G News 24 : 41 साल बाद फिर एक भारतीय के एक बार फिर से पड़ेंगे अंतरिक्ष में कदम !

 भारत के अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से स्पेस के लिए उड़ान भर चुके हैं....

 41 साल बाद फिर एक भारतीय के एक बार फिर से पड़ेंगे अंतरिक्ष में कदम !

41 साल बाद कोई भारतीय एक बार फिर से अंतरिक्ष में कदम रखने जा रहा है. भारत के अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से स्पेस के लिए उड़ान भर चुके हैं. 28 घंटे का सफर तय कर वो  इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पहुंचेंगे, जहां वो 14 दिन बिताने के बाद वापस धरती पर लौटने वाले हैं.  इस स्पेस मिशन पर करोड़ों रुपये खर्च हुए हैं. शुभांशु शुक्ला की ट्रेनिंग से लेकर उनसे स्पेस सूट, स्पेस मिशन पर खूब पैसा लगाया गया है. अब सवाल ये कि 14 दिन स्पेस में बिताने वाले शुभांशु को इस मिशन के लिए कितने पैसे मिलेंगे. भारत के लिए यह मिशन कितना जरूरी है. इस मिशन से भारत को क्या हासिल होने वाला है !  

शुभांशु शुक्ला स्पेस में 14 दिन क्या करेंगे...

भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से आज स्पेस के लिए रवाना हो गए. शुभांशु का ये मिशन करीब 14 दिनों का होगा, स्पेस मिशन के दौरान वो अंतरिक्ष में रहकर करीब 60 वैज्ञानिक प्रयोगों में हिस्सा लेंगे. इस दौरान वो माइक्रोग्रैविटी में इंसान के शरीर पर असर, स्पेस फूड टेस्टिंग, बायो रिसर्च के साथ-साथ भविष्य के लिए जरूरी तकनीकों की जांचों में शामिल होंगे।   

स्पेस मिशन के लिए शुभांशु शुक्ला को कितना पैसा मिलेगा !

इस बारे में आधिकारिक जानकारी नहीं है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो शुभांशु को इस मिशन के लिए कोई सैलरी या मिलेगी और न ही कोई मानदेय. उनके स्पेस जाने का खर्च भी सरकार की ओर से उठाया गया है. हालांकि भारतीय वायु सेना की ओर से उन्हें 14 दिन की सैलरी मिलेगी, ये उन्हें मिशन के लिए नहीं, बल्कि वायुसेना के ग्रुप कैप्टन 4 के तौर पर मिलेंगे.  Ambitionbox के मुताबिक वायु सेना की ओर से ग्रुप-4 कैप्टन के तौर पर उन्हें 2,43,606 रुपये से लेकर 2,53,484 रुपये की सैलरी मिलती है।   

करोड़ों का सूट, ₹538 करोड़ का टिकट.... 

इस पूरे मिशन की लागत को भारत सरकार वहन कर रही है. इसके लिए सरकार ने अमेरिकी स्पेस कंपनी Axiom Space को 548 करोड़ रुपये रुपये का भुगतान किया है. जिसमें शुभांशु की स्पेस ट्रेनिंग, उनका ट्रैवल, उनके स्पेस सूट, रिसर्च किट और अंतरिक्ष यात्री से जुड़ी बाकी खर्च शामिल है।     

स्पेस सूट की कीमत 1 अरब डॉलर से लेकर 2.2 अरब डॉलर तक ...

स्पेस सूट की कीमत 1 अरब डॉलर से लेकर 2.2 अरब डॉलर तक जाता है. नासा की xEMU इस स्पेस सूट को तैयार करती है. इस को सूट अंतरिक्ष यात्रियों को लंबे मिशन पर सुरक्षित रखने के लिए दिया जाता है।     

इस मिशन से भारत को क्या हासिल होगा

बारत के लिए गर्व का पल है, क्योंकि 41 साल बाद कोई भारतीय स्पेश मिशन पर जा रहा है.  शुभांशु को एक्सिओम स्पेस मिशन पर भेजने के लिए इसरो और नासा ने संयुक्त रुप से प्रयास किया है. इस स्पेस मिशन का ऐलान साल 2023 में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान की थी. शुभांशु का चयन राष्ट्रीय मिशन असाइनमेंट बोर्ड ने किया. ग्रुप कैप्टन शुक्ला के साथ बैकअप के लिए  ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर को भी चुना गया. इस 14 दिन के मिशन में शुभांशु शुक्ला और उनके साथी अंतरिक्ष साथी भविष्य में कमर्शियल स्पेस स्टेशन की स्थापना के विक्लपों का अध्ययन करेंगे. स्पेस में नई तकनीकों का परीक्षण और विकास, अंतरिक्ष के बारे में लोगों में जागरूकता को बढ़ावा देंगे. इस मिशन के दौरान शुभांशु माइक्रोग्रैविटी यानी स्पेस में भारहीनता के प्रयोग को पूरा करेंगे. वहीं इसके जरिए STEM को प्रमोट किया जाएगा.   सबसे खास यह मिशन भारत के महत्वाकांक्षी गगनयान कार्यक्रम के लिए महत्वपूर्ण अनुभव प्रदान करेगा. बता दें कि इसरो साल 2027 में मानव अंतरिक्ष यान को लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है। 

शुभांशु बेहद शर्मीले, शांत स्वभाव के व्यक्ति है...

अपने स्पेस मिशन से ठीक पहले शुंभाशु ने एक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी का जिक्र किया. उनके सपोर्ट के लिए धन्यवाद करते हुए उनका जिक्र किया. बता दें कि शुभांशु शुक्ला की पत्नी डॉक्टर कामना शुक्ला पेशे से एक डेंटिस्ट हैं. स्कूल की तीसरी क्लास से ही दोनों साथ पढ़ते हैं.  स्कूल के पढ़ाई के दौरान ही दोनों का प्यार परवान चढ़ने लगा. शुभांशु बेहद शर्मीले, शांत स्वभाव के व्यक्ति है. विनम्र और मृदुभाषी शुंभाशु अपने परिवार से बेहद प्यार करते हैं। 

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