गुजरात की धरती से गरजे PM मोदी, पाकिस्तान को दे दी चेतावनी...
पाकिस्तान को 'रोटी या गोली,के बीच चुनाव करना होगा मर्जी उसकी है : मोदी
भुज .सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद को समर्थन देने के लिए पाकिस्तान की सरकार और सेना को कड़ी चेतावनी दी है. पीएम मोदी ने गुजरात के भुज में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान को 'उकसावे और शांति के बीच चुनाव करना होगा. नहीं तो मेरी गोली हमेशा तैयार है.'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को गुजरात के भुज में एक रैली को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने आतंकवाद को समर्थन देने के लिए पाकिस्तान की सरकार और सेना को कड़ी चेतावनी दी और कहा कि उन्हें शांति और उकसावे के बीच चुनाव करना होगा. उन्होंने कहा, 'अगर आप शांति की जिंदगी चाहते हैं, तो अपनी रोटी खाएं - नहीं तो मेरी गोली हमेशा तैयार है.'
पीएम नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पहगाम हमले का बदला लेने पर कहा कि भारत का हालिया जवाबी हमला जिसका कोड नाम ऑपरेशन सिंदूर था, आतंकवाद के खिलाफ दुनिया के लिए एक निर्णायक संदेश था और पाकिस्तान के लिए एक साफ संकेत था कि किसी भी उकसावे का भारी बल से जवाब दिया जाएगा.
15 दिन तक इंतजार किया: PM मोदी
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले के बाद भारतीय ने सेना ने पाकिस्तान में उसके नौ आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया. पीएम मोदी ने भुज में बोलते कहा, 'हमने पहलगाम के आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पाकिस्तान की ओर से 15 दिन तक इंतजार किया. जब उन्होंने ऐसा नहीं किया, तो मैंने अपने सशस्त्र बलों को पूरी आजादी दे दी.'
'मेरी गोली हमेशा तैयार है'
उन्होंने पड़ोसी देश के नौजवानों से देश की दिशा बदलने में नीति निर्माताओं की मदद करने का भी आग्रह किया. उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान के लोगों को आतंकवाद की बीमारी से मुक्त करने के लिए पाकिस्तान के युवाओं को आगे आना चाहिए. शांति और समृद्धि का जीवन जिएं. अपना खाना खाएं. नहीं तो मेरी गोली हमेशा तैयार है.'
'हमने आतंकी ठिकानों को मिट्टी में मिला दिया'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय सेना की तारीफ की. उन्होंने कहा, 'हमने आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया और उन्हें मिट्टी में मिला दिया. हमने भारतीय धरती के भीतर से भी हमले किए.' पीएम मोदी ने लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) और हिजबुल मुजाहिदीन (एचएम) द्वारा संचालित जिहादी आतंकी शिविरों पर हमलों का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि ये आतंकवादी कैंप और प्रशिक्षण शिविर न केवल पहलगाम हमलों के लिए बल्कि 2001 में संसद पर हमलों और 26/11 मुंबई हमलों के लिए भी जिम्मेदार हैं. ये कैंप नियमित रूप से कश्मीर घाटी में अस्थिरता और सुरक्षा संबंधी मुद्दे पैदा करने की कोशिश करते हैं, जिसमें आतंकवादी युवाओं को आतंकवाद के रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित करने की कोशिश करते हैं.
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