G.News 24 : आस्था का संयोग शक्ति की आराधना और अल्लाह की इबादत होगी एक साथ !

हिंदू एवं मुसलमान दो धर्म के लोग एक साथ इन दोनों महापर्व को मनाएगें...

आस्था का संयोग शक्ति की आराधना और अल्लाह की इबादत होगी एक साथ !

आस्था का संयोग 22 मार्च बुधवार से शक्ति की भक्ति का पर्व नवरात्र और अल्लाह की इबादत का पवित्र माह रमजान की शुरुआत एक साथ होने जा रही है l दो धर्म के लोग एक साथ इन दोनों महापर्व को मनाएगें। इसकी तैयारी शुरू हो चुकी है। मंदिरों व मस्जिदों में रंगरोगन का काम चल रहा है। बता दें कि सनातनी नव वर्ष विक्रम संवत् 2080 का प्रारंभ भी 22 मार्च से होगा। दोनों धर्मों के धर्मगुरुओं ने भी नवरात्र और रमजान को आपसी भाईचारे व सौहार्द के साथ मनाने की अपील की।

 विक्रम संवत् 2080 का आरंभ 22 मार्च को शुभ दिन बुधवार को हो रहा है। इसी दिन से शेरोवाली मां दुर्गा की आराधना का महापर्व वासंतिक नवरात्र शुरू होगा। नौ दिनों तक भक्त मां दुर्गा की आराधना करेंगे। 31 को कलश विसर्जन के साथ नवरात्र का समापन होगा। इधर नवागढ़ी स्थित खानकांह के प्रबंधक सैयद अता फैसल ने बताया कि अल्लाह की इबादत का खास माह भी चांद के दीदार के साथ 22 मार्च से शुरू होगा। इसी रात से मस्जिदों में तरावीह शुरू होगी। 23 मार्च को रोजेदार अपना पहला रोजा रखेंगे।

रमजान आध्यात्मिक शुद्धता का महीना है। अल्लाह की इबादत करने से हर दुआएं पूरी होती है। रोजा में भूखा रहने से अहंकार से मुक्ति मिलती है। यह माह रहमतों से शुरू हो जहन्नुम से निजात के साथ खत्म होता है। खानकांह के प्रबंधक ने बताया कि 22 मार्च को चांद के दीदार के साथ मस्जिदों में तरावीह शुरू होगी। करीब एक माह तक रोजेदार रोजा रखेंगे। इसके बाद खुशियों का पर्व ईद मनाया जाएगा।

मुस्लिम धर्मगुरुओं की माने तो इस बार माह के रमजान में पांच जुम्मा पड़ने की संभावना है। इबादत के पवित्र माह रमजान का पहला जुम्मा 24 मार्च को पड़ेगा। दूसरा जुम्मा 31, तीसरा 04, चौथा 14 और पांचवां 21 अप्रैल को हैं। मस्जिदों में एक साथ अकीदतमंद जुमे की नमाज अदा करेंगे। जानकारी हो कि रमजान को लेकर कई मस्जिदों में तैयारी शुरू हो चुकी है। नमाज अदा करने वाले रोजेदारों को कोई परेशानी न हो इसका ख्याल रखा जा रहा है।

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