G.News 24 : तेज बारिश ओले गिरे, बिजली गिरने से 8 की मौत

बेमौसम बारिश का दौरा जारी...

तेज बारिश ओले गिरे, बिजली गिरने से 8 की मौत

मध्यप्रदेश में लगातार दूसरे दिन बेमौसम बारिश का दौरा जारी है। शुक्रवार को प्रदेश के मालवा-निमाड़ और बुंदेलखंड के कई इलाकों में तेज बारिश और ओले गिरे। इससे फसलों को भारी नुकसान हुआ है। ग्वालियर के घाटीगांव, आरोन पाटई में भी ओले गिरे हैं। नर्मदापुरम, सागर, बैतूल, रायसेन, अशोकनगर और धार जिले में आकाशीय बिजली गिरने से 8 लोगों की मौत हो गई है। दरअसल, मध्यप्रदेश में 16 मार्च से बारिश का सिस्टम एक्टिव है। जिसके तहत सागर, अशोकनगर और खरगोन समेत कई जिलों में ओले गिरे। उज्जैन, दमोह के पथरिया, देवास, रायसेन, आगर-मालवा में तेज बारिश हुई। जबलपुर और नर्मदापुरम में बूंदाबांदी हुई। वहीं, भोपाल, ग्वालियर और गुना में बादल छाए रहे। निवाड़ी जिले में शुक्रवार शाम तेज गरज के साथ बारिश हुई। इससे खेतों में पानी भर गया। कई गांव में ओले भी गिरे।

तीन लोगों की मौत, पांच घायल

रायसेन जिले की तहसील गैरतंगज में आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। वहीं 5 लोग घायल हो गए। रजपुरा गांव में पप्पू साहू (22) खेत में काम कर रहा था। इसी दौरान बिजली की चपेट में आ गया। वहीं सोडरपुर में किसान इंद्रजीत विश्वकर्मा फसल निकालने के लिए थ्रेसिंग कर रहा था। उसी दौरान वह घायल हो गया। अस्पताल में उसकी मौत हो गई। 5 अन्य घायलों का सिविल अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। वहीं औबेदुल्लागंज में भी एक व्यक्ति की बिजली गिरने से मौत हो गई है।

एक दर्जन गांवों में ओलावृष्टि, एक की मौत

अशोकनगर के मुंगावली में करीब एक दर्जन गांवों में ओलावृष्टि हुई। इससे किसानों की फसल बर्बाद हो गई। वहीं आकाशीय बिजली गिरने से बरखाना गांव में इंद्रपाल यादव (30) की मौत हो गई। वह खेत से अपने घर लौट रहा था। पानी तेज होने पर पेड़ के नीचे खड़ा था। इसी दौरान पेड़ पर बिजली गिर गई। बारिश बंद होने पर लोगों ने उसे देखा और अस्पताल पहुंचाया।

20 मिनट तक बेर के आकार के ओले गिरे

सागर जिले के जैसीनगर, बीना, देवरी और केसली के भी एक दर्जन से ज्यादा गांवों में करीब 20 मिनट तक बेर के आकार के ओले गिरे हैं। बीना क्षेत्र के सेमरखेड़ी, निवोदा, रुसल्ला, बेरखेरी माफी, बिलाखना, हिन्नौद, हड़कल जैन, गिरोल, देहरी, बेथनी, पट्टी, जोध समेत कई गांवों में ओले गिरे।धार के बदनावर में भी बरसे बदरा

धार जिले के बदनावर क्षेत्र में शुक्रवार शाम को तेज बारिश हुई। कोद गांव और इसके आसपास बारिश के साथ ओले भी गिरे। यहां करीब 5 मिनट तक मक्का के आकार के ओले गिरे। इससे खेतों में खड़ी गेहूं और अन्य फसल को नुकसान होने का अनुमान है। हालांकि क्षेत्र में करीब 75% फसलों की कटाई हो चुकी है। बदनावर शहर में बिजली की चमक, बादलों की गरज और तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। बारिश के कारण सड़कों पर पानी बह निकला। जिले में आकाशीय बिजली गिरने से एक महिला की मौत भी हो गई है।

आकाशीय बिजली गिरने से शख्स की मौत

नर्मदापुरम के केसला ब्लॉक में आकाशीय बिजली गिरने से एक आदिवासी की मौत हो गई। झुनकर पंचायत के चनागढ़ गांव में खेत में काम कर रहे छन्नूलाल उईके (55) की मौत होने की खबर है। घटना के वक्त वह तरबूज के खेत में काम कर रहा था। घटना दोपहर 3 से 4 बजे के बीच की बताई जा रही है।

19 मार्च तक बारिश, ओलावृष्टि और तेज आंधी के आसार

17 मार्च को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल, नर्मदापुरम, रीवा, शहडोल, सागर और जबलपुर संभाग में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हो सकती है। कुछ जगहों पर ओलावृष्टि भी होने के आसार हैं। यानी प्रदेशभर में मौसम बदला सा रहेगा।18 और 19 मार्च को भोपाल, इंदौर, उज्जैन और चंबल संभाग में मौसम बदला सा रहेगा। तेज आंधी और बिजली चमकने-गरजने की संभावना भी है।

शुक्रवार को बेमिजाज मौसम ने प्रदेश के कई जिलो में किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दीं। मुंगावली में अचानक तेज बारिश के साथ ओले गिरने से किसानों की खड़ी फसल तबाह हो गई है। इस बात की खबर जैसे ही केंद्रीय मंत्री सिंधिया तक पहुंची। वैसे ही उन्होंने जिला कलेक्टर को फोन पर चर्चा की। उन्होंने स्पष्ट तौर पर निर्देश दिया कि ओलावृष्टि से तबाह हुई फसल का तत्काल सर्वे किया जाए। सर्वे रिर्पोट को शीघ्र ही शासन को भेजा जाए और पीड़ित किसानों को उचित मुआवजा दिलाया जाए। इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने किसानों से आग्रह किया है कि यह प्राकृतिक प्रकोप है। इसे टाला नहीं जा सकता था लेकिन वे परेशान न हों हम आपकी हर संभव मदद करेंगे।

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