G News 24 : 'अगर आतंकवाद एक पागल कुत्ता है तो पाकिस्तान उसका दुष्ट संचालक':अभिषेक बनर्जी

 जकार्ता में पाकिस्तान को बेनकाब कर रहे TMC सांसद...

 'अगर आतंकवाद एक पागल कुत्ता है तो पाकिस्तान उसका दुष्ट संचालक':अभिषेक बनर्जी 

ऑपरेशन सिंदूर और आतंकवाद पर भारत के रुख को दुनिया तक पहुंचाने के लिए जकार्ता में ऑल पार्टी डेलिगेशन में टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी गए हुए हैं। यहां उन्होंने आतंकवादियों का समर्थन करने के लिए पाकिस्तान को जमकर आड़े हाथों लिया। तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसद अभिषेक बनर्जी ने आतंकवादियों का समर्थन करने के लिए पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि अगर आतंकवाद एक पागल कुत्ता है, तो पाकिस्तान उसका दुष्ट संचालक है। बनर्जी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए कई देशों के दौरे पर भेजे गए सर्वदलीय डेलिगेशन में शामिल हैं। 

जकार्ता में पाकिस्तान को बेनकाब कर रहे TMC सांसद

जकार्ता में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए अभिषेक बनर्जी ने बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं को अस्थिर करने के लिए आतंकवादियों का समर्थन और पोषण करने के लिए पाकिस्तान को दोषी ठहराया। उन्होंने 9/11 हमलों, 26/11 मुंबई हमलों और 2006 बॉम्बे ट्रेन बम विस्फोटों में पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों की संलिप्तता का उल्लेख किया और कहा कि यदि आतंकवाद एक पागल कुत्ता है, तो पाकिस्तान इसका दुष्ट संचालक है। 

'दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है भारत'

बनर्जी ने कहा कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू करने से पहले दो हफ्ते तक इंतजार किया ताकि यह देखा जा सके कि पाकिस्तान आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करेगा या नहीं। उन्होंने यह भी याद किया कि कैसे भारत ने पठानकोट आतंकी हमले की जांच के लिए पाकिस्तानी अधिकारियों को पठानकोट में भारतीय वायुसेना के अड्डे का दौरा करने की अनुमति दी थी। उन्होंने कहा कि वे (पाकिस्तान) लोग हैं जो बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं को अस्थिर करने के लिए अपने पिछवाड़े में आतंकवादियों को पालते रहे हैं। आप सभी इस तथ्य से परिचित हैं कि भारत जापान से आगे निकल गया है और दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। 

'बहुत जल्द हम तीसरे नंबर पर होंगे'

उन्होंने कहा, हम अभी चौथे नंबर पर हैं लेकिन बहुत जल्द हम तीसरे नंबर पर होंगे। पाकिस्तान अपनी अर्थव्यवस्था में संकट का सामना कर रहा है, अपनी जमीन पर, अपने देश में मुद्दों को हल करने की कोशिश कर रहा है। भारत तेजी से बढ़ रहा है, विकास कर रहा है और हम विभिन्न देशों के साथ सहयोग कर रहे हैं। हम आप में से प्रत्येक को अपने रणनीतिक साझेदार, अपने मित्र राष्ट्रों के रूप में मानते हैं। 

'राजनीतिक हितों को अपने राष्ट्रीय हित के आड़े नहीं आने दूंगा'

इससे पहले सिंगापुर में अभिषेक बनर्जी ने कहा था कि मैं सत्ताधारी दल या राजनीतिक दल से असहमत हो सकता हूं, मैं उनसे पूरी ताकत से लड़ूंगा। लेकिन जब मेरे देश की राष्ट्रीय सुरक्षा की बात आती है, तो मैं दृढ़ता से खड़ा रहूंगा और अपने देश के सर्वोत्तम हित के लिए काम करूंगा। मैं अपने राजनीतिक हितों को अपने राष्ट्रीय हित के आड़े नहीं आने दूंगा।


Reactions

Post a Comment

0 Comments