दादाजी महाराज का 105 वां जन्म महोत्सव श्रद्धा भाव से के साथ मनाया

 श्री दादाजीधाम धर्मपुरी मन्दिर महाराज बाड़ा में ...

दादाजी महाराज का 105 वां जन्म महोत्सव श्रद्धा भाव से के साथ मनाया 



ग्वालियर। श्री दादाजीधाम धर्मपुरी मन्दिर महाराज बाड़ा में ७ नवंवर सोमवार को  परम् पूज्य सन्त श्री दादाजी महाराज का 105 वां जन्म महोत्सव श्रद्धा भाव से धूमधाम के साथ मनाया गया।इस अवसर पर  लगभग 3000 भक्त उपस्थित थे। प्रातः 8 बजे से भक्तजनों ने गुरुदेव भगवान को चन्दन तिलक लगाकर पूजन किया,आरती उतारी,पुष्प वर्षा की।गुरू महिमा के भजन गाये। 

महामंडलेश्वर स्वामी रामेश्वरानंद सन्त रमेश लाल जी महाराज ने सन्त दादाजी महाराज(बड़े गुरु महाराज)के जीवनकाल पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे पूर्ण सन्त थे,उन्होंने सदैव निष्काम भक्ति और सतत नाम जप का उपदेश दिया और स्वंय भी जीवन पर्यन्त पूर्ण निष्काम रहकर प्राणी मात्र की सेवा में लीन रहे। वे कहते थे कि भक्ति एवं परमार्थ के साथ- साथ अपने परिवार की आजीविका के लिए डटकर पुरुषार्थ भी करो भगवान की भक्ति के लिये संसार से भागने की आवश्यकता बिल्कुल नहीं है। 

प्राणी मात्र में ईश्वर का दर्शन कर उनकी सेवा का उद्देश्य ही सच्ची भक्ति है। आंखों के मोतियाबिंद के निःशुल्क ऑपरेशन, वर्द्धाश्रम, गरीब कन्याओं के विवाह, गौशाला में बूढ़ी गायों की सेवा पूज्य संत दादाजी के इन्हीं उपदेशों का सजीव क्रियान्वयन है जिससे आज हजारों लोग लाभान्वित हो रहे हैं। दादाजी धाम हॉस्पिटल में प्रति रविवार लगभग 300 मरीजों की आँखों की जाँच एवं 40 से 50 मरीज़ों के मोतियाबिंद के ऑपरेशन विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा किए जाते हैं। कुलैथ पँजाबीपुरा स्थित गोविन्द गौ शाला में 150 गाय एवं गौवंश की सेवा हो रही है। आशीर्वचन के उपरांत संतवाणी का पाठ किया गया।सभी भक्तों में पेड़े, पूड़ी सब्जी बूंदी का प्रसाद वितरण किया गया।

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