G News 24 : 5 G और A I के दौर में जिम्मेदार बनें रिश्तों को सभालें

 सदा सुख दुःख में भागीदार बने रहने वाले ...

5 G और A I के दौर में जिम्मेदार बनें रिश्तों को सभालें 

[1] :- मां बाप को सिर ऊंचा करके जीने दें, 

उसे  " संतान "  कहते हैं। 

[2] :- संकट में कंधे से कंधा मिलाकर चले, 

उनका नाम  " भाई " है।

[3] :- सदा सुख दुःख में भागीदार और निर्धनता, तंगी में भी साथ निभाएं ,

उसका नाम  " धर्म पत्नी " 

[4] :- कम या ज्यादा देने पर भी जो संतोषी बन कर ख़ुश हो जाएं, 

उसका नाम  " बहन , बेटी "

[5] :- चाहे जितने मतभेद हो जाए फिर भी साथ बैठकर जो विवाद को समाप्त कर दे, सुधार दे, 

उसका नाम  " कुटुम्ब "

[6] :- किसी भी तरह के संकट या दुःख में साथ निभाएं ,

उसका नाम  " सम्बन्धी और दोस्त "

[7] :- अंदर ही अंदर पांव न खींचकर बाहर के संकट में एक होकर साथ निभाएं ,

उसका नाम ही " समाज "  है।

[8] :- जो मेसेज को पढ़ कर जगत कल्याण के लिए आगे भेजे, वह व्यक्ति को, 

संसार में  " कल्याण कारक "  के नाम से जाना जाता हैं।  

भारत में इंटरनेट का इस्तेमाल 71% बढ़ा

◆ 84% लोग तो सुबह उठते ही 15 मिनट के अंदर फोन चलाने लगते हैं. 

◆ BCG की रिपोर्ट में हुआ खुलासा

◆ भारत में 50% लोग स्ट्रीमिंग कंटेंट देखने के लिए फोन चलाते हैं, इसमें 18-24 साल के लोग Insta Reels, You Tube Shorts देखते हैं.

◆ फोन चलाने के दौरान 55% मामलो में लोगों को पता नहीं होता कि वे किस इरादे से फोन चला रहे हैं.

◆ 50% समय लोग किसी ना किसा काम के लिए फोन चलाते हैं.

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