G NEWS 24 : प्रदेश के 30 मंत्रियों के दो साल के कार्यकाल की समीक्षा करेंगे CM !

मंत्रियों की परफॉर्मेंस रिपोर्ट तैयार होगी...

प्रदेश के 30 मंत्रियों के दो साल के कार्यकाल की समीक्षा करेंगे CM !

भोपाल। मप्र के 30 मंत्रियों के दो साल के कार्यकाल के कामकाज की समीक्षा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव करेंगे। समीक्षा के बाद मंत्रियों के कामकाज की रिपोर्ट तैयार होगी। बताया जाता है कि इसके बाद मंत्रियों की परफॉर्मेंस रिपोर्ट तैयार होगी। जिसका उपयोग मंत्रिमंडल विस्तार में किया जाएगा। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 13 दिसंबर को अपना दो साल का कार्यकाल पूरा कर रहे हैं। बताया जाता है कि संगठन ने भी अपने स्तर पर मंत्रियों के कामों को लेकर रिपोर्ट तैयार की है। गौरतलब है कि तीसरे साल भी सीएम का फोकस विकास और निवेश लाने पर होगा। इसी साल से भाजपा भी पूरी तरह चुनावी मोड में आ जाएगी। इसकी पूर्व पीठिका उसने अभी से तैयार करनी शुरू कर दी है। गौरतलब है कि सीएम ने पिछली कैबिनेट में मंत्रियों से कहा था कि वे आठ और नौ दिसंबर को खजुराहों में मंत्रियों के साथ बैठक कर उनके विभागों की समीक्षा करेंगे।

सूत्रों की माने तो विभागों की समीक्षा के लिए एक फार्मेट तैयार किया गया है। इसमें उन्हें दो सालों में सरकार से उनके विभाग को मिले पैसे और उनसे हुए कामों का विवरण देना है। इसके अलावा जो काम पेन्डिग हैं उनकी वजह भी बतानी होगी। खजुराहो में होने वाली बैठक को बेहद अहम माना जा रहा है। इस बैठक के बाद सीएम संगठन नेताओं से भी चर्चा करेंगे। इससे पहले वे मंत्रियों के साथ विभागों की दो दिनों तक समीक्षा करेंगे। इसके साथ ही उन्हें उनकी परफार्मेन्स रिपोर्ट भी दिखाई जाएगी। यह रिपोर्ट कुछ मंत्रियों के लिए खतरे की घंटी भी साबित हो सकती है। वहीं सीएम द्वारा विभागों की समीक्षा किए जाने के ऐलान के बाद सभी विभागों के मंत्री अपने अपने विभागों की उपलब्धियों और वर्तमान में चल रहे कामों की रिपोर्ट बनाने में लग गए हैं।

बताया जा रहा है कि मंत्रियों के दो साल की परफार्मेन्स रिपोर्ट केन्द्रीय नेतृत्व को भेजी जाएगी। इसके आधार पर मंत्रियों के विभागों में परिवर्तन से लेकर उनकी मंत्रिमंडल से विदाई भी हो सकती है। अनुमान यह भी लगाया जा रहा है कि तीसरे साल में सीएम अपने मंत्रिमंडल में एक छोटा विस्तार भी कर सकते हैं। इसकी चर्चा इसलिए उठ रही है कि गुजरात में सरकार के दो साल बीतने के बाद मंत्रिमंडल का पुनर्गठन किया गया है। यह प्रयोग मध्यप्रदेश में होगा, इसकी संभावना कम है पर सीएम एक छोटा सा विस्तार कर सकते हैं। इसमें कुछ वरिष्ठ नेताओं को मंत्री बनाया जा सकता है। जिनके मंत्री बनने की संभावना है उनमें प्रमुख नाम सीनियर विधायक गोपाल भार्गव और भूपेन्द्र सिंह का है। इसके साथ दो विधायकों को और मंत्री बनाए जाने की संभावना सूत्र व्यक्त कर रहे हैं। इनमें महाकौशल व मालवा से एक-एक विधायक को मौका मिल सकता है। सागर जिले में पिछली बार तीन मंत्री थे पर इस बार केवल गोविंद सिंह राजपूत को ही मंत्रिमंडल में जगह मिली है। 

इसी तरह नए साल में सीएम राजनीतिक नियुक्तियां कर क्षेत्रीय समीकरण साध सकते हैं। सूत्रों की माने तो अधिकारी मुख्यमंत्री के दो साल पूरे होने पर विकास कार्यों का प्लान बनाने में जुटे हैं। मुख्यमंत्री अपने दो साल पूरे होने पर 13 दिसंबर को दो लाख करोड़ रुपए के विकास कामों की सौगात प्रदेश की जनता को दे सकते हैं। सीएम का इन दिनों पूरा फोकस निवेश पर है। इसके लिए वे इन्वेस्टर्स मीट और अन्य आयोजनों के जरिए लगातार निवेशकों से मिल रहे हैं और प्रदेश में निवेश करने का उनसे आग्रह कर रहे हैं। सीएम की कोशिशों का परिणाम है कि प्रदेश ने साल 2025 में 4 लाख करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त किए हैं। उज्जैन से शुरू हुई रीजनल इन्वेस्टर्स समिट अब तक आधा दर्जन शहरों में हो चुकी है। रीजनल समिट ने क्षेत्रीय उद्यमियों को राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय निवेशकों से सीधा जोड़ा है। इस साल भी यह सफर जारी रहेगा।

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