G News 24 : “तुम मोदी को गालियाँ इसलिए दे पा रहे हो, क्योंकि मोदी का लाया गया S-400 अब भी जाग रहा है !

 अभिव्यक्ति की आजादी का मतलब किसी को गाली देना तुम्हारा अधिकार नहीं  है ...

“तुम मोदी को गालियाँ इसलिए दे पा रहे हो, क्योंकि मोदी का लाया गया S-400 अब भी जाग रहा है !

आज तुम सोसल मीडिया पर तुम जो लम्बी लम्बी पोस्टें लिख कर मोदी को गालियाँ दे रहे हो ना ये सब उस S-400 की बदौलत मुमकिन हो सका है, जिसे वही मोदी दुनिया के तमाम दबावों को ठोकर मारकर, भारत लेकर आया था ! नहीं तो आज तुम भी पकिस्तान की तरह तुम भी भगवान् से जंग बंदी की प्रार्थना करते नजर आते !

तुम्हें अंदाज़ा भी है कि भिखारीस्तान,हाँ, वही पाकिस्तान जो अपनी जनता को रोटियाँ तक नहीं दे पा रहा है वो अगर दिल्ली को टारगेट कर के मिसाइल भेजने की हिम्मत कर पा रहा है ! तो ये उसी की बौखलाहट ही है। कि भारत अब चुप नहीं बैठता !

जो मिसाइल दिल्ली को निशाना बनाकर भेजी गई थी,वो अगर अपने टारगेट तक पहुँचती (गिरती) किसी रेलवे स्टेशन या मॉल या स्कूल पर तो तुम्हारे टीवी चैनलों पर डिबेट नहीं मृतकों के नामों की लिस्ट चल रही होती और तब भी तुम यही कहते सरकार कहाँ थी ! नहीं , तब तुम अस्पतालों की कतार में पड़े होते, या किसी शवयात्रा में कंधा दे रहे होते !तुम्हें तो शायद ये भी याद नहीं होगा  कि राफ़ेल और S-400 को लाने के रास्ते में किसने रोडा अटकाया था ? वो वही हैं, जिनकी दादी को तुम आयरन लेडी कहते हो !

वही आयरन लेडी जिसने इमरजेंसी लगायी, जिसने खालिस्तान और पीओके जैसे भस्मासुर पैदा किए ! जिसने युद्ध जीतकर दुश्मन के 93000 सैनिक बिन शर्त छोड़ दिए थे, और वो भी तब जब दुश्मन घुटनों पर था।  यही कारण है, कि आज बांग्लादेश हमारे लिए एक परेशानी का स्थायी स्रोत बना हुआ है। उसी आयरन लेडी के पोते ने संसद में खड़े होकर चिल्ला-चिल्ला कर कहा था, कि चौकीदार चोर है, ये राफ़ेल डील एक घोटाला है !

S-400 से ज़्यादा ज़रूरी तो लंच टाइम डिबेट है,लेकिन उस समय मोदी ने अपना 56 इंची सीना दिखाया और आज तुम्हारी साँसे सुरक्षित है। तुम मोदी को गाली तभी तक दे सकते हो जब तक तुम्हारे पास दो महीने का राशन जमा है। एसी चालू है, फोन में इंटरनेट है, और तुम्हारा परिवार सुरक्षित है,पर कल्पना करो कि  जैसे ही एक मिसाइल उन सुविधाओं को नष्ट कर दे। उस दिन तुम्हारी सारी “हेकड़ी” मलबे में दब जाएगी। बाक़ी कार्यवाही अभी रोकी गई है ,क्योंकि भारत को युद्ध में जबरदस्ती खींचा गया था। भारत इस युद्ध बचकर बाहर निकल आया, ये मोदी और उनकी रणनीतिक टीम के कारण ही संभव हो सका है। जो मेरे और आपसे तो ज़्यादा ही एक्सपर्ट है। जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंच पर भिखारीस्तान को नंगा कर दिया है। वो भी सबूतों के साथ। 

सबसे बड़ी हैरानी की बात ये है,कि तुमसे तो वो भिखारीस्तानी अच्छे निकले जो अपने हारे हुए फटेहाल, झूठे और भ्रष्ट प्रधानमंत्री के साथ अब भी खड़े हैं। जबकि तुम अपने हीरे जैसे प्रधानमंत्री को सिर्फ इसलिए लताड़ रहे हो। क्योंकि तुम्हें उसकी शैली फिल्मी नहीं लगती,तुम्हें “धमाके” चाहिए थे,“डायलॉग्स” चाहिए ,“स्पेशल इफेक्ट्स” चाहिये और राष्ट्रनीति तुम्हारे मनोरंजन की गुलाम बन जाए, यही अपेक्षा है ! तुम्हें युद्ध लाइव चाहिए !लेकिन उससे उपजे कष्टों से दूर रहना है,तुम चाहते हो कि देश जवाब दे ! तो समय आने पर देश नहीं जनता जबाव देगी। 

तुम चाहते हो पेट्रोल सस्ता रहे,प्याज महंगे ना हों,शेयर मार्केट न गिरे,और नेट स्पीड न कम हो ! तो भाई, ये कोई रील की शूटिंग नहीं है। ये राष्ट्र की सुरक्षा का प्रश्न है। इसलिए यदि मोदी का विरोध करना है तो तर्क से करो,तथ्यों से करो,अधिकार से करो,लेकिन उस पर कीचड़ मत फेंको। जिसने तुम्हारे सिर पर, आसमान को बचाकर रखा है। वरना जिस दिन ये S-400 थक गया और मोदी को हटाकर तुमने “मनोरंजन प्रधान”नेता बैठा दिया उसी दिन तुम्हारी “अभिव्यक्ति की आज़ादी”भी किसी मलबे के नीचे दबी मिलेगी। “याद रखो तुम मोदी को गालियाँ दे पा रहे हो, क्योंकि मोदी का लाया हुआ S-400 अब भी जाग रहा है ! 

ये भी याद रखना कि कार्यवाही फ़िलहाल भारत सरकार ने रोकी है ! BLA अब भी अपना काम कर रही है। मोदी ने एक टूटा हुआ कमजोर और लहूलुहान पाकिस्तान BLA के सामने परोस दिया है। ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है,“ऑपरेशन सिंदूर”

ये भारत की सैन्य पराक्रम और रणनीतिक विजयनिति का ऐतिहासिक शंखनाद ही है विश्व के इतिहास में पहली बार, 90 मिनट में किसी परमाणु राष्ट्र के 11 एयरबेस तबाह हुए है। भारत ने वह कर दिखाया, जिसे करने का साहस दुनिया की किसी महाशक्ति ने अब तक नहीं किया था। पाकिस्तान के 11 एयरबेस, जिनमें रणनीतिक महत्व वाले सरगोधा जैसे अड्डे शामिल थे जो भारतीय वायुशक्ति के क्रांतिकारी प्रहार से ध्वस्त हो गए। उनके रनवे चीर दिए गए। एयर डिफेंस सिस्टम जलकर राख हो गया। सरगोधा जैसे अड्डे पर तो भारत ने ठीक उसी स्थान को निशाना बनाया जहाँ उनके परमाणु अस्त्र रखे गए थे !

नतीजा-विकिरण का रिसाव,परमाणु चेतावनी और अमेरिका की नींद उड़ गई ! उन्होंने तुरंत युद्धविराम की गुहार लगाई। क्योंकि दोनों परमाणु राष्ट्रों की टकराहट ने दुनिया को हिला कर रख दिया ! लेकिन भारत ने क्या किया,ऑपरेशन सिंदूर बंद नहीं किया,घुटने टेकने से इनकार किया। क्योंकि भारत अब वो नहीं रहा, जो दशकों तक सहता रहा। आज भारत वह राष्ट्र है, जो आतंक के गढ़ में घुसकर उसका सर्वनाश करता है। 

भारत ने सिद्ध किया है कि अगर सीमा पार से गोली चलेगी, तो जवाब गोले से मिलेगा !अगर तुम हमारे निर्दोषों की जान लोगे, तो हम तुम्हारे आतंकी अड्डों को नष्ट करेंगे !चाहे वो लाहौर हो, बहावलपुर हो या सरगोधा ! आज की सच्चाई यह है कि हमने 100 जिहादियों को जहन्नुम भेजा है। 9 आतंकी ठिकानों को पूरी तरह तबाह किया !पाकिस्तान के हर बड़े एयरबेस को निष्क्रिय कर दिया और उनके परमाणु अहंकार को धूल में मिला दिया।

भारत ने सिंधु जल संधि को इतिहास में फेंक दिया,भारतीय सेना और सुरक्षा बलों को मिली खुली छूट ! आतंकवाद का स्रोत जहाँ भी हो, भारत प्रहार करेगा ! पाकिस्तान ने युद्धविराम की भीख माँगी और यही पराजय की घोषणा होती है ! क्योंकि जो पहले झुके, वही हारे। पाकिस्तान हार गया। सिंधु जल संधि अब इतिहास बन चुकी है !

भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि पानी और शांति दोनों तभी मिलेंगे जब आतंक का नामोनिशान मिटेगा और यही नहीं आज अमेरिका की परमाणु जांच एजेंसी का विशेष विमान नूर खान एयरबेस पर उतर चुका है। वो आकलन कर रहे हैं, कि भारत ने कितनी सटीकता से परमाणु अड्डे को क्षति पहुंचाई ! दुनिया स्तब्ध है! भारत का लोहा मान रही है! 

भारत की ये जीत केवल सैन्य नहीं ,यह राजनीतिक, रणनीतिक और सांस्कृतिक पुनर्जागरण है ! भारत अब वह राष्ट्र नहीं, जो वैश्विक शक्तियों की शरण में न्याय की भीख माँगता है। आज भारत स्वयं निर्णय करता है,स्वयं युद्ध लड़ता है और स्वयं न्याय करता है। हमने तय किया है अब आतंक का हर ठिकाना खत्म होगा ! चाहे वो कराची हो या लाहौर !कोई भी आतंकवादी घटना अब भारत की सीमाओं के भीतर न केवल जवाब पाएगी,बल्कि उसके स्रोत को भी नष्ट कर दिया जाएगा ! यही है “ऑपरेशन सिंदूर” की उपलब्धि।

लेकिन साथ ही हम यह भी जानते हैं कि हमें 80 करोड़ युवा भारतवासियों का भविष्य सुरक्षित करना है। हमें लड़ाई नहीं, उद्योग, नवाचार, कृषि और आत्मनिर्भरता चाहिए। हमें युद्ध नहीं, विकास चाहिए,पर अगर कोई रुकावट बनेगा,तो भारत अब पीछे नहीं हटेगा,बल्कि इतिहास रचेगा !

मित्रो, कुटाई पाकिस्तान की हुई है,इज्जत चीन की उतरी है,बांग्लादेश की हालत ख़राब  है,पैदा बलूचिस्तान हो रहा है और मजा अफगानिस्तान ले रहा है और वाह-वाही इजरायल कर रहा है। रुस को सुकून मिला है,अमेरिका भारत से दोस्ती पर इतरा रहा है और देश में सबसे दुखी कांग्रेस, सपा महबूबा और पूरा विपक्ष हैं !!!


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