मुसलमान बनाने के रेट कार्ड से समझिए गजवा ए हिंद का गणित...
छांगुर कथित (बाबा) ने 500 करोड़ रुपये में कराया 4000 हिंदुओं का धर्मांतरण !
यूपी में छांगुर धर्मांतरण का रैकेट चला रहा था, इसके लिए आपको यूपी एटीएस के चीफ अमिताभ यश के बयान को बहुत ध्यान से पढ़ना चाहिए अमिताभ यश ने छांगुर के धर्मांतरण गैंग से जुड़े कई बड़े खुलाए किए हैं. छांगुर के इसी धर्मांतरण रैकेट का पुलिस की पूछताछ में बड़े-बड़े राज खोल रहा है. छांगुर के धर्मांतरण गैंग के तार अब विदेशों से भी जुड़ रहे हैं. आप ये जानकार हैरान हो सकते हैं लेकिन 4000 से ज्यादा लोगों का धर्मांतरण करवा चुके छांगुर को इसके लिए विदेशों से 500 करोड़ की फंडिंग हुई थी. बिल्कुल ठीक पढ़ा आपने.
500 करोड़ की फंडिंग
भारत में धर्मांतरण करवाने के लिए यानी हिंदुओं को मुसलमान में कनवर्ट करने के लिए छांगुर को विदेशों से 500 करोड़ रुपये मिले . यूपी एटीएस ने खुद इस बात का खुलासा किया है आज आपको जानना चाहिए दुनिया में ऐसे कौन कौन से देश हैं, जो भारत में लोगों का धर्मांतरण करवाना चाहते हैं. हिंदुओं को मुलसमान में कनवर्ट करना चाहते हैं और इन देशों को ऐसा करके क्या मिलेगा.
सबसे पहले आप उन देशों की लिस्ट के बारे में जानिए,जो भारत में धर्मांतरण के लिए पैसा खर्च कर रहे हैं. इस लिस्ट का पहला नाम सुनकर आपको हंसी भी आएगी और आश्चर्य भी होगा जो देश कभी भी दीवालिया हो सकता है और कर्ज मांगकर अपने लोगों का पेट भर रहा है. वो पाकिस्तान भी भारत में धर्मांतरण के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रहा है. पाकिस्तान के अलावा उसके प्रिय मित्र तुर्किए से भी भारत में धर्मांतरण के लिए फंडिंग हुई है. इस लिस्ट में यूएई और सऊदी अरब का नाम भी शामिल है यानी इन इस्लामी मुल्कों में बैठी ताकतें भारत में धर्म परिवर्तन की साजिश रच रही हैं और इसकी आड़ में डेमोग्राफी बदलने का खेल किया जा रहा है.
यूपी एटीएस के चीफ अमिताभ ने छांगुर के धर्मांतरण गैंग से जुड़े कई बड़े खुलाए किए हैं...
- अमिताभ यश ने बताया धर्मांतरण के लिए हनीट्रैप और प्रभावशाली व्यक्तियों का इस्तेमाल किया गया यानी छांगुर के गैंग में शामिल लोगों ने हिंदू महिलाओं और पुरुषों को प्यार के जाल में फंसाया फिर उनका धर्मांतरण करवा दिया .
- इसके अलावा छांगुर ने गांव के प्रधान, पंचायत सदस्य और स्थानीय प्रभावशाली लोगों को भी लालच देकर टागरेट किया. जिनके कहने या दबाव डालने पर उनके प्रभाव में आने वाले लोग धर्मांतरण कर सकते हैं. बहुत जल्द यूपी एटीएस इनके नामों का खुलासा भी कर सकती है.
- अमिताभ यश के मुताबिक विदेशों से फंडिंग के सबूत मिल चुके हैं. 40 से ज्यादा एकाउंट में धर्मांतरण के लिए पैसा भेजा गया यानी धर्मांतरण का ये रैकेट इंटरनेशनल था.
- धर्मांतरण के लिए बाकायदा रेट लिस्ट तैयार की गई. इसका मतलब ये हुआ ये गैंग टारगेट करके धर्मांतरण करवाता था .
- छांगुर को 500 करोड़ रुपये की जो विदेशी फंडिंग मिली उसमें से 200 करोड़ रुपये का हिसाब-किताब मिल चुका है.
- जबकि 300 करोड़ रुपये का लेनदेन नेपाल के बैंक खातों के जरिए हुआ, इनकी पड़ताल जारी है.
- इसके लिए नेपाल के 3 सीमावर्ती ज़िलों नवलपरासी,रूपाडीह, और बांके में 100 बैंक खाते खोले गए.
- इन खातों में पाकिस्तान, दुबई, सऊदी अरब, और तुर्किए से पैसा भेजा गया.
- इसके बाद धर्मांतरण रैकेट में शामिल एजेंटों ने 4 से 5 प्रतिशत कमीशन पर नेपाल के बैंक खातों से नकदी निकालकर सीधे छांगुर तक पहुंचा दी.
- छांगुर ने धर्मांतरण से नेपाल से सटे इलाकों की डेमोग्राफी बदलने की कोशिश भी की. यानी धर्मांतरण किसी बड़ी साजिश की पहली कड़ी भी हो सकता है. इसके बाद उस खास इलाके को धर्मांतरण के लिए फंडिंग करने वाले देश भारत के खिलाफ बड़ी साजिश के लिए इस्तेमाल करते. छांगुर की साजिश बहुत बड़ी थी आज आपको धर्मांतरण के लिए फंडिंग के आंकड़ों और उसके पीछे की साजिश के बारे में भी जानना चाहिए
- इसके लिए कैश डिपॉजिट मशीन का भी बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया गया. कैश डिपॉजिट मशीन एक स्वचालित ATM जैसी मशीन होती है जिसमें आप सीधे नकद जमा कर सकते हैं. यह बैंक की ब्रांच में या बाहर लगी रहती है. इस तरह ये लोग सीधे बैंक कर्मियों की नजर में आने से भी बच गए.
- इन खातों और पैसों के लेनदेन के और सबूतों को तलाश करने के लिए आज यूपी एटीएस छांगुर और उसकी सहयोगी नसरीन को लेकर बलरामपुर के उतरौला पहुंची. यहां मौजूद छांगुर की कोठी पर बुलडोजर चल चुका है. यूपी एटीएस यहां किसी पेनपड्राइव और लैपटॉप की तलाश में आई थी. यहां पर एक कमरे में ले जाकर दोनों से पूछताछ भी की गई. बताया जा रहा है विदेशों से लेनदेन के बारे में यहां से कुछ अहम सुराग मिले हैं. ये इलाका भी नेपाल बॉर्डर से काफी करीब है.
नेपाल हिंदुओं के धर्मांतरण का इपिसेंटर बनता जा रहा है ...
आज आपको ये भी समझना चाहिए नेपाल को धर्मांतरण रैकेट के लिए फंडिंग का केंद्र क्यों बनाया गया और उतरौला में ठिकाना बनाने वाले छांगुर ने इसका फायदा कैसे उठाया.
- - नेपाल में विदेशी फंडिंग पर भारत जितनी कड़ी निगरानी नहीं है.
- - खाड़ी, पाकिस्तान, तुर्किए जैसे देशों से पैसा सीधे नेपाल के बैंकों में भेजा जाता है.
- - नेपाल में जमा पैसा काठमांडू-बिरगंज-रक्सौल रूट से नकद के रूप में भारत भेजा जाता है.
- - उतरौला से नेपाल बॉर्डर की दूरी सिर्फ 40 से 50 किलोमीटर है.
- - यानी कोई भी व्यक्ति नेपाल के बैंकों से नकद निकालकर सीमा पार भारत ला सकता है .
- - उतरौला से इसको आसपास के गांवों में धर्मांतरण के लिए बांटना आसान है. ऐसा करके छांगुर इस इलाके की डेमोग्राफी बदलना चाहता था.
छांगुर बाबा के पीछे पाकिस्तान तुर्किए !
आज आपको भारत में चल रहे धर्मांतरण के रैकेट में पाकिस्तान की भूमिका को भी समझना चाहिए. छांगुर के तार पाकिस्तान से भी जुड़े हैं. भले ही पाकिस्तान में गरीबी की दर 44 प्रतिशत है. यानी लगभग आधी जनसंख्या गरीबी में जीवन बिता रही है,भले ही पाकिस्तान के पास सिर्फ 15 बिलियन का विदेशी मुद्रा भंडार और 37 लाख 17 हजार 187 करोड़ रुपये का कर्ज है. इसके बावजूद पाकिस्तान से भारत में धर्मांतरण के लिए फंडिंग हो रही है.
- - पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI पाकिस्तान से हिंदुओं के धर्मांतरण के लिए पैसा भेज रही है.
- - धर्मांतरण के जरिए डेमोग्राफी चेंज करवाकर आईएसआई इलाके में स्लीपर सेल की संख्या बढ़ाती है.
- - कई ऐसे मामले भी सामने आए जब पाकिस्तान से फोन कॉल के जरिए धर्मांतरण करने पर पैसे की पेशकश की गई.
- - भारत में ED खुलासा कर चुकी है कि जाकिर नाइक की Islamic Research Foundation को पाकिस्तान से धर्मांतरण के लिए फंडिंग की गई .
- - जाकिर के भारत से भागने के बाद छांगुर जैसे छुटभैयों पर दांव लगाया गया.
- - पाकिस्तान के अंदर जमात ए इस्लामी भी भारत में धर्मांतरण के काम में लगी है.
छांगुर के रैकेट को पाकिस्तान से धर्मांतरण के लिए कितना पैसा भेजा गया यूपी एटीएस इसका पता भी लगा रही है. और जल्द ही इसके आंकड़े भी सामने आ जाएंगे.
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