G News 24 : ईरानी बदमाशों ने पुलिस को दौड़ाया,चोरी के मोबाइल दुबई में बेचते थे !

 दिल्ली पुलिस के एनकाउंटर में ईरानी गिरोह के दो सदस्य  घायल ...

ईरानी बदमाशों ने पुलिस को दौड़ाया,चोरी के मोबाइल दुबई में बेचते थे !

भोपाल अमन कॉलोनी स्थित ईरानी डेरे में रविवार की शाम पुलिस पर हमला कर दिया। निशातपुरा इलाका निवासी अधिकतर लोग देशभर में लूट, चोरी और ठगी का घटनाओं का अंजाम देने के लिये बदनाम हैं। इनमें से 2 बदमाशों का इसी वर्ष दिल्ली में एनकाउंटर हो चुका है। रविवार को पुलिस ईरानी डेरे के प्रमुख राजू ईरानी को पकड़ने अमन कॉलोनी पहुंची। 

उसने सागर जिले के एक सराफा व्प्यापारी को को सीबीआई अफसर बनकर ठगा था। पुलिस पर हमले के बाद गिरफ्तार किये गये काला ईरानी ने भोपाल पुलिस की पूछताछ में सीबीआई अफसर और पत्रकार बनकर ठगी की घटना करना स्वीकार की है। छापेमारी के दौरान उसके घर से पुलिस को एक न्यूज चैनल की माइक आईडी भी मिली है।

पत्रकार बनकर भी करता था ठगी

CBI अफसर और पत्रकार जैसी पहचान का इस्तेमाल कर ठगी करना न सिर्फ कानून बल्कि समाज के भरोसे पर भी हमला है। पत्रकार बनकर भी करता था ठगी गिरफ्तार काला ईरानी ने पूछताछ में बड़ा खुलासा किया। उसने स्वीकार किया कि वह और उसके साथी खुद को कभी CBI अधिकारी तो कभी पत्रकार बताकर ठगी की वारदातों को अंजाम देते थे। छापेमारी के दौरान पुलिस को उसके घर से एक न्यूज चैनल की माइक आईडी भी मिली है, जिससे यह साफ होता है कि वे मीडिया की आड़ लेकर लोगों का भरोसा जीतते थे। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि जिस चैनल की माइक आईडी मिली है, वह असली है या फर्जी और क्या गिरोह के तार किसी बड़े नेटवर्क से जुड़े हैं।  

चोरी के मोबाइल दुबई में बेचते थे

20 दिसम्बर 2025 को हबीबगंज थाना इलाके में रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के पास मोटरसाईकिल सवार 2 लुटेरों ने एक वेटनरी डॉक्टर से मोबाइल लूटा था। फरियादी डॉ. मोहित बघेल मूल रूप से भिंड निवासी है। भागते समय लुटेरों की बाइक आगे जाकर एक वाहन से टकरा गयी। दोनों लुटेरों घायल हो गये। राहगीरों ने उन्हें पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिये। पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार दोनां लुटेरीे अली हसन 19, मोहम्मद अली 19, ईरानी डेरे में ही रहतें है। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वह महंगे मोबाइल फोन लूटकर मुंबई भेजते हैं। जहां से उन्हें दुबई पहुंचा दिया जाता है। पुलिस फिलहाल इनके नेटवर्क की जांच में जुटी है।

दिल्ली पुलिस ने दो बदमाशों को पकड़ा था

इसी साल जुलाई महीने में दिल्ली पुलिस ने अमन कॉलोनी निवासी ईरानी गैंग के दो सदस्यों- मुर्तजा अली उर्फ दमार (38) और सिराज अली (40) को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया था। पुलिस को उनके दिल्ली में छिपे होने की सूचना मिली थी, जिसके आधार पर इंद्रप्रस्थ पार्क के पास रात में घेराबंदी की गई। पुलिस को देखते ही आरोपियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में दोनों आरोपी गोली लगने से घायल हो गए थे। जांच में सामने आया कि दोनों के खिलाफ देश के कई राज्यों में हत्या के प्रयास, लूट, चोरी और ठगी जैसे संगीन अपराध दर्ज हैं। वे कई मामलों में फरार चल रहे थे। दिल्ली पुलिस ने दोनों के खिलाफ नया केस दर्ज किया था।

सागर पुलिस पर फेंका मिर्च पाउडर, पथराव किया था

ईरानी डेरे के 4 कुख्यात बदमाश साल 2020 में 9-10 नवंबर को वे सागर जिले के खुरई पहुंचे थे। यहां एक ज्वेलर्स शॉप में खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर रेड की बात कही और जरूरी दस्तावेज मांगे। दुकानदार को शक होने पर आरोपियों ने गन पॉइंट पर जेवरात से भरा बैग लूटा और फरार हो गए।लेकिन बदमाशों को ले जाते समय ईरानी डेरे के लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। इनमें से कुछ लोगों ने पुलिस पर मिर्च पाउडर फेंक दिया, फिर पथराव होने लगा। हालात बिगड़ने पर पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी। पत्थर लगने से 12 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। पुलिस को आरोपियों को गिरफ्तार किए बिना ही भागना पड़ा था। सीसीटीवी फुटेज से उनकी पहचान- रिजवान हुसैन, गुलाम उर्फ काकड़ी, तकबीर अली और खैबर अली के रूप में गई। जांच में सामने आया कि वे भोपाल के ईरानी डेरे के निवासी हैं और राजू की गैंग के सदस्य हैं। इसके बाद खुरई पुलिस उनकी तलाश में भोपाल पहुंची। छोला और निशातपुरा पुलिस के साथ अमन कॉलोनी में तड़के दबिश दी और दोनों संदिग्धों को हिरासत में ले लिया।

पुलिस की अगली कार्रवाई इस बात का संकेत देगी कि क्या वाकई ईरानी डेरे के खौफ का अंत होने वाला है या फिर यह कहानी यूं ही चलती रहेगी। अफसर और पत्रकार जैसी पहचान का इस्तेमाल कर ठगी करना न सिर्फ कानून बल्कि समाज के भरोसे पर भी हमला है। पुलिस की अगली कार्रवाई इस बात का संकेत देगी कि क्या वाकई ईरानी डेरे के खौफ का अंत होने वाला है या फिर यह कहानी यूं ही चलती रहेगी।

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