ग्लूटेन इंटॉलरेंस के दिखते हैं डिप्रेशन समेत ये लक्षण...
भारत के 60-80 लाख लोगों को गेहूं खाने से सिकनेस की शिकायत !
आप यदि खाना खाने के बाद बेचैनी महसूस करते हैं स्वयं को बीमार सा महसूस करते हैं, तो यह ग्लूटेन इंटॉलरेंस की समस्या है. इसके ज्यादातर मरीजों को अपनी इस कंडीशन के बारे में पता नहीं होता है. यदि आप भी गेहूं से बनी चीजों को खाने के बाद गैस, अपच जैसे लक्षणों को महसूस करते हैं तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें.
ग्लूटेन एक तरह का प्रोटीन होता है जो गेहूं, जौ, राई जैसे अनाजों में पाया जाता है. यह पास्ता, अनाज और बीयर सहित कई आम खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों हो सकता है. इतना ही नहीं ग्लूटेन कॉस्मेटिक प्रोडक्ट और यहां तक कि कुछ दवाओं में भी होता है.
कई लोगों को ग्लूटेन सूट नहीं करता है. यह एक गैर-सीलिएक बीमारी है, जिसे ग्लूटेन इंटॉलरेंस कहते हैं. रिसर्च गेट में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, दुनिया भर में लगभग 8.4% लोग ग्लूटेन इंटॉलरेंट हैं. इनमें कुछ लोगों को सीलिएक डिजीज है. भारत में 5-6% लोगों को गेहूं या ग्लूटेन से समस्या होती है, जिसमें 90% लोगों को यह पता ही नहीं है. इस लेख की मदद से आप यह जान सकते हैं कहीं आप भी तो इससे ग्रसित नहीं है.
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