समरसता यात्रा का शहर में जगह-जगह हुआ श्रृद्धा-भाव के साथ भव्य स्वागत...
संत रविदास की चरण पादुकाएँ शीष पर धारण कर मीलों पैदल चले ऊर्जा मंत्री
ग्वालियर। संत शिरोमणि सद्गुरू रविदास महाराज की समरसता यात्रा गुरूवार को उपनगर ग्वालियर, शिंदे की छावनी, महाराज बाड़ा व गोल पहाड़िया सहित शहर की विभिन्न बस्तियों से होकर गुजरी। साथ ही गोल पहाड़िया पर जन संवाद कार्यक्रम भी हुआ। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर समरसता यात्रा में संत शिरोमणि रविदास की चरण पादुकाएँ शीष पर धारण कर नंगे पैर मीलों पैदल चले। उनके साथ बड़ी संख्या में अन्य जनप्रतिनिधिगण और गणमान्य नागरिक शामिल रहे। इसी तरह पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाह भी लश्कर क्षेत्र में संत रविदास की चरण पादुकाएँ सिर पर रखकर समरसता यात्रा के साथ पैदल चले। समरसता यात्रा का शहरवासियों ने जगह-जगह श्रृद्धा-भाव के साथ भव्य स्वागत किया। बाँस शिल्प बोर्ड के अध्यक्ष घनश्याम पिरोनिया एवं हरिद्वार की साध्वी रंजना दीदी के नेतृत्व में आई समरसता यात्रा का ग्वालियर शहर में जगह-जगह पर जनप्रतिनिधिगणों ने श्रद्धाभाव के साथ स्वागत किया।
साथ ही संत रविदास की चरण पादुकाओं और उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। संत रविदास की समरसता यात्रा गुरूवार को उपनगर ग्वालियर के अंतर्गत बहोड़ापुर से शुरू हुई और जनकताल, रामजी की पुलिया, बकरा मंडी व गेंडेवाली सड़क होते हुए लश्कर क्षेत्र में पहुँची। यात्रा काजल टॉकीज, दौलतगंज, महाराज बाड़ा, हनुमान चौराहा, लक्ष्मीगंज, संजय नगर व जागृतिनगर होते हुए गोल पहाड़िया पहुँची और यहाँ पर जनसंवाद कार्यक्रम हुआ। समरसता यात्रा ने गोल पहाड़िया से बरई पनिहार के लिये प्रस्थान किया। इसके बाद घाटीगाँव पहुँची और वहाँ पर जन संवाद हुआ। इसी कड़ी में रेंहट होते हुए समरसता यात्रा मोहना पहुंची और जन संवाद के बाद रात्रि विश्राम किया। चार अगस्त को प्रात:काल समरसता यात्रा मोहना से बैराड़ जिला शिवपुरी के लिये प्रस्थान करेगी।
गुरूवार को आयोजित हुए जन संवाद कार्यक्रम में बाँस शिल्प बोर्ड के अध्यक्ष घनश्याम पिरोनिया ने कहा कि संत रविदास महाराज ने समरसता का जो संदेश दिया, उसे जन-जन तक पहुँचाने का काम समरसता यात्रा के जरिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा प्रदेश सरकार सागर जिले में संत रविदास महाराज के भव्य मंदिर का निर्माण प्रदेश सरकार 100 करोड़ रूपए की लागत से करने जा रही है। पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाह ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार समभाव के साथ पवित्र स्थलों का सौंदर्यीकरण व जीर्णोद्धार कर रही है। इसी कड़ी में मध्यप्रदेश सरकार संत रविदास महाराज का भव्य मंदिर बनाने जा रही है। हरिद्वार से समरसता यात्रा में शामिल होने आईं साध्वी रंजना दीदी व अन्य जनप्रतिनिधिगणों ने भीइस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए।
गुरूवार को निकली संत रविदास की समरसता यात्रा में पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता, प्रयाग तोमर, आकाश श्रीवास्तव, विनोद शर्मा, गुरमुख करौसिया, भावना कन्नौजिया, कनवर मंगलानी, रामगोपाल मिलन, महेन्द्र श्रीवास्तव, मनीष राजौरिया, राकेश माहौर व विनय शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं एसडीएम लश्कर नरेश कुमार गुप्ता, जन अभियान परिषद के संभागीय समन्वयक सुशील बरूआ व जिला समन्वयक धर्मेन्द्र दीक्षित सहित अन्य संबंधित अधिकारी शामिल हुए। ज्ञात हो प्रदेश में संत रविदास समरसता यात्रा 25 जुलाई को 5 स्थानों जावद जिला नीमच, माण्डव जिला धार, श्योपुर, बालाघाट व सिंगरौली से शुरू हुई है। विभिन्न जिलों से होती हुई यह समरसता यात्राएँ 11 अगस्त को रात्रिकाल में सागर में एकत्रित होंगीं। सभी यात्राएँ 12 अगस्त तक विभिन्न गाँवों से मिट्टी एवं प्रदेश भर की 313 नदियों से जल का सांकेतिक संग्रहण एवं जन-जागरण करते हुए सागर पहुँचेंगी। स्थान-स्थान पर जन-संवाद होंगे। सागर में 12 अगस्त 2023 को मंदिर निर्माण की स्थापना के शिलान्यास एवं वृहद स्तर पर जनसंवाद कार्यक्रम होगा।
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