G NEWS 24 : कोर्ट कचहरी के चक्कर से परेशान लोगों के मिनटों में निपटे मामले !

लोक अदालत में पुराने केसों का आपसी सहमति से हुआ समाधान...

कोर्ट कचहरी के चक्कर से परेशान लोगों के मिनटों में निपटे मामले !

ग्वालियर। शनिवार को जिला एवं सत्र शस्त्र न्यायालय के परिसर में वर्ष 2025 की तीसरी नेशनल लोक अदालत लगाई गयी थी। जिला एवं सत्र न्यायालय ग्वालियर में प्रधान न्यायाधीश ललित किशोर जी ने दीप प्रज्वलन कर लोक अदालत का शुभारंभ किया। साथ ही लोक अदालत का निरीक्षण किया। इस अवसर पर विशेष न्यायाधीश ऋतुराज सिंह,जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव प्रियंक भारद्वाज ,हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की ओर से पदाधिकारी एड मनीष शर्मा  आदि जजेज उपस्थित रहे। इस लोक अदालत के माध्यम से घरेलू- विवाद, मारपीट, एक्सीडेंट, बैंकिंग, नल बिजली के बिल आदि से संबंधित तमाम केशव का वादी एवं प्रतिवादी की आपसी सहमति के आधार पर केशव का निपटारा किया गया। 

शहर क अलग-अलग इलाके से उपभोक्ता अपने -अपने बकाया बिल की राशि कम कराकर केस खत्म कराने के लिये पहुंचे थे। यहां बिजली विभाग के कर्मचारियोें ने इन उपभोक्ताओं से बिल की राशि जमा कराकर उन पर माह से न्यायालय में चल रहे प्रकरणों को ख्त्म कराया है। नेशनल लोक अदालत पहुंचे उपभोक्ताओं में झूठे चोरी के केस, पुराने बिल और चोरी से लाइट चलाते हुए पकड़े गये लोग शामिल थे। नेशनल लोक अदालत पहुंचे कुछ ऐसे बिजली उपभोक्ता भी थे जिन पर बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा जबरन खेत में चोरी की लाइट से मोटर जलाने के मामले दर्ज किए गए थे। ज्यादातर मामले मध्यप्रदेश विधुत मंडल द्वारा लम्बे समय से बिजली का बिल न भरने वाले उपभोक्ताओं के केस निपटाए गए। 

लोक अदालत में उप नगर मुरार के ग्राम भेलापुर गांव में आधा दर्जन से ज्यादा किसान पहुंचे थे। जहां किसान रघुवीर सिंह ने बताया कि बिजली विभाग ने उनके खेत में झूठी मोटर चलाने का केस दर्ज कर दिया है। बल्कि हकीकत की है कि ग्वालियर में हुई अधिक वर्षा के चलते उनके पूरे खेत में घुटनों तक पानी भरा हुआ है उनकी फसल पूरी बर्बाद हो गई है। इसके बावजूद भी बिजली विभाग ने उन पर झूठा चोरी का केस लगाकर 10-10 हजार रुपए का जुर्माना लगा दिया है। बिजली विभाग के अधिकारी का कहना है कि उन्हें जमात की पूरी राशि भरना होगी। जुर्माना नहीं भरने के एवाज में उनके ऊपर अतिरिक्त जुर्माना भी लगाया जाएगा। 

बता दें कि नेशनल लोक अदालत में बिजली विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के सैकड़ों लोगों के पुराने बिल और चोरी के प्रकरणों को खत्म करते हुए करीब चार से पांच लाख रुपए की राशि इन बिल उपभोक्ताओं से जमा कराई है। कैस खत्म करने के लिए आपस में समझौता करने वाले वादी- प्रतिवादियों को यादगार के तौर पर पौधे देकर सम्मानित किया गया। पौधे मिलने पर एवं केस समाप्त होने की खुशी उनके चेहरे पर देखते ही बन रही थी, के समाप्त होने पर सभी खुशी खुशी अपने घरों के लिए रवाना हुए।

नगर निगम ने की संपत्तिकर एवं जलकर में  8 करोड़ 3 लाख रुपए से अधिक की वसूली

नेशनल लोक अदालत में आज नगर निगम ग्वालियर द्वारा संपत्तिकर एवं जलकर में  8 करोड़ 3 लाख रुपए से अधिक की वसूली की है। जिसमें कुल  8987 प्रकरणों का निराकरण किया गया है। संपत्तिकर वसूली में ग्वालियर नगर निगम प्रदेश में तीसरे स्थान पर एवं जलकर वसूली में दूसरे स्थान पर रहा। उपायुक्त एवं सहायक यंत्री एपीएस भदोरिया ने जानकारी देते हुए बताया कि नगर निगम आयुक्त संघ प्रिय के निर्देशन में समस्त वसूली प्रभारी द्वारा कार्य करते हुए नगर निगम ग्वालियर ने संपत्ति कर वसूली में आज नेशनल लोक अदालत के दौरान नवीन जिला न्यायालय परिसर में नगर पालिक निगम ग्वालियर संबंधी प्रकरण का निराकरण करते हुये प्रथम रसीद माननीय जिला न्यायाधीश ग्वालियर ललित किशोर एवं निगम मजिस्ट्रेट निशांत मिश्रा द्वारा जारी की गयी।

आज दिवस में माननीय उच्च न्यायालय के आदेशानुसार आयोजित नेशनल लोक अदालत में नगर पालिक निगम ग्वालियर के द्वारा ग्वालियर के 1 से लेकर 66 वार्डों में सम्पत्तिकर के 3967 प्रकरणों का निराकरण किया गया। उक्त प्रकरणों का निराकरण करने पर 6 करोड़ 47 लाख रुपए से अधिक का सम्पत्तिकर प्राप्त हुआ। जिसमें ग्वालियर विधानसभा के अंतर्गत 1004 प्रकरणों का निराकरण करते हुये 1 करोड़ 29 लाख 35 हजार रूपये सम्पत्तिकर प्राप्त हुआ। 

ग्वालियर पूर्व विधानसभा में सबसे अधिक प्रकरण संख्या 1569 निराकृत किये गये एवं सबसे अधिक सम्पत्तिकर राशि 2.92 करोड रूपये ग्वालियर पूर्व विधानसभा में प्राप्त की गयी । इसी क्रम में ग्वालियर दक्षिण में 991 प्रकरण निराकृत कर 74 लाख से अधिक की राशि एवं ग्वालियर ग्रामीण में 403 प्रकरणों का निराकरण करते हुये 1 करोड़ 50 लाख रूपये सम्पत्तिकर प्राप्त हुआ। नगर पालिक निगम ग्वालियर के द्वारा जल प्रदाय के सभी कार्यालयों में लोक अदालत हेतु विशेष काउंटर जलकर वसूली हेतु आयोजित किये गये थे। जलकर के रूप में 5020 प्रकरणों का निराकरण करते हुये 1 करोड़ 56  लाख  रूपये राशि से अधिक जलकर प्राप्त किया गया।

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