी संस्थाओं एवं विद्यार्थियों ने पक्षियों के लिये लगभग एक सैंकड़ा सकोरे वृक्षों पर लटकाए। 

साथ ही झाड़ू लगाकर परिसर को साफ-सुथरा किया। कार्यक्रम में संयुक्त संचालक लोक शिक्षण दीपक कुमार पाण्डेय, जीडीए के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रदीप कुमार शर्मा, रामकृष्ण आश्रम के स्वामी सुदीप्तानंदजी, उप वन मंडलाधिकारी राजीव कौशल, अथ फाउण्डेश से डॉ. देनेव्द्र दांगी एवं जिला नोडल अधिकारी स्कूल शिक्षा विभाग आई ए जैदी सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन आकाशवरणी ग्वालियर की उदघोषिका स्मिता दुबे व विजयलता पाराशर ने किया। 


G News 24:चरित्र शंका के चलते पति और ने बेटे दो लोगों के साथ मिलकर करदी हत्या !

 मरने के बाद कार में डालकर हाईवे पर ले गए और शव को गड्ढे में फेंक आए…

चरित्र शंका के चलते पति और ने बेटे दो लोगों के साथ मिलकर करदी हत्या !

ग्वालियर। 48 घंटे पहले हुई महिला की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। आरोपी उसका सगा बेटा और तलाक ले चुका पति है। महिला ने आरोपी से दूसरी शादी की थी। हत्या की वजह चरित्र शंका है। आरोपी तलाकशुदा पति उस पर शक करता था। उसने उसके सगे बेटे के मन में भी मां के लिए नफरत घोल दी थी। पूरे प्लान के साथ यह हत्या की गई। चरित्र शंका के चलते ही तलाक शुदा पति ने बेटे और अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर पत्नी की हत्या की थी। एसएसपी राजेश सिंह चंदेल ने बताया कि सूचना मिली थी कि दो दिन पहले महिला को अगवा कर उसकी हत्या करने वाला आरोपी मोहना में छिपा हुआ है। इसका पता चलते ही टीआई जनकगंज आलोक परिहार ने और उनकी टीम ने हत्या में शामिल चारों आरोपियों को मोहना से पकड़ा है। पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ करने में लगी हुई है। 

पुलिस ने पूछताछ के बाद वारदात में प्रयुक्त चाकू और कार बरामद कर ली है। महिला के मरने के बाद कार में डालकर हाईवे पर ले गए और शव को किनारे गड्ढे में फेंक आए। हत्याकांड में दो और लोग शामिल हैं। चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस का शुरुआत से ही हत्याकांड में आरोपी पति पर शक था। महिला का शव तो मिल गया था, लेकिन बेटा लापता था। इसलिए माना जा रहा था कि कहीं उसके साथ तो कुछ गलत नहीं हुआ। जब आरोपी पकड़े गए तो यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ। रानी जाटव (40) ग्वालियर शहर के गोल पहाडिय़ा इलाके में रहती थी। 22 साल पहले उसकी शादी गोहद (भिंड) में हुई थी। यह शादी 4 साल चली। इसके बाद दोनों ने तलाक ले लिया। पहले पति से रानी के दो बेटे छोटू (20) और विनय (18) हैं। दोनों मां के साथ रहते थे। 

पहले पति से तलाक के कुछ साल बाद रानी ने गोल का पहाडय़ा निवासी विजय सिंह निधार उर्फ कल्लू से शादी कर ली। 15 से 16 साल तक यह रिश्ता चला और अभी 8 महीने पहले रानी ने विजय से भी तलाक ले लिया। इस बात से विजय काफी बौखलाया हुआ था। उसने रानी की हत्या करने की भी धमकी दी थी। इसके बाद से ही विजय उसकी हत्या की साजिश रच रहा था। बेटे को भी प्लान में शामिल कर लिया। 2 जून को रानी अपनी मां से मिलने गई थी। साथ में उसका छोटा बेटा विनय भी था। रात में लौटते समय जब वह अपने घर के सामने पहुंची ही थी, तभी वहां एक ईको कार आकर रुकी। इसमें से उसका तलाकशुदा पति और कुछ युवक उतरे। रानी को जबरन कार में डालकर ले गए। विनय भी साथ हो लिया। 

पुलिस मौके पर पहुंची तो दुपट्टा, चप्पल और खून पड़ा मिला था। एसपी राजेश सिंह चंदेल के मुताबिक आरोपियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि रानी की हत्या के बाद उसके शव को पनिहार नयागांव के पास हाईवे किनारे गड्ढे में फेंक दिया था। महिला की हत्या में उसके बेटे के साथ दो साथी गोलू कुशवाह और राज जाटव ने भी मदद की। आरोपियों ने दूसरे दिन यानी शनिवार दोपहर पुलिस को फोन कर खुद ही महिला का शव पड़ा होने की जानकारी दी थी। पुलिस ने शाम 5 बजे पनिहार नयागंव के पास से शव बरामद किया। पुलिस के मुताबिक, पूछताछ में पता चला है कि सौतेले पिता ने बेटे के मन में उसकी मां के लिए जहर घोलना तलाक के बाद ही शुरू कर दिया था। मां के चरित्र को लेकर वह बेटे के मन में जहर भर रहा था। मां से छोटे बेटे को इतनी नफरत हो गई थी कि वह पिता के साथ मां की हत्या को तैयार हो गया।


G News 24 : शिवपुरी पुलिस ने डोंडा चूरा से भरा तक़रीबन 78 लाख रुपये का ट्रक पकड़ा

 62 बोरियों में भरा था  1209 किलोग्राम डोंडा चूरा  भरा हुआ था....

शिवपुरी पुलिस ने  डोंडा चूरा से भरा तक़रीबन 78 लाख रुपये का ट्रक पकड़ा

कोलारस।5 जून .2023 को दौराने रात्रि कस्बा गस्त केके दौरान पुलिस को  मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि गुना तरफ से ग्वालियर की ओर एक ट्रक क्रमांक पीबी 11 डीसी 7234 मे अवैध मादक पदार्थ डोंडा चूरा विक्रय हेतु ले जाया जा रहा है। सूचना की तस्दीक हेतु राहगीर पंचानो को साथ लेकर मुखबिर के बताये अनुसार ट्रक को एबी रोड निर्माणाधीन तिवारी होटल के सामने फोरलाईन कोलारस रोड पर रोका और ड्रायवर से नाम पता पूंछा तो उसने अपना नाम जगशीरसिंह पुत्र बलदेवसिह रवीदास उम्र 36 साल नि. ककराला थाना मौवी जिला पटियाला पंजाव का होना बताया जिसके कब्जे के ट्रक क्रमांक पीबी 11 डीसी 7234 की तलाशी ली गई तो तुअर दाल के कटटों के पीछे छुपाकर रखे मादक पदार्थ डोंडा चूरा के कुल 62 कटटे जिनमे प्रत्येक कटटे मे 19 किलो 500 ग्राम अवैध मादक पदार्थ डोंडा चूरा कुल 1209 किलोग्राम भरा हुआ था l

इसे विधिवत जप्त कर पूंछताछ पर उक्त आरोपी के दवारा बताया गया कि उक्त वाहन गुरमुखसिंह नि. पटियाला का है जो कि मैं इंदौर से तुअर दाल भरकर चंडीगढ़ जा रहा था वाहन स्वामी दवारा बताया गया था कि बदनावर पर कोई व्यक्ति आयेगा जो ट्रक को ले जायेगा फिर कुछ देर बाद वापस ट्रक सुपुर्द कर देगा ट्रक को लेकर चंडीगढ़ आ जाना आरोपी उक्त मादक पदार्थ कहां से लाया और कहां ले जा रहा था के संबंध मे पूंछताछ की जा रही है। उपरोक्त कार्यवाही में उनि. हरीशंकर शर्मा, उनि अंकित उपाध्याय,सउनि शत्रुघन सिंह भदौरिया,प्रआर भूपेन्द्र सिह, दिलीप सिंह प्र.आर., नरेश दुबे आर. पुष्पेन्द्र रावत, आर. मनोज गोतम की विशेष भूमिका रही।


G News 24 :ऐसे सिस्टम को बदलना होगा तभी होगा सबका साथ सबका विकास का सपना साकार !

 आम जनता को धोखा देता है, भारत का यह चुनाव सिस्टम...

ऐसे सिस्टम को बदलना होगा तभी होगा सबका साथ सबका विकास का सपना साकार !

1- नेता चाहे तो दो सीट से एक साथ चुनाव   

     लड़ सकता है ! लेकिन....

     आप दो जगहों पर वोट नहीं डाल सकते,

2-आप जेल में बंद हो तो वोट नहीं डाल  

     सकते..लेकिन

     नेता जेल में रहते हुए चुनाव लड़ सकता है.

3-आप कभी जेल गये थे, तो

    अब आपको जिंदगी भर 

     कोई सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी,

लेकिन……

नेता चाहे जितनी बार भी  जेल गया हो, फिर भी वो प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति जो चाहे बन सकता है,

4-बैंक में मामूली नौकरी पाने के लिये

आपका ग्रेजुएट होना जरूरी है..

लेकिन,

नेता अंगूठा छाप हो तो भी भारत का फायनेन्स मिनिस्टर बन सकता है।

5-आपको सेना में एक मामूली

सिपाही की नौकरी पाने के लिये डिग्री के साथ 10 किलोमीटर दौड़ कर भी दिखाना होगा,

लेकिन....

नेता यदि अनपढ़-गंवार और लूला-लंगड़ा है 

तो भी वह आर्मी, नेवी और एयर फोर्स का चीफ यानि डिफेन्स मिनिस्टर बन सकता है

और

जिसके पूरे खानदान में आज तक कोई स्कूल नहीं गया.. वो नेता देश का शिक्षामंत्री बन सकता है

और

जिस नेता पर हजारों केस चल रहे हों.. 

वो नेता पुलिस डिपार्टमेंट का चीफ यानि कि गृह मंत्री बन सकता है.

यदि

आपको लगता है कि इस सिस्टम को बदल देना चाहिये..

नेता और जनता, दोनों के लिये एक ही कानून होना चाहिये.. 

अब सरकारी कर्मचारी 30 से 35 वर्ष की संतोषजनक सेवा करने के उपरांत भी पेंशन का हकदार नहीं ? जब कि मात्र 5 वर्ष के लिए विधायक / सांसद को पेंशन और यदि विधायक से सांसद बन गए तो दोहरी पेंशन यह कहाँ का न्याय है...?