G News 24 : 'आसिम मुनीर तो धोखेबाज़ निकला,लीक की ईरान के टॉप कमांडर की लोकेशन !

 मुनीर ने ईरानी कमांडर मो.हुसैन बकरी को जो स्मार्टवॉच गिफ्ट की थी, उसमें जीपीएस ट्रैकर लगा था...

'आसिम मुनीर तो धोखेबाज़ निकला,लीक की ईरान के टॉप कमांडर की लोकेशन !

इजरायल और ईरान की जंग में पाकिस्तान बार-बार इजरायल के खिलाफ बयान देकर ईरान को समर्थन दिखाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन ईरानी सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान ने ईरान की पीठ में छुरा घोंपा है. 13 जून को मारे गए ईरान के टॉप कमांडर मोहम्मद हुसैन बकरी की हत्या में पाकिस्तानी सेना प्रमुख और फील्ड मार्शल आसिम मुनीर का नाम सामने आया है. उन पर आरोप है कि कमांडर की लोकेशन उन्होंने ही अमेरिका और इजरायल के साथ शेयर की थी. ईरानी सूत्रों का कहना है कि पाक आर्मी चीफ आसिम मुनीर ने ईरानी कमांडर मोहम्मद हुसैन बकरी को स्मार्टवॉच गिफ्ट की थी, जिसमें जीपीएस ट्रैकर लगा था.

ईरानी सूत्रों का दावा है कि पाकिस्तान ईरान और इजरायल की जंग में डबल गेम खेल रहा है, वह ईरान और पश्चिम  दोनों के साथ रिश्ते बनाकर रखना चाहता है. सूत्रों का दावा है कि मोहम्मद हुसैन बकरी की हत्या से पहले मई महीने के आखिर में आसिम मुनीर ने उनसे मुलाकात की थी और एक स्मार्टवॉच भी उन्हें गिफ्ट की थी. 

ईरानी मीडिया का कहना है कि इस स्मार्टवॉच में जीपीएस ट्रैकर लगा था, जिससे इजरायली सेना को मोहम्मद हुसैन बकरी की लोकेशन मिल गई, जिसकी वजह से वह उन पर सटीक हमला करने में कामयाब हुई. 13 जून के हमले में ही मोहम्मद हुसैन बकरी के दो डिप्टी भी मारे गए. सूत्रों का यह भी कहना है कि मोहम्मद हुसैन बकरी से मुलाकात के बाद आसिम मुनीर सीक्रेटली अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भी मिले थे.

"According to Iranian media reports, Pakistan's Army Chief Asim Munir met with Iran’s top military commander, Mohammad Hossein Baqeri, at the end of May. Baqeri was killed in an Israeli strike on June 13. It is being speculated that following Baqeri’s death, Asim Munir also held… pic.twitter.com/k10dYoBjmh

करीब 10 दिन से ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष चल रहा है. ईरानी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इजरायल के हमलों में अब तक ईरान के 400 से ज्यादा नागरिकों की जान जा चुकी है, जबकि 3,500 लोग घायल हो गए हैं. मरने वालों में ईरानी सेना के टॉप कमांडर और परमाणु वैज्ञानिक भी शामिल हैं.

13 जून को इजरायली सेना ने ईरान पर हमला किया था. उसका कहना है कि ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोकने के लिए यह कदम उठाया गया. हमले के बाद इजरायली राष्ट्रपति बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा था कि ईरान तेजी से न्यूक्लियर प्रोग्राम पर काम कर रहा है और तीन सालों में 10,000 बैलिस्टिक मिसाइल बना लेगा. उन्होंने चिंता जताते हुए कहा कि अगर ईरान ने छोटे से इजरायल पर ये मिसाइलें दाग दीं तो क्या होगा.

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