शहदत को याद कर 21 दिसम्बर से 27 दिसम्बर तक मनाया जाता है...
गुरु गोबिंद सिंह जी के चार सहिबजादों की स्मृति में मनाया गुरमत समागम
डबरा। गुरु गोबिंद सिंह जी के चार सहिबजादों के शहीदी दिवस को समर्पित घरसोंधी गुरुद्वारा द्वारा सहीदी समागम बड़ी ही श्रद्धां भाव से मनाया गया। समागम मे कई प्रचारको एवं ढाडी जथथों द्वारा गुरु गोबिंद सिंघ और उनके चार सहिब जादो सहित माता गुजर कौर की सहादत को याद कर हर साल घरसोंधी स्थित गुरुनानक गुरुद्वारा के आसपास चिनोर क्षेत्र की सिख संगत द्वारा शहीदी दिहादे मनाये जाते है। चार साहिबज़ादों और उनकी माता माता गुजर कौर को उस समय कि मुग़ल हुकूमत द्वारा गुरु गोबिंद सिंघ ज़ी के पूरे परिवार को सिख धर्म छोड़कर मुसलमान ना बनने पर बाबा जोरावर सहिब (9साल )और बाबा फ़तेह सिंघ (7साल)को (दीवार)नीहों मे ज़िंदा चिंनवा कर शहीद कर दिया था।
उनकी शहदत को याद कर 21 दिसम्बर से 27 दिसम्बर तक शहीदी समागम सिक्ख संगत द्वारा हर वर्ष मनाया जाता है। इस शहीदी दिवस के अवसर पर पंजाब से आये ढाडी जथों मे भाई गुरप्रीत सिंघ लांडरा वालों ने चार सहिब जादों और माता गुजर कौर की शहदत को याद कर उनके इतिहास को संगत से रूबरू किया, चार साहिबजादो की सहादत का इतिहास सुनकर आयी हुयी सिख संगत की आँखे आसुओं से भर आई, गुरुद्वारा कमेटी और संगत के सहयोग से मीठे दूध का लंगर, एवं गुरु का लंगर प्रसादी अटूट बरताया गया। इस धार्मिक आयोजन मे इलाके कि संगत और बाबा मोहन सिंघ ज़ी बाबा गुरमेज सिंघ, बाबा राजू ज़ी कार सेवा हजूर सहिब वालो का विशेष सहयोग रहा।
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