G News 24 : आज बाबा महाकाल की अलसुबह होने वाली भस्म आरती नहीं हुई !

 बाबा महाकाल को आज सप्तधान सेहरा सजा...

आज बाबा महाकाल की अलसुबह होने वाली भस्म आरती नहीं हुई !

उज्जैन। फाल्गुन कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी पर आज विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में प्रात: 6 बजे तक चले महाअभिषेक पूजन श्रृंगार के बाद एकादश-एकादशनी रूद्रपाठ व विभिन्न मंत्रों के माध्यम से 11 ब्राह्मणों द्वारा देवादिदेव भगवान श्री महाकालेश्वर जी का अभिषेक किया गया। आज वर्ष का वह दिन था, जब बाबा महाकाल की अलसुबह होने वाली भस्म आरती नहीं हुई और बाबा महाकाल का सप्तधान सेहरा सजाया गया। श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित महेश शर्मा ने बताया की आज सुबह बाबा महाकाल का भस्म लेपन, विभिन्न प्रकार के पाँच फलो के रसों से अभिषेक, पंचामृत पूजन (101 लीटर दूध, 31 किलो दही, 21 किलो खांडसारी, 21 शहद, 15 किलो घी) से अभिषेक, गंगाजल, गुलाब जल, भांग आदि के साथ केसर मिश्रित दूध से अभिषेक किया गया। अभिषेक उपरांत भगवान को नवीन वस्त्र धारण कराये जाकर सप्तधान्य का मुखारविंद धारण कराया गया। जिसके बाद सप्तधान्य अर्पित किया गया जिसमें चावल, खड़ा मूग, तिल, मसूर, गेहू, जव, साल, खड़ा उडद सम्मिलित रहे। श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारियों द्वारा भगवान श्री महाकालेश्वर का श्रृंगार कर पुष्प मुकुट (सेहरा) बांधा गया। आज भगवान श्री महाकालेश्वर जी को चंद्र मुकुट, छत्र, त्रिपुंड व अन्य आभूषणों से श्रृंगारित किया गया था। साथ ही भगवान पर न्योछावर नेग स्वरुप चांदी का सिक्का व बिल्वपत्र अर्पित किया गया। श्री महाकालेश्वर भगवान की सेहरा आरती की गई व भगवान को विभिन्न मिष्ठान्न, फल, पञ्च मेवा आदि का भोग अर्पित किए गए। 

महापूजा में इस सामग्री से हुआ बाबा महाकाल का अभिषेक

श्री महाकाल मंदिर में महाशिवरात्रि पर बाबा महाकाल की महापूजा प्रारंभ हुई। इसके बाद बाबा का महाभिषेक किया गया और सप्तधान मुखारविंद धारण कराया गया इसके बाद बाबा महाकाल भगवान ने सेहरा धारण किया, जिसके पहले भगवान श्री महाकालेश्वर का महाभिषेक किया गया। महाभिषेक के दौरान दूध 101 किलो, दही 31 किलो खाण्डसारी (शक्कर) 21 किलो, शहद 21 किलो, घी 15 किलो, पांच प्रकार के फलों का रस 2-2 किलो, गन्ने का रस 11 किलो, गंगाजल, गुलाब जल, भांग आदि सामग्री के साथ केसर मिश्रित दूध से अभिषेक कराने के पश्चात बाबा महाकाल को गर्म जल से स्नान कराया गया।

पंच मेवा, पंच मिष्ठान, पांच प्रकार के फलों का लगा भोग

भगवान महाकाल को सेहरा सजाने के बाद सुबह 6 बजे से सेहरा आरती होगी। सेहरा आरती में भोग के लिए श्री कोटेश्वर महादेव, श्री चंद्रमोलेश्वर एवं भगवान श्री महाकालेश्वर के भोग के लिए पंचमेवा 1-1 किलो और पंच मिष्ठान कुल 7 किलो 500 ग्राम, पांच प्रकार के फल व भोग में लगने वाली अन्य सामग्री अर्पण की जाएगी। सेहरा आरती के बाद दो सशस्त्र पुलिस बल के जवान गर्भगृह द्वार पर सुरक्षा की दृष्टि से तैनात रहे।

11 बजे उतरेगा सेहरा, 12 बजे होगी भस्म आरती

बाबा महाकाल का आज प्रात: 11 बजे सेहरा उतारा जाएगा। भगवान के आभूषण, मुखारविन्द, वस्त्र बाहर निकालने के बाद दोपहर 12 बजे से दोपहर 2 बजे तक भस्म आरती होगी। भस्म आरती सम्पन्न होने के आधे घंटे बाद दोपहर 2.30 बजे से 3 बजे तक भगवान की भोग आरती होगी। भोग आरती के पश्चात ब्राह्मण भोजन नवनिर्मित श्री महाकालेश्वर नि:शुल्क अन्नक्षेत्र में होगा। भोजन उपरांत ब्राह्मणों को दक्षिणा प्रदान की जाएगी। शनिवार को संध्या पूजन सांय 5 बजे से 5.45 बजे तक होगी। इसके बाद संध्या आरती 6.30 से 7.15 बजे तक होगी। वहीं शयन आरती रात 10.30 बजे से और रात 11 बजे भगवान के पट मंगल होंगे।

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